सहस्त्रस्य प्रतिमा असि यजुर्वेद 15.65 हे रुद्रदेव ! तेरी जो पुण्य से प्रकाशित तथा कल्याणमयी मूर्ति है , हे पर्वत पर रहकर सुख विस्तार करने वाले शिव , उस परम सत्य मूर्ति से तू कृपा कर हम लोगों को देख । श्वेताशतरोपनिषद 3:5 ऋग्वेद 6:47:18 परमात्मा अपनी माया द्वारा अनेक रूप बनाकर विचरता है । ऋग्वेद 3:27:3 परमात्मा बार-बार मत्स्य कूर्म आदि नाना रूप बनाता है । यजुर्वेद 31:19 परमात्मा गर्भ के मध्य में विचरता है यद्यपि वे अजन्मा है तथापि अनेक प्रकार से उत्पन्न होता है ।
@gautampandey18072 ай бұрын
@@Ahvaan ❤️🙇💯🚩☺️🙏🙏🙏 आपके चरणों में मेरा प्रणाम ❤️
@ChamanChy2 ай бұрын
@@Ahvaan तुम्हारी सारी पोल पट्टी ऋषि उवाच चैनल पर खुल चुकी है। पता नहीं इतनी छल माया कैसे आता है तुम्हें जो अपना ठीक ठीक परिचय भी नहीं दिया और शास्त्रार्थ चुनौती तो दी हुई है जाकर कर लो। अपना जग हसाई मत कराऔ असत्य को त्यागो सत्य को धारण करो बुरे आचरण छोड़ो अच्छा आचरण धारण करो। मुखौटा लगा के जाने वाले रावण कालनेमि के जैसा आचरण करने वाले। अपने ठीक ठाक परिचय दे देता शास्त्रार्थ बोलने से डर लगता है तो प्रश्न उत्तर बोलकर जाता इंटरव्यू क्या होता है भाई। इस वीडियो से आर्य समाज के बारे में लोक जानेंगे वह क्या बात बोली तुमने झूठे।
@sunilarya81782 ай бұрын
@@Ahvaan न तस्य प्रतिमा अस्ति ।
@Krishna932692 ай бұрын
@@sunilarya8178 वेद कें कोनसे मंत्र में लिखा है की परमात्मा अवतार नहीं ले सकता?? वेद बताओ पृष्ट संख्या बताओ मंत्र बताओ???
@Krishna932692 ай бұрын
@@sunilarya8178 संस्कृत में " निराकार " का वास्तविक अर्थ क्या है???
@TheSanatanShankarАй бұрын
अपने अच्छे तरीके से discussuin किया सारा clear हो गया आर्य समाज हो या कोई और हो सच्चाई को कोई दबा नहीं सकता, बाकि मेने आपका काम देखा है वीडियो मे बहुत सराहनीय काम कर रहे है आप 🙏
@surendersingh2525Ай бұрын
मुस्लिम मौलवियों के सामने पोराणिक पंडितों की बोलती बंद हो जाती है तब आर्य समाज ही उनको जवाब देता है
@VaibhavShukla-dr2dfАй бұрын
@@surendersingh2525 arya samaj musalmanon se hindu ladkiyon ki sadi krwa dete hai
@TheSanatanShankar18 күн бұрын
@@surendersingh2525 ये तुम जैसे फैलाते है झूठ बेटा मेरे चेंनल पे देख मेरे जैसे वैदिक पुरानीको ने भी जबाब दिए है और आगे भी देंगे, 150 साल पहले सुरु हुए किसी पंत से सनातन धर्म नहीं चलेगा ये चलेगा वेद और पुराणों से
@TheSanatanShankar4 күн бұрын
@@surendersingh2525 ये तुम्हारी नफरत हैँ पंडितो से, इतनी जलन क्यों? इस video मे आर्यसमाज वाली मैडम तो जबाब नहीं दे पायी ये भी आर्य समाजी हैँ, अब ये कह सकते हैँ की आर्य समाज वैदिक-पूरनिक के आगे फ़ैल हैँ
@akshatjoshi_025 күн бұрын
🙏🚩Shrimad Jagadguru Shankaracharya Mahabhaag🙏🚩
@kakashi66812 ай бұрын
He is trying to be respectful, but she is in very attitude. And in teaching mode,not trying to understand his argument.
@Vivek_singh_s12 ай бұрын
उन महिला को शास्त्रार्थ का श भी नही पता। अभी शास्त्रीय नियम बता दिया जाता कि हारने वाले को जलसमाधि लेनी होगी तो बैठती भी नही।
@Truesantam2 ай бұрын
No bro she is respectful but bro is not able to understand her words.
@bhawanasharma1067Ай бұрын
She is replying with respect. After asking first question when she gave the answer and he agreed with "ji" then why he is repeating question. If he is not satisfied with the answer then ask her to explain more.
@a.p.optical8904Ай бұрын
@@Vivek_singh_s1भाई साहब सस्त्राथ का श तो इन भाई साहब को भी नही पता है अगर सस्तार्थ करना है तो एक भाषा एक विसय और एक निर्णय करता होना चाहिए इस सस्तर्थ के इन महायसा ने तर्क किया हो कहा है सिर्फ कुतर्क के अलावा
@kddahiya4339Ай бұрын
आर्यसमाजी कुतर्क ही करते हैं । इनके पास solid logic नहीं होता क्योंकि ये संस्था जोड़-तोड़ के आधार पर खड़ी की गई थी इनका संस्थापक ही अंग्रेजों का एजेंट था
@HaridevSharma-rc1jv2 ай бұрын
हमारे पूर्वज आर्य थे और देश का नाम आर्यावर्त था आर्यावर्त से भारत और बाद में हिन्दू स्थान इण्डिया हुआ। वाल्मीकि रामायण और महाभारत में आर्य शब्द मिलता है हिन्दू शब्द नहीं आर्य समाज कोई नवीन मत नहीं है सत्य सनातन वैदिक धर्म का ही संरक्षक है। महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज को शत् शत् नमन्।। जय श्री राम ।। जय श्री कृष्ण।। जय आर्य वीर।।
@sourabhmehra7052 ай бұрын
Inki hindu shabd baalu vedio dekhe niruttar reh jaoge 😅😅
@sunilarya81782 ай бұрын
@@sourabhmehra705 तो क्या देश का नाम आर्यावर्त नहीं था ?
@sunilarya81782 ай бұрын
@@sourabhmehra705 संकल्प पाठ में हिंदुस्तान शब्द क्यों नहीं जम्बूद्वीपे ,भरतखंडे,आर्यावर्ते है
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@sunilarya8178 हां तो ऐसे तो में तुमसे बोलूं की आप वेदों में सत्यार्थ प्रकाश का वर्णन कहा है वो बताओ आप बता पाओगे जब वेदों में सत्यार्थ प्रकाश का वर्णन नही है तो आप क्यों पढ़ते हो उसको ?
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@sunilarya8178 यह भी था
@queroxuwu2 ай бұрын
Shivansh bhaiya's patience level..📈📈📈
@Kian_Edits_112 ай бұрын
Mere me itna patience nai hai mera toh Rishi Dayana... sunte hi dimaag kharab ho jaaye 😅
@policeaurpublic78432 ай бұрын
@@Kian_Edits_11aapki bhi aurangzeb ki tarah nikal jati h qya
@TheHiddenThingsАй бұрын
गुरु परंपरा का सवाल ईसा और मोहमद वालो से पूछता तो मै इसको पक्का क्षत्रिय मानता।।
@kddahiya4339Ай бұрын
आर्यसमाजी कुतर्क ही करते हैं । इनके पास solid logic नहीं होता क्योंकि ये संस्था जोड़-तोड़ के आधार पर खड़ी की गई थी इनका संस्थापक ही अंग्रेजों का एजेंट था
@kddahiya4339Ай бұрын
@@Kian_Edits_11 आर्यसमाजी कुतर्क ही करते हैं । इनके पास solid logic नहीं होता क्योंकि ये संस्था जोड़-तोड़ के आधार पर खड़ी की गई थी इनका संस्थापक ही अंग्रेजों का एजेंट था
@Rajeshkumar-tv2of2 ай бұрын
आचार्या जी ने वैदिक सिद्धांत को बहुत अच्छी तरह प्रस्तुत किया है। हठी स्वार्थी लोगों ने समाज का विनाश किया है।
@kuldeepkumarkuldeepkumar56112 ай бұрын
आर्य समाज की बात में बिल्कुल दमहै
@protein_powderАй бұрын
Bataiye kaise
@Splitmanish2 ай бұрын
Hats off to the patients level of Shivansh Bhaiyya 😅
@Hiamlalit2 ай бұрын
I was about to say this
@TheHiddenThingsАй бұрын
कुतर्क को सहन करना भी बहुत धैर्य और धर्म का काम है। जो माता जी ने कुशलता से किया।
@kddahiya4339Ай бұрын
आर्यसमाजी कुतर्क ही करते हैं । इनके पास solid logic नहीं होता क्योंकि ये संस्था जोड़-तोड़ के आधार पर खड़ी की गई थी इनका संस्थापक ही अंग्रेजों का एजेंट था
@netaramarya2 ай бұрын
कोई किसीकी पूजा करे आर्य समाज को आपत्ति नहीं है, आर्य समाज अपने सिद्धांत किसी पर जबरदस्ती नहीं थोपता, व्यक्ति अपने विवेक और बुद्धि से जान समझ कर ही वास्तविकता को जीवन में उतारता है .
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
अच्छी बात है ना तो पर आर्यसमाज की एक बुरी आदत है जब कोई दयानंद जी पर कुछ कटाक्ष, या सत्यार्थप्रकास पर कुछ कटाक्ष करता है तो उनको बुरा लगता है सबको नोटिस भेज देता है जब आर्यसमाज के लोग खुद भगवानो का अपमानजनक बाते करता है किसी साधु संतो का अपमान करता है तब उनको बुरा नहीं लगता है जब कोई बोलता है तो बोलते है वो आर्यसमाज से नहीं है (जबकि वे लोग आर्यसमाज के कार्यक्रम में अहम पद पर दिखाई देते है) अब ये बहन ही देख लो ये जिनके साथ लाईव करके आई है उवाच जी उनका क्या क्या कांड किये है उन पर चुप है खुद ने भी कई बार शंकराचार्य जी का अपमान किया इसी आदत के कारण आर्यसमाज खत्म हो रहा है ये मैं नहीं कई आर्यसमाजीयों ने बोला है
@ranbirsingharya64412 ай бұрын
बहन जी ने बहुत ही तार्किकजवाब दिए अब सारे सवालों का जवाब होने के बाद प्रसन्नता को आर्य समाज बनना चाहिए
@ROHITPANDEY-eu3nv2 ай бұрын
आर्य समाज सनातन धर्म का वह जहर है जो न निगला जाता है न बाहर निकलता है। गंध है
@TheHiddenThingsАй бұрын
@@ROHITPANDEY-eu3nv पीकर देखा था क्या ?😂😂😂
@varunmediavlogАй бұрын
@@netaramarya जी सत्य कहाँ भाई
@aryasamajpanditdevvratarya81122 ай бұрын
बहुत सुंदर वाद संवाद वेद के बिना देश की वेदना दूर नहीं होगी कितनी सुन्दर ज्ञान पूर्ण बात कर रही है आज की नारी लोग कहते हैं स्त्री गायत्री मंत्र नहीं पढ सकती
@kddahiya4339Ай бұрын
आर्यसमाजी कुतर्क ही करते हैं । इनके पास solid logic नहीं होता क्योंकि ये संस्था जोड़-तोड़ के आधार पर खड़ी की गई थी इनका संस्थापक ही अंग्रेजों का एजेंट था
@LordDajjal4322 ай бұрын
Muje rona aa rha kis tarah se arya samaji sastra ke sath atyachar kiya. Jitna sunta hu dil karata hai.
@SolarPlexus032 ай бұрын
Acharya Dajju 🙄 group mein aao Paglet 😮
@pifacts222 ай бұрын
सर्वशक्तिमान का अर्थ जन्म लेना नही होता । जो सब करने में सामर्थ्य है ,उसे जन्म लेने की क्या अबस्यक है ?? जो जन्म होगा तो फिर मृत्य होगा की नही ? फिर अजन्मा कैसे होंगे??
@varunmediavlogАй бұрын
बिल्कुल सही कहाँ
@onlykrsnaАй бұрын
सर्वशक्तिमान का अर्थ जन्म लेना नही होता । - vedon mina kahna likha hia ? जो सब करने में सामर्थ्य है ,उसे जन्म लेने की क्या अबस्यक है ?? - vedon mina kahan likha hia ? जो जन्म होगा तो फिर मृत्य होगा की नही ? - hogi, फिर अजन्मा कैसे होंगे?? - kyun ki sarvskhatiman avtar lete hian , AVTARIT hona , janam lene mian antar hia
@pifacts22Ай бұрын
@@onlykrsna अब्रणम अस्नावीरम अकायम तो लिखा है .. इश्का अर्थ क्या हुआ फिर
@varunmediavlogАй бұрын
@@pifacts22 सत्य कहाँ भाई
@Samir20112Ай бұрын
Hm acha Bhai jisko tum sarvshakti Maan hai us main khud ko janam dene ki shakti nahi kyunki uska swbhav manushya jaisa hai ki wo karna nhi chahta wo sharvshakti Maan ka matlab Jo chahe wo kar sakta hai uska matlab fir kya hua
@NaveenVyas-sn4gl2 ай бұрын
🚩🙏 पुरी पीठाधिपति शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी के चरणो में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩🙏🚩
@sanataniGist2 ай бұрын
ऐसे ही काम करते रहिए ❤❤❤❤ आप को ईश्वर अश्रीवाद प्राप्त हो ।
@bikashraut6452 ай бұрын
यह नमाजी साकार का मतलब सम्पूर्ण व्यापक ईश्वर एक जगत इकट्ठा हो जाता है 😂😂 , बार बार ॐ नाम कहता है , पर यह नाम उसका है यह कैसे पता ? ऋषीगण ने कहा , तो ऋषीगण को कैसे पता ? क्या ईश्वर ने कहा है की यह मेरा नाम 😂
@धर्म-अधर्म2 ай бұрын
@@bikashraut645 यह अनार्य नमाज़ी स्त्री --- भूल से श्रीकृष्ण को भगवान् कह दी यानी भूल से सगुण-साकार स्वरूप को स्वीकार करली ।। 😂😂😂
@MANOHARSHARMA-zt2qg2 ай бұрын
@@धर्म-अधर्म bhai tumaraha number bhejo na tumse kuchh Baat karna hai
@MANOHARSHARMA-zt2qg2 ай бұрын
@@bikashraut645 apna number do na bhai ak baar charcha karte hai
@PriyankaJankar-dc3yn2 ай бұрын
Right@@धर्म-अधर्म
@gautampandey18072 ай бұрын
❤ Superb भ्राता श्री 🙏 जो सिद्धांत या जिसका बात खुद से कटता जाए, क्या वह सनातन सिद्धांत के रूप में स्वीकार योग्य । जवाब नहीं। ❤ सैद्धांतिक एकत्व स्थापित हो वन्दे मातरम् जगतगुरु शंकराचार्य 🚩 भगवान की जय नारायण हर हर महादेव ❤
@gautampandey18072 ай бұрын
@@ShankraCharya-u5c ❤️ वन्दे मातरम् ❤️ आपके भाव स्वाभाविक है भ्राताश्री 🙏 आपके मन में यह प्रश्नआना गौरव का विषय है 🙏 किंतु एक बात बताइए, महाविद्यालय में अव्यवस्था प्रकट होने पर क्या विद्यालय के नियमों को लांछित करना उचित है। नहीं। विद्यालय में आई आ-व्यवस्था विद्यालय के तंत्र एवं छात्रों के निष्ठा से अध्ययन ना करने के स्थान पर अपने मानसिक प्रमाद की पुष्टि के कारण होती है। हम अपना प्रमाद खत्म कर दें, अव्यवस्था का शोधन हो जाएगा। दूसरों को ना देख कर हम अपने दायित्व का निर्वहन करे , राष्ट्र परिवार धर्म के प्रति दूसरे देखकर स्वयं सत्य मार्गी हो जाएंगे किंतु उससे पहले धैर्य पूर्वक समझना अनिवार्य है और रही बात ढोल नगाड़े की फैक्ट्री में क्या हो रहा है किसे पता हम बस यह कर सकते हैं, विश्वास पात्र से खरीदें उनका प्रॉफिटआना बंद सब ठीक होगी। एवं आप गौरव कीजिए, अहिंसक जीव की रक्षा का विधान है सनातन धर्म🚩 में, एवं गौ माता की निस्वार्थ भाव से सेवामात्र से शालीनता , चरित्र निर्मलता एवं ज्ञान प्राप्त होता है। यदि आपको समझ आ गया है,तो अपना कमेंट डिलीट कर दीजिएगा, इसलिए नहीं बोल रहा डिलीटकरने को कि आपकाप्रश्न गलत है, जो जो पढ़ेंगे उनके मन में शंका व्याप्त हो जाएगी, भैया जी 🙏एक बात और समझने में क्रोध क्रोधमत करिएगा किसी को भी समझना होगा तो समझ जाएंगे, क्रोध में अशब्द निकलेगा आपके मुंह से उसका तो कुछ नहीं जाएगा, आपकी चैन और नींद दोनोंचली जाएगी और उसके अज्ञान को और बल मिल जाएगा, जिन्हें समझाना होता है वह समझ जाते हैं, नहीं तो सतयुग से त्रेता द्वापर औरकलयुग आ गया नहीं तो गिर के समझते ही हैं। बाकी आपके प्रश्न पूछने की चेष्टा को नमन है 🙏 प्रणाम ☺️ ❤️ वन्दे मातरम् नारायण शंकराचार्य 🚩 भगवान की जय हर हर महादेव ❤️
@yogendrarathore19702 ай бұрын
To badal lo dharma gau ki chamdi ki use ata he@@ShankraCharya-u5c
@KalpanaSaxena-k6m2 ай бұрын
बहुत सुंदर चर्चा आदरणीया निष्ठा जी ने बहुत ही सरल ढंग से समझाया।
@satyanandsaraswati31732 ай бұрын
यह केवल दुराग्रह लेकर आया है,सत्य जानने और जनाने के लिए विचार विमर्श करना इसका लेशमात्र भी अभिप्राय नहीं है,यह तो जबरदस्ती परमेश्वर को भी जन्म मरण में बांधना चाहता है, यह आध्यात्मिक विषय का अधिकारी ही नहीं है,यह चाहता है मुझ पर कोई कष्ट आए तो परमेश्वर अवतार (जन्म) लेकर रक्षा करने आए लेकिन ईश्वर तो सब द्वन्द्वों से परे है, प्यास की अनुभूति के बाद प्यास की निवृत्ति के लिए ईश्वर रचित न्यायोचित व्यवस्था में जल के पीने का व्यवहार करके प्यास का कष्ट दूर किया जाता है,, व्यर्थ का कुतर्क करने से सत्य का बोध कभी नहीं हो सकता है, अथातो ब्रह्म जिज्ञासा अथातो सत्य जिज्ञासा का दृढ़संकल्प धारण किए बिना कोई सत्य असत्य का विवेचन कर ही नहीं सकता। अरे द्विवेदी आपने कौन से दो वेद पढ़े हैं, आपने तो केवल कुतर्क करना ही सीखा है,आप अपने जीवित माता पिता की सेवा करें या न करें बल्कि अपनी जड़ मूर्ति पूजा करने की अवधारणा को सार्थक करने के लिए अपने माता पिता की संगमरमर या स्वर्ण की मूर्ति किसी कलाकार से बनवाकर खीर पूड़ी लड्डू खिलाया कीजिए, फिर मल-मूत्र त्याग कराइये, स्नान कराइये ---इस प्रकार चेतन प्राणी की तरह सार्थक व्यवहार करके दिखाइये फिर तो आप ईश्वर से भी बड़े ज्ञानी बन जाओगे, ईश्वर को अवतार और शरीर में बांधने की कितनी उत्कट कामना दिखा रहे हो, कुतर्क , मूर्खता और महत्त्वाकांक्षा को छोड़कर ठण्डे दिमाग से बतलाइये कि देह के बन्धन में आना पाप का दण्ड है या नहीं, शरीर का बन्धन दुख भोगने के लिए कारागार है या नहीं, विद्वानों ने तो शरीर के बन्धन को आलंकारिक वर्णन करते हुए कहा है कि बन्धन तो बन्धन है,बन्धन दुख रूप है कोई शरीर लोहे की बेड़ी के समान है तो कोई शरीर सोने की बेड़ी के समान है,, और आप हैं कि ईश्वर को भी आप अपने समान घसीटने की गलती कर रहे हैं, यदि आपकी अवतार की धारणा मान लें तो एक राष्ट्र भक्त राजा युद्ध के समय संकटकाल में ईश्वर को अवतार लेकर आने की प्रार्थना करे और ईश्वर भी चटपट शरीर धारण करके हाथ में शस्त्र लेकर राजा के लिए युद्ध करने आ जाए और सेना को कुछ न करना पड़े, और जो दूसरे पक्ष का राजा भी प्रार्थना करे तो क्या उसके लिए भी अलग से दूसरा शरीर धारण करके प्रकट हो सकता है, और यदि सब भक्तों की प्रार्थना सुनेगा तो क्या न्याय कभी हो सकेगा, इसी ईश्वर के अवतार के राजरोग से ही हिन्दु लोग म्लेच्छों के हाथों मारे गए हैं,अब बांग्लादेश की स्थिति देख लीजिए प्रतिमा पूजन जैसी अन्धधारणाओं के आश्रय में अविद्याग्रस्त रहने से कैसी परिस्थितियां उत्पन्न हो गई हैं,,,, अब भी निश्छल जीवन धारण करके मानवता की रक्षा कीजिए अन्यथा आप सीधे सादे लोगों को ठगने के लिए प्रतिमा की आड़ में अनन्त पाप बटोरकर नीच योनियों में धक्के खाते फिरोगे,,,
@themukesh.k2 ай бұрын
भाई आप ने बहुत बेतुके प्रश्न किए, जानबूझकर अज्ञानता को बढ़ावा देने में लगे हो, देवी जी ने बहुत ही सुन्दर तरीके से उत्तर दिए, अब आपको ज्ञान नहीं भाता तो अज्ञानता में पड़े रहो, महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने सनातन धर्म के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी नहीं किया, उन्होंने तो ईश्वर को प्राप्त करने के लिए योग का मार्ग और ज्ञान को प्राप्त करने के लिए बहुत अधिक जानकारी प्राप्त करने मार्ग की प्रेरणा की, धन्यवाद 🙏🚩
@user-SanatanRaj2 ай бұрын
@@themukesh.k बन्धु वैदिक सिद्धान्तों का पालन करने व तार्किक व्यक्ति को लोग अंधविश्वास और पाखण्ड में कभी नही फसता है और वे व्यक्ति उस महिला द्वारा बात को समझाने के बाद भी बाल की खाल निकाल रहा है मतलब डिनायल मोड में है
@avinashsrivastava4362 ай бұрын
देवी जी के पास कोई तर्क नहीं है इसलिए वो सुनना ही नहीं चाहती ...... अपना ही बात बोले जा रहीं है । मूर्ति में भगवान नही होते पर मूर्ति को भगवान् की प्रतिमूर्ति मान कर पूजा जाता है ।
@avinashsrivastava4362 ай бұрын
मैडम बहुत एरोगेंस है ,भाई कितना शांति से तर्क कर रहा मैडम के पास तर्क नहीं बस कुतर्क है , कोई दूसरा विद्वान को बैठाओ जो केवल अपनी जिद नहीं तर्क और ज्ञान का परिचय दे।
@avinashsrivastava4362 ай бұрын
कितना संयमित है भाई तो ,कैसे झेल रहे हो इन देवी जी को..😂😂
@user-SanatanRaj2 ай бұрын
@@avinashsrivastava436 ये परंपरा तर्क वितर्क और शास्त्रार्थ की होती आयी है आर्य समाजी तर्को और प्रमाणों पर चर्चा करते है बी ए सिर पैर की बातों से नही है आर्य समाज जो बौद्धिक स्तर है वह उनके सामने बैठे युवक का नही है और उस युवक के सपोर्ट करने वालो का भी। इसलिए बहुत पौराणिक लोग आर्य समाज से जुड़ रहे है जो कि ऋषियों मुनियों की मूल वैदिक सिद्धांतो को फॉलो करते है मैं इस महिला की बात से पूर्ण सहमत हूँ
@patrioticpoet21june972 ай бұрын
आचार्या जी ने बहुत अच्छा समझाया
@LokendraSingh-p2h2 ай бұрын
आधुनिक गार्गी, डा० निष्ठा जी आपके तर्कसंगत उत्तर सराहनीय रहे। ये साक्षात्कार और संवाद कम कोई सुनियोजित कुतर्क अधिक समझ में आते हैं, भाईसाहब को परमात्मा सही मार्ग दिखाये ऐसी कामना है।
@sourabhmehra7052 ай бұрын
Kutark kya hota hai unhone sahi tark hi kiye bhai jab hame bhoonk lagti hai bhoonk dhikhai nahi deti per uski nivrati sagun sakar bhojan se nivrat hoti hai toh ese hi nirakaar hi prapti sakar se hoti hai isme konsa kutark tha 😂😂 chalo ab didi ji kaha kaha jabab nahi de pai bo bhi dekhlo 16:11 , 45:48, 43:06, 44:35 yaha is is point per didi ke pass koi jabab nahi hai or unhone bola dusra sawal pucho 😂😂
@rahulyaduwanshi65612 ай бұрын
जो महाशय बहन जी के साथ बोल रहे हैं वह कुतर्क करे जा रहे हैं और जो अंधभक्त हैं वह उनकी तारीख में कसीदे पढ़े जा रहे हैं किसी को भी यहां जरा सा भी ज्ञान नहीं है कुछ लोग वेद के झूठे झूठे मित्रों को लाकर उनका सही उच्चारण ना कर कर उनके अर्थ को दिखा रहे हैं कि वेद में की मूर्ति पूजा लिखी हुई है अरे भाई साहब बड़े बड़े विद्वान वेद में मूर्ति पूजा नहीं पहुंच पाए तो यह जो कुछ ज्ञानी लोग हैं वह मूर्ति पूजा उसमें खोज कर देख रहे हैं मुझे लगता है कि संस्कृत का अर्थ इन लोगों को लग रहा है कि पाकिस्तान से सीख कर आ रहे हैं😅
@TheHiddenThingsАй бұрын
ईश्वर निराकार हे और मनुष्य साकार तो उदाहरण कैसे दे सकते हो मनुष्य का।
@kddahiya4339Ай бұрын
कुतर्क बहन जी कर रही है , interviewer नहीं । आर्यसमाजी कुतर्क ही करते हैं । इनके पास solid logic नहीं होता क्योंकि ये संस्था जोड़-तोड़ के आधार पर खड़ी की गई थी इनका संस्थापक ही अंग्रेजों का एजेंट था जिसका काम समाज सुधार के नाम पर हिंदू धर्म को नीचा दिखाना और तोड़ना था ।
@UK-pahadi19882 ай бұрын
आर्यसमाजी जाति व्यवस्था खत्म करना चाहते है परंतु शंकराचार्य समुदाय जाति व्यवस्था रखना चाहता है जो राष्ट्र के लिए सही नही इससे हमारे दलित समाज कट रहा
@akhileshbhatt28232 ай бұрын
Wo log varn vyavastha ko laana chahte hain aur jaatiyon ka khandan karte hain
@omkarparadkar2 ай бұрын
Great job, Shivanshu Bhaiyya! Jai Shree Raam! Har Har Mahadev!
@TheHiddenThingsАй бұрын
आर्य समाज भी वही कार्य कर रहा है। इस भाई के जैसे काशी में पंडितो ने शस्त्राय करने के लिए ऋषि दयानंद को बुलाया था। बुला तो लिया था । लेकिन पीछा छुड़ाना भरी पद गया था।
@r.v9852 ай бұрын
माताजी ने बहुत ही अच्छी तरीके से आर्य समाज की बातो को बताया है उन्होंने अपने तरीके से बहुत ही अच्छा इंटरव्यू दिया. लेकिन ईश्वर के बारे मे और वर्णव्यवस्था के बारे मे थोडा ठीक से बता नही पायी..
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
हाँ सही कहाँ
@sourabhmehra7052 ай бұрын
एक विचित्र बात है माता जी कह रही थी की कृष्ण भगवान यदा यदा हि धर्मस्य वाले श्लोक में परमात्मा से प्रार्थना कर रहे है की वो मुझ जैसे किसी आप्त पुरुष को भेज दें जब अधर्म हो तो अब माता जी के अकॉर्डिंग एक मनुष्य की प्राथना ईश्वर को सुननी चाहिए पर आर्य समाज का ईश्वर कितना पक्षपाती है की एक व्यक्ति के मन में इक्षा हो रही है की ईश्वर अपना रूप दिखाए अवतार ले ईश्वर वो प्राथना स्वीकार नहीं कर पाएगा माता जी अपनी ही बात को काट दिया ये है आर्य समाज का सामर्थ्यवान ईश्वर जो एक तरफ तो भगवान कृष्ण जो की आप्त पुरुष है उनकी प्राथना स्वीकार कर रहा है पर एक समान्य मनुष्य की अवतार बाली प्राथना स्वीकार नहीं कर सकता
@YT_6jhbvc2 ай бұрын
@@sourabhmehra705 Saamanya manushya apne klliy prarthna kar rha hai ,,, Aur jiski prartha aise swikaar hoti hai , uako Ishwar ke bahut pelhle hi Shakshatkaar ho jata hai .. Ye lolu polu jaise ishwar se paida hone ki ichha nahi karte , agar wo krushn jaise aapt purush ki baat karo to .. Kaafi Balak buddhi ho... Tark sahi jagah lagao ..
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@YT_6jhbvc तो आपके अनुसार जिनको साक्षात्कार नही हुआ आपकी भाषा में lolu polu log मायने नहीं नही रखते ईश्वर के लिए उनकी प्राथना ईश्वर नही सुनते या फिर नजरंदाज कर देते है
@YT_6jhbvc2 ай бұрын
@@sourabhmehra705 lolu polu. Log nahi .. Balki aise lolu polu type Prarthna .... Ye to tum ache se samjhte hoge .. Ishwar kis par kripa karta hai .. Kaise jan ishwar ko prapt hote hai...kitna tap , shubh karm karne hote hai ..
@bklnews72 ай бұрын
गार्गी और मैत्रीय है माता जी
@ShubhamMishra-ed7mb2 ай бұрын
33.00 गुरुभाई ने पकड़ लिया अपने जपत में, ईश्वर के सहनीय एवं असहनीय व्यव्हार पर
@AbhishekKumar-kj6qe2 ай бұрын
जा पर कृपा राम की होई। ता पर कृपा करहिं सब कोई॥ जिनके कपट,दम्भ नहिं माया। तिनके ह्रदय बसहु रघुराया🙏📿🙏《🌹 "जय श्री राम " 🌹》🙏
@ujendersingh92032 ай бұрын
ये महानुभाव नेअगर योग सूत्र का सिर्फ अध्ययन ही कर लिया होता तो ऐसे प्रश्न ही नहीं करते।इनका वेद अध्ययन शून्य है बच्चों जैसे प्रश्न कर रहे हैं। जैसे किसी अबोध बालक ने प्रश्न किया कि पृथ्वी गिरती क्यों नहीं गुरु जी हैरान लेकिन तभी एक बौद्ध गम्य बालक ने प्रश्न किया कि धरती गिरेगी कहां? आकाश में ऊपर नीचे कुछ नहीं होता और सब ग्रह गति मान हैं । लेकिन वो पहला बच्चा फिर भी प्रश्न दोहराता रहा तब गुरु ने उसको समझाया कि एक दूसरे के आकर्षण से टिके हुए हैं तब समझ गया लेकिन ये महानुभाव पहले से सोच कर आये हैं कि मुझे समझना ही नहीं है बस किसी तरह से देवी जी को उलझाया जाय यही इनका प्रयोजन है
@ujendersingh92032 ай бұрын
बन्धु वर हठ एवं दुराग्रह छोड़ कर थोड़ा सा वेदों के आधार पर सोचो तब आपको इन देवी जी की बात समझ में आएगी
@pramodmishra10Ай бұрын
महाशय..हठ,संकीर्णता और थोथा अहंकार छोङ किताब से बाहर निकल राम को भज लिजिए ,फिर सगुण ,निर्गुण और इन दोनों से भी परे परम तत्व का पता खुद ही चल जाएगा 🙏
@ManojKumar-xq8fk2 ай бұрын
37:15 किसी महापुरुष का चित्र लगाने से यह मतलब नहीं है कि उस चित्र में वह महापुरुष उपस्थित है , किसी महापुरुष के चित्र को देखकर उसके चित्र का भी आदर सम्मान किया जाता है क्योंकि किसी महापुरुष के चित्र को देखकर भी हमें उस महापुरुष के जैसा चरित्र रखने और उसके जैसे कर्म करनें की प्रेरणा मिलती है, किसी महापुरुष के चित्र लगाने से यह मतलब नहीं है कि वह महापुरुष उस चित्र या मूर्ति में आकर बैठ गया है
@srajandubey2 ай бұрын
1:04:29 mukhya roop se bhrahman hi bnaye jaate the, khud hi baat khud kaat diii 1:03:11 ved ka praman nhi hai jo bol rhi, dayanand ki likhi sanskar vidhi ko ved bol rhi.. Mithya-samaj 1:05:00 dayanand ji ki likhi hui sanskar vidhi aur khud baat ko khud hu kaat diya... Jab gurukul jaane se pehle tay ho gya ki bhrahman banega woh phir guru kaise varna ka nirnay karega .... Conclusion - apni mann maani theory banate rho.. Lago accha lage bas, sabse kharab vakta ki nishani - jo khud ki baat khud hi kaat de.... Jai siya ram 🙏
@shubhambahuguna51212 ай бұрын
दुबे भाई तुझे दर्शन पढ़ने की सख्त आवश्यकता है
@Electricalknowledge-ng6piАй бұрын
इस्कॉन वाले ही हमारे धर्म को उल्टा सीधा बताते हैं जिस वजह से आपस में विरोधाभास की स्थिति पैदा हो जाता है इन्हें एक्सपोज करना अति आवश्यक है आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं आपको ईश्वर सदा सफलबनाएं
@gambhirvasava35062 ай бұрын
सनातन धर्म रक्षक दीदी जी को नमन बहुत बधाई
@ShubhamMishra-ed7mb2 ай бұрын
भारत में सभी आर्य ही हैं किन्तु वर्तमान आर्य समाज पाश्चात् abrahmic religion से पूर्णतया प्रेरित है, और दयानंद जी अंग्रेजों के बहकावे में आकर ये सब किये
@ShubhamMishra-ed7mb2 ай бұрын
आर्य समाज मंद बुद्धि के लोगों ने जितना बेड़ा गर्क किया उतना विधर्मी भी नहीं किया
@umashanker82 ай бұрын
@@ShubhamMishra-ed7mbआप किसके बहकावे मे आये हो जो हिन्दुओ का सत्यानाश कर रहे हो
@umashanker82 ай бұрын
@@ShubhamMishra-ed7mb मन्द बुद्धि तुम हो आर्य समाज नही
@ShubhamMishra-ed7mb2 ай бұрын
@@umashanker8 आर्य नमाजी १००-१५० वर्षों के भीतर ही आए हैं, हमारे भगवान को ये अपशब्द कहते हैं और मुसलमान सभी इनके ही वीडियो शेयर करते हैं।
@chandrakantsharma44912 ай бұрын
बहुत ही सकारात्मक चर्चा। बहुत ही अच्छा लगा। आप जैसे युवाओ की इस समाज और देश को आवश्यकता है जो सत्य को उजागर करने की कोशिश कर रहे है।
@RamashankarYadav-xg7gz2 ай бұрын
ये लड़का किस छल प्रपंच के उद्देश्य से आया है । इसको जरूर जवाब मिलना चाहिए।
@TheHiddenThingsАй бұрын
बहुत कमेंट किए है। मैने एक का भी उत्तर नही देगा ये।।
@hemrajverma67082 ай бұрын
ये महोदय जी पूर्वाग्रह से ग्रस्त है।
@s.parija99932 ай бұрын
Ahvaan-call of dharma Sab pa bhari
@Hiamlalit2 ай бұрын
Didi ko answer ni Banta to bakwaas jada karti h....topic se door chali jati h...
@ChachaChaudhari952 ай бұрын
समस्या ये है कि तुम लोग सिर्फ और सिर्फ किस्से कहानियों उलझे हुए हो.. भांड के जैसे कथा मे गाने नाचने से ज्यादा दिमाग चल ही नहीं सकता है..... आज हिन्दू समुदाय की हालत मुसलामानों से भी बदतर हो गयी है.......
@sukhadevkhalkar6596Ай бұрын
नमस्ते ! ॲनकरजी इस माताजी को जिसने डॉक्टरेट दिई है उस मास्टर से हि डिबेट रखो - इनको आपके प्रश्न और र्तक समझ मे नही आते है |
@tushargite2872 ай бұрын
Bhagwan shankaracharya ji ki krapa ap par hamesha.bani rahe aise hi apna karma karte rahe ,narayan🙏
@Ankitjat54412 ай бұрын
आचार्या जी तर्क और वेदादि शास्त्रों के आधार पर उत्तर दिए है लेकिन कोमेंट कर रहे हैं उनके उपर एक बात सटीक बैठती है आंख के अंधे गाठ के पूरे.
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
क्या कमेंट कर रहे है जरुर बताएँ ................या फिर उवाच के वहाँ से आएँ हो जा कर हर आर्यसमाजीयों उन चैनलो पर जाएँ जहाँ राधा जी का अपमान किया जाता है रामभद्राचार्य जी को गालियाँ दी जा रही है जा कर देखें
@YT_6jhbvc2 ай бұрын
@@NaveenSharma-gq9qj Radha ne naam par krishn ka apmaan dekho ..jaake khud ankhen ho to... Rambhadracharya ko defend karoge ?? To kalko aise political guru , auro pe bhi jhute comment karenge .. Gali dena galat hai , Lekin Pad kyu rhi hai , ye main hai .. Tum unki baat Ko sahi mante ho ?? Agar unko kisne galat bataya , to wo video banake daal dete , bhul hogyi .. Warna agar ye unki koi chaal hai , to aise Aadmi ko gaali pdni hi chahiye ..
@sudarshan38832 ай бұрын
Soja jake bhai @@YT_6jhbvc
@suryana7892 ай бұрын
@@YT_6jhbvcजातिबादी हो तुम लोग
@YT_6jhbvc2 ай бұрын
@@suryana789 ham nahi mante , ye jaati vaad jo manushyo ne swarth ke liy banaya .. Ham varna vyavastha mante hai jo karmo pe adharit hoti hai .. Janm pe nahi .
@akashmandal10932 ай бұрын
Jiyan Kay Hota 😂😂😂 Gyan ❌ Jiyan ✅😂
@irocklee2 ай бұрын
Naya aaya h market main
@sanyamsharma-r2u2 ай бұрын
Sanskrit to padhi nhi youtube jyata padh liya ज्ञ ek संयुक्त अक्षर h jo ज+य se bnta h
@arjunarya41628 күн бұрын
आचार्या बहन निष्ठाजी आपने बहुत धैर्य पूर्वक बिल्कुल सरलता से कुतर्की व्यक्ति के कुतर्क वाले प्रश्नों का जवाब वेदानुकूल दिया
@Meditation202915 күн бұрын
😂😂 आप ही तर्क कर लीजिए आर्य समाज आपको अंधकार की तरफ ले जा रहा है वो आपको तार्किक लग रहा है जिस समाज को अपना गुरू परंपरा नही पता उससे तर्क की क्या उम्मीद रखें 😂
@kishorekumarbanerjee63722 ай бұрын
Bhaiya ji ne band baja diya 😂❤🔥
@ramtirthshastri3969Ай бұрын
क्या बैंड बाजा दिया भैया ने खुद द्विवेदी जी ही समझ नहीं पा रहे हैं
@Truesantam2 ай бұрын
जो कोई भी यहां comment पढ़ रहा है , आर्य समाज के अलावा अन्य लोग मेरे प्रश्न का उत्तर दे कि भगवान ने यह ब्रह्मांड क्यों बनाया हैl उसने मनुष्य और सभी जानवरों आदि को क्यों बनायाl वह हमसे क्या चाहता हैl यदि किसी को उत्तर न मिले तो आर्य समाज पर जाएँ इसका उत्तर आपको विज्ञान के अनुसार मिलेगाl AHVAAN यदि आप वास्तव में सनातनी हैं तो इस प्रश्न का उचित उत्तर दें, इस टिप्पणी को न हटाएं। ताकि यहां कमेंट पढ़ने वाले सभी भाई-बहन जान सकें कि असली सनातनी कौन हैl स्वामी दयानंद सरस्वती जी या आप
@vivekchoudhary91142 ай бұрын
Agar sastra padhe hote dost to pta chal gya hota. Tum ye bta sakte ho ki o hu ki pushp sugandh kyu dete hai ? Agni taap kyu deti hai ? Jb tumhe iska jawab mil jayega to btana mujhe .
@HaridevSharma-rc1jv2 ай бұрын
विदुषी बहिन जी को सादर नमस्ते। आप के विचार अति उत्तम है बहुत बहुत धन्यवाद। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@HaridevSharma-rc1jv सवाल का जवाब दे ही नही पाई माता जी
@Shri-AryaPutram2 ай бұрын
Shivansh Bhaiya! इनके शुरुआती शब्द कुछ अधिक ही अपमानजनक थे हमारे आचार्य के प्रति, आर्य नमाज़ी विचार मानते मानते गुरुनिंदा करने लगीं ये ताई जी तोह।🙁
@Rajeshkumar-tv2of2 ай бұрын
आदरणीया आचार्या जी ने वैदिक सिद्धांत को बहुत अच्छी तरह प्रस्तुत किया है।हठी स्वार्थी लोगों ने समाज का विनाश किया है।
@Spritual-b9k2 ай бұрын
बहुत सुंदर प्रश्न रखें हैँ.... पर आप आर्यसमाज के विख्यात विद्वान मुनि सत्यजित जी से ये प्रश्न करते तो आपके प्रश्न के उत्तर स्पष्ट मिलते आपकी जिज्ञासा शांत होती और साथ ही एकदम clear स्थिति बताकर जिज्ञासा बढ़ती. भी....
@sushilarya14242 ай бұрын
इसीलिये जो पढ़ा उसको जर्मन से वेद मिलाकर मिलान भी किया अपने पूर्व गुरुओं द्वारा जो वेद ऋषि दयानन्द ने पढ़ा ,उसको पुष्ट भी किया और निश्चय किया कि वेद मन्त्र में मिलाबट नहीं हो सकती, अर्थों की विविधता तो हो सकती है
@vardansabarwal3503Ай бұрын
Mata ji aapko shat shat naman🙏🏻🙏🏻 Aapki in video ko pura dekh kr aaj mujhe apne bhagwan Sri Sankarachayra ji k oupar aur v dridh vishwas badh gaya h Har Har Mahadev 🙏🏻🙏🏻
@bklnews72 ай бұрын
वेद सब सत्य विद्या का मुल है
@sanjaykumaryadav50352 ай бұрын
कुतर्कों वाले लोग ही अज्ञानता मे वेद को बदनाम किये वेद सत्य है और। सत्य रहेगा ओउम दीदि जी
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
पहले अपने नाम के पिछे से यादव हटाओ दयानंद जी इसको पाखंड मानते थे मूर्ख मानते थे तुम पहले खुद सत्य पर चलो
@liedetector1142 ай бұрын
@@NaveenSharma-gq9qjकहां लिखा है ,दयानंद ने की surname हटाओ
@mamtadwivedi25712 ай бұрын
यदि नही हो सकता है तो सिर्फ शक्तिमान है सर्व शक्तिमान नहीं
@VAICHARIK.KRANTI2 ай бұрын
@@mamtadwivedi2571 ईश्वर ने केवल एक गुण नहीं है सर्वशक्तिमान होना, अगर जन्म लेकर एक देशीय हो गया तो दूसरा गुण है जिसे सर्व व्यापक कहते हैं वह सिद्ध नहीं हो पाएगा।
@mansisharmaa43312 ай бұрын
@@VAICHARIK.KRANTI😂😂😂😂 budhi bhrasht ho gayi😂 hai tumari
@YT_6jhbvc2 ай бұрын
@mansisharmaa4331 uski nahi , lekin pakhandio.ki.jarur hogyi ,, .
@chillboy64062 ай бұрын
@@VAICHARIK.KRANTIकैसे नही हो पाएगा श्री कृष्ण ने अवतार लिया तब भी वे पूरे ब्रह्माण्ड में याप्त थे।अनन्त का 30% भी अनन्त ही होता है।
@IAMTHEINVINCIBLE1Ай бұрын
Ishwar chori kar sakte hai,, ishwar dakka dal sakte hai Agar ye sab kaam iswar nhi kar sakte yani sarv shaktiman nhi hai?? Advait vedant anushar brahm satya hai jagat mithya hai To brahm ke alawa dusra hai hi nhi ,jeev hi brahm hai koi vishesh avatar kis logic se??
@arnabocean36112 ай бұрын
Arya Samaj's argument will not last even three minutes.
@AryaSuraj-xu7tu2 ай бұрын
पंडित जी को आर्य समाज को विदुषी के द्वारा बहुत सहजता से जवाब दिया। इसके लिए महान आर्य विदुषी को कोटि कोटि नमन करता हूं। पंडित जी इतना प्रश्न करने यदि किसी दूसरे जगह जायेंगे शायद उन्हें धक्का देकर भगा दिया जाता। विश्वास नहीं होता तो शंकरचार्य पद बैठे महानुभावों से प्रश्न कर के देख लें।
@vijayKumar-bn8ho2 ай бұрын
सत्यार्थ प्रकाश अवश्य सभी पढ़ें |
@ShikshaSingh-vp7pl2 ай бұрын
बहुत ही सुंदर प्रश्नोत्तरी वैदिक संस्कृति का झंडा तो आपने ऊँचा कर दिया,वास्तव में आप तो आधुनिक गार्गी है l वैदिक सत्य सनातन धर्म की जय
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
तभी तो आर्यसमाज के कुछ लोग गार्गी जी और अन्य जो वेद व्यास एक और अन्य जो उच्च कोटि के ज्ञानी ...............इन सब का विडियों हटाने के लिये शिवांश जी पर दबाव बना रहे थे
@KuldeepKashyap-f8m2 ай бұрын
गार्गी जी को निग्रहचार्य से बार्तालाप करना चाहिए निग्रहचार्य का नाम तो सुना ही होगा @@NaveenSharma-gq9qj
@sourabhmehra7052 ай бұрын
1:09:14 - 1:10:21 जब वंश परम्परा (माता जी के अकॉर्डिंग वर्ण परंपरा अर्थ उसका वंश परंपरा ही होगा यदि बात सुने ठीक से तो) के अकॉर्डिंग यज्ञोपवित की बात हो रही है और इसके प्रमाण भी मिलते है तो फिर कर्म के अकॉर्डिंग वर्ण क्यू जबकि प्रमाण वंश परम्परा के प्राप्त है इसकी पुष्टि माता जी खुद कर रही है और एक विचित्र बात जब यज्ञोपवित के बाद विद्या आरंभ होगा और प्रमाण के अधार पर यज्ञोपवित वंश परम्परा अनुसार होगा तो फिर आचार्य कैसे करेगा वर्ण तय माता जी अपनी एक कुछ समय पहले की हुई बात पर ही टिक नही पाई
@sunilarya81782 ай бұрын
महर्षि दयानंद को एक भी पडित शास्त्रार्थ में पराजित नहीं कर सके थे
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@sunilarya8178 अपने आप ही जीत का जश्न मना लेने से कोई जीत नही हो जाती
@SouravBiswas182 ай бұрын
शंकराचार्य की चेला कभी मुल्ला और ईसाई मिशनरियों के पास नहीं जाता। हालांकि उनको वहाँ जाना चाहिए। इनकी ग्रुदेव जी तो ईसा मसीह को वैष्णव घोषित कर दिया😂😂। जिस विषय में निग्रहाचार्य ने बड़ी अच्छे तरिके से जवाब दिया।
@Sagarkumbar0910 күн бұрын
😅😂😂
@kafir-e-aazam84992 ай бұрын
ऐसे ही अलंकारियो से ज्यादा से ज्यादा बुलवाते रहिए 😂😂🤣 जय श्री राम 🙏🚩
@irocklee2 ай бұрын
😂
@LordDajjal4322 ай бұрын
Arya samaji ne sastra ke sath milavat ka bhi chir haran kiya hai.. Mere char varn ke bhaion Varn sankarta se khud ko bachaye khud varn ki मौलिकता ki raksha kare. Aapka tyag dena pure dharm ke le dubega.
@Sanatangranth2 ай бұрын
जड़ को पूजते पूजते बुद्धि भी जड़ हो जाती है
@umashanker82 ай бұрын
बिल्कुल सही बात है
@KhemchandVashishthАй бұрын
बिल्कुल ठीक कहा
@Parthparashar96302 ай бұрын
जो प्राचीन वैष्णव सम्प्रदाय है जो तिलकादी धारण करते हैं वो गलत है।। परंतु आर्य समाज सही है कि वाह वाह वाह
@sunilarya81782 ай бұрын
मांस भक्षण पंडित करे वो भी सही !मदिरा पिये और शिवजी को बदनाम करे वो भी सही !
@Parthparashar96302 ай бұрын
@@sunilarya8178 कोन सा ब्राम्हण मांस खाकर शिव जी को बदनाम कर रहा है एक भी नाम बताइए।।
@Benimadhavjha2 ай бұрын
@@Parthparashar9630 अरे इनसे क्या मुंह लगाना ye तो बिना गुरु के दीन हैं।
@Parthparashar96302 ай бұрын
@@Benimadhavjha 🙏🙏
@virendramalhotra46382 ай бұрын
आदरणीया बहन डॉक्टर निष्ठा जी अत्यंत सुंदर प्रस्तुति।
@anujandadityasciencelearni7492 ай бұрын
Ki sb baat kt rhi hai
@Spritual-b9k2 ай бұрын
प्रश्न के उत्तर न देकर इधर उधर के उत्तर दें रही हैँ..... भैया आपके प्रश्न नवयुवकों को जगाने के लिये बहुत अच्छा है.... बिंदी सिन्दूर वैदिक नहीं है। आप मुनि सत्यजित जी से मिलो और वेद का, ऋषियों का, दयानन्द सरस्वती जी का, वर्ण, आश्रम, सभी का सच्चा सही सटीक न्यायपूर्ण विवरण जो आपको जानने को मिलेगा उससे सही दृष्टि मिलेगी इन माता जी की तरह नहीं कि बस अपना ही बोलते रहो सुनो भी मत......
@v.kgamer4412 ай бұрын
Aarye samaj aamr rahe
@suchasinghdeswal5122 ай бұрын
ये तो बहन जी का बड़प्पन है जो आपको ढोया है मेरे जैसा होता तो आपको भगा देता 🎉
@Ahvaan2 ай бұрын
इस वीडियो में इन्होंने क्या क्या किया है? वो सब कट कर करके निकाल रहे हैं। चिंता ना करें सारा बड़प्पन दिखाई देगा
@ramdayalarya17952 ай бұрын
आर्य समाज के सामान्य से पदाधिकारी ने उत्तर अच्छा दिया है अगर विद्वानों से यही चर्चा करें तो और मन्थन होकर सही जानकारी जनता तक पहुंचेगी
@bherulalteli7897Ай бұрын
इनके लास्ट के प्रश्न से ये समझ में आया कि भईया बातों को उलझाने में दिमाग लगा रहे है समझने का प्रयास नही कर रहे हैं,आपकी चर्चा से आर्यो (सनातनी) को समझने का अवसर मिला सही अर्थो में हम सब आर्य हें और आर्यो के लिए वेद ईश्वरीय सविंधान हैं जो कल था आज हैं और आगे भी रहेगा,'सनातन हैं' वेदों में मनुष्य जीवन के लिए कल्याण खजाना भरा हुआ हे,वेदों मे आडम्बर और पाखंड कि कोई जगह नही हैं धन्यवाद बडे भईया का
@Krishna932692 ай бұрын
आज की डिबेट में " शिवांश प्रभु " केवल संघर्ष ही करते नज़र आये वह एक तरीके से " आर्य समाज से परास्त" ही हुए है 🤦♂️
@vikashtiwari43882 ай бұрын
चुप कर,कान बंद करके सुन रहा है तू, बडिया से देखो दयानंद पानी मांगने लगा
@satyampandey-kk1nf2 ай бұрын
Samajhne ke chamta bahut km hi badam khao
@Travel-e4j2 ай бұрын
😂😂 अनार्य समाजी झूल गए
@VichitraSingh-s9e2 ай бұрын
बहन जी के सामने टिक नहीं पाए महोदय
@SukhSon-y8bАй бұрын
Ye nahi maanenge atmvimugdh hai seemit samaaj sevak samiti ki tareh ideological punar vichaar ki avashyakta hai
@AryaSuraj-xu7tu2 ай бұрын
पंडित जी को बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होंने माध्यम से इतनी महान विदुषी महिला का दर्शन करवाया ।
@pifacts222 ай бұрын
आदि संकरचार्य जी ४ मठ का स्थापना किए हैं , न की पूरी जगन्नाथ का ।
@rekhaarya1666Ай бұрын
बहुत सुंदर तर्क दिया है ब बन जी आपने। धन्यवाद के पात्र हैं आप ❤
@GPJhala2 ай бұрын
सनातन धर्म दश हजार साल पुराना है। मूर्ती पूजा का प्रचलन पिछले 1200 साल में ही प्रगट होता है। असल धर्म को जानना हो तो अष्टांग योग को जानो।
@VichitraSingh-s9e2 ай бұрын
भ्राता जी 10000 साल नहीं लाखों साल पुराना है
@Ranjeet_Singh_Rajput_Arya902 ай бұрын
Arya samaj Vedic Dharma side ⬅️🙏🚩🙏
@ganeshchandrasuyal35762 ай бұрын
ऐसा लगता है बहन बहुत विद्वान है उन्होंने अच्छी तरह समझाने का प्रयास किया सवालों का शालीनता से उत्तर दे रही हैं कुतर्क प्रश्न नहीं होता है कई मनुष्यों की ऐसी प्रवृत्ति हो जाती है ।
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
शिवांश जी भी विद्वान है सहन कर रहे है ...................नहीं तो अन्य आर्यसमाजी जैसे ऋषि उवाच की तरह गालियाँ नहीं देते नहीं तो बहुत से आर्यसमाजी चिल्लाने और दुसरो की ना सुनने और गालियाँ देने की आदत है
@ganeshchandrasuyal35762 ай бұрын
@@NaveenSharma-gq9qj 🙏सबसे पहले हमने उनको अविद्वान नहीं कहा आप याद रख ले अब रही दूसरी बात श्रोताओं को निष्पक्ष होकर सुनना चाहिए
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
@@ganeshchandrasuyal3576 मैंने कब बोला आपको आपने कहाँ ........................ श्रोताओं को निष्पक्ष होकर सुनना चाहिए जी जरुर पर उवाच नाम के आर्यसमाजी ने विडियों हटाने के लिये कह रहा है किस बात का डर है पता नहीं
@ganeshchandrasuyal35762 ай бұрын
@@NaveenSharma-gq9qj व्यक्तिगत मामलों पर बात नहीं होती क्या पता कौन कैसी क्या गलती कर रहा है हम व्यक्तिगत कर्म पर बात नहीं करते उनके चैनल पर जाकर आप बात करसकते हैं आप स्वतंत्र है ।
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
@@ganeshchandrasuyal3576 व्यक्तिगत क्या किया आपसे जरुर बताएँ
@ratandass1733Ай бұрын
ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
@ramtirthshastri3969Ай бұрын
किधर से ज्ञान लेकर घूम रहे हो भाई
@surajprakashraturi808426 күн бұрын
कबीर रामपाल का पिताजी है
@manuwadi_harsh2 ай бұрын
🎤2:30 - आज की ताजा खबर दयानंद जी ने किया था गुरु कुलों का शुभ आरंभ 👻
@VAICHARIK.KRANTI2 ай бұрын
@@manuwadi_harsh गुरुकुल का आरंभ नहीं, पुनरुत्थान कहते हैं उसे। स्वामी श्रद्धानंद के बारे में पढ़ लो अगर शंका हो तो वह दयानंद का शिष्य था उन्होंने गुरुकुल के लिए कितना कार्य किया आपको स्वयं समझ में आ जायेगा।
@manuwadi_harsh2 ай бұрын
@@VAICHARIK.KRANTI जो देवी जी ने कहा हमने उसे व्यंगात्मक रूप से कहा ।
@Presidentputin72 ай бұрын
Same comment I want to do😂😂
@ramtirthshastri3969Ай бұрын
महाभारत के बाद गुरुकुलों की व्यवस्था लगभग खत्म हो गई थी, और अंग्रेजों के समय कितने गुरुकुल थे बताना जरा , एक भी गुरुकुल नही थे इसीलिए कहा जाता है की स्वामी दयानंद जी ने गुरुकुल परंपरा दुबारा प्रारंभ करवाई ।
@praveshfoodvlog2 ай бұрын
परमात्मा को सच्ची बुद्धि प्रदान करें भाई यह बहन जी तो बहुत अच्छा संवाद कर रही है और सुंदर ज्ञानी ने दिया है
@FollowDharma2 ай бұрын
यदि कोई दयानंद नामक स्वघोषित ऋषि की पोल खोले तो उन्हें बड़े जल्दी गुस्सा आ जाता है। परंतु यह असत्यार्थ प्रकाश के आधार पर शास्त्रों के अर्थ का अनर्थ करने वाले लोग, भगवान के विग्रह, अवतार, रूप, धाम आदि पर आपत्तिजनक टिप्पणी ऐसे करते हैं जैसे इन्होंने सारा ज्ञान अर्जित कर लिया हो। वास्तव में इन्होंने अपनी एक मनगढ़ंत दुनिया बनाई है जो असत्यार्थ प्रकाश पर आधारित है। इन्हें लगता है जो उसमें लिखा है वही सत्य अन्य सब झूठ है।
@AryaRahulchandela2 ай бұрын
तभी डर रहे थे तुम शास्त्रार्थ के लिए। अच्छा धन दिया तुम्हे ।।।
@anandvishwakarma66862 ай бұрын
सवाल जो भी बोलेगी वही जो रटा हुआ है,,,😅
@sunilarya81782 ай бұрын
सबका रटा ही होता है!
@malakumar18112 ай бұрын
परमात्मा और जीव में अंतर यही है कि उसे किसी कर्म करने के लिए किसी प्रकृति की आवश्यकता नहीं है, जबकि जीव बिना प्रकृति के कुछ नहीं कर सकता। अतः परमात्मा को कोई भी कर्म करने के लिए जन्म की क्या आवश्यकता? जैसे रावण को किसने बनाया? अगर परमेश्वर ने बनाया तो कैसे? तो जैसे बनाया वैसे मारा क्यों नहीं? अगर नही बनाया तो जब बन रहा था तब क्यों बनने दिया? अगर रावण न होता तो राम भी न होता। राम के पूरे पराक्रम को भगवान् का अवतार बता कर हिन्दू समाज को षंड बनाने का कर्म करपात्री जैसे लोग करते रहे हैं। ऐसे तो यह भी कहा जा सकता है कि उनके भीतर वह शक्ति नहीं थी की एक बच्चे को जन्म देकर एक सभ्य नागरिक बना सकते। आपके हर प्रश्न का और करपात्री के भी मै उत्तर दे सकता हूंः जो मैने बिना किसी तथाकथित गुरु के अपने बल पर अर्जित की है।
@sourabhmehra7052 ай бұрын
45:48 फिर पकड़ा गया माता जी का झूट भगवान श्री कृष्ण की जन्म बाली बात पर मौन हो गई माता जी क्युकी भगवान श्री कृष्ण कहते है की जब जब धर्म की हानी होगी में जन्म लूंगा पर आर्य समाज की मान्यता के अकॉर्डिंग कोई अपनी इक्षा से जन्म नही ले सकता आगे उन्होंने कहा प्राथना तो कर ही सकते है पर जब ईश्वर ऐसा कर ही नहीं सकता तो भगवान श्री कृष्ण कह ही क्यू रहे है वो भी इतने साहस पूर्ण तरीके से हो न हो इन आर्य समाजी का ज्ञान सनातन नही है क्युकी इसमें विरोधाभास है पर सनातन में कोई विरोधाभास नही होता 😅😅
@Rahuljangid1742 ай бұрын
अरे निर वुद्धि ये बात तो भगतसिंह ने भी कही थी हे ईश्वर मुझे fir से इसी भूमि पर जन्म देना ताकि मै fir से मातृभूमि केबलिये जीवन दू,, इसमें कोनसी बड़ी बात हो गयी
@VAICHARIK.KRANTI2 ай бұрын
@@sourabhmehra705 तो आप के अनुसार अभी तक पाप बढ़ा नहीं है क्या लड़कियों की इज्जत लूटी जा रही है उनके जन्नांग मे रोड डाल दी जा रही है जिंदा जला दिया जा रहा है यह काट कर बैग में पैक हो रही है। कब आएंगे भगवान श्री कृष्णा,
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@Rahuljangid174एक विचित्र बात है माता जी कह रही थी की कृष्ण भगवान यदा यदा हि धर्मस्य वाले श्लोक में परमात्मा से प्रार्थना कर रहे है की वो मुझ जैसे किसी आप्त पुरुष को भेज दें जब अधर्म हो तो अब माता जी के अकॉर्डिंग एक मनुष्य की प्राथना ईश्वर को सुननी चाहिए पर आर्य समाज का ईश्वर कितना पक्षपाती है की एक व्यक्ति के मन में इक्षा हो रही है की ईश्वर अपना रूप दिखाए अवतार ले ईश्वर वो प्राथना स्वीकार नहीं कर पाएगा माता जी अपनी ही बात को काट दिया ये है आर्य समाज का सामर्थ्यवान ईश्वर जो एक तरफ तो भगवान कृष्ण जो की आप्त पुरुष है उनकी प्राथना स्वीकार कर रहा है पर एक समान्य मनुष्य की अवतार बाली प्राथना स्वीकार नहीं कर सकता
@Rahuljangid1742 ай бұрын
@@sourabhmehra705 तुम्हारा ईश्वर रेप कर सकता है क्या?
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@VAICHARIK.KRANTI तो फिर यदि आपका ईश्वर सामर्थ्यवान है तो क्यों नही रोक लेता वो भी तो कुछ नही कर रहा है कहा गई उसकी सर्व samarthyavanta
@ShivKumar-ze9zu2 ай бұрын
आर्य समाज को जय हो
@sanataniGist2 ай бұрын
भगवत गीता में श्री कृष्ण कहते है की ॐ इति एक नाम है पर वही भगवत गीता में कहते है की मैं ही ॐ हू उसका क्या??? भगवत गीता में अर्जुन ने श्री कृष्ण जी को परमेश्वर बोलते है ।
@deadster12542 ай бұрын
Bhagwan har wastu ke atma Swaroop hai Wo har jagah hai Or wastavik roop Ek hi tatva hai Wahi bhagwan hai Wahi parmatma hai Wahi atma hai Wahi brahm hai Or Wahi pranav bhi hai
@kalyaankripakevlam72102 ай бұрын
बहुत बहुत साधु वाद शिवांस भैया जो आपने इन देवी जी के कजोडा ज्ञान को बहुत शांति से झेला जो एक बात पर रुकती ही नहीं
@shankarsingharya79032 ай бұрын
ईश्वर सर्वशक्तिमान क्योंकि वह किसी की भी मदद नहीं लेता उसे किसी पैगंबर या अवतार की जरूरत नहीं पड़ती अगर ईश्वर किसी की मदद लेने लगेगा तो सर्वशक्तिमान नहीं रहेगा ईश्वर निराकार है उसकी कोई प्रतिमा नहीं है अगर ईश्वर साकार होता तो वह सर्वशक्तिमान नहीं होता उसे किसी शरीर कोई जरूरत नहीं है आर्य समाज पूर्णता वैदिक मान्यता और वेदों के आधार पर चलता है आज तक आर्य समाज से डिबेट में कोई जीत नहीं सका शास्त्रों से
@ryanraj99822 ай бұрын
😂 Dharmsamrat karpatri ji maharaj ko kahani sun
@KuldeepKashyap-f8m2 ай бұрын
फिर ईश्वर श्रष्टि की रचना कैसे करता है बताना
@sonuarya30142 ай бұрын
जय आर्य जय आर्यावर्त, बहन जी आपको सादर नमस्ते, महानुभाव के पास ईश्वर सर्वशक्तिमान के विषय में केवल एक ही प्रश्न है, जिसको लेकर ये सभी आर्य समाज विदवानों के समक्ष आ जाते हैं
Ye sknda puran k shlok hai aur keval Brahmano ke liye likha gy hai yha shudra sangyatmak hai yaani ek sangya hi yhe hota hai jb khud se Dharmashastra pde jate hai aadhura gyn
@sourabhmehra7052 ай бұрын
जब वंश परम्परा (माता जी के अकॉर्डिंग वर्ण परंपरा अर्थ उसका वंश परंपरा ही होगा यदि बात सुने ठीक से तो) के अकॉर्डिंग यज्ञोपवित की बात हो रही है और इसके प्रमाण भी मिलते है तो फिर कर्म के अकॉर्डिंग वर्ण क्यू जबकि प्रमाण वंश परम्परा के प्राप्त है इसकी पुष्टि माता जी खुद कर रही है और एक विचित्र बात जब यज्ञोपवित के बाद विद्या आरंभ होगा और प्रमाण के अधार पर यज्ञोपवित वंश परम्परा अनुसार होगा तो फिर आचार्य कैसे करेगा वर्ण तय माता जी अपनी एक कुछ समय पहले की हुई बात पर ही टिक नही पाई
@SYoutube42 ай бұрын
बिंदी स्वीकार है लेकिन भस्म के नाम पे कीचड़ ... हद्द है,😡😡
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
कहाँ बोला टाईम बताओ
@virenderkumarvohra76122 ай бұрын
@@SKZbin4 Jis tra ki bhasha inke so called maharishi ne used ki to chele b to Vaise hi use krege
@ganeshchandrasuyal35762 ай бұрын
@@SKZbin4 जले हुए मुर्दों की भस्म लगाने के लिए मना है वह अंधविश्वास है । रोग होने पर औषधीय का भस्म लगाया जाता है उसके लिए मना नहीं है। सत्य को जानने के लिए पक्षपाती नहीं हुआ जाता है 🌹एक बार आप भी पूर्ण रूप से सत्यार्थ प्रकाश पढ़ें🌹 कृपया पक्ष पाती होकर ना पढ़े जैसे और धर्म ग्रंथो को पढ़ते हैं समर्पण भाव से ऐसे ही पढ़े ।
@PuriShankaracharyaSoldier2 ай бұрын
@@NaveenSharma-gq9qj पूरा देखो भैया आनंद आएगा
@rajeshkataria7233Ай бұрын
ईश्वर की अति उत्तम व्याख्या बहन जी बता रहीं है
@Kaivalya-yv5ld2 ай бұрын
2:30 -गुरुकुल दयानंद जी से पहले बहुत थे भारत में और दयानंद जी के बाद सब खत्म हो गएँ
@Fearless_on_my_Breath2 ай бұрын
😁😂
@tejprakashyadav54242 ай бұрын
तूने खोले थे 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@Kaivalya-yv5ld2 ай бұрын
@@tejprakashyadav5424 naa bro Missionary aae pata nhi kaha se khokle sidhaant lekar unhone band karwaae
@sunilarya81782 ай бұрын
पहले थे ।भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू नहीं थे ;उनसे पहले भी राजाओं के पास प्रधानमंत्री होते थे !उसी प्रकार आधुनिक समय में आर्यसमाज के नेता स्वामी श्रद्धानंद ने पहले गुरूकुल कांगड़ी की स्थापना की
@sunilarya81782 ай бұрын
महर्षि दयानंद नहीं होते तो तू मुसलमान या ईसाई होता
@rameshmahant108416 күн бұрын
Didi बहुत परस्तुति की है आप को प्रणाम
@Vivek_singh_s12 ай бұрын
2:28 हां हां और फेंक दो थोड़ा।दयानंद जी के पहले तो भारत वर्ष में गुरुकुल थे ही नहीं क्यू
@NaveenSharma-gq9qj2 ай бұрын
नहीं था भाई आपको पता नहीं उन गुरुकुल में मिलावट था
@Vivek_singh_s12 ай бұрын
@@NaveenSharma-gq9qjउफ ये समाजी और इनकी मिलावट 🤣
@vikashtiwari43882 ай бұрын
@Bladeofchये नमाजी भी 😆😆⛽oas
@mayurkishorbhai50752 ай бұрын
@@Vivek_singh_s1🤣
@gettingtrueinfo975Ай бұрын
Shivansh bhaiya ke patience ko naman 🔥
@Srajan.Dubey.172 ай бұрын
Dayaanand Ji photo se inko inspiration milta hai toh sab sahi hai, hume Ram Ji ke vigrah ya anya devi devtaon ke vigrah se inspiraton mile toh woh pakhand hai , jad hai. Guru parampara ke naam pe aurangajeb ki bhi 800 saal tak ke vansh ka praman hai... Aur dayanand Ji ki guru parampara kyu jala di? aur kya unke guru Ji ko bhi nhi pata tha kaun kaun guru rhe? aur pata tha toh dayanand Ji ko kyu nhi di? Dayanand Ji ko pata tha toh apne shishyon ko kyun nhi di?
@harshpandey36442 ай бұрын
kudos ! what beautiful logical arguments were given by bhaiya while being patient to such bogus answers.
@rajmishra43142 ай бұрын
इन माता जी का एक बार निग्रहाचार्य जी से भेंट कराया जाए यदि कुछ बोलने की हालत में बचीं हों तो,
@nishantsharma57862 ай бұрын
और तुम्हारे निग्रहाचार्य की भेंट। आचार्य योगेश भारद्वाज से करा दी जाए तो निग्रहाचार्य जी बोलने की हालत मैं नही बचेंगे।
@rajmishra43142 ай бұрын
@@nishantsharma5786 अपने हृदय पर हाथ रखकर अपने अंतर मन से सोचिएगा.. क्या सच में आप लोग धर्म के सम पोषक हैं ...? दुर्भाग्य है उन लोगों का जो अपने सनातन सिद्धांतों के रक्षणार्थ अपने पूर्वाचार्यों का अनुसरण करना छोड़कर मनः कल्पित धर्माभासी पथ पर जाते हैं।
@nishantsharma57862 ай бұрын
@@rajmishra4314 बिना सोचे समझें कुछ भी कह देना ये धार्मिक मान्यताओं के विरूद्ध है। मेरा कहना यह है। की इस जगत मैं एक से एक बडकर विद्वान लोग है । कुतर्क करने वाले लोगों को जवाब तर्क से से सकते हैं।
@vaidic4822 ай бұрын
@@nishantsharma5786योगेश भारद्वाज जी ऋषि दयानंद की वो ज्वाला है जिसे कोई भी निग्रहचार्य शंकरचार्य सहन नही कर पायेगा
@ramtirthshastri3969Ай бұрын
निग्रहाचार्य जी का कोई महत्व है क्या
@dr.mano.katiyar4151Ай бұрын
Well done Nishtha ji । Sabhi me Ram aur Ravan hai ।
@azibghadi2 ай бұрын
विदुषी निष्ठा अलंकार ने इसका ऐसा खंडन किया की ये बस गोल गोल घूमता रहा 😂 चला था आर्य समाज का पोल खोलने उल्टा इसी की पोल खोल दी 😂
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@azibghadi 16:11 , 46:48 , 43:06 , 44:35 yeh chaar ese moke the jahan didi ke pass koi uttar nahi the or unhone baat palatne ke liye bola ki koi or sawal pucho
@azibghadi2 ай бұрын
@@sourabhmehra705 Arre kitna niche giroge ? Ek tho Interview ke bahane Debate kar rahe, itna dhoka deke baat karne ki kya jarurat ? Kis baat ka dar tha isko jo Interview ke naam pe dhoke se Debate kar raha🤦 Saaf saaf bol isko agar hai damm tho samne ayye aur ankh me ankh daal ke Debate kare fir pata chalega.
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@azibghadi mujhe ek baat batao bhai interview ne questions answere nahi hote kya or shastrarth me madhyashth hota hai ek toh mujhe toh tum batao hi mat ki kya shastrarth hai or kya interview samjbme aaya prahsn ke uttar dete ban nahi rahe ho ulta hame hi seekhne chale
@sourabhmehra7052 ай бұрын
@@azibghadi agar tumko live debate krna hai toh batao me arrange krba dunga unse 🙏🙏😅
@azibghadi2 ай бұрын
@@sourabhmehra705 Socho interview me iski hawa nikal gayi agar direct Debate karta tab tho ye muh bhi n dikha paata , issi liye ye bhag raha Debate karne se, isne tho aaj tak koi Debate kiya bhi nahi hoga 😂😂 Chal bhai isko bol mai iska interview lunga fir dekhte hu ye kya bahana banayenge 😹
@acharyadevendragiridhar1981Ай бұрын
बहुत सुन्दर चर्चा की आपने सही प्रश्न जिनका जवाब घुमाया हुआ