Рет қаралды 104
कालिका पुराण में कहा गया है, ललिता देवी गौर वर्ण की हैं,
उनकी दो
भुजाएं हैं तथा लाल कमल पर विराजित रहती हैं।
ललिता देवी की ललिता जयंती के
दिन षोडशोचार
पूजा की
जाती है।
माता को प्रसन्न करने के लिए इस दिन
ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुर
सुदरीयै नमः
मंत्र का जाप किया जाता है।
शाक्त समुदाय के अनुसार देवी ललिता को चंडी का स्थान प्राप्त
है।
इनकी पूजा चंडी पूजा के समान करनी चाहिए और ललिता
जयंती पर व्रत रखना चाहिए।
मां की पूजा के साथ ललितोपाख्यान, ललिता
सहस्त्रनाम, ललिता त्रिशती का पाठ किया जाता है।
माता त्रिपुरसुंदरी का
शक्ति पीठ त्रिपुरा में है। मान्यता है यहां माता के वस्त्र गिरे थे, त्रिपुर
सुंदरी का शक्ति पीठ भारत के 51 ज्ञात पीठ और 101 अज्ञात शक्ति पीठ में से एक है।
यहां के सती के दक्षिण
पाद का निपात माना जाताहै। इस पीठ को कूर्भ पीठ भी कहते हैं।
देवी ललिता को त्रिपुर
सुंदरी भी कहते हैं।
पाठक गण को चाहिये की प्रत्येक पूजा अराधाना ऐवम प्रयोग के पशच्यात इन अराधनओ मै हुइ त्रुटियों के लिये इष्ट देव, देवियो से छमा याचना अनिवार्य तोर पर दुहराये, अन्यथा हो सकता है कि "लेने के देने" कि नौबत आ जाये ।
पाठक गण को चाहिये की प्रत्येक पूजा अराधाना ऐवम प्रयोग के पशच्यात, उप्युक्त शांति पाठ अवश्यमेव करे जिससे कि जो वातावरण मै आई अनावश्यक बद्लाव, जो आपकि अराधना से उत्पन्न हुये है, वो शांत हो जाये ।
यहां मुहैया सूचना सिर्फ सर्वजनिक माध्यमों ऐवम आधारो पर निर्भर है , मान्यताओं और आधारो पर संकलित इन जानकारियों की सत्यता, सटीकता ओर प्रमानिकता पर पाठक गण अपने खुद के विवेक, ग्यान ऐवम विशेषज्ञ से सलाह पर ही प्रयोग मै लाये । यहां यह बताना जरूरी है कि 'इस " DarshnikAnugrah channel"किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.
किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ धार्मिक मामलों के जानकारों एवं ज्योतिष सलाहकारों से सलाह उपरांत ही इस प्रक्रिया का प्रयोग करे इस विडियो मे दी गयी जानकारी सिर्फ सूचनार्थ दी जा रही है,
पुनश्च इस विडियो में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।प्रयोग ओर सावधानिया आप स्वयम पर निर्भर है
यह भी जानिए :-
(कृपया अधिक जानकारी एकत्र करे, अगर कोई त्रुटी या विवादित आलेखन है तो कृपया सूचित करे, धन्यवाद)
#DarshnikAnugrah #दार्श्निकअनुग्रह
दशमहाविद्या त्रितीय विद्या माँ #ललिता #त्रिपुरसुंदरी जयंती माघ पूर्णिमा Lalita #tripurasundari Jayan