ढोल गंवार सूद्र पसु नारी - सबने गलत अर्थ किया है / Dhol ganvaar sudra pashu naari

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Anand Dhara आनंद धारा

Anand Dhara आनंद धारा

Күн бұрын

Пікірлер: 4 500
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
पूजिअ विप्र सील गुण हीना, सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना ॥ यदि इस चौपाई को भी समझना है तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें। 👇👇👇👇 kzbin.info/www/bejne/h3nSlH6pj5qqgbc
@srdgreducationtrust.3432
@srdgreducationtrust.3432 Жыл бұрын
Teli ,kalwara se related v line hai.... Tulsi ke ramcharitmanas mein...uska v meaning bata dijiye.... Sadhu baba....
@schaturvedi6531
@schaturvedi6531 Жыл бұрын
Ok
@fullframeweddingphotograph6538
@fullframeweddingphotograph6538 Жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/opa0lqirrLZ-ZtU
@ashutoshtripathi784
@ashutoshtripathi784 Жыл бұрын
चौपाई सही हैं बिप्र वही है जो सबके प्रति समान भाव रखे इस चौपाई में रावण को सूद्र माना गया है vedo ka ज्ञाता होते हुए भी अत्याचारी बना
@subashchandrasingh9869
@subashchandrasingh9869 Жыл бұрын
Samudra ki tarah soch rakhanewalon es vyakhyan ko dekh sun kar us samudra ki tarah raste par ajao Ramayan singh adv ara
@rupkishoresinghshekhawat6436
@rupkishoresinghshekhawat6436 Жыл бұрын
परमपूज्य गुरुदेव जी ने बहुत ही बेहतरीन तरीके से विवादित दोहे की व्याख्या की गई। गुरुदेव को दंडवत प्रणाम 🙏🙏
@binoykumarsinha8273
@binoykumarsinha8273 Жыл бұрын
बहुत तार्किक विश्लेषण। बहुत अच्छा बहुत सुंदर। धन्यवाद।
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
हरिॐ
@sunitupadhyay1508
@sunitupadhyay1508 Жыл бұрын
हर-हर महादेव महाराज जय जय श्री सीताराम महाराज के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम
@OMPRAKASH-lb3xl
@OMPRAKASH-lb3xl Жыл бұрын
Sach sach hota hai. Usko explain nahi karna padta. Jis baat ko samjhane ke liye itna yatan karna pade aur phir bhi na samajha paye wo kaisa sach. Eise hi sach ki vajah se aaj samaj me vighatan ho raha hai. Dhanyawad.
@k2Ashishgaming190
@k2Ashishgaming190 Жыл бұрын
दुनिया के सबसे सबसे अच्छी व्याख्या की है गुरु जी आपने समझ में भी आया और सटीक भी है ना किसी पर हाथ है और ना किसी का पक्ष
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
पूजिअ विप्र सील गुण हीना। सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना॥ ब्राह्मण यदि दुराचारी हो और उसमें कोई गुण ना हो फिर भी पूजनीय, और शूद्र यदि सभी गुणों से युक्त हो कुशल हो फिर भी तिरस्कार के योग्य.. तुलसीदासजी ने ऐसा क्यों कहा..? इसको समझने के लिए इस वीडियो को भी अवश्य देखें! kzbin.info/www/bejne/h3nSlH6pj5qqgbc
@rameshbhankodia470
@rameshbhankodia470 Жыл бұрын
अति सुन्दर प्रवचन ! शत् शत् प्रणाम !!
@kavindrayadav3607
@kavindrayadav3607 2 жыл бұрын
अतिउत्तम । कला साहित्य संगीत को समझने के बाद रामचरितमानस समझ आयेगा ।
@AnandDhara
@AnandDhara 2 жыл бұрын
बिल्कुल सत्य
@vinaykumarmodanwal6327
@vinaykumarmodanwal6327 Жыл бұрын
Hamare hindi shabd kai arth hote hai kabhi kabhi kbi log kahte hai log arth kuksh aur samjhte hai fir kavi arth batata hai tb log samjhte hai
@mahendrasharma7225
@mahendrasharma7225 Жыл бұрын
बहुत ही सटीक व्याख्या स्वामी जी, जयश्रीराम🙏
@AMARPAL-pr5cf
@AMARPAL-pr5cf 2 жыл бұрын
स्वामी जी आपने बहुत अच्छा व सटीक अर्थ बताया उस चौपाई का जिसको मन्द बुद्धि लोगो ने विवादित बना दिया, व सनातनियो के बीच भेद भाव पैदा करने का रामचरित मानस जैसे ग्रन्थ में साक्ष्य बना दिया ।
@Sanjaykumar-zl3po
@Sanjaykumar-zl3po 3 жыл бұрын
Gurdev pranaam aap ne samaj ki akhe kholdi hai hamare mitra St sc obc ke log brahmno /RAMAYAN KO BAHUT APSABD KALPANIC KITAB MANTE HAI
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरिॐ
@puranpanikapuranpanika8450
@puranpanikapuranpanika8450 2 жыл бұрын
Yes Sir 👌👌
@abrce2011
@abrce2011 3 жыл бұрын
अति सुंदर पंडितजी।आपका ये वीडियो देखकर मन गदगद हो गया।हरिओम।👍👌💐😊
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरिॐ बहुत कम लोग हैं जो कि मेरी बात को समझ पा रहे हैं मेरे आशय को समझ पा रहे हैं अच्छी चीजों को समझने के लिए भी अच्छा दिमाग चाहिए मूर्ख आदमी किसी भी सही बात का गलत अर्थ निकाल सकते हैं
@dr.u.sgautam4244
@dr.u.sgautam4244 Жыл бұрын
अति सुन्दर एवं अद्भुत प्रस्तुति।🌷🌷🙏🏻🙏🏻
@RakeshKumar-ej6kw
@RakeshKumar-ej6kw Жыл бұрын
प्रमाण है कि सतयुग में केवल ब्राह्मणों को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार था तो जाहिर है भाई जो धर्म ग्रंथ, वेद, पुराण, मनुस्मृति आदि लिखे गए है वे सभी ब्राह्मणों द्वारा अपने वर्ण को भविष्य में सुरक्षा को ध्यान में रखकर किए गए हैं।
@spstudiocreations6723
@spstudiocreations6723 Жыл бұрын
Thoda to padhlo Ved kisi se nhi likha Gaya he
@KartikKishanStudio
@KartikKishanStudio 8 ай бұрын
नही किसने कहा
@READYGO_SCIENCE
@READYGO_SCIENCE 2 ай бұрын
abeeeeeeeeeeeeeee
@chanderkant6813
@chanderkant6813 Жыл бұрын
Maharaj You explain so good people listen this parvachan
@sushilkumarmishra7824
@sushilkumarmishra7824 Жыл бұрын
अत्यंत सही बात है। बात कौन कह रहा है, यह बहुत महत्वपूर्ण है
@virendrajha5151
@virendrajha5151 Жыл бұрын
Harekrishna jaysriram hari om guruji koti koti naman jaysanatan pujygranth tulsikrit ramayan ,murakhlog bhednajanen,
@vasantraokulkarni4002
@vasantraokulkarni4002 Жыл бұрын
महाराज आपले अच्छा समझाया अभिवादन स्वीकार करें ।
@varunkumar-eq4jh
@varunkumar-eq4jh 3 жыл бұрын
स्वामी जी सही अर्थ बताने के लिए बहुत बहुत आभार
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरिॐ हरे कृष्ण
@rameshchandrapipliya8260
@rameshchandrapipliya8260 2 жыл бұрын
कौनसा सही अर्थ ,गलत अर्थ बता रहा है।
@genalalray1111
@genalalray1111 2 жыл бұрын
जिस धर्मग्रंथ में नारी को अधमी माना जाता हो जिसे आपके शब्दो मे तारने की जरुरत हो तो क्या सभी की जननी अधमी होती है? कितना भी लिपा-पोती करोगे-सच्चाई को नही छुपा सकोगे।
@एस्ट्रोलाजर
@एस्ट्रोलाजर 2 жыл бұрын
नारी स्वयं भावभंगिमा से दूर रहती हैं आप क्यों इतने परेशान हो रहे समझने में ।।
@dimaagkharabhaimera
@dimaagkharabhaimera 2 жыл бұрын
Abey MC BKL, Taran ke adhikari . Adhikari means authority. Nari taran ki adhikari bola gaya hai c#utiye. Adhikari hai naari. Simple.hindi nahi samjh aati tujhe g@!#du
@shatishkumar6630
@shatishkumar6630 2 жыл бұрын
@@एस्ट्रोलाजर aap jaisy loag ham sodro ko aaj bhi bato ko tod marod kar bavkof bnan cahty ho
@एस्ट्रोलाजर
@एस्ट्रोलाजर 2 жыл бұрын
@@shatishkumar6630 हिंदी में साफ शब्दों में प्रगट करें कहां पर भ्रमित हो रहे हैं आप ।।
@BDMClips
@BDMClips 2 жыл бұрын
Ye bhi to batao ki duniya ke kis dharma ne aurato ko devi maan ke pooja kiya hai ??
@MunnaMaharaj-n2y
@MunnaMaharaj-n2y 2 жыл бұрын
इस प्रसंग से मैं अभी संतुष्ट हूं तुलसीदास जी जो चौपाई लिखी है ढोल गवार शुद्र पशु नारी इस चौपाई को समुंद्र कह रहा है अति सुंदर समझ में आ गया
@AnandDhara
@AnandDhara 2 жыл бұрын
जय श्री राम
@atulpandey1708
@atulpandey1708 Жыл бұрын
बार-बार प्रणाम महाराज जी इतनी अच्छी इस चौपाई की व्याख्या आज तक किसी ने नहीं किया आप जैसे विद्वानों पर गर्व है, आप जैसे लोगों पर सनातन धर्म का आधार टिका हुआ है
@sayogitarajput5039
@sayogitarajput5039 Жыл бұрын
कोटि-कोटि प्रणाम गुरु जी आपने सही सही ढंग से समझाया धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏💯
@dharamchanddharam1725
@dharamchanddharam1725 3 жыл бұрын
बहुत अच्छी टिप्पणी की हार्दिक शुभकामनाएं भगवान आपको स्वस्थ बनाए रखें बहुत अच्छी ज्ञान की बात बताई 🙏🙏🙏🎉🎉🎉
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरिॐ
@bhanupartaprajput9203
@bhanupartaprajput9203 3 жыл бұрын
jay shree ram
@kripashankerpal7892
@kripashankerpal7892 3 жыл бұрын
यह भगवान कौन है?
@hakimsingh2024
@hakimsingh2024 3 жыл бұрын
@@AnandDhara ¹
@tddevasalitddevashali9988
@tddevasalitddevashali9988 2 жыл бұрын
Jay Shri Ram
@VidyaSagar-gs2el
@VidyaSagar-gs2el Жыл бұрын
अति उत्तम विश्लेषण सही और सरल भाषा में महात्मा ने अर्थ को समझाया है इससे यही प्रतीत होता है कि जो लोग पढ़े लिखे नहीं हैं सही अर्थ नहीं समझते हैं वह मूर्खतापूर्ण बातें करते हैं समाज में विद्वेष फैलाते हैं वह सरासर गलत है जय श्री राम
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
जय श्री राम
@harieverywhere
@harieverywhere 3 жыл бұрын
I appreciate ur efforts
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरिॐ
@abhishekpandit5692
@abhishekpandit5692 3 жыл бұрын
आज इस चौपाई को सही से समझा... बहुत बहुत धन्यवाद आपका 🙏🙏🙏
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
अभिषेक बेटा जी आप समझदार हो इसीलिए समझ पाए इसे आगे ज्यादा से ज्यादा शेयर करो ताकि बहुत सारे लोगों की गलतफहमी दूर हो
@santramsingh2374
@santramsingh2374 3 жыл бұрын
Tarana ka matalab pitane se hai bina pite. Dhol nahi baj sakta
@s.lchaturvedi353
@s.lchaturvedi353 2 жыл бұрын
जब तक है भेद मन में भगवान से जुदा है, देखें जो दिल का दर्पण इस घर मे ही खुद है। बनाने वाले ने सबको समान बनाया है।पूरे विश्व लोगों को देख लीजिए ।देश काल वातावरण के कारण रूप रंग अलग होतें है परंतु बनावटी स्वरूप सबका एक जैसे होता है।कोई भी व्यक्ति इस दुनिया में ऊंच या नीच अधम नही होता।सब अपने देश काल,वातावरण परिस्थिति ,संस्कार,योग्यता ,अनुभव के अनुसार आचरण व व्यवहार करतें हैं।रही बात वर्ण ,धर्म,सम्प्रदाय,जाति की ये सब उस जमाने के चालाक,होशियार,लोगों ने बनाया है किसी ज्ञानी या विद्वानों, शिक्षितों ,संतो का यह कार्य नही है।आज भी जो ज्यादा पढ़े लिखे लोग होतें है वो अपने से कम पढ़े लिखे लोगों को हीन दृष्टि से देखतें है जबकि ये उचित नही है ।जिन्हें उचित अवसर मिला वो होशियार बन गए और अपने आपको श्रेष्ठ बना कर चालाकी से दूसरों के ऊपर राज करने के लिए खुद नियम व कुछ भी जो उचित लगा लिख कर अपने मतानुसार नियम ग्रंथ,बना लिये और स्वयम्भू बन गए।परमात्म या ईस्वर किसी को छोटा या बड़ा नही बनाता।उनके द्वारा रचित प्रकृति सबके साथ समान रूप से व्यवहार करती है।हम सब इन्सान है।चाहे किसी भी धर्म व सम्प्रदाय का पुस्तक य धर्म ग्रंथ हो वह उसके लिखने वाले का विचार है जो सबके विचार नही हो सकते।शिक्षित व समझदार तथा ज्ञानी व्यक्ति कभी भी किसी को अपने से हीन नही मानता।और जो मानता है वो ईस्वर को नही जानता।इसलिए देश काल परिस्थिति,परिवरिश अनुसार लिखे गए किसी भी ग्रन्थों के मत में न उलझ कर वर्तमान परिवेशानुसार एक दूसरे से भाईचारें का व्यवहार करें यही सच और समझदारी है। क्षमा याचना के साथ।
@AnandDhara
@AnandDhara 2 жыл бұрын
परम आदरणीय और अब से तो परम प्रिय चतुर्वेदी जी आपके द्वारा लिखे गए एक एक शब्द ने मेरे दिल को जीत लिया है मैं ऐसे किसी कमेंट की अपेक्षा भी नहीं कर रहा था और इतनी सुंदर सोच की अपेक्षा भी नहीं कर रहा था जितनी सुंदर सोच आपकी है। आप निश्चय ही बहुत प्यारे इंसान हो आपका दिल की गहराइयों से आभार और बहुत-बहुत साधुवाद आगे भी हमारे साथ बने रहिएगा और समय-समय पर अपने सुंदर शब्दों के द्वारा हमारे दिल को ठंडक पहुंचाते रहिएगा। परमात्मा की कृपा सदैव आप पर बनी रहे। हरिॐ हरे कृष्ण 🙏
@dimaagkharabhaimera
@dimaagkharabhaimera 2 жыл бұрын
@@AnandDhara kathni aur karni mein fark hota hai
@randheeryadav7456
@randheeryadav7456 2 жыл бұрын
🙏🙏
@dyasankar6560
@dyasankar6560 2 жыл бұрын
Aam
@ramrakshachaudhary39
@ramrakshachaudhary39 2 жыл бұрын
Aap ne such kaha lekin yadl
@acharya.shyamji
@acharya.shyamji Жыл бұрын
बहुत सुंदर ढंग से समाधान किया परन्तु मूरख हृदय न चेत चहि गुरु मिलहि बिरचि सम
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
जय श्री राम
@RajeshKumar-pi9qj
@RajeshKumar-pi9qj 3 жыл бұрын
बड़े भैया कुछ हिंदू हमारे जो हैं अपने धर्म को सही से नहीं देखते उनके किस्मत में मजार पर नाक रगड़ना ही है जाति छोटी नहीं होती है बुद्धि छोटी होती है सोच छोटी होती है
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरिॐ
@नयाभारत-ब3थ
@नयाभारत-ब3थ 3 жыл бұрын
सही बात है
@vickyrock00007
@vickyrock00007 3 жыл бұрын
अगर जाति छोटी नहीं होती तो नीची जाति के लोग और ऊपर जाति के लोग आरक्षण ले के नहीं बैठे होते। मंदिर में पुजारी किस जाति के है और नाली साफ करने वाले कौन से जाति के है।
@viewchanger1530
@viewchanger1530 3 жыл бұрын
सर आप सच्चाई को लीपापोती कर रहे हैं , भगवान ने सबको एक ही तरह से दुनिया मे भेजा है , ये सच्चाई है । लेकिन हमारे धर्म ग्रंथो ने विभेद पैदा कर दिया -- कोई मुँह से निकला ,कोई पेट से तो कोई जांघ से कोई पैर से पैदा हुए, इस प्रकार एक दूसरे के मन में जहर घोला । जन्म से कैसे कोई ऊँचा-नीचा हो सकता है । इससे हजारो जातियाँ बना दी गई, फिर आप हिन्दु एकता की उम्मीद कैसे कर सकते हैं । कुछ वर्ग अपने
@viewchanger1530
@viewchanger1530 3 жыл бұрын
कुछ वर्ग अपने फायदे के लिए ही ये ढोल, ग्वार , शुद्र.....वाला बिचार थोपा गया । पहले बाभन लोगों को आत्म चिन्तन करना चाहिए।
@rampartaprahi9536
@rampartaprahi9536 Жыл бұрын
क्षुद्र व्यक्ति ही सूद्र व्यक्ति हैं...क्षुद्र यानि छोटी बुद्धि वाला व्यक्ति... महाराज ने सही समझाया है.. जय श्री राम
@GurnamSingh-wk5fe
@GurnamSingh-wk5fe Жыл бұрын
Es ka matlab bhraman v suder ho sakta jis ki budhi cum hai
@interment603
@interment603 Жыл бұрын
बिल्कुल सही कहा तो तुम लोग कर लो ना ढोल गंवार ब्रामन khsatriy वैश्य ये सब ताड़ना के अधिकारी
@GurnamSingh-wk5fe
@GurnamSingh-wk5fe Жыл бұрын
@@interment603 u r right
@GurnamSingh-wk5fe
@GurnamSingh-wk5fe Жыл бұрын
@Siya ab Tak kinta lok ko Kia Esa kuj nahi hai kon c kitab likha hai bhai sahib
@GurnamSingh-wk5fe
@GurnamSingh-wk5fe Жыл бұрын
@Siya madam ji valmik bhramin nahi bilkul galat bol rehe ho Agar vo bhramin hai to fir on ki likhi hoe Ramain ap hindu mander me kio nahi rakhte Baha par Tulsi Ramain kio
@mahendrasonkar8340
@mahendrasonkar8340 3 жыл бұрын
सौ की सीधी एक बात आंतरिक स्वभाव व्यवहार हम जैसा दूसरो के साथ करते है और अगला ब्यक्ति उस कृत्य से अपने उपर जैसा महसूस करता है उस चौपाई का सही मायने मे वही अर्थ होता है,
@girijeshsharma2140
@girijeshsharma2140 Жыл бұрын
Shrdhey Guru ji saadar pranaam, aapne ukt chaupai ki vyakhya karke saare Vivaad aur Bhram ka nivaaran Kar Diya, aapka koti koti dhanyavaad.
@rashmikantshah6433
@rashmikantshah6433 3 жыл бұрын
65वर्ष के बाद मेरी ये ग़लत सोच आपकी समझ सुनकर दूर हुई। बहुत धन्यवाद।
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरि ॐ जय श्री राम
@pappuahirwar6607
@pappuahirwar6607 3 жыл бұрын
अगर यह बात तुलसीदासजी कहते हैं हम भी इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है केवल इसका दुरुपयोग करते हैं कुछ व्यक्ति स्वार्थ के लिए यही गलत हो जाता है धन्यवाद
@pappuahirwar6607
@pappuahirwar6607 3 жыл бұрын
@@AnandDhara री
@misikakarn6630
@misikakarn6630 3 жыл бұрын
@@pappuahirwar6607 ..!
@mahendraprakash5635
@mahendraprakash5635 3 жыл бұрын
Hariom hari
@ramdasssharma9122
@ramdasssharma9122 Жыл бұрын
बहुत अच्छी विवेचना की है आपने। महाराज जी ,आपको शत शत नमन ।
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
पूजिअ विप्र सील गुण हीना। सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना॥ ब्राह्मण यदि दुराचारी हो और उसमें कोई गुण ना हो फिर भी पूजनीय, और शूद्र यदि सभी गुणों से युक्त हो कुशल हो फिर भी तिरस्कार के योग्य.. तुलसीदासजी ने ऐसा क्यों कहा..? इसको समझने के लिए इस वीडियो को भी अवश्य देखें! kzbin.info/www/bejne/h3nSlH6pj5qqgbc
@avadheshsingh8006
@avadheshsingh8006 3 жыл бұрын
बाबा जी ढोल किसी को दे दो वो नही बजा सकता।लेकिन किसी ढोल बजाने वाले को दिया जाता है तो वो उसे अच्छी तरह से बजा सकता है।ढोल की जो सोलहो कला जानता हो वही सही ताड़न है
@surendradixit6376
@surendradixit6376 2 жыл бұрын
Guru ji ne jo bataya,vah uchit aur samajik hai.guru ji ko sastang pranaam,
@roshanlalsagar8374
@roshanlalsagar8374 2 жыл бұрын
Swami ji ki education kitni hai
@babbojaiswal2536
@babbojaiswal2536 2 жыл бұрын
सर्वोत्तम🕉 ताड़न यानी कि विशेषज्ञ , 🕉🕉🕉🕉🕉
@alkaraj394
@alkaraj394 2 жыл бұрын
ढोल बजाने का मतलब सिद्धहस्तता नहीं है इसका मतलब है ढोल को पीटने से ही उससे आवाज आती है यानी ढोल बजाने के लिए उसे पीटना ही पड़ता है तभी वो बजती है बहुत छोटी सी बात है लेकिन आपने इसका अर्थ गलत निकाल लिया
@avadheshsingh8006
@avadheshsingh8006 2 жыл бұрын
माई जी रामायण को समझने के लिए एक दोहे का उदाहरण है। यह चरित्र जाने मुनि ज्ञानी। ये मुनि और ज्ञानी ही समझ सकते।या किसी महापुरुष को मालूम ये सब मैंने सत्संग में सुना है
@Prince-xl3jp
@Prince-xl3jp Жыл бұрын
जय श्री राम गुरु जी आपने बहुत सुंदर ज्ञान बातों से समझायालोग ऊपर ऊपर देखते हैं असली ज्ञान की जड़ में जाते नहीं हैएक शब्द के सेवन अर्थ होते हैंऋषि सभी लोग अच्छी तरह समझ नहीं पाते हैं समझाने वाले इनको अपनेऋषि सभी लोग अच्छी तरह समझ नहीं पाते हैं समझाने वाले इनको इतनी अच्छी तरह समझाते नहीं हैआप बहुत अच्छी तरह से या ज्ञान दिया है
@SanjayYadav-cd7fo
@SanjayYadav-cd7fo Жыл бұрын
कबीरा इस संसार मे भांति भांति के लोग जैसी जिसकी भावना वैसी उसकी सोच
@divyasaxena4582
@divyasaxena4582 3 жыл бұрын
Absolutely right absolutely right 👍 eye 👀 opener explanation absolutely correct 👍👍👍👍👍
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
हरिॐ
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
पूजिअ विप्र सील गुण हीना, सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना ॥ यदि इस चौपाई को भी समझना है तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें। 👇👇👇👇 kzbin.info/www/bejne/h3nSlH6pj5qqgbc
@gurmitsinghgurmitsingh9452
@gurmitsinghgurmitsingh9452 3 жыл бұрын
Bahuot achhi byakha ki h....... 💯 Right h...Sri Ramayan ji hi manvta ko marg dikhaigi.jai shyaram.🙏
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
जय श्री राम
@rajatrivedi1481
@rajatrivedi1481 Жыл бұрын
मर्यादित संतुष्ट करने की सत्यता परमाड़ित धन्यवाद के पात्र है आप महोदय सोच अच्छी बुरी छोटी बड़ी जाति की पहचान है
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
हरिॐ
@bharatyadav9812
@bharatyadav9812 2 жыл бұрын
इस तरह की चौपाई वाले ग्रंथों को केवल ब्राह्मणों को पढ़ना चाहिए,,दलित पिछड़े वर्गों के लोगों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी वा संविधान पढ़ना चाहिए,,इसी से यथार्थ कल्याण होगा,,,इस पर बहस करना ,समाज में अंधकार बनाए रखना जैसा है
@ronakakashy2744
@ronakakashy2744 2 жыл бұрын
👍🙏
@firozahmad236
@firozahmad236 2 жыл бұрын
Ye hui na baat
@_hindu_warriors
@_hindu_warriors 2 жыл бұрын
@@firozahmad236 mulle tu tere bachoki fikr kr pahle madarsa me mt bhejo jihad mt sikhao unko
@mehtam8419
@mehtam8419 2 жыл бұрын
bahot sahi meaning kiya......Ramayan ki koi baat galat ho hi nahi sakti,ham Tulsidas Ramayan ke prati bahot Shraddha rakhte hai...maine bhi ye chopai ka questions karne valo ko hamesha yehi kaha hai,ye Samundra ki kahi hui baat hai , bhagwan Ram ne nahi kaha hai...
@AnandDhara
@AnandDhara 2 жыл бұрын
हरिॐ जय श्री राम
@RajkumarNishad-px5it
@RajkumarNishad-px5it 2 жыл бұрын
samundra kabse bolne laga aaj tak hamne dekha nahi
@bhanuprakash9854
@bhanuprakash9854 3 жыл бұрын
समुद्र सामने आकर खड़ा हो गया और विनती करने लग गया क्या ऐसा कल्पना में सम्भव हो सकता है वास्तविकता में नहीं, और रही बात भेद भाव या नफरत या ताड़ने की तो प्राचीन काल से चली आ रही वर्ण व्यवस्था और उनके अधिकार ही काफी है ये बताने के लिए की उस समय की व्यवस्था किस प्रकार की रही होगी,वर्तमान में आप जैसे संत उस व्यवस्था में सुधार करना चाहते हैं ये सराहनीय है महाराज जी,सादर नमन
@premsirclasses3151
@premsirclasses3151 3 жыл бұрын
Mahadhay aap jis adhi Kar ka udahran dekar dharm granth ko Galt sabit krna chahte hai...wo bhut baad me aayi hui insaan ki galtiya hai...pahle aisi koi vyawastha nhi this...kisi granth me ...aaj ki jaati ka koi jikra nhi milega
@jawalasingh1580
@jawalasingh1580 Жыл бұрын
Bahut hi sundar vyakhya. Jai shree ram. Guru ji ko pranaam.
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
हरिॐ हरे कृष्ण
@laljiyadav8664
@laljiyadav8664 3 жыл бұрын
आप इसका भी अर्थ बता दें ना पूजैहि बिप सकल गूढ़ हीना शूद्र न पूजहि गुण गन प्रबीना
@भीमरावपुरभाजीसूर्यवंशीसूर्यवं
@भीमरावपुरभाजीसूर्यवंशीसूर्यवं 3 жыл бұрын
सत्य नापी ही शुद्रैन नकार्यो धनसंचय शुद्रोपी धन मासात ब्राम्हणांनी उपाधी उसका भि जवाब दे गुरुजी
@santoshdokania541
@santoshdokania541 2 жыл бұрын
हमें लगता है पुरोहित हमेशा पुजा जाता है शूद्र यानि सेवक कभी भी पुजा नहीं जाता हैं
@RUPESHKUMAR-uq3fc
@RUPESHKUMAR-uq3fc 2 жыл бұрын
अंध भक्त होते हि ऐसे है
@SanjayYadav-dg7tg
@SanjayYadav-dg7tg 2 жыл бұрын
Sahi h sir
@avadheshsingh8006
@avadheshsingh8006 2 жыл бұрын
रावण विप्र था लेकिन उसमे शील नही था सीता माता का हरण किया था फिर भी भगवान राम ने उसे विप्र या ब्राह्मण की तरह देखा और व्यवहार भी किया।
@guru93-94
@guru93-94 2 жыл бұрын
तथाकथित धर्मग्रंथों में शुद्र जाति को पढ़ने, श्लोक पढ़ने, मंदिर में जाने से रोकना नही लिखा गया है। तथाकथित महाराज इसपर क्या विचार है।
@RajkumarNishad-px5it
@RajkumarNishad-px5it 2 жыл бұрын
शूद्र जाति को पढने तपस्या करने पर अपमान किया उदारण है ऋषि शम्बूक ने क्या अपराध किया था
@ajabsingh8995
@ajabsingh8995 2 жыл бұрын
R Kumar ji is baat ka bhi jawab Shayad inke pass Na Ho
@wakkudon1092
@wakkudon1092 2 жыл бұрын
मक्कारियों से भरे पड़े हैं, ये आपके सवालों का क्या जवाब देंगे खुद ही जाहिल है
@rajeshdwivedi6017
@rajeshdwivedi6017 2 жыл бұрын
@@RajkumarNishad-px5it valmiki ramayan lankakand ke baad samapt ho jati hai. Uttarakand pura milavati hai. Shambuk vadh, Sita ka tyag adi baaten mugalkaal me ki gai milavat hai, taki Hindu samaj me phoot dalkar toda ja sake.
@ashutoshtripathi784
@ashutoshtripathi784 Жыл бұрын
जो किसी के प्रति हीन भावना रखे वोही शूद्र है
@sewaram4983
@sewaram4983 2 жыл бұрын
Sabse Acchey hamarey guru Ravidas ji they jinhonein kisi bhi Insan ka Apman nahin kiya Jai guru Ravidasji🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
@AnandDhara
@AnandDhara 2 жыл бұрын
बहुत सुंदर संत रविदास संत कबीर गुरु नानक देव हमारी भक्ति धारा के आसमान में चमकते हुए सितारे हैं जय महान संत रविदास जय गुरुदेव
@yashodadevi4189
@yashodadevi4189 2 жыл бұрын
जय सियाराम जय श्री बालाजी प्रणाम गुरु जी ॐ नम् शिवाय् हरहर महादेव
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
पूजिअ विप्र सील गुण हीना, सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना ॥ यदि इस चौपाई को भी समझना है तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें। 👇👇👇👇 kzbin.info/www/bejne/h3nSlH6pj5qqgbc
@pctiwari383
@pctiwari383 Жыл бұрын
Excellent example & knowledgeable. Thanks
@cbjha9617
@cbjha9617 2 жыл бұрын
Very well explained. The example is also very logical .
@richasharma2762
@richasharma2762 3 жыл бұрын
Waah kya baat hai,kya explanation kiya hai aapne👏👏👏👏kaash agyaani log samajh jaaye,Jai Sri Ram
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
जय श्री राम
@ramajisharma539
@ramajisharma539 Жыл бұрын
वाह बहुत सुंदर तारिके से समझाए पूज्य महाराज जी आनंद आज्ञा कोटि कोटि अभिनंदन जय श्री राम 🙏🏻🙏🏻
@omsairam8882
@omsairam8882 3 жыл бұрын
आप के चैनल पर दिखाए गए श्री राम चरित मानस के प्रसंग एक ग़लत तरीके अपनें अपने स्वार्थ में स्टिक बैठा कर समाज में ग़लत तरीके से जानकारी देना तथा आप के द्वारा एक एक शब्द का विस्तार से जानकारी दी जो मुर्ख और अज्ञानी को ज्ञान मिलेगा साथ ही साथ आप को सादर प्रणाम करते हैं और आगे भी उम्मीद करते हैं भी इस तरह ज्ञान का संदेश देंगे । जय श्री राम
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
जय श्री राम
@harishankarharishankar3803
@harishankarharishankar3803 3 жыл бұрын
आप कहते हैं कि शुद्र नीच काम करने वाला होता है लेकिन आपकी रामायण कहती है कि ब्राह्मण कितना भी अनपढ़ हो वह ब्राह्मण ही रहेगा शूद्र कितना ही पढ़ा-लिखा ज्ञानी क्यों न हो वह शूद्र ही रहेगा देश को चुटिया बनाना बंद कर दो
@pramodagrawal7112
@pramodagrawal7112 2 жыл бұрын
आपकी बातें सत्य है और ताड़ना का अर्थ शिक्षा देना देख रेख में रखना चाहिए
@bajrangshreekrishanpremdas9279
@bajrangshreekrishanpremdas9279 Жыл бұрын
Jai Shree Ram Jai Hanuman 🙏
@pcdwivedi8652
@pcdwivedi8652 Жыл бұрын
I am very happy your Amrit bani lot of thanks sir prakash dwivedi uk
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
पूजिअ विप्र सील गुण हीना। सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना॥ ब्राह्मण यदि दुराचारी हो और उसमें कोई गुण ना हो फिर भी पूजनीय, और शूद्र यदि सभी गुणों से युक्त हो कुशल हो फिर भी तिरस्कार के योग्य.. तुलसीदासजी ने ऐसा क्यों कहा..? इसको समझने के लिए इस वीडियो को भी अवश्य देखें! kzbin.info/www/bejne/h3nSlH6pj5qqgbc
@ganeshchander4986
@ganeshchander4986 3 жыл бұрын
सच्चाई कभी छुप नहीं सकती है गुरु जी को 🙏🙏🙏
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
बहुत बहुत आशीर्वाद प्रिय बेटा जी ने
@shaileshdwivedi7171
@shaileshdwivedi7171 2 жыл бұрын
सच्चाई छुपाने की आवश्यकता भी नहीं है कोई ग्रंथ जिस ऐतिहासिक काल में रचा जाता है उस काल भी सामाजिक धार्मिक स्थिति भी अनायास ही ग्रंथ में लिख जाती है
@bachanuyadav1702
@bachanuyadav1702 2 жыл бұрын
😮😮😮
@GurnamSingh-wk5fe
@GurnamSingh-wk5fe Жыл бұрын
@@shaileshdwivedi7171 bhai sahib ji Guru Granth Sahib Ji ki rachna v 350 sal pehle hoe Os me to kuj galat nahi hai Os me hi agar bhraman ko kuj gian kahi os ko nahi pujna agar koe chandal Giani educated hai to os ki Puja karo Jeh hai asli ved Guru Granth Sahib Ji।।
@avadheshsingh8006
@avadheshsingh8006 3 жыл бұрын
रामचरित मानस को समझने के लिए एक दोहा को स्मरण करते हुए विस्तृत सोच के साथ समझनी चाहिए। यह चरित्र जाने मुनि ज्ञानी। जिन्ह रघुवीर चरन रति मानी।। ये मानस सिर्फ मुनि और ज्ञानी ही जानते सत्य यही बाबा जी
@नयाभारत-ब3थ
@नयाभारत-ब3थ 3 жыл бұрын
❤️
@a.r.p.daulatji466
@a.r.p.daulatji466 2 жыл бұрын
महोदय जब कोई कवि या लेखक किसी कहानी को अपने विचारों से जोड़ते हुए विस्तृत रूप देता है तो वह किसी पात्र द्वारा जो बातें कहलाता है वह उसके दिमाग की मान्यता होती है अतः तुलसीदास जी के दिमाग में जो बातें थी वह समुद्र के माध्यम से कही गई है उनकी नजर में यह सभी दंड देने से ही कार्य करते हैं ।
@avadheshsingh8006
@avadheshsingh8006 2 жыл бұрын
जिस तरह भागवत गीता में अर्जुन से कृष्ण ने जो संवाद किया वो संस्कृत में था महर्षि वेद व्यास ने श्रुत परंपरा को लेख बद्ध किया ।लेकिन कृष्ण ने जो उपदेश अर्जुन को दिए उस समय उनके मनोगत भाव क्या थे क्रमशः कोई पथिक चलकर ही उसी अवस्था को प्राप्त कर वही बता सकता है उसी प्रकार तुलसी दास न तो लेखक थे न ही कवि ,रामायण भगवान की प्रेरणा से और अपने गुरु की कृपा से लिखा ।तुलसी दास ने जो लिखा था उस समय की क्षेत्रीय भाषा में लिखा था न की उसका अर्थ ।इसलिए जो कोई तत्वदर्शी महापुरुष ही उसके वास्तविक अर्थ को जानता और समझता है।रही बात जीने खाने के लिए तो खाओ पियो मौज करो यही जीवन नही है।जीवन मिला है तो सत्य को जानो नही अनंत जन्मों तक अनंत इच्छाएं और अनंत वासनाएं कभी न पूरी होगी
@sunitapushkar5329
@sunitapushkar5329 2 жыл бұрын
Shudr ka hi jikar qu aya,, dusare barn ka qu nhi
@nareshkumari2
@nareshkumari2 2 жыл бұрын
जय श्री कृष्ण हर हर महादेव
@AnandDhara
@AnandDhara 2 жыл бұрын
हर हर महादेव
@chetangroups2635
@chetangroups2635 Жыл бұрын
गुरु जी मैं आप की बात से सहमत हूँ। पर आप की बात वी सत्य, जिसमे आप जो सम जा रहे है कि मूर्ख को जितना मर्ज़ी सम जा लो वो वैसा ही व्यवहार करेगा।
@ashokbankar5544
@ashokbankar5544 3 жыл бұрын
आप सब भारतीय नागरिक को अपनी राष्ट्र भाषा का अभिमान है ! अपने राष्ट्र भाषा के सन्मान के लिये देवनागरी (हिन्दी भाषा लिपी ) में लिपी अपने काॅमेंट लिखे तो हम जैसे सब सामान्य भारतीय नागरिक पढ सकेंगे ! सोचो सही लगे तो प्रयास जरुर करे !
@gyankeladdu
@gyankeladdu 3 жыл бұрын
एक दम सही।
@Brokergamingofficial
@Brokergamingofficial 3 жыл бұрын
ब्राह्मणों ने बहुत उल्टा सीधा लिख दिया कलयुग में बुद्धिमान लोग हो गए तो वह तो छानबीन करेंगे गीता में भगवान श्याम अपने मुख से कह रहा है कि ब्राह्मण योग ना हो तो उसे दान देना नहीं चाहिए किसी भी जाति का हो भगवान तो उसके हृदय में रहते जो अंदर से सच्चा हो
@rohitkrsinghrajput7865
@rohitkrsinghrajput7865 3 жыл бұрын
Bhai bhasha to thik kar lijiye....
@adityaraj880
@adityaraj880 3 жыл бұрын
भाई ब्राह्मण नहीं बोलिये वे कथाकथित (so called)ब्राह्मण है.
@mash6571
@mash6571 3 жыл бұрын
Kiya Valmiki bramhan the? Kiya Shri krishna ur Shri Ram bramhan the? Aaj ke yog guru kiya bramhan hey? Lekin kuch gadaar hindu netao ne hindu dharam mey jatibad ka jahar ghol diya ur aaj bhi jati ke naam par rajniti karate hey. Isi choti soch ke karan bahari hamalabar hame harane mey safal huye. Ye hindu, muslim, ur issai sabhi ki har thi kiyuki jab hare tab sabhi hindu the. Baad mey convert huye.
@prakashnagora6131
@prakashnagora6131 3 жыл бұрын
@@adityaraj880 प्प्त्त्त्त5त55तोò0 गफ्फ्ग्फģģğआआ
@SatyendraKumar-ud4hl
@SatyendraKumar-ud4hl 2 жыл бұрын
Nice bhai
@नानुलालबुनकर-फ8ब
@नानुलालबुनकर-फ8ब 2 жыл бұрын
सन्त कबीर साहेब ने पत्थर की पुजा का विरोध क्यों किया था बाबा जी आप ही बुद्धिमान है तो भारत में दलितों को आज भी शादी ब्याह में घोड़े पर बैठने से मजबूर किया जा रहा है यह कोन लोग कर रहे हैं
@lalulal7478
@lalulal7478 Жыл бұрын
Sab purani baate hai bhaisahab uper utho
@A.KSinghMaurya
@A.KSinghMaurya 3 ай бұрын
गर्व से कहो जय सियाराम जय श्री राम 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 जय श्री राम 🚩🚩🚩 जय श्री राम जय श्री राम 🚩
@babbanprasad907
@babbanprasad907 2 жыл бұрын
बाबा जी ये भगवा धारी है का भाषण सुनकर अन्ध भक्त बहुत खुश होगे
@ashokchoudhary4571
@ashokchoudhary4571 2 жыл бұрын
Bhim hi bhim ko kyu sune
@bableshnaruka1536
@bableshnaruka1536 Жыл бұрын
अंध भक्तों का मतलब जानते हो क्या मदरसे से हिंदी सीखी है क्या जो सीधी बात समझ नही आ रही जो बिना दिमाग के अपने आका के हुकुम पर डंडा उठाके सर तन से जुदा कर दे वो अंधभक्त होता है यहां तो बाबाजी पूरे कर और सही अर्थ के साथ बता रहे है इसे भी जो सुन कर भी न समझ सके वो अक्ल का दुश्मन होता है और उस। पर तो योगी की नीति ही काम आती है
@AbhishekMishra-nm2gv
@AbhishekMishra-nm2gv 2 жыл бұрын
🚩⚜‼️जय श्री सीताराम ‼️⚜🚩 🌿🌺🙏🌺🌿
@UmeshYadav-mw4dj
@UmeshYadav-mw4dj 2 жыл бұрын
इस चौपाई का सही अर्थ चाहे जो भी हो क्या यह सच्चाई नहीं है कि इस चौपाई की आड़ में सदियों से राजा महाराजा जमिंदार और मनुवादी सवर्ण शुद्र और नारी के साथ अमानवीय व्यवहार करता आ रहा है।
@himanshugurjar9002
@himanshugurjar9002 2 жыл бұрын
Bilkul sahi hai. Yahi nahi bahut si kitabo or shloko ka aise istemal kiya gya hai. Lekin iska dosh kisko jaata hai? Kitabo ko ya jinhone ne galat istemal kiya unko? Mudda ye hai. Bahut se log dharm ko hi dosh dene lagte hai bina samjhe.
@NafeesAhmad-xe9wv
@NafeesAhmad-xe9wv 10 ай бұрын
Bilkul sahi
@pdpandey8157
@pdpandey8157 Жыл бұрын
Jai.shree.ram.ji Apnay.tik.samjaya.ha.v.true. Thankes.
@ashokmali5863
@ashokmali5863 Жыл бұрын
महाराज की जय हो जो आपने रामायण के प्रसंगों को अच्छे से समझा हैं ।⚘👍।लेकिन भाजपा के बिरोधियो में रामायण की समझदारी आ जाएगी तो राजनीति कैसे करेंगे ।।
@amarmeerwal5447
@amarmeerwal5447 3 жыл бұрын
क्या तुम्हारे धर्म ग्रथों में शुद्रो को धन रखने का पढने का अधिकार था जिनकी छाया से ब्राह्मण अपवित्र हो जाये जिस आदमी के मदिर में प्रवेश करने से मदिर अपवित्र हो जाता है ये सब अब हम पढ लिखकर समझने लगे तो तुम्हारे दर्द होने लगा ज्ञान मत बाटो सच सच ही रहता है
@Jitendrakumar-ek3gb
@Jitendrakumar-ek3gb 2 жыл бұрын
aapane sahi us samay e sab tha aur aaj bhi hai e log kuchh bhi kahe
@govindlal1777
@govindlal1777 2 жыл бұрын
तुलसीदास ने साफ 2 लिखा है कि मेरी चौपाई अर्थ मूर्ख से मूर्ख आदमी भी आसानी से समझ सकते हैं।और अब आप आये हैं कि आजतक इसका अर्थ लोगो ने गलत बताया है।मूर्ख मत बनाओ।
@bittusawariya9403
@bittusawariya9403 2 жыл бұрын
Ye bilkul murkh Bana raha hai
@ektaparasher9882
@ektaparasher9882 2 жыл бұрын
Sty sey Milan karvaya apny prbhu ji .. aise hi prakash krty rhiye .. Hare krishna 🙏
@AnandDhara
@AnandDhara 2 жыл бұрын
हरिॐ हरे कृष्ण
@Chamar78_6
@Chamar78_6 2 жыл бұрын
Guru ji आप सही कह रहे हो, लेकिन जातिवाद लोगो के दिल मे बस चुका है और ऊंची जाति के लोग ही जातिवाद क्यों करते है।
@zakhm1751
@zakhm1751 2 жыл бұрын
Guru Pagal hai
@एस्ट्रोलाजर
@एस्ट्रोलाजर 2 жыл бұрын
जातिगत सोच एक दिन संसार को ही लै डूबेगी कुतर्क ना करो तो ठीक है ।।अल्प ज्ञानं भयंकरं ।।
@gauravkashyap8341
@gauravkashyap8341 Жыл бұрын
Tum khud hi khud ko neecha maan re ho bhai fer dusre se kya expect kr re ho.. or recent time dikh rhaa h kon jatiwad kr rha h
@anupam4338
@anupam4338 Жыл бұрын
Kaun unchi kaun nich bhai Sab hindu hain Please ek baniye Koi ek do log aise ho bhi to ignore kariye aur hindu ko sangathit karne ka bida aap uthaiye Jai shree ram 🚩🚩🚩🚩🙏
@kks8408
@kks8408 Жыл бұрын
खुद अपने आप को नीचा समझते हैं तो इसका इलाज नहीं है भाई राम तो केवट को गले लगाता था शबरी के घर खाता था सु्ग्रीव वालीं मित्र थे मोदी आज पांव धोकर पिते है हम-सब हिन्दू है जय भीम जय मीम से बहार निकलो ,
@dharampalnastik6069
@dharampalnastik6069 3 жыл бұрын
"पूजिए विप्र शील गुण हीना शुद्र न पूज्य सर्वगुण ज्ञान प्रवीणा" इसका मतलब और बता
@chenshuksomani4615
@chenshuksomani4615 3 жыл бұрын
तेरे को समझ पड़ती है तो तुम बताओ , ज्ञान तो बांटेगा तो बढ़ेगा ही
@imratlalsahu7746
@imratlalsahu7746 3 жыл бұрын
ये पंक्ति किस ग्रंथ में है
@dharampalnastik6069
@dharampalnastik6069 3 жыл бұрын
@@imratlalsahu7746 राम चरित्र मानस
@chenshuksomani4615
@chenshuksomani4615 3 жыл бұрын
@@dharampalnastik6069 कोनसा कान्ड ओर कितने नम्बर कि चोपाई है
@Birendrasingh-gt1id
@Birendrasingh-gt1id 3 жыл бұрын
शुद्र का मतलब दुष्ट व्यक्ति और विप्र का विद्वान न कि वर्ण व्यवस्था की जाति क्योंकि त्रेतायुग में जाति कि नहीं कुल की प्रधानता थी।
@jaat_stend47
@jaat_stend47 3 жыл бұрын
Jai siya Ram Jai shri krishna
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
जय श्री राम
@3pratibhasin4gh12
@3pratibhasin4gh12 3 жыл бұрын
Baba is wrong.
@madanlalmalhotra8747
@madanlalmalhotra8747 Жыл бұрын
Guru G namskar aap ka bhut 2 dhanyvad aap ne bhut hi best trike se smjhaya ab hum sab anarth karne valo ko smjha ske ge 👌🕺🙏
@Parmanandsahu1985
@Parmanandsahu1985 2 жыл бұрын
आपका विचार बहुत ज्यादा सटिक है क्योंकि आपने जो कहा वही मैंने भी सोचा था जय सनातन 🙏🙏🙏🙏🙏
@nirmaljoshi618
@nirmaljoshi618 Жыл бұрын
Fantastic interpretation. Jai Shri Ram .
@ajaymaurya655
@ajaymaurya655 2 жыл бұрын
बहुत सुंदर और सटीक अर्थपूर्ण ज्ञान प्रदान हेतु सत-सत नमन।
@wakkudon1092
@wakkudon1092 2 жыл бұрын
ना काम कोशिश झुट का पुलिंदा, आज भी जिन्हें शुद्र कहा जाता है उनकी अलग बस्तियां होती हैं, पुरी एक कौम शुद्ररों की, शर्मनाक जिंदगी जिने पर मजबूर कर दि गई है और तुम झुट फैला कर उन्हें और लाचारी की खाई मे ढकेलने की‌‌ नाकाम कोशिश कर रहे हो, धिक्कार है
@babitawadhawan5998
@babitawadhawan5998 2 жыл бұрын
धन्यवाद आपने बहुत ही सुन्दर व्याख्या की है🙏🙏
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
पूजिअ विप्र सील गुण हीना, सूद्र न गुन गन ग्यान प्रवीना ॥ यदि इस चौपाई को भी समझना है तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें। 👇👇👇👇 kzbin.info/www/bejne/h3nSlH6pj5qqgbc
@alokkumar-bd7yo
@alokkumar-bd7yo Жыл бұрын
Very nice Sir ji. This is right interpretation.
@bishnuprakashbanerjee3455
@bishnuprakashbanerjee3455 3 жыл бұрын
जिस सनातन धर्म के प्रत्यक्ष भगवान श्रीकृष्ण अपनी श्रीमुख से कहा - " किसी भी दुराचारी (पुरुष या स्त्री) मेरा (भगवान या आत्मा) के शरण आये तो मै (भगवान या आत्मा (तुम्हारे उद्धार कर दुंगा।। इसी तरह तुलसी जी ने भगवान के कथा को दौराया - " ढोल गवाढ शूद्र पशु नारी। यह सब तारण (मुक्ति) अधिकारी।।
@firozahmad236
@firozahmad236 2 жыл бұрын
Anand dhara see achchhi aur sachchi vyakhya aap samne aaiye na in sabki lagane
@GuruPrasad-co4xr
@GuruPrasad-co4xr 2 жыл бұрын
यह सब ताड़न के अधिकारी। या यह सब तारण के अधिकारी।। इनमे से तुलसीदास ने ताड़न लिखा है या तारण लिखा है। सही कौन सा है ?
@ramsinghmeena6770
@ramsinghmeena6770 3 жыл бұрын
जिसकी पत्नी को रावण अपहरण कर ले गया उसको राम नीच क्यों नहीं कह सके
@pankajnegi6748
@pankajnegi6748 2 жыл бұрын
Sambhidhan ambedkar ne nahi likha yr puri committe ne likha
@firozahmad236
@firozahmad236 2 жыл бұрын
Himmat nahi thi
@pankajnegi6748
@pankajnegi6748 2 жыл бұрын
@@firozahmad236 bhn ke lwade gali mat kha lena
@shyamsundr2962
@shyamsundr2962 Жыл бұрын
Is gyan ke liye Guru ji बहुत-बहुत mayabhar vyakt karta hun aapka aap Dhanya Hai Jis Tarah Se samjhaen hain aur sab Kuchh Samajh Mein Aana chahie Kyunki Ham Sab Sahi Arth ka Nahin Laga sakte hain Jay Shri Ram
@AnandDhara
@AnandDhara Жыл бұрын
जय श्री राम
@7509480391
@7509480391 3 жыл бұрын
Nice explanation.Today Dought is clear. First time ,I know that this the statement of See.
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
जय श्री राम
@NarendraKumar-st6lt
@NarendraKumar-st6lt 3 жыл бұрын
ताड़न का अर्थ : हिंदी संस्कृत शब्दकोश में ताड़ना के अनेक अर्थ हैं। जैसे- देखना, कसना, निगाह रखना, सुरक्षा करना देखभाल करना आदि। तुलसीदास रचित इस दोहे का हर जगह अर्थ बदल जाता है। ताड़ना के अधिकारी का सब जगह अलग अलग मतलब हैं।
@abcxyz1104
@abcxyz1104 3 жыл бұрын
Tadana .....ka mtlb ..sirf...... nigrani ...hai
@abcxyz1104
@abcxyz1104 3 жыл бұрын
En sabhi ko aasani se path bhrasta( derailed) kiya ja sakta hai.esliye in sabhi ko nigrani ki jarurat hoti hai.
@hiralalmukhot702
@hiralalmukhot702 2 жыл бұрын
आप चाहे जितना भी बातें बनाओं लेकिन सत्य को कोई झुठला नहीं सकता जी
@kanhiyalalmishra6994
@kanhiyalalmishra6994 2 жыл бұрын
बिलकुल सही बात भाई जब तक लात घूंस नहीं पड़ेगा समझ में आही नहीं सकता
@kamleshpandey6055
@kamleshpandey6055 2 жыл бұрын
आप इतने ही विश्लेषण से खण्डन कीजिए।किसी को पूर्वधारणा से सही या गलत कहना धूर्ततापूर्ण है।
@mishraindramohan70
@mishraindramohan70 Жыл бұрын
Guru ji app ne bahut hi acchi bibechana ki hai jo purnetha Satya hai.app ki jai ho.jai Shri Ram.
@OMPRAKASH-ng3ep
@OMPRAKASH-ng3ep 3 жыл бұрын
सीधा सीधा बोला गया है कि ढोल गंवार शूद्र पशु और नारी ताड़ना के अधिकारी हैं फिर इसका अनर्थ कौन करे रहा है
@nihalsingh2541
@nihalsingh2541 3 жыл бұрын
You people's are very claver, Jai Bheem.
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
भारत मे जातीय व्यवस्था और दलितों पर अत्याचार। जानिए.... एक तथ्यात्मक सत्य..... आईये पहले हजारो साल पुराना इतिहास पढ़ते हैं। सम्राट शांतनु ने विवाह किया एक मछवारे की पुत्री सत्यवती से। उनका बेटा ही राजा बने इसलिए भीष्म ने विवाह न करके,आजीवन संतानहीन रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की। सत्यवती के बेटे बाद में क्षत्रिय बन गए, जिनके लिए भीष्म आजीवन अविवाहित रहे, क्या उनका शोषण होता होगा? महाभारत लिखने वाले वेद व्यास भी मछवारे थे, पर महर्षि बन गए, गुरुकुल चलाते थे वो। विदुर, जिन्हें महा पंडित कहा जाता है वो एक दासी के पुत्र थे, हस्तिनापुर के महामंत्री बने, उनकी लिखी हुई विदुर नीति, राजनीति का एक महाग्रन्थ है। भीम ने वनवासी हिडिम्बा से विवाह किया। श्रीकृष्ण दूध का व्यवसाय करने वालों के परिवार से थे। उनके भाई बलराम खेती करते थे, हमेशा हल साथ रखते थे। यादव क्षत्रिय रहे हैं, कई प्रान्तों पर शासन किया और श्रीकृषण सबके पूजनीय हैं, गीता जैसा ग्रन्थ विश्व को दिया। राम के साथ वनवासी निषादराज गुरुकुल में पढ़ते थे। उनके पुत्र लव कुश महर्षि वाल्मीकि के गुरुकुल में पढ़े जो वनवासी थे तो ये हो गयी वैदिक काल की बात, स्पष्ट है कोई किसी का शोषण नहीं करता था,सबको शिक्षा का अधिकार था, कोई भी पद तक पहुंच सकता था अपनी योग्यता के अनुसार। वर्ण सिर्फ काम के आधार पर थे वो बदले जा सकते थे, जिसको आज इकोनॉमिक्स में डिवीज़न ऑफ़ लेबर कहते हैं वो ही। प्राचीन भारत की बात करें, तो भारत के सबसे बड़े जनपद मगध पर जिस नन्द वंश का राज रहा वो जाति से नाई थे । नन्द वंश की शुरुवात महापद्मनंद ने की थी जो की राजा नाई थे। बाद में वो राजा बन गए फिर उनके बेटे भी, बाद में सभी क्षत्रिय ही कहलाये। उसके बाद मौर्य वंश का पूरे देश पर राज हुआ, जिसकी शुरुआत चन्द्रगुप्त से हुई,जो कि एक मोर पालने वाले परिवार से थे और एक ब्राह्मण चाणक्य ने उन्हें पूरे देश का सम्राट बनाया । 506 साल देश पर मौर्यों का राज रहा। फिर गुप्त वंश का राज हुआ, जो कि घोड़े का अस्तबल चलाते थे और घोड़ों का व्यापार करते थे।140 साल देश पर गुप्ताओं का राज रहा। केवल पुष्यमित्र शुंग के 36 साल के राज को छोड़ कर 92% समय प्राचीन काल में देश में शासन उन्ही का रहा, जिन्हें आज दलित पिछड़ा कहते हैं तो शोषण कहां से हो गया? यहां भी कोई शोषण वाली बात नहीं है। फिर शुरू होता है मध्यकालीन भारत का समय जो सन 1100- 1750 तक है, इस दौरान अधिकतर समय, अधिकतर जगह मुस्लिम शासन रहा। अंत में मराठों का उदय हुआ, बाजी राव पेशवा जो कि ब्राह्मण थे, ने गाय चराने वाले गायकवाड़ को गुजरात का राजा बनाया, चरवाहा जाति के होलकर को मालवा का राजा बनाया। अहिल्या बाई होलकर खुद बहुत बड़ी शिवभक्त थी। ढेरों मंदिर गुरुकुल उन्होंने बनवाये। मीरा बाई जो कि राजपूत थी, उनके गुरु एक चर्मकार रविदास थे और रविदास के गुरु ब्राह्मण रामानंद थे|। यहां भी शोषण वाली बात कहीं नहीं है। मुग़ल काल से देश में गंदगी शुरू हो गई और यहां से पर्दा प्रथा, गुलाम प्रथा, बाल विवाह जैसी चीजें शुरू होती हैं। 1800 -1947 तक अंग्रेजो के शासन रहा और यहीं से जातिवाद शुरू हुआ । जो उन्होंने फूट डालो और राज करो की नीति के तहत किया। अंग्रेज अधिकारी निकोलस डार्क की किताब "कास्ट ऑफ़ माइंड" में मिल जाएगा कि कैसे अंग्रेजों ने जातिवाद, छुआछूत को बढ़ाया और कैसे स्वार्थी भारतीय नेताओं ने अपने स्वार्थ में इसका राजनीतिकरण किया। इन हजारों सालों के इतिहास में देश में कई विदेशी आये जिन्होंने भारत की सामाजिक स्थिति पर किताबें लिखी हैं, जैसे कि मेगास्थनीज ने इंडिका लिखी, फाहियान, ह्यू सांग और अलबरूनी जैसे कई। किसी ने भी नहीं लिखा की यहां किसी का शोषण होता था। योगी आदित्यनाथ जो ब्राह्मण नहीं हैं, गोरखपुर मंदिर के महंत हैं, पिछड़ी जाति की उमा भारती महा मंडलेश्वर रही हैं। जन्म आधारित जातीय व्यवस्था हिन्दुओ को कमजोर करने के लिए लाई गई थी। इसलिए भारतीय होने पर गर्व करें और घृणा, द्वेष और भेदभाव के षड्यंत्रों से खुद भी बचें और औरों को भी बचाएं।
@ASHOK251058
@ASHOK251058 3 жыл бұрын
पूजहिं विप्र सकल गुण हीना। शुद्र न गुण ज्ञान प्रवीणा।। इस का भी व्याख्या करें।🙏🙏
@tubsingh
@tubsingh 2 жыл бұрын
विप्र मतलब ब्राहमण भी होता है तो बनिया व्यापारी भी होता है
@Indian16558
@Indian16558 2 жыл бұрын
@@tubsinghबनिया को कौन पूजता है।
@tubsingh
@tubsingh 2 жыл бұрын
शायद मांस खाने वालों के शरीर बदबू करता हो और ब्राहमण लहसुन प्याज नही खाता हो, इसलिए संभावना हो सकती है
@Indian16558
@Indian16558 2 жыл бұрын
@@tubsingh शायद आंख - कान की अपेक्षा उनकी दोनों नाक बहुत ही सेंसटिव है।
@mstomar168
@mstomar168 2 жыл бұрын
ऐसी बातें ब्राह्मण केवल अपनी पूजा कराने के लिए ही लिखते हैं
@b.s.tripathi7799
@b.s.tripathi7799 Жыл бұрын
उत्तम अति उत्तम साधूवाद प्रणाम
@sigmapradip18
@sigmapradip18 2 жыл бұрын
तारणहारे तारणा का अर्थ मोक्ष मुक्ति , जुल्म से मुक्ति और साज संभाल है। तुलसीदास सत्य ज्ञान अहिंसा और प्रभु राम के उपासक थे।
@JitendraSingh-vi3sw
@JitendraSingh-vi3sw 3 жыл бұрын
तुलसी दास की चौपाई सही है परन्तु जैसी होगी आहार वैसे होगा विचार
@Yogiraj7357
@Yogiraj7357 3 жыл бұрын
Right ser ji
@mks369n
@mks369n 3 жыл бұрын
🙏🙏🕉🕉 हे श्रीमान जी, आप इसी तरह से हमारे पवित्र ग्रंथ रामायण के संदर्भ में प्रचलित त्रुटियों दूर करें, 🙏🙏🕉🕉जय श्री राम 🌹🌹🕉🕉🙏🙏
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
जय श्री राम
@jaishankarkuber4723
@jaishankarkuber4723 3 жыл бұрын
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@jaishankarkuber4723
@jaishankarkuber4723 3 жыл бұрын
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@jaishankarkuber4723
@jaishankarkuber4723 3 жыл бұрын
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@jaishankarkuber4723
@jaishankarkuber4723 3 жыл бұрын
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@ramsajiwandubey5355
@ramsajiwandubey5355 Жыл бұрын
Aapne Vistar Se Samajhaya Hai Our Pratuttar Me Bhi Sahi Byakhya Kiya Hai
@vijaydawri646
@vijaydawri646 3 жыл бұрын
ताडण है ताडना नही है । अब जब टीका हो रही है शब्द बदल रहे हैं । ये सच्चा ब्राह्मण है । झूठ बोलना, दोगलापण करना उनका धर्म है ।
@yogendramohan2809
@yogendramohan2809 3 жыл бұрын
बाबा जी कुछ मूढ/मूर्ख लोग हैं जो उसे समझना और मानना ही नहीं चाहते,जिसका मन पहले ही काला/कलुषित हो गया है उसे तो बस अर्थ का अनर्थ करना और दूसरे लोगों पर बिष बमन करने से ही आनन्द आता है,वो अज्ञानी किसी के जबरदस्त बहकावे में आये हैं भगवान उनको‌ सद्बुद्धि दें
@AnandDhara
@AnandDhara 3 жыл бұрын
बिनु सत्संग विवेक न होई। राम कृपा बिनु सुलभ न सोई।। वास्तव में प्रियवर विवेक के बगैर तो अच्छी बात भी समझ में नहीं आती और विवेक उसे प्राप्त होगा जिस पर प्रभु की कृपा होगी सामने दृश्य चाहे जितना भी सुंदर हो यदि आपके पास आँख नहीं है तो आप ना उसे देख सकते हैं ना ही उस का आनंद ले सकते हैं
@rvsmediahub9178
@rvsmediahub9178 3 жыл бұрын
स्वामी जी क्षमा,,आपका तर्क स्पष्ट नहीं,,, एक संत के अनुसार "ताड़न" के दो अर्थ होते हैं,- प्रथम-: "पीटना",,,,द्वितीय-: "देखना,निगरानी करना या संरक्षित रखना" चौपाई में ढोल के लिए "पीटना" कहा गया और गंवार,शुद्र,पशु,नारी के लिए निगरानी व संरक्षण जैसे तात्पर्य हैं,,, एक शब्द को दोहरे अर्थों के लिए इस्तेमाल करना स्वामी तुलसीदास जी की खासियत रही है,,, Rakesh Verma,Deoghar, jharkhand
@puranbanjare744
@puranbanjare744 2 жыл бұрын
उपरोक्त शब्द सीता के लिए भी लागू किया जाना चाहिए क्योंकि उसके साथ भी बहुत अन्याय हुआ था
Мама у нас строгая
00:20
VAVAN
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