पूरा पूरा संबंध है क्योंकि अगर जरूरत से कम रक्त हृदय से फेफडों को पंप हो रहा है तो सांस फूलने लगती है क्योकि फेफडो मे ही रक्त को ऑक्सीजन मिलता है। हृदय और फेफड़े के कार्यों का आपस में गहरा संबंध है। हृदय को लगातार फेफड़ों में रक्त पहुंचाना चाहिए जहां रक्त को शुद्ध किया जाता है और हृदय में वापस भेजा जाता है। हृदय फिर शरीर की सभी कोशिकाओं को ऑक्सीजन युक्त रक्त पंप करता है। इस प्रक्रिया में कहीं भी व्यवधान लंबे या अल्पावधि में डिस्पेनिया को ट्रिगर कर सकता है।