इस साक्षात्कार में मुझे निराशा ही हाथ लगी , कारण यह कि उनके जन्म और परिवेश की जानकारी तो मिलती है हम सभी को .. जब वह यह कहते हैं कि अलीगढ़ के माहौल ने उनको इतिहास में कार्य करने की प्रेरणा प्रदान की ..लेकिन इस शो में इतिहास के प्रति उनके नज़रिए और उनके लेखन का कोई प्रस्तुतीकरण लगभग न के बराबर रहा ... यह सच है कि इतने कम समय में इन बड़े मसाईलों पर चर्चा संभव नहीं ही थी .. पर इतिहास कम शब्दों में भी बहुत कुछ कहता चलता है ... ऐसे इतिहासकारों को हम सुनना और सीखना चाहते हैं ...