जितनी उमर बढ़ रही है प्रेमचंद जी की स्टोरी और अच्छी तरह समझ में आती है। जादू है प्रेमचंद जी की लेखनी में।
@मनीषसाहू-म1ज3 жыл бұрын
सही कहा
@AmitKumar-qz2us2 жыл бұрын
Things Money Can’t Buy Time. Happiness. Inner Peace. Integrity. Love. Character. Manners. Health. Respect. Morals. Trust. Patience. Class. Common sense. Dignity. Always do what is right. It will gratify half of mankind and astound the other. Mark Twain Goodness is about character - integrity, honesty, kindness, generosity, moral courage, and the like. More than anything else, it is about how we treat other people. Character is that which reveals moral purpose, exposing the class of things a man chooses and avoids.
@amit_kushawah193 жыл бұрын
मैं upsc की परीक्षा हेतू इस महान कहानी को पड़ रहा हूँ लेकिन जब भी प्रेमचंद की कहानी पड़ता हूँ मुझे उनमे खो जाने की अनुभूति होती हैं| जय हो मुंशी जी को 🥰
@MD-hp3ck2 жыл бұрын
विकास सर कहा करते हैं कि प्रेमचंद जी की शुरूआती कहानियों में गोलूपन था, जो गोदान तक आते आते यथार्थ में परिणत हो गया....सच ही तो है परिपक्वता आते आते ही आती है
@adityashukla92662 жыл бұрын
😭😭🏆💖
@adityashukla92662 жыл бұрын
Books📚 good👍🍫 🏒
@shivanshudubey62352 жыл бұрын
यूपीएससी से पहले हिंदी लिखना सीखो मित्र
@brijeshtiwari84952 жыл бұрын
@Roshani Kumari aaàaaaaàp0ppppppppppppp
@Monu_sharma-w7n4 жыл бұрын
बहुत ही अच्छी कहानी हैं। मैंने यह कहानी बचपन में "मुंशी प्रेमचंद की श्रेष्ठ कहानियां "पुस्तक में पढ़ी थी तब मैं शायद चौथी कक्षा में पढ़ता था ।बहुत अच्छा लगता था उनकी कहानियों को पढ़ने में ।मेरे गांव में पुस्तकालय था ,इसकी वजह से मुझे ऐसी पुस्तकें पढ़ने का सौभाग्य प्राप्त होता था। आजकल पुस्तकालय खत्म हो चुके हैं जिसकी वजह से लोगों को ,छोटे बच्चों को, विद्यार्थियों को ऐसी पुस्तकें पढ़ने को नहीं मिलती, आजकल ,फिर से जगह जगह, हर गांव में पुस्तकालय होना ही चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ियों को इन रचनाओं को सही समय पर पढ़ने का सौभाग्य प्राप्त हो सके क्योंकि इन कहानियों को पढ़ने का भी एक सही समय होता है अगर सही समय, सही उम्र निकल जाए तो इन कहानियों को पढ़ने का कोई ज्यादा महत्व नहीं रह जाता। यह सीख देने वाली कहानियां होती हैं।
@rameshprasad75184 жыл бұрын
जब मैं हाई स्कूल में पढ़ता था,उस समय मुंशी प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियां, मेरे कोर्स में था।कितना आनन्द आता था इस किताब को पढ़ने में। अभी मैं इस कहानी को देख रहा हूं तो बचपन याद आ रहा है
@sohammarco92304 жыл бұрын
Ji sahi kha aapne
@नियमसिंह3 жыл бұрын
Ab kya krte ho tum
@rameshprasad75183 жыл бұрын
@@नियमसिंह जान कर तुम क्या करोगे।
@gursimransandhu83883 жыл бұрын
Ramesh ji aap ne kab and kyan pe 10vi ki ha
@jagohindujagocreatbychhoto25253 жыл бұрын
Right brother sach me bahut mja aata tha kahani padhkar
@Che_.003 жыл бұрын
मुझे भी याद आता है बचपन और गुल्ली डंडा, जितनी बार पढता हूँ रो देता हूँ, मैंने 500 से ज्यादा कहानियाँ पढ़ी हैं पर गुल्ली डंडा की बात ही अलग है. कहना मुश्किल है कि क्या दशा रही होगी मुंशी साहब की तब दौर भी अच्छा था . 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢 स्मृति पर लिखित सर्वश्रेष्ठ कहानी है. "अब कभी गुल्ली डंडा खेलते हो गया" कितना अच्छा सवाल है, कसम से रो पड़ा मैं.....
@Trilochan212652 жыл бұрын
" दया अब बहुत बड़ा हो गया है और मै बहुत छोटा " इस वाक्य में पूरी कहानी समा सकती है | आज तक ऐसा कोई कहानीकार नहीं हुआ तो भारत की जनता के हृदय को इतनी गहराई तक छू पाया हो | युगशिल्पी मुंशी जी के साहित्य को किसी प्रशंसात्मक शब्द से श्रृंगारित नहीं किया जा सकता | कैसा अद्भुत लेखन है !🙏
@lalchandram47492 жыл бұрын
L77788आ
@malkeetsinghkamboj62042 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जैसा उपन्यासकार कोई नहीं हुआ आज तक
@India_1082 жыл бұрын
Haa
@imyadavrupesh4 жыл бұрын
सचमुच हृदय पशीज गया...🤔 वो भी क्या दिन थे न मतलब की दोस्ती थी न दोस्ती का मतलब पता था। मुंशी प्रेमचंद को कोटि-कोटि नमन।🙏
@Vishalkumar-yh9or4 жыл бұрын
😭😭😭😭
@RanjeetSingh-cr6yf4 жыл бұрын
Sahi bola yarrr
@avinash227682 жыл бұрын
Bhai dono alg alg h
@avinash227682 жыл бұрын
Munshi alg h premchand ji alg
@imyadavrupesh2 жыл бұрын
@@avinash22768 भाई मैने तो मुंशी प्रेमचंद और प्रेमचंद को पढ़ा है। बिहार के टेक्स्ट बुक में नोवीं कक्षा में मुंशी प्रेमचंद की कहानी है और आठवीं में प्रेमचंद जी की कहानी है।
@rameshgothwal16812 жыл бұрын
आज मेरी उम्र 60 साल की हो गयी है। प्रेमचंद की"गुल्ली-डंडा" पढ़ी थी,आज देख भी लिया। सचमुच मेरा बचपन लौट आया। पुराने सहपाठी स्मृति-पटल पर स्क्रीन की तरह चलने लगे।
@vipinagarwal28674 жыл бұрын
जीवन की वास्तविक सच्चाई यों की कहानी जो आजकल कभी भी देखने को नहीं मिलते गाने को देखकर बचपन के दिन याद आ रहे महान कहानीकार उपन्यासकार लेखक मुंशी प्रेमचंद जी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम
@Gk-ws1pw3 жыл бұрын
सरकारों को गांव गरीब मजदूर की समस्याओं को जानना हो तो उनको मुंशी प्रेमचंद का साहित्य पढ़ना चाहिए
@AK-ys7yd3 жыл бұрын
कोई नहीं पढ़ेगा नहीं तो लूटेंगे कैसे
@newthinkingwithmukeshkumar95753 жыл бұрын
सरकारों को तो अपने बैंक कैसे भरने है, लूटपाट कैसे करनी है, गरीबी को कैसे बढ़ाना है, आम आदमी की कैसे ऐसी तैसी करनी है ये साहित्य सीखना है
@Prashantmm13 жыл бұрын
बचपन के वो दिन याद करके आंखों में आसूं आ जाते हैं।😥😥 हम भी बचपन में गुल्ली-डंडा के खेल में खूब पद्दी करते थे और दोस्तों को पदाते थे।❤️❤️
@bishambrangopalan6780 Жыл бұрын
Mujhe bhi.
@kavipriyanshupriy99813 жыл бұрын
वास्तव में मुंशी जी की प्रत्येक कहानियाँ हृदय झकझोर जाती हैं। निश्चित रूप से ये सिर्फ कहानी है लेकिन वर्तमान की सच्चाई कितनी बारीकी से बयाँ कर रही है। बचपन में न जाति का पता होता न ही धर्म का। सिर्फ और सिर्फ घनिष्ठ मित्रता ही सबसे बड़ा धर्म होता है। उसके बाद जब वही दोस्त बड़े हो जाते हैं। तब "तू" से "तुम" और फिर "आप" तक पहुँच जाते हैं। न जाने कितने करीबी दोस्त छूट भी जाते हैं। जाने अनजाने ही मुलाकात होती है। आज ये कहानी देखकर मुझे भी पुराने दिन याद आ गए। स्कूल के बहुत करीबी मित्रों से संपर्क भी टूट गया है अब 😭😭। पर एक अभिलाषा मन में बनी रहती है कि सब फिर से मिलें और फिर से क्रिकेट खेलें। ❤
@Aadeshmishra192 Жыл бұрын
जी बिल्कुल मेरे मन की बात कह दी है आपने ।
@nishantnewbit4 жыл бұрын
जिसने अपने बचपन की यादें, दोस्त, बिसरा दिये उसका जीवन बगैर नींव के हो गया
@hpsinghshourya66729 ай бұрын
बिलकुल ठीक कहा आपने।
@vinodsinghsachan8894 жыл бұрын
ग़रीब कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा बड़े लोगों से छुपानी पड़ती है और यही जमाने का दस्तूर बन गया है
@shivamrai60034 жыл бұрын
Aaj mil hi Gaye. Vinod🤣😂🤣😂
@vinodsinghsachan8894 жыл бұрын
@@shivamrai6003 जी यह तो मेरी गूगल प्लस की प्रोफाइल पिक्चर है जो कि अब नहीं चलाता हूँ !
@shivamrai60034 жыл бұрын
Sorry Bhai mazzak kar raha tha 🙏🙏🙏
@vinodsinghsachan8894 жыл бұрын
@@shivamrai6003 अरे भई कोई बात नहीं है
@manishonline97643 жыл бұрын
बहुत ही प्यारी कहानी है,गया का अभिनय बहुत प्यार था😘😘बचपन की यादे आज फिर से ताज़ा हो गयी,,😘 न जाने कहानी को देखने के बाद ऐसा क्यों प्रतीत होता है कि, कहानी अभी भी अधूरी सी है..........।
@VIJAYYADAV-ve9lf4 жыл бұрын
ऐसे सीरियल देखकर कभी किसी से नफरत नहीं होती यार.....आजकल के tv डिबेट से हजार गुना बेहतर....😊 लेकिन जिस तरीके से घटिया बनाया गया है ये सीरियल बहुत निराशा हुई....😢
@greatindian94014 жыл бұрын
Childhood Nahi Dikhaya
@sarjeetmaurya4 жыл бұрын
A gye n uc chutiyapa par.dikha di asli aukat.jo bhav ism mila vo bhav khi nhi mlg lekin tum chhachhundaro ko kmi hi rhegi hmesa kc n kc chj ki.
@VIJAYYADAV-ve9lf4 жыл бұрын
@@sarjeetmaurya आपकी भाषा पढ़कर लग रहा है संस्कारों की कमी कितनी रह जाती है किसी -किसी में.... अरे जो कहना चाहते हो पहले सीख तो लो लिखा कैसे जाता है और कहा कैसे जाता है....दोंनो ही नहीं सीख पाये…..😊
@sarjeetmaurya4 жыл бұрын
@@VIJAYYADAV-ve9lf 😄😄😄 kya hua tumhare sanskar aur dimag kha gya . डाक के जमाने में इंटरनेट की बात करते हो इससे ज्यादा bewkuf nhi dekha जब कोई खुद कुछ उखाड़ नहीं पाता तो कहते हैं मैं होता तो तीर मार देता ।
@VIJAYYADAV-ve9lf4 жыл бұрын
@@sarjeetmaurya डाक के जमाने मे इंटरनेट की बात करते हो या कहना चाहिये इंटरनेट के जमाने मे डाक की बात करते हो..😊..... वैसे ये डाक और इंटरनेट कहाँ से आ गया बीच मे...😊
@vipuljawalekar60583 жыл бұрын
यह कहानी आज से 10 साल पहले पढ़ी थी और आज उसका सजीव चित्रण देखकर बहुत अच्छा लगा ।
@ShanBreakss3 жыл бұрын
Mai upsc ki preparation kar rha hu mera optional Hindi Literature hai aur usme ye padhni hai isliye dekh rha मस्त कहानी है मजा आ गया 😅🤗
@vikasmeena80174 жыл бұрын
There is a great pain of losing friends due to life responsibilities 😢😢 in this story by great premchand ji
@shivendrabadgaya16093 жыл бұрын
अब तो श्री मुंशी प्रेम चंद जीके कहानी ही हमारी प्राचीन परंपराओं को जीवित किए है उनकी भविष्य की वायाख्या दूरदृष्टी को बरम्मबार प्रणाम करता हूं उनको भाव सहित श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं
@makniimran39594 жыл бұрын
Missing those old days. Today is very fast way of life. Those days pace was slow enjoying every moment of reality.
@vksaxena20074 жыл бұрын
बचपन के दिन भुला ना देना ........
@SaurabhSingh-yi1zc4 жыл бұрын
Die hard missing those days
@irshadkhan-jw8xw2 жыл бұрын
You Are Right imran
@prakashpatel69598 ай бұрын
Nice 🙏👍
@KuldeepSingh-vu1wx4 жыл бұрын
Same is story of my life. Today I am successful Engineer, while my childhood friend is struggling for his deadly needs. आज लेकिन वैसा मज़ा कहाँ जैसा उस बचपन के दोस्त के साथ था, उस गुलि डंडे और पेड़ों पर चढ़ने मे था l काश वे दिन फिर लौट आते l
@rajeevranjanpathak7363 жыл бұрын
Please help them ......true friendship
@devbratyadav88652 жыл бұрын
Please help those friends whose financial condition is not good ... that is true childhood friendship
@riteshsharma755 Жыл бұрын
@@rajeevranjanpathak736 What you said Same I was about to say
@riteshsharma755 Жыл бұрын
Bhai apko life main success Mili to apko purane Din bahut acche Aur yaad bahut ayenge,,, agr Gaya ki Story se btaun to Gya Apne vartmaan ko dekh kar pachtataa hoga gulli danda khela he Kyu isse accha padh likhta apne dost ki trha officer banta ✍️
@KhurshasabAli9 ай бұрын
Ap ne muje udas kar diya
@ashishxyz1040 Жыл бұрын
प्रेमचंद जी ने जिस प्रकार कहानियों का वातावरण रखा है यह हृदय को छू जाती है और हम लोगों से संबंधित कहानी है , क्योंकि हम लोग भी जब अपने बचपन को याद करते हैं, तो आंखों से आंसू और हृदय में जो भाव उत्पन्न होता है वह अंदर से झकझोर कर रख देता है। प्रेमचंद जी एक महान कहानीकारों में से एक है ।❤😊👌👌
@theknjha2 жыл бұрын
मैं फिलहाल जर्मनी में रहता हूं परंतु मुंशी प्रेमचंद साब का प्रशंसक हूं, आज जितने भी सिनेमा निर्देशक हैं उनसे ही कही न कही प्रेरणा लेके कहानियां निर्देशित करते हैं, लेखक तो सौ प्रतिशत उनके कहानियों से प्रेरणा लेके हमारे समाज में अच्छे सिनेमा लेके आते रहे हैं। उम्मीद करता हूं हमारे भारतवासी उनको सदियों तक याद रखेंगे।
@ashishchaudhary31464 жыл бұрын
Ek acchi kosis h, lekin premchand ji ki kahani padte samay jo dimag me film chalti h uska koi jawab hi nhi.
@kapilmohansharma61354 жыл бұрын
Adbhut... I don't know... Why these kind of serials.. have so less views. People shud watch these .. they will find themselves in old times... Golden times...
@manishmehta8877 Жыл бұрын
जब भी मन में उलझने आती है प्रेमचंद जी कहानियां देख लेता हूं मन शांत हो जाती हैं बचपन भी किया दिन थे 😢❤❤
@surendrasinghshekhawat19382 жыл бұрын
क्या बचपन के दिन थे आज से 35 साल पहले खूब मस्ती करते थे गुल्ली डंडा कान मान मालदारी सतोलिया कंचा क्या पता कितने गेम थे बहुत याद आती है उन दिनों की प्रेमचंद जी की कहानियों में यह सब मिलता है और बड़ा आनंद आता है पढ़ने मैं क्या वह दिन थे कभी-कभी तो आंखों में आंसू आ जाते
@nupursingh58964 жыл бұрын
इस कहानी को पढ़िये, देखने से दोगुना आनंद आऐगा। ये कहानी स्कुल(६ या ७) के पाठयक्रम मे थी।
@Akhileshkumar-ff5dq4 жыл бұрын
आप कब पास कि हैँ 7वी हमरे जमाने मे 2007 मे तो नहीं मिली ये कहानी
@Akhileshkumar-ff5dq4 жыл бұрын
आप कब पास कि हैँ 7वी हमरे जमाने मे 2007 मे तो नहीं मिली ये कहानी
@sanjay82804 жыл бұрын
जब आपके अंदर छोटे बड़े, ऊंच-नीच, अगड़ा पिछड़ा ,का भेद भाव नहीं रहेगा तो यकीन मानिए दोस्ती का आनंद आप से ज्यादा किसी को नहीं मिलेगा और इस भावना से परे बचपन ही होता है इसलिए बचपन की दोस्ती हमेशा याद रहती है चाहे कितने भी दोस्त क्यू न बन जाए इस भावना को त्याग कर यह आनंद आप हर समय पा सकते हैं कितनी गहराई तक सोच लेते थे मुंशी प्रेमचंद 🙏🙏
@AK-ys7yd3 жыл бұрын
लेकिन ऐसा होता नहीं है ना पहले था ना आगे रहेगा
@nageshverma59742 жыл бұрын
Upsc एस्पिरेंट ना होता तो शायद इतनी अच्छी कहानियां नहीं पढ़ पता 🙏🙏🙏
@apniawaz814 жыл бұрын
kitne mahan the munsu premchand ji jinki kahani dekhne se 100guna jayada maja padhne me aata hai sat sat naman hai tumhe mere bharat k ratan.
@Shub_gill4 жыл бұрын
Bachpan ki yaad taza kar di aapne Yeh kahani bachpan mein padhi thi Ab dekh bhi li :::thank u youtube and ofcourse munshi premchandji
@rajeshwarsinghgeetsangeet4 жыл бұрын
गाँव की यादें
@ashokkumarkhatri63553 жыл бұрын
१९७०-७२ देहरादून हाईस्कूल में मुंशीजी की यह कहानी पढ़कर रस आया था, यह चित्रण कथा के अनुरूप नहीं हो पाया।
@अजयसम्राट-स4ह4 жыл бұрын
इस कहानी को जब मैं पढ़ा था तब हमें समझ में नहीं आ रहा था कि खुशी के आंसू निकल रहे है या दुःख की ...
@NaveenKumar-xe9yh4 жыл бұрын
प्रेमचंद जी की अनेक कहानी पढ़ी है मगर इसे पहली बार देखा है । few famous stories read by me - Edgaah, Do bailo ki katha, Mantr, Kafan, Godaan, panch parmeshwr, Poos ki raat, Namak ka daroga, and many many more.
@arpitbhardwaj77484 жыл бұрын
Must seen "sava sher gehu"
@Kukku90199 ай бұрын
ऊँची उपलब्धि के बाद पुराने गरीब मित्र से मित्र मिलने आ जाएं तो जीवन का सारा दुख दुर हो जाए परंतु आज की आधुनिकता में ऐसी दृश्य देखना दुलर्भ है । वो दिन कुछ और थे , ये दौर कुछ और है 😢😢
@SandipKumar-fq2wz4 жыл бұрын
Tum padana hum padenge!!😂😂😂 mujhe mere bachpan ki baat yaad aa gai...mera ek aisa hi friend gorakh tha...bahot acha gulli danda khelta tha...bahot padata tha mujhe...
@rampande73262 жыл бұрын
मै भी गुल्ली डंडा खेलता था।पुराने दिन याद आते हैं। यार दोस्त प्रेम दया क्षमा शांति सत्य धर्म वाले व्यक्ति थे। अब सब ठीक नहीं है। खत्म हो गया। सब कुछ झूठ बोल रहे हैं।अब लोग बेकार दोस्त प्रेम दया नहीं है।
@Aadeshmishra192 Жыл бұрын
उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी को समाज और समाज के अच्छे बुरे और लोगो के अचार विचार ,मानवीय व्यवहार की अच्छाई बुराई ।समाज की हर विषय की अच्छी समझ थी ।जीसे उन्होने अपने आस पास के परिवेश और उस कालावधि मे मेहसूस किया ।और उसे अपनी लेखनी सेबहुत ही शानदार रचना से पारिभाषित किया था।मुंशी जी को पढ्ने के बाद हर पाठक का हृदय झकझोरा सा लगने लगता है ।कलम के इस जादुगर क कोटि-कोटि प्रणाम एवम धन्यवाद ।।
@kingbhai24403 жыл бұрын
मैं गुल्ली डंडा का star खिलाड़ी हूं यदि आप गुल्ली डंडा का कोई मैच खेलते हैं तो कृपया मुझे कॉल करें 🙏🙏🙏
@wazifekiduniya14163 жыл бұрын
Aa jao bhai kab khelna hai
@kingbhai24403 жыл бұрын
@@wazifekiduniya1416 आ जाओ आरा जिला बिक्रम गंज
@Rahulmishra-se4xb3 жыл бұрын
Number to de pahle
@ansariliyaqatali22507 ай бұрын
😢 Wah wah wah 😭 Munshi ji ki kahanian 😅 School men padha thaa aaj rupantar dekh man prasan ho gaya AOR bachpan ki bhi tazah ho gai😂😂😂🎉🎉🎉
@utkarshbaranwal6855 Жыл бұрын
कौन कौन इसे 2023 में देख रहा है 👍👍
@mehar92974 жыл бұрын
सुकुमार तुडु दादा। गजब काम किया है वाह बधाई 💐💐
@h.n.gadhvi4 жыл бұрын
Thank you very very much for uploading this serise. 🙏🙏
@kshtriyashersingh74749 ай бұрын
जिंदगी RCB की तरह हो गई हैं ! योग्यता बहुत है, बस किस्मत साथ नही देती ! 😔😔
@mshakya94814 жыл бұрын
Munci Prem Chandra ji great 🙏🙏🙏🙏🙏
@Sheshu62 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचन्द जी के कहानी मे जितना आनंद और उल्लास मिलता है वो इस कलयुग मे कहा मिलता है ☺️🙏
@yusufvohra24464 жыл бұрын
Munshi ji aap ne bacchpan yaad aagaya ab aap jayse koi munshi prem chand is dharti pe nahi aayega munshiji aap ki kahani padhker rooh ko bahoot sukun miltahai khuda aap ke rooh ko sukun de aamin
@Eklavy242 жыл бұрын
Bhai gulli danda kaun kaun khela hai. Mai to khela hu mere gav me ab khelte hai
@letslearn1343 жыл бұрын
Bachpan me sab bhole anjaan masoom the par bade hote hote masumiyath chupani padti he
@vivekpatel38972 жыл бұрын
इंसान के जीवन का सबसे सुनहरा सुखमय और स्वर्ग से भी बेहतर समय बचपन का होता है। उसके बाद तो बस जिंदगी कटती रहती है लोग बिछड़ते रहते है।☝️😓😥
@bossabdul14252 жыл бұрын
Very beautiful comment tearful
@Indra_Dhanush Жыл бұрын
मुन्शी की प्रेमचंद की कहानी बूढ़ी काकी,बडे भाईसाहब,जैसी कहानियाँ बचपन में स्कूली दिनों में पढ़ी जिन्हे कभी भूल नहीं पाई। साहित्य के क्षेत्र में मुन्शी जी की कहानियाँअनमोल स्थान रखती हैं।
@sravansingh47382 жыл бұрын
बहुत ही मार्मिक कहानी है ,प्रेमचंद्र जी की ,नमन है ईश्वर पुनः भारत में जन्म दे ऐसे महान लेखक को
@ajeetpratapsingh84434 жыл бұрын
वाह मुंशी जी ।।।।। नमन है आपको🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
@pallavirastogi4 жыл бұрын
Love all the stories of premchand ji.. & love the simplicity of DD national..🙏 ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ ❤ 🙏
@SewaRam-jx1dz2 ай бұрын
ये सभी कहानियां मुझे रुलाती है और मेरा बचपन याद दिलाती है,,,😢🎉
@Harshit_parashar.-13 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद की बात ही कुछ और है। उनके बिना हिंदी साहित्य अधूरा है।
@apniawaz814 жыл бұрын
tere bad koi dusra nayak na aayega mere premchand ji aap jaise ratan ko khokar dil rota hai
@shubhamvlog73 жыл бұрын
Upsc aspirant kon kon hai jo dekhne aaya hai 😊
@preetidevi17182 жыл бұрын
Me
@jitendratia48094 жыл бұрын
IN MUNDHI PRRMCHAND KI STORIES, I HAVE ALWAYS FOUND ORIGINALITY I WILL NEVER FIND SUCH A ORIGINAL WRITER IN MY LIFE.
@udayandutta31212 жыл бұрын
True realism at its best. The touch of realism makes it more attractive to me as well.
@BanarasKaBlogger3 жыл бұрын
बचपन, *मुझे फिर से लौटा दो मेरा बचपन* 😭😭
@bossabdul14252 жыл бұрын
Mere Dill ki baat Aap ne kha di
@reactor6093 жыл бұрын
क्रिकेट ने गूल्लि डंडा छिना और अंग्रेजी ने हिंदी छिन लिया लोगों को यह तरक्की लगता है
@vatsalaykhobragade3 жыл бұрын
Bhut shi bhai
@prabhatdipankarLBSNAA Жыл бұрын
Mai upsc ki preparation me ye story Hindi literature ki book se read ki book se direct youtub par 😊😮
@Pradeepkumar-eb7im2 жыл бұрын
मित्रो मुझे एक कहानी का नाम याद नही आ रहा है किर्पया मदद करे एक कहानी थी जिसमे एक बच्चे को पढ़ने या कोई चीज लेने घर से भेजते हैं लेकिन खेल खेल में वह बच्चा कुएँ में कोई चीज गिरा देता है उस कुए में एक बहुत ही भयंकर सांप है बच्चा वह चीज निकलने के लिए कुए में घुसता है और सांप से बचते हुए बड़ी मुश्किल से उस चीज को उठता है किर्पया इस कहानी का नाम बताए बहुत मेहरबानी होगी
@rahuljaiswal11152 жыл бұрын
स्मृति story ka nm h bhai
@skskhalifaofficial4 жыл бұрын
Aaj kal k tv seriel mai chote chote kapde pehne dikhate hai hmare Sanskar sab bekar kr dye ekta kapooooor ne
@samar57553 жыл бұрын
Maine apne bachpan ke friend ke mohlle chhodne se pahle bahut khus tha lekin jiss din wo gya main 3 din tak rote raha ...i miss you friend😞
@thelegends1141 Жыл бұрын
06:00 to 06:10 Ladko ka jis tarah ka pajama hai , us tarah ki jeans ab ladkiya pehen rahi hai ye kehke k its a fashion 😅😅😅😅 HISTORY REPEATS HISTORY AND WE CALL IT FASHION... * WELL, 90s KA ZAMANA KARE DEEWANA KASH FIR LAUT AAYE WO ZAMANA 😢
@UpscCse-xd4jr4 ай бұрын
यह कहानी मध्य वर्गीय व्यक्तियों के अकेले एवं संबंध हैं हो जाने के बारे में है । इसमें दो चरित्र हैं - मैं और गया | दोनों बचपन में गुल्ली डंडा खेलते थे , मैं मध्य वर्ग का व्यक्ति है जो बाद में बड़ा अधिकारी बन गया जबकि गया एक दलित है जो गांव में साधारण जिंदगी जीता रहा | एक बार मैं गांव में आया तो उसने गया को गोली डंडा खेलने के लिए बुलाया | गया चाह कर भी मैं के साथ सहज नहीं हो पाया और जानबूझकर हारता रहा इसी अंतराल और असहजता पर यह कहानी केंद्रित है | मैं सोचता है मैं अब अफसर हूं यह अफसरी मेरे और उसके बीच में दीवार बन गई है अब मैं उसका लिहाज पा सकता हूं अदब पा सकता हूं सहचर नहीं पा सकता | यह पद पाकर अब मैं केवल उसकी दया के योग्य हूं वह मुझे अपना जोड़ नहीं समझता | वह बड़ा हो गया है मैं छोटा हो गया हूं।
@ranjitSingh-tm5yl Жыл бұрын
कलम के जादूगर जिन्होंने भारतीय जीवन शैली के पवित्र निर्मल पहलुओं को छू छू कर सारे कुप्रथाओं पर कुठाराघात किया! उनके योगदान को आज के पीढ़ी को समझाया ही नहीं जाना चाहिए वरन् उनके सारे अनुपम कृति को उच्चतर शिक्षा के पाठ्य पुस्तक में अनिवार्य किया जाना चाहिए! हम शेक्सपियर से पहले प्रेमचंद को क्यों ना पढें?🙏🎉
@PankajVarma-qx9pb3 ай бұрын
काश हम भी मुंशी जी के जमाने me पैदा हुए होते 😢😢
@madhudubey37004 жыл бұрын
Premchan ki is khaki ki film Ansu Aagye Bchpan Sei amir bnjana bhi Dukh deta hai Jha purane log, door Ho gaye
@-Kuldeepsection-C Жыл бұрын
'Gaya bada ho Gaya h or main Chhota' isi line me poori kahani ka saar chhipa h, salam h ese mahan lekhar ko. Munshi Premchand 👍
@fatehsingh60554 жыл бұрын
वेद पढ़े या ना पढ़े पर जिस दिन आपने दीन हीन की वेदना को अवश्य पढ़ लोगे उसी दिन से आपकी वेदनाओं अंत निशचित है।
@ranichandrawat28234 жыл бұрын
I love my childhood memories
@Dancers123-l9k Жыл бұрын
If this generation watching this it means they are still loving the real beauty of words and culture ❤
@-Kuldeepsection-C Жыл бұрын
Kahte h agar Hindi ko padhna h to AP kisi bhi lekhar ko padh sakte h agar Hindi ko jeena h to Munshi Premchand ji ko padhiye👍👍
@satyavirrohilla86194 жыл бұрын
Old is gold, old Indian game were precious.
@ROHITKUMAR-sw2mt3 жыл бұрын
Munsi premchand ki trh kahaniya likhane wala n to koi tha aur na hoga
@ProfGulabraoBhoyarMAMEdSET4 жыл бұрын
यह कहानी मै नौवी कक्षा मे पढा था।
@Vishalkumar-yh9or4 жыл бұрын
AP 9th m kb the bhaiya please tell me
@ProfGulabraoBhoyarMAMEdSET4 жыл бұрын
@@Vishalkumar-yh9or मै महाराष्ट्र से हूँ हिंदी माध्यम से पढाई किया तो प्रथम भाषा हिंदी कीि पुस्तक थी सन 1994-95 मे यह कहानी थी हमे।
@Vishalkumar-yh9or4 жыл бұрын
@@ProfGulabraoBhoyarMAMEdSET thanks
@pintuyadav2600 Жыл бұрын
जी भर जिया मर कर मर जाएंगे जब भी सुनहरे पल याद बचपन के आएंगे एक मलाल और बुरा हाल याद जब भी बचपन की आए तो वहां लौट जाएंगे ठंडी छाव मन में घाव पलके भीग जाएंगे😢 सुनहरे पल याद बचपन की जब भी आएंगे।py मुंशी प्रेमचंद जी अमर रहे🙏
@prashantvlog066 Жыл бұрын
UPSC aspirant present lgana n bhule ...
@kundangupta31124 жыл бұрын
Bachman ad kaha ayega khusi milti he ye video dekh kar
@AbdulQadir-wt3un11 ай бұрын
Munshi Premchand ki balidaan upload kar de please 😊😊
@Home-y1s Жыл бұрын
Bahut achcha kam Kiya Prasar Bharati ne Munshi Premchand ki kahaniyan dikhaiye
@abhixguitar44444 жыл бұрын
That's why it is said.... Things will not give you happiness but experience will do.
@Home-y1s Жыл бұрын
Prasar Bharati ne bahut achcha kam Kiya Munshi Premchand ki kahani khakar
@studybreakfast85572 жыл бұрын
Akelapan kisi ko bhi achcha nhi lagta, I think ye hi is kahani ka saar hai. Please friends, kisi ko bhi akela mat rehne do, varna vo andar hi andar toot jayega🙏
@ChandAlam-w5d11 ай бұрын
Bachpan me kon kon gulli danda khela h mai ladki hokar bhut kheli hoo batana me hm umar ke bhai bahno
@Rohitharsule1 Жыл бұрын
Acha प्रदर्शन रहा , पर जो book से pathne me mja hai vo nhi aaya 😐🎉🎉😐😐
@pradeepmallyapradeep8064 жыл бұрын
Superb!!! Thanks "prasarbharati" 💐🙏💐...
@pushpensinha69662 жыл бұрын
गिल्ली डंडा ओलंपिक में होना चाहिए
@abhineshkumarsharma63674 жыл бұрын
Mai bhi bhut bachpann ki yaad sanjonge rakhte
@habibpathan3196 Жыл бұрын
धन्यवाद प्रसार भारती मुंशी प्रेमचन्द जी को बहुत-बहुत नमन और सलाम (( जय हिन्द ))
@learnprogramming1234 жыл бұрын
filmaankan thoda kharab kiya hai iska. Munsi Premchand aazadi se pahle ke hain. Un jaamane me waise flats nahi hote the jaisa video me dikha diya gaya hai. Tahreer waale series me jis tarah se gaao waala scene dikhaya hai, waisa dikhana tha.
@umaimauneeb4 жыл бұрын
Sahi kaha 👍
@ajayrajaryan96262 жыл бұрын
This show watched and I feel my childhood , remember somedays for old me , munshi premchand is a great poet
@csrawat224 Жыл бұрын
यूं ही नहीं प्रेमचंद साहब को हिंदी साहित्य का उपन्यास/कहानी सम्राट नहीं कहा जाता। कुछ तो बात है इनमें।
@krantishukla78274 жыл бұрын
ये कहानी पुस्तक में पढ़ा था, पर इसमे थोड़ा गलत बताया गया है, दया का रोल
@मनीषसाहू-म1ज3 жыл бұрын
क्या गलत है
@neelamchheda30805 ай бұрын
English: This year in 6 th std. I had an annual day on munshi premchand ji ki kahani 'Gulli Danda' which is this one! हिंदी में: इस साल ६ठी कक्षा में हमने मुंशी प्रेमचंद जी की यह कहानी 'गुल्ली डंडा' हमारे Annual day में प्रस्तुत की थी!
@adityagautam4445 Жыл бұрын
Koi mujhe ye bata sakta hum iss kahani se kya sikhne ko milta hai ❤