बहुत उत्तम ज्ञानवर्धक जानकारी।देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
@rajivjadhav15842 ай бұрын
Very nice and told in excellent way. Thank you very much.🙏
@ABC-xu9qp9 ай бұрын
सदियों से इस देश को सच्ची और झूठी कहानियों के आधार पर चलाया जा रहा है, जिनके आधार पर बहुत दमन किया गया है। हर असमानता के लिए सुंदर तर्क .
@nareshthakur34456 ай бұрын
. Right
@rkp48236 ай бұрын
एक ही जाति या एक ही परिवार मे कुछ लोग अमीर हो जाते हैं तो उसी जाति , धर्म और परिवार के गरीब लोगों के साथ व्यवहार बुरा हो जाता है। यदुवंशी समाज के लोग भी दुध पहुंचाने वाले अपने ही समाज के लोगों को कभी अपने सोफे पर बिठा कर दुध नही लेते
यह सारी बातें वेद विरुद्ध है क्योंकि आदि स्रष्टि में पाप नहीं था। पुराणों के गपोड़ों ने वैदिक धर्म को बदनाम किया है।
@SonuSaini-kx5ej6 ай бұрын
पाप नहीं था to trishul Sudarshan chakra air tir dhanush gaad marine के liye the
@rakshashah23002 ай бұрын
तुम जैसे दूष्टो का सर्वनाश करने के लिए था। @@SonuSaini-kx5ej
@DwarkaprasadSharma-p7vАй бұрын
बहुत ही सुन्दर व मार्मिक वर्णन जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो
@HanumanthaReddy-q7sАй бұрын
Good video took much risk to discuss various Granths.
@rameshingaleofficial813111 ай бұрын
Bahut bahut sunder ❤❤❤❤❤❤
@vinaysapre6192Ай бұрын
यह एक बहुत ही रोचक कहानी है।
@IshvarSingh-sc1qy3 ай бұрын
जय श्री राम मेरे मन में यें पृशन बहूत दिनों शे था कि आपने मुझे समझ में आ गई है जो आपने कहां सही है में उजेन जीला तेशील माकडोन से नाम ईशवरसिह हारोड़ पंवार
@K.Mgamingchanel11 ай бұрын
इन सब बातो का तो सिर्फ भगवान ही साक्षी है हम तो केवल अनुमान ही लगा सकते है। परन्तु एक बात इन्द्र ने कितनी ही गलतियां की हैं फिर भी वो देवताओ के राजा हैं और उन्हें हर बार माफी भी मिल जाती है। कृपया इस पर एक वीडियो जरूर बनाए । जय श्री राम......................
@He_ram80611 ай бұрын
Isme kuchh bate sahi h aur kuchh galat ye puri katha upnishad me diya gya h yha jo Ahilya ji ko gautam ji ka bahan kaha gya h ye galat h
@subhashchandrana36038 ай бұрын
This is kal chakr yes khi se bhee seeda nahi ho skta Phse raho is चक्र मे
@IshuJadon-dq5zu8 ай бұрын
Indra kisi ka naam nahi vah ek pad hai
@rishisharma48518 ай бұрын
"समरथ को नहीं दोष गुसाईं" तुलसी दास ने खुद कहा है कि सामर्थ्यवान का कोई दोष नहीं होता है, दोष हमेशा गरीब निर्बल कमजोर दबे कुचले का होता है |
@indrasuryavanshi93215 ай бұрын
Kyu ki amrut piya hai isliye 😂👑
@Vijayshankarshastri10 ай бұрын
राम जी नारायण रूप चतुर्भुज में उस समय हो कर चरण स्पर्श किए थे.. स्पर्श के बाद फिर राम मनुष्य रूप में पुनः आए थे.
वाल्मीकि रामायण में स्पष्ट लिखा है कि वे इंद्र को पहचान गयी थीं । ऋषि गौतम ने इंद्र को देख लिया था । उन्होंने अहल्या को त्याग दिया और अपने आश्रम को छोड़ दिया। अहल्या वहीं पर तपस्या करने लगीं। राम ने उनको माफ कर दिया । उन दिनों राजा को ही क्षमा करने का अधिकार था । क्षमा के बाद उनका पुत्र बहुत खुश हुआ और मां को पिता से मेल करना दिया। यह घटना इस तथ्य को उजागर करती है कि महिलाओं को पति की दासी नहीं थी। वाल्मीकि के समय नारी का स्थान दासी का नहीं था। परंतु वैदिक काल के बराबर नहीं। तुलसीदास ने तो नारी को दासी बना दिया था। माफ कीजिए, आपकी पूरी कहानी कल्पित है।
जब महर्षि गौतम ऋषि त्रिकालदर्शी और सर्वज्ञ थे और अपने योगबल, तपोबल से इन्द्र और अहिल्या के बारे में सब कुछ जान गये थे तो फिर वो गाय असली है या नहीं, यह सच्चाई क्यों नहीं जान पाये |
@savisthreads8 ай бұрын
wo sab jante the, fir bhi unhone ye paap swikar kiya kyuki jo bhi unke haath se hua wo Gau mata ke roop mai hi tha. isliye unhone ye prayschit karna swekar kiya.
@lokeshvigil84976 ай бұрын
Satya Vachan
@Amit-pt8dz3 ай бұрын
Trikal darshi kewal shiv hi hai Unke alawa koi nahi
@chandipdixit547511 ай бұрын
मैं तो सबसे पहले माता अहिल्या से क्षमा क्षमा मांगता हूं भिक्षा के रूप में 🙏 और दूसरा क्षमा में मांगना चाहूंगा गौतम ऋषि से वह इसलिए कि समाज में मैं भी रहता हूं तो उस समाज में रहने के चलते कुछ दोषी मैं भी हूं 🙏 और एक केवल विनम्र निवेदन करूंगा कि यदि माता अहिल्या और ऋषि गौतम मुझे से प्रसन्न है तो मुझे आशीर्वाद के रूप में श्री राम प्रभु की भक्ति करने का आशीर्वाद प्रदान करें जय श्री राम 🚩 सीताराम सीताराम ❤ जय हो जगत पालम ❤ जय भोले बाबा 🪷 सृष्टि का पालन पोषण करने वाली माता पार्वती की जय हो🪷🪷 जय बजरंग बली 🚩🚩🔔🙏🏃💨
@हरियाणवीकविलेखराजचौहानकीकलमसे3 ай бұрын
अन्धभक्ति जिंदाबाद।ऐसा कुछ नहीं हुआ।सब गपौड़ हैं।
@baldevgupta32032 ай бұрын
I am highly perplexed and pained to listen your Katha please purify the matter otherwise all involved in this Katha shall be punished stringently this is my prayer to lord krishana.
@BadriChaturvedi2 ай бұрын
Indra ke bahkave mein a gai thi ahilya aur Indra aur ahilya ne sambhog ka pura Anand liya Rishi buddhe the unke Bus ka kuchh nahin tha Valmiki Ramayan ke anusar Indra ne ahilya ko tript kiya tha ek angreji indologist ne kahan hai ki Bina juti Bhumi ahilya thi Jaise Indra ne upjau banaa Diya😂😂😂😂😂😂😂
@BadriChaturvedi2 ай бұрын
Sambhog se koi nahin Bach Paya vishvamitra ne menka ko daba Diya Indra ne ahilya ko daba Diya ahilya ko bhi Anand a gaya tha Indra ke sath mein Valmiki Ramayan dekhe aap usmein likha hai ki yah Indra main tumse santusht hun tumne mujhko taraf se kar diya ab aap aashram se bahar Chali jaaiye kyunki mere Pati Gautam aane Wale hi hain aur Gautam ne inki chori pakad Li aur donon Ko Saja di
@BadriChaturvedi2 ай бұрын
Vishvamitra ne menka se sambhog Kiya ahilya se international sambhog Kiya Bhagwan Narayan Vishnu ne b b Bindra se sambhog Kiya sab log apni apni jagah vyast rahi hai
@MeeraTripathi-m5m5 күн бұрын
वेरी गुड
@JoginderSingh-ci1hy10 ай бұрын
बेहरीन प्रस्तूती 🙏
@rkp482310 ай бұрын
😂😂व्यर्थ प्रलाप। मनगढ़ंत झूठी कहानी 😢😢जब अहिल्या की सहमति थी तो इंद्र को वेष बदलने की जरूरत क्या पड़ी।जिस समय ब्रह्मा अहिल्या को गौतम के पास छोड़ा तो हजारों साल तक अहिल्या के तरफ देखा भी नहीं जबकि सेवा वहीं करती थी।एक दिन बुजुर्ग होने पर उनकी नजर अहिल्या पर पड़ी तब उनको दया आ गयी कि इतने युगों तक हमारी सेवा की पर इसे कुछ नहीं मिला फिर तपोबल से अपने आप को युवा बना लिया फिर विवाह किया और पति-पत्नी जैसे रहने लगे फिर इंद्र आया 😅😅😅
चन्द्र देव बहोत ही खास है उन्हे चन्द्र गायत्री मंत्र में महाकाल कहा गया है और श्रीमद् भागवत पुराण में विराट पुरुष (परमेश्वर परमात्मा) का मन कहा गया है। हमारे चन्द्र देव को मुसलमान अल्लाह और खुदा कहते है इस लिए हमारे पक्ष में ना तो समय होगा और ना ही मन होगा और यही उन की सब से बड़ी ताकत है (इतिहास देखे ) क्योंकि हम खुद महाकाल और मन स्वरूप चन्द्र देव के लिए श्रद्धा - भक्ति नही रखते और उन का पूजन भी नही करते और दूसरी तरफ दूसरे धर्म वाले (इसलाम वाले) हमारे चन्द्र देव को निर्गुण बता के दूसरे नाम ( अल्लाह और खुदा नाम ) से अपने रीति रिवाजों से श्रद्धा - भक्ति और आस्था के साथ पूजते और मानते है । 🌙🎑🌝 ।। जय प्रभु चन्द्र देव ।। 🌙🎑🌝
@hareshdhapa224310 ай бұрын
@@kahaniyonkichaupal चन्द्र देव बहोत ही खास है उन्हे चन्द्र गायत्री मंत्र में महाकाल कहा गया है और श्रीमद् भागवत पुराण में विराट पुरुष (परमेश्वर परमात्मा) का मन कहा गया है। हमारे चन्द्र देव को मुसलमान अल्लाह और खुदा कहते है इस लिए हमारे पक्ष में ना तो समय होगा और ना ही मन होगा और यही उन की सब से बड़ी ताकत है (इतिहास देखे ) क्योंकि हम खुद महाकाल और मन स्वरूप चन्द्र देव के लिए श्रद्धा - भक्ति नही रखते और उन का पूजन भी नही करते और दूसरी तरफ दूसरे धर्म वाले (इसलाम वाले) हमारे चन्द्र देव को निर्गुण बता के दूसरे नाम ( अल्लाह और खुदा नाम ) से अपने रीति रिवाजों से श्रद्धा - भक्ति और आस्था के साथ पूजते और मानते है । 🌙🎑🌝 ।। जय प्रभु चन्द्र देव ।। 🌙🎑🌝
@MyHappyLife-yi7eq11 ай бұрын
Very good 👍
@AnjaniKumar-y2r9 ай бұрын
Very good
@NeetuSingh-cu4ub7 ай бұрын
❤❤sahi hai
@NARAYANEDIT-10810 ай бұрын
Utam very well explaination ❤❤
@sumanagarwal49619 ай бұрын
Shhamakijiye aapki kahani se bahut confusing ho Raha hai.
@rosyvijay17478 ай бұрын
कहानी को गलत प्रस्तुत किया गया। पैसों और फेम के लिए आप कुछ भी कर सकते है। शर्मनाक प्रस्तुति
@rakeshshukla881911 ай бұрын
बहुत अद्भुत प्रस्तुत किया
@ravishankaryadav492611 ай бұрын
प्रस्तुत कर्ता ने नमक-मिर्च लगातार अहिल्या के चरित्र को प्रस्तुत करने का कुत्सित प्रयास किया है।
@rajkrishnasrivastava865111 ай бұрын
नहीं, प्रस्तुतकर्ता ने कोई कुत्सित प्रयास नहीं किया है। ये सारी कथायें वाल्मीकि रामायण में तथा पुराणों में उल्लिखित हैं। पौराणिक कथायें नहीं बल्कि कहानियां हैं। कथा सत्य घटनाओं पर आधारित होती हैं किन्तु कहानियां काल्पनिक घटनाओं के माध्यम से कोई सन्देश प्रचारित करती हैं। वाल्मीकि रामायण के अनुसार अहिल्या ने स्वेच्छा से इन्द्र के साथ समागम किया था। किन्तु वाल्मीकि रामायण में अपने अपराध का दण्ड भोगने एवं प्रायश्चित करने के उपरान्त अपराध क्षम्य हो जाता है (बालि वध राम द्वारा बालि को मृत्यु दण्ड था और इसी कारण उसके समस्त पाप क्षम्य हो गये थे जिसमें अनुज वधू के साथ बलात्कार भी क्षम्य हो गया था)। एक और बात पर ध्यान दें - सीता की समकालीन दो महिलाओं (मंदोदरी और अहिल्या) को पंच कन्याओं (महान महिलाओं) की श्रेणी में रखा गया है किन्तु सीता को नहीं। ऋषि गौतम ने भी अहिल्या को क्षमा कर के उन्हें स्वीकार कर लिया था और उनके पुत्र शतानन्द ने भी। यह थी कठोर प्रायश्चित की महिमा। ध्यान रहे कि अहिल्या का प्रायश्चित लगभग 30-35 वर्ष का रहा होगा क्योंकि पुत्र शतानन्द तब तक मिथिला नरेश और सीता के पिता सीरध्वज जनक के राजपुरोहित बन चुके थे।
@dharmveersingh913910 ай бұрын
वैज्ञानिकता की नजर से देखें तो क्या वास्तव मे इस तरह मानव उत्पत्ति हो सकती है l जबकि विज्ञान कहता है कि नये जीवन की उत्पत्ति के लिए माता और पिता का समागम आवश्यक है लिए और सन्तान भी माता पिता की योनि की ही बनेगी ये प्राकृतिक सत्य है l
@dharmveersingh913910 ай бұрын
दूसरी बात ये है कि भगवान सिर्फ भारत मे ही अवतार लेते थे l इसके अलावा भारत मे मुगलों ने असंख्य जुल्म किये, एक महारानी के साथ सोलह हजार महिलाओं ने आग मे जिन्दा जलकर आत्महत्या की थी लेक़िन मुगलों को रोकने के लिए भगवान प्रकट नहीं हुए l कितना विचित्र लगता है l एक और सच्चाई है कि भारत मे लोहे का प्रयोग ईशा से तेरहसौ वर्ष पहले के आस पास हुआ था, फिर लाखों हजारों वर्ष पहले तीर कौन सी धातु के बनते थे l
@rakeshmittal141411 ай бұрын
Bahut sunder Jai shree ram
@raghabasahu19228 ай бұрын
इसी कहानीहमारी समाजको गलत साबिस करीने कोसिस हैं 🙏🙏❤️🌷💐
@rakeshnarainseth8165 ай бұрын
Atayant alokik adghyatmik prastuti
@udayshankar10468 ай бұрын
Veri good
@ramroopsharma99388 ай бұрын
हर व्यक्ति की अपनी समझ अलग होती है!साहि्त्यिक दृष्टि के अनुसार--कहानीक्या है? कहानी मे-कथानक का विशेष महत्व होता है इसमे एक उद्देश्य छिपा होता है उसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु कल्पना के सहारे कालपनिक घटनाओ का संकलन किया जाता है जो तत्कालीन मनुष्यो की सोच मे संभव लगती हो,अन्यथा समाज उसे झूंठ मानकर महत्व ही नही देगा-----इस प्रकार यह प्रसंग बडा कठिन बन जाता है जो साहित्यिक व्यक्ति का विषय है,यह इतना सरल नही है जो सबकी समझ मे आ जाए,ये, शोधप्रबंध के विषय भी बन जाते हैं----------
@ramkrishandhakad10336 ай бұрын
यह कथा बेहद गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।यह वेद मंत्र में दिया है यह आलंकारिक भाषा है अहिल्या रात्री का नाम है इंद्र दिन का नाम है तथा गौतम नाम चंद्रमा को कहते हैं। अलंकार में गौतम चंद्रमा रात्री अहिल्या का पति बताया है इंद्र दिवस ने रात्रि से जार कर्म का अर्थ स्वरूप बिगाड़ना होता है।।गपोडेवाजी धर्म-विरुद्ध है और ये गपोडे असत्य होने से धर्म वैदिक धर्म की मजाक बनाते है
@HanshmanterSadna4 ай бұрын
जय श्री राम 🚩🚩🚩🚩
@MukeshKumar-wk9lt7 ай бұрын
Very good
@vishnudas41233 ай бұрын
Adbhut
@karanrawat928910 ай бұрын
अदभुद, सुंदर वर्णन प्रेरणादायक, भ्रम दूर करने वाली जय सीताराम धन्यवाद
@ Sanyogita Kumari- अहिल्या ने गौतम ऋषि समझ कर ही इंद्र से संबंध बनाये थे तो भी कई बातें हैं जो उनको निरपराध सिद्ध नहीं करती हैं। एक तो पहली बार गौतम इस तरह लौट कर आये थे। ये बात शक पैदा करती है। दूसरी बात गौतम ने हमेशा नियमों का पालन किया था अत: सुबह का समय अनुचित था। तीसरी बात सती स्त्री को अपने पति और अन्य पुरुष के स्पर्श में अंतर पता होना चाहिए। ये अंतर पता न लगे तब भी दोष है। ये उस युग की बातें हैं जब अधिकांश लोग सत्य और धर्म का पालन करते थे। ये बातें आज हमको सही मार्ग पर चलने को प्रेरित करने के लिए गढ़ी हुई कहानियाँ भी हो सकती हैं। इसलिए आज के परिप्रेक्ष्य में इनकी तुलना करना सटीक नहीं हो सकता। ये तो निश्चित है कि पुराने समय में विचारकों ने स्त्रियों पर अधिक और मुश्किल प्रतिबंध लगाये थे। इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि स्त्री का इस तरह का संबंध पता चल जाता है। पुरुष क्योंकि गर्भ धारण नहीं करता इसलिए उसका पाप छुप जाता है। इसलिए अहिल्या को निष्पाप नहीं माना जा सकता। उनको श्राप दिया जाना अनुचित नहीं था। ये हो सकता है कि शुरू में अहिल्या को पता न चला हो पर अंत तक पता नहीं चलना तो बनता है।
@chandipdixit547511 ай бұрын
😊
@AnilKumar-bv8uv11 ай бұрын
ये फर्जी कहानियां मुगलों एवं अंग्रेजों के समय लिखा गया है जिसका कोई प्रमाण नहीं है।
@rishisharma485111 ай бұрын
जब महर्षि गौतम ऋषि त्रिकालदर्शी और सर्वज्ञ थे और योगबल से इन्द्र और अहिल्या के बारे में सब कुछ जान गये थे तो फिर गाय असली है या नहीं यह सच्चाई क्यों नहीं जान पाये |
@RAMESHWAR-rv7dy11 ай бұрын
😊😊😊😊
@rajkrishnasrivastava865111 ай бұрын
@@AnilKumar-bv8uv, इन सबके समुचित प्रमाण हैं किन्तु इतने कठोर प्रायश्चित के पश्चात सभी पाप क्षम्य हो जाते थे। इसी कारण गौतम ऋषि ने भी अहिल्या को पुनः स्वीकार किया और उनके पुत्र शतानन्द ने भी। मेरा एक और उत्तर भी पढ़ें।
@Ramneek-k8e7 ай бұрын
Good
@anuradhasingh45777 ай бұрын
Katha ye h ki jo maine apne purbajon se suni h ki,devraj indra rishi gautam ka roop dhar aaye the jisse mata unhe pahchan na ssaki aur sambhog hua aur jb rishi aaye to unhone mata ko shila ki tarah hone ka shaap isliye diya, unhone kha jis tarah aaj tum ek rishi aur ek raja ke sparsh ko pahchanne me shila ki bhaati thi usi tarah tum shila ki vlbhaati rahogi
@mangeshkumarman41442 ай бұрын
परिक्रमा के आलावा और कोई मुर्खतापूर्ण कार्य नही था उस समय
@RakeshBhooha2 ай бұрын
Jai shri krishna
@radhathakwani46618 ай бұрын
Ye racha rachaya baate hai.. Jiska jo mann hua wo ulte sulte, ghuma fira kar baate likh diya hai.. til ko taal baana diya hai.. Kuch Loge paap karne me soubhagya, punya maante hai.. Jai Shree Ram
@liladhakal-zf6sv9 ай бұрын
Nice
@satishsinghal1016 ай бұрын
Hindu mythology says that whole earth is balanced on two horns of a cow. So circling is a cow is equal to circling whole earth. same competition was between Ganesha and Kartikeya also. Ganesha circled his mother and father and for him they were equal to mother earth because one who gives birth is like mother earth. Ganesha”s argument was accepted. Simpler explanation for two circling events.
@SHAMBHUPBhut5 ай бұрын
कहानी दमदार है । पर वही बताई जाए जिससे हिन्दू आस्था कमजोर नही हो । दूसरे धरमावलमबियों की हम मजाक नही बने । और बालकों कौ पवित्र 5 कन्या में एक अहलया का आचरण तुछ न लगे 🙏🏽
@mmmgamer71911 ай бұрын
इंदौर कि म हा रानी महा दानी अहिल्लिया बाई होल्कर पर भी विडियो बनाईए।।
@kamleshkumarsingh8338Ай бұрын
गंदे लोग दूसरों के बारे में बुरी खबरें फैलाते हैं वो साधु संतों को भी नहीं छोड़ते उन्हीं में से एक एंकर है,जय श्री राम
@bhartiraval36049 ай бұрын
Om nmo shivaay pranaam 🙏🏽 😊
@ashokkashyap61358 ай бұрын
DANT KATHAA H...LOG ISILIYE DHAR KA MAZAAK UDATEN H.. JAY SHREERAM
@biplavmansingh16807 ай бұрын
रामायण ऐसेहि रंगिलाअों कि बयान है ।
@odhavrajgor292911 ай бұрын
पंचकन्या में द्रौपदी, अहिल्या, कुन्ती, मंदोदरी, अनुशूया पे भी कृपा करके video बनाए
@shankarlalsaraswat628311 ай бұрын
अनुसूया पंच कन्याओं में नहीं हैं। अनुसूया सती हैं। उन्होंने अपने पति के अतिरिक्त कभी किसी के वारे में स्वप्न में भी नहीं सोचा। उन्होंने तो ब्रह्मा विष्णु महेश को भी बच्चा बना दिया था। पाँचवीं कन्या तारा थी। पंच कन्या वो हैं जो एक से अधिक लोगों से संबंध बनाने के बाद भी पवित्र मानी गई हैं। या तो उन्होंने एक से अधिक विवाह किए थे या विवाहेतर संबंध बनाये थे। द्रौपदी के पाँच पति थे। तारा ने बालि की मृत्यु के बाद सुग्रीव से शादी कर ली थी। मंदोदरी के विवाह पूर्व बालि से अंगद का जन्म हुआ था और बाद में विभीषण से विवाह किया था। अहिल्या का तो इंद्र से संबंध बताया ही गया है। कुंती के पांडु से कोई पुत्र नहीं था। चार पुत्र सूर्य, धर्म, पवन और इंद्र से उत्पन्न थे। लेकिन इन पाँचों को इस सबके बाद भी पवित्र निष्पाप और कन्या माना गया है। अनुसूया तो परम सती थीं जिनसे सीता ने भी पतिव्रत की शिक्षा प्राप्त की थी।
@chandipdixit547511 ай бұрын
❤
@vishalratdiya123411 ай бұрын
Which app u used for images?
@ratankumaryadav380111 ай бұрын
Courts take years to trace the truth for incidents happening before us,for happenings that underwent thousands of years back,whom to trust, enlightened people say, public is talking. Secondly who was Indra and how to locate him now, enlightened people argue with curiosity,public is asking in support.
@mangeshkumarman41442 ай бұрын
वैसे ये कहानी कहाँ से निकाले हो?? किताब का नाम बताइए??
@avanishkumar364311 ай бұрын
Bahut sundar ; ye lampat devtaon aur tathakthith lanth avam trikaldarshi rishiyo ki gardhabh buddhikatha matra hai aur kuchh nahi ?? En gautam ko nyay ka kinchitmatra bhi gyan na tha vo nyaayshastra kyaa rachenge ??? Jia ho sanatan gyan ki aaj es gyan ki sakht zarurat hai !! Esi gyan se bharat fir vishvguru ho jayega 2029 tak !!!
@सत्यकीखोजपोस्टमार्टम10 ай бұрын
श्रीमान जी इस कहानी में कहीं भी कोई भी सच्चाई नहीं है यह कहानी झूठ है भगवान श्री राम गुरुकुल में पढ़ते थे विश्वामित्र जी के ओर गुरुकुल की कुछ मर्यादा होती है गुरुकुल में 25 वर्ष से पहले किसी भी अश्लील कथाओं की जानकारी विद्यार्थियों को नहीं दी जाती आज भी गुरुकुल में यह परंपरा चलती है 25 साल तक विद्यार्थी ब्रह्मचर्य का पालन करता है दूसरा जब आप रामायण के बाल कांड मे इस किस को पढेगे तो जब भगवान श्री राम प्रश्न करते हैं तो उसे प्रश्न से ही विदित होता है कि यह मिलावट है क्योंकि भगवान श्री राम अपने गुरु से प्रश्न करते हैं कि हे गुरुदेव इतना सुंदर इतना व्यवस्थित इतना रमणीक आश्रम किसका था जब वह सुंदर है रमणीक है व्यवस्थित है तो वह था नहीं हो सकता वह है इस गलत परसों के ऊपर ऋषि वाल्मीकि जी भगवान श्री राम को इस अश्लील कहानी को बताते हैं जो की पूर्णता महर्षि गौतम का अपमान है ऐसा क्यों किया उसके पीछे कारण है विदेशी आक्रांत को हमारे देश से हमारे शास्त्रों को गलत साबित करना था उन्हें गलत साबित करने के लिए उनको लिखने वाले ऋषियों को ही गलत साबित कर दीजिए तो उनके लिखी हुई ग्रंथ अपने आप गलत ठहराये जाएंगे यही ऋषि गौतम के साथ भी हुआ महर्षि गौतम ने न्याय शास्त्र के रचना की उसे न्याय शास्त्र को गलत साबित करने के लिए महर्षि गौतम से ही अन्यय करा दिया आज हम लिखने के लिए जी लिपि का प्रयोग करते हैं वह महात्मा इंद्र की ही देन है शल्य चिकित्सा महर्षि धन्वंतरि जी को महात्मा इंद्र ने ही सिखाई थी इतने विद्वान इतने पराक्रमी तेजस्वी व्यक्ति कभी भी वासना के अभिभूत नहीं हो सकता यह हमारे महापुरुषों का अपमान है किसी की सुनी हुई बातों पर विश्वास ना करें रामायण में खुद पढ़ें देखें कि कितना सच और कितनी मिलावट है कीमती समय निकाल कर पढ़ने के लिए धन्यवाद
@mohitmittal647410 ай бұрын
Shrimaan, valmiki Ramayan ke anusaar 25 saal ki aayu mei Shri raam ko vanwaas mil gaya tha.
@aryansarbta575710 ай бұрын
Veer g ye jo jo aap dhanva try rishi ke sath lipi sikhane wali baat kar rahe hai pls batayenge ki vo lipi or bhasha kon si thi or kon se time period ki hai dhanyavad sahit.
@SureshKsahu9 ай бұрын
5freeTV inNo I cup bioE @@mohitmittal6474
@GayatriDevi-ky3pp8 ай бұрын
😊
@irayyabbijapur6328 ай бұрын
Agar tume eh lagta hai sambhog ashlil hai toh yad rahe tum khud ashlilta ki paidaish ho. Isme indr ne aur ahilya ne galti ki unko saja mili matter khatm eh ehi sikhata hai jo karoge vo bhogoge. Bkl tume pata bhi hai milavati shlokonko kaise pehechana jata hai Akshar+matra+vritth+chandas in sab me vh khada na utare toh vo milavati hoti hai oreonamazi 😂😂😂😂
@gabbarsingh75211 ай бұрын
❤ aur kahani batao sir
@arpitaacharjee575017 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@amitarunOFFICIAL11 ай бұрын
Owl
@aksaichin11 ай бұрын
Sundar prastuti.❤
@mangeshkumarman41442 ай бұрын
पुराणो मे इतनी बेव्कूफ़ी भरी है की हसी आती है. जिसमे एक पुराण की बातें अन्य पुराण मे अलग आती है..
@Supremegod10914 күн бұрын
Ye mngadhant hai satya kuchh aur hai
@kanchansingh119810 ай бұрын
भाई आप टाइटल सही दीजिए,अपने वीडियो का।
@subhashmangla2805 ай бұрын
Es ka heading hi galat hai
@rajsingla77115 ай бұрын
ऐसी कपोल कल्पित धार्मिक कहानियों को परोस कर सनातन धर्म को कलंकित नहीं करना चाहिए।धर्म में नए लोगों में आस्था पहले ही कम हो रही है इसे और नहीं बढ़ाना चाहिए।
@pramodkumarroy96512 ай бұрын
Valmiki ramayan padho tum bhi jan jaoge
@makhanchouhan7196 ай бұрын
JAI guru dev Naam Prabhu ka sangat guru ki kirpa hamesha bani rahe........ Guru Paras saman hai anthah aise samjho ki Paras ko Sona arthat kanak karta hai laikin guru Paras sebhi bada gun hai jo apne jesa ban jata hai.....yahi guru lakshana hoti hai. 🎉
@daya93599 ай бұрын
In Greek Mythology Indra was Zeus and when they invaded India 5,000 years ago, Indra and his troops stole the Ladies of fallen Ancestors and ran 🏃♂️ away to Kashmir Tibet region, when they conceived Kali ,Durga, Chandi and with Honeytrap Ladies and Vissh Kannya Girls defeated our Ancestors of Indus Valley Civilization, Jambudweep Bharat India. Deva-Asur Sangram is the proof of Aryan Invasion 4,524 years ago. Jay Bheem Namo Buddhaye, Jay SAMVIDHAN, Bandagi Saheb.
@LaxmiKumari-lo6mu11 ай бұрын
Rani laxmibai pr ek kahani bnaiye sir aap ❤
@rosyvijay17478 ай бұрын
उन्हे भी भारतीय नारी पर लांछन लगाते इन्हे लाज नही आयेगी।
@mangeshkumarman41442 ай бұрын
ये कहानी ब्रम्हवैवर्त पुराण पद्म पुराण से बातए...
@maheshaman488010 ай бұрын
आजतक नारी ही छली गई है
@dharameendamor98045 ай бұрын
Murkh ham ladake murkh banate aaye hai 😢
@nandankumarsumans738910 ай бұрын
Ye vidio kon sa garanth se lekar banaye hai aap
@mahiraj915111 ай бұрын
Bhaiya Aditya aur Nandini ki khani btaeye ye bhi Etihad khani hai real espe video bnaye please 🙏
@rakeshnarainseth8165 ай бұрын
Jai Shri Ram
@ramakantagrawal924421 күн бұрын
यह कहानी किस पुराण से लिख लिया गया है
@kanhaiyalalparashar831710 ай бұрын
असत्य कहानी मनगढंत है। अहल्या तो।पतिपरायणा थी।
@RajaRamSavita8 ай бұрын
Added 27:38
@tarakathayat83909 ай бұрын
💕🙏💕
@mahendradubey697411 ай бұрын
Stri ki har galti paap ho jati hai, purush ko har paap ke liye asani se mafi mil jati hai. Vrinda ka balatkar karke bhi vishnu shaligram ke rup me puje jate hain. Sita nirdosh hoke bhi dukh bhogti hai, ram rajya bhogte hain. Ye har yug me raha. Aaj bhi hai. Pati ka vyabhichar mafi yogya hota hai, patni charitraheen kehlati hai.
@MANDAKINIDEVI-jl1cg10 ай бұрын
Gyan bardhak kahaniya dets rahiye
@shree62323 ай бұрын
Jhuti khani batane ki jrurat nhi h shrm aani chiye ....jo ek bhramn ko shi batane ke liye usi ki patni ko sbdo ke throw bezzati ki ja rhi h ........mata ahliya ......vo khud bhi ek orat h uski izzat rkhna ......itni purani stree pr bhi kiched uchal rhe h aaj ke log story ke throw......aapke jese log chhiiiiii
@shakuntalapatel283210 ай бұрын
👍🙏
@RamnivasBhagat-l2x5 ай бұрын
Jay shree. Ram
@sarshtichaurasiasarshticha50034 ай бұрын
माननीय,न कोई देवी-देवता नहीं है बल्कि यह बहुत पूर्व समय पृथ्वी की..
@sanyogitakumari412011 ай бұрын
To Rishi Gautam ko sahi tharane ke liy aap devi ko galat bana de ye kaise baat hui. Jo katha humein gyaat hai uske anusaar to rishi ji trikaal darshi hone ke baad bhi krodh ke vas mei akar devi ko lage haath shraap dete hai aur baad mein jb Indra dwara chal dekhte hai apni drishti se tb Indra ko shraap dete hai aur jinki baat aap kar rahe hai vo bhi koi sadharan kanya nhi thi unka bhi apne upr purn sanyam tha aur vo pativrata thi isliy unhe bhagawan ne apnaya tha kyunki unki koi galati nhi thi. Dhanyawad 🙏🙏
@indrasuryavanshi93215 ай бұрын
😂ek to pati ke hote huye dusro se tapa rap karo or kehto ho koi galti nhi💦
@rekhasingh733211 ай бұрын
ये छ्द्म लोगों द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है ऐसी कहानियां आकर्षक आवाज़ में भ्रम फैला रही हैं
@raghabasahu19228 ай бұрын
सनात्तन धर्म इसी कहानी है बदनाम करने वाले हैं ईए लोक
@ratankumaryadav38013 ай бұрын
Videos with substantial proof must be submitted to some established facilities first,if approved ,then be presented before the audience, otherwise someone else will again cointrr it and the entire effort will go waste, many responsible persons are arguing, public is talking.
@marathi_mitr31972 ай бұрын
ye story jo he wo Trayambakeshwar Jotirling ( Maharashtra Nasik) ki katha he , jaha iss kahani me kaha ki maharshi Gautam ko nikal ne ke liye ye sab hua tha lekin Jotirling ki katha me kaha gaya he ki Mata Ganga ko shiv je se dur karne keliye Ganesh ji ne cow ka roop liya jo Gautam rishi ke haath lagate hi mar gai jisse unhe gau hatya ka paap laga use dhone ke liye gautam rishi ne nashik Trayambakeshwar me tapasya ki aur Shiv ji ne apni jata se ganga ko mukt kiya jaha Ganga dakshin ki Ganga ke room me Godavari roop me bahati he aur brahmagiri parvat par Godavari ugam sthan he .
@jayho19211 ай бұрын
के भाई जूठी कहानियां मत फैला इतनी जूठी कहानियां फैला रहा है😡😡😡