सुप्रीम कोर्ट का बहुत ही शानदार फैसला 👌👌 ईमानदार व्यक्ति इंकम टैक्स में जरूर शामिल करेगा... और जो ब्याज में पैसा देकर गरीबों को बेवक़ूफ़ बनाते हैं उनके लिए बहुत बड़ी सबक है🙏🙏🙏🙏
@MukeshDubey-nl7ec4 ай бұрын
ये फैसला उनके लिए है जो किसी के मजबूरी का फायदा उठाता है और उससे मन चाहा intrest वसूलता है अंत में मूलधन के लिए परेशान करता है और कानून का सहारा लेता है, ये एक तरह का स्कैम है
@harish4700 Жыл бұрын
लोगों का भरोसा खत्म हो रहा है और फिर ऐसे फैसले किसी सही की भी मदद नहीं करेगा कोर्ट में ईमानदार परेशान और बेईमान खुश हो रहा है सोचनीय 🤔
@satpalkataria1035 Жыл бұрын
Ye ruke bahut galat h
@satpalkataria1035 Жыл бұрын
Ye rule bahut galat h
@SurendraSingh-cc6vn Жыл бұрын
Cort me phle maat jao, esso ki maa chod do or dukan ko pot do, jo cort ke dhakke pahle khane the vo aab khalo,kaam to ho gaya apna,
@Vikram-e4u Жыл бұрын
भाई साहब 10 हजार देकर लोग 3 लाख का cheq भर रहे है
@ManojKumar-sq8fz Жыл бұрын
50000 dekar 500000 ka cheque bhar rha uska kyaa ...imandar ki bat kar rha...
@prakashshete808 Жыл бұрын
ये तो बहुत ही अच्छा निर्णय है! क्यो की जो भी आदमी किसिको पैसे दे तो इसकी इंट्री इनकाम टैक्स मे करणा नहीं भुलेगा ! और इस के कारण टॅक्स इमानदारी से लोग भरेंगे क्यो की वो जो ३००००० लाख था वो कायदेसे चोरी का पैसा था ( ब्लॅक मनी ) तो कोर्ट ने सही फैसला दिया है !
@hariommarketing7688 Жыл бұрын
Dhanyabad aapka aur manniya Supreme Court ka Supreme power hai apko tahe dil se Mera samaan aur respect hai today umide jagi hai police bhi harassment Kiya hai
@santoshkumarkushwahasant-sc9nb Жыл бұрын
कोर्ट ने यह क्यो नहीं पूछा कि यह चैक फिर क्यों दिया और किस बात पर दिया कोर्ट ने गलत फैसला किया है
@DhirajKumar-uk6hg Жыл бұрын
Judge chutiya hai🤔
@RameshKumar-c6c7r Жыл бұрын
Bilkul bhai saheb mera bhi yahi swal hai ke cheqe to diya gya hai .aur cheqe par likha hota hai ke main dhark ko bhugtan karne ka wada karta hoon.phir paise diya ya nahi diya wo baat nahi baat hai cheqe bounce ka case chalna chahiye. Mujhe lagta hai kisi ko odhar do hi matt agr oski niyat khraab ho gyi to court aap ke favour main nahi hoga paisa bhi gya case par bhi kharch kiya.
@siddharthgangawane9942 Жыл бұрын
सामने वाले ने कॅश देने से पहले चेक से ही पैसे डे दिए होते😂😂😂
@tkseries66434 ай бұрын
Paisa diya ho ya leya ho written me hona chahiye dono ke pas as proof
@NitinWalia-b1b2 ай бұрын
Sahi baat hai @@tkseries6643
@therainmaker6174 Жыл бұрын
Great judgement! Following this one can earn very very good amount by taking loans from good, innocent people against a post dated cheque to woo their confidence and later deny the payment. Very good Indian Legal syste. This judgement must be well circulated in public domains for people with courage to take advantage of the opportunity to build wealth.
@samarthgaikwad7610 Жыл бұрын
बड़ा खेद हे भाई चोर चोरी करने के लिए कानून की सहायता ले रहा हे , 😢 अब इंसाफ कानून नहीं , खुदको करना पड़ेगा 😢
@normallife5753 Жыл бұрын
कोर्ट में ईमानदार ज़लील होता हैं बेईमान मौज उड़ाता हैं
@MyMemoryList9 ай бұрын
tumhara dard mai samjh sakta hoon dost
@hemantsonawane13 Жыл бұрын
ऐसे फैसले होने लगे तो दुनिया में इसके बाद कोई किसिके उपर भरोसा नहि करेगा और इमानदार लोग भी किसिसे मदत मिलनेसे वंचित रह जायेंगे.
@gurujitraders1253 Жыл бұрын
बेईमानी का रास्ता बड़ी खुशी के साथ बताया जा रहा है
@opverma1938 Жыл бұрын
बहुत सही निर्णय।क्योंकि आजकल ब्लैक मेल करने के छोटी मोटी राशि देकर ब्लैंक चेक लेकर बड़ी रकम भरकर धमकाया जाता है। कि अगर इतना नही दिया तो इतना लूंगा।और जो राशि दी गई उससे 5से 25 गुणी तक राशि भरकर चेक लगा देते हैं।उन लोगों को सबक है ये निर्णय।
@prashanttayade6260 Жыл бұрын
चोर को छुडाने का नायाब तरीका....बेईमानोका साथ....इमानदार को सजा...वा रे वा इंन्साफ
@pramendrarathore488 Жыл бұрын
Bhai jyadatar chaque baunce fargi hote hai
@sahilsingla5272 Жыл бұрын
Jine finance vale hunde aa sare chor hunde aa
@bindaasbeauty7083 Жыл бұрын
सुप्रीम कोर्ट ने ये क्यों नहीं पूछा कि चेक किस वजह से दिया था
@sharmasandeep7 Жыл бұрын
Usne keh diya hoga ki meri cheque book raaste me kahi gir gyi thi aur wo complainent ko mil gyi hogi...just kidding.
@ramsihoselal Жыл бұрын
@@sharmasandeep7 bhaisab uski FIR hoti hai agr aapka chak gum ho Jaye to
@chantingishalfthebattle Жыл бұрын
Hamare desh mein Sach ko saboot ki zyada jaroorat hai.Culprit ko bachane wale toh bahut hai.😢
@SanjaySharma-dy7zk Жыл бұрын
@@sharmasandeep7रिपोर्ट दर्ज कराई क्या
@SojiramImeenaSojiramlmeena Жыл бұрын
Ha bhai Sahab suprim cort ne 30000 ko nahi mana to ye to maanna chahiye ki 300000 nahi diye maan liya lekin saamne wala check bhi eshe to nahi de sakta na ye bhi sochne wali baat hai check koi chori karke thoddi le gaya tha kishi ne kishi ko apne haath se dusare ke haath me diya hi hoga na
@iftikharkhan8711 Жыл бұрын
सुप्रीम कोर्ट ने ध्यान नही दिया चेक किस बात का । ये तो पैसा खाने गलत नियत को बढावा
@jaishetty4469 Жыл бұрын
cheque is a promissory note...ho sakta hai loan dene ki neeyat rahee hogi, jo ho na saka kisi wajah se.
@sureshsinghal7623 Жыл бұрын
@@jaishetty4469 🎉🎉😢🎉🎉🎉🎉
@geer1320 Жыл бұрын
jiska paisa khaya uske liye bahut galat faisla hai supreme court ka
@bhawani1970 Жыл бұрын
1cr lo aur default Karo ..
@jiyoaurjeenedo5954 Жыл бұрын
इस समस्या का एक ही हल है कि आप किसी को भी पेमेंट दो तो चेक से दो उसकी एंट्री हमेशा आपके पास बुक में रहेगी वह आप कभी भी साबित कर सकते हैं कि हमने उसको पेमेंट दिया है
@dssengar4795 Жыл бұрын
ऐसे ही फैसले आते गए तो लोगो का न्यायिक व्यवस्था पर से पूरा ही विश्वास उठ जायेगा, आधा तो पहले ही उठ चुका है और फिर समानांतर व्यवस्था जन्म लेगी तब आम जनता वही फीस बाहुबलियों को देकर न्याय कराएगी ओर उसके लिये ये जिम्मेदार ही जिम्मेदार होंगे।😢😢
@indersinghranga6645 Жыл бұрын
Is tareh k judgment se ek aam admi ka bharosa uth rha h court se
@HaryanaKrishiJagat Жыл бұрын
मेरे हिसाब से ये पैसा ब्याज पर दिया गया होगा जो विश्वास पर दिया जाता है ब्याज का पैसा बैंक तक जाता ही नहीं ये सब नक़द लिया दिया जाता है चैक सामने वाली पार्टी ने गारण्टी के तौर पर दिया होगा।
@vijendrapatley-hi2lu Жыл бұрын
लेकिन उसी चेक का misuse करते हैं सर ब्याज चलाने वाले 2,3 गुना अमाउंट भरके बाउंस करते है जो अन्याय है , ब्याज भी ले रहा है ,और 2,3 गुना अमाउंट भी लेना चाह रहा है।
@vijendrapatley-hi2lu Жыл бұрын
ये घटना मेरे साथ हुआ है अभी अब क्या करें लोग
@vijaykumarjain3262 Жыл бұрын
Legal provisions are so complicated that advocates twist them in their client's favour and the genuine person most of the time is loset.
@NitinSharma-oz6ck Жыл бұрын
Agar koi party bill ke against payment na de aur apni dukan band karke bhag jaye. Demand notice bhi na received kare kyoki gst me jo address h isko wo band karke bhag gaya h.
@ShivaniSingh-uc2sw Жыл бұрын
😂😂😢😢😅😅..अरे भाई साहब..सिविल कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने का वकील लॉयर का खर्चा भी बता देते..पता चला 3 लाख का केस था..सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने पर बंदे के 30लाख खर्च हो गए..न्याय पाने के लिए ..या अभी भी न्याय नहीं मिला 😂😂😂😂
@kikishaikh2312 Жыл бұрын
Good information ajkal logh jutha case banakey case kertey hai bounce cheque kanoon itna strick saja honchaiyen jhutey case ka koi dusra kanoon ka time khoty aur begunaah ko saza howey
@MrPpcops Жыл бұрын
With due apology to the Honourable Supreme Court of India, I can say that it was miscarriage of justice. A peasant without paying the money to the accused, went up to the High Court and the accused issued the cheque without any liability are not understood. The peasant suffered a huge loss.
@rajkumarchadha3142 Жыл бұрын
Yes, what is the answer to the point as to why the cheque was issued if no amount was du for payment? Why silence on this aspect?
@sandipsurywanshi1881 Жыл бұрын
Main point is resion of giving money why he given money and such large amount there will be main 2 resion 1 ) he is trying to help or 2) he is willing to get interest. 1) in first if he trying to help means he knows that person infront of him had no money and he will return it after some time once he get from another source. In this case person is helping he knows the risk and not liable to get back he is money. Resion he just donate money. 2) in second condition if he willing to get back money with extra interest then he willing to earn money from person which is not capable to pay again And it is illegal. So in conclusions both cath person who given money without checking background of person who taken money. So in both case borrower no responsibility to payback money. So it very important to understand why he given money.
@jasdeengar6207 Жыл бұрын
Under Duress
@balbirshastri1434 Жыл бұрын
😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮
@suniljaiswal4560 Жыл бұрын
ठीक ही कहा गया है चोर चोर मौसेरे भाई
@pradeepkumargarg604011 ай бұрын
इस फैसले को रद्द करने की जरूरत है। पैसे के लेन-देन का हिसाब रखना आपका अधिकार है जिम्मेदारी नहीं, प्रत्येक लेन-देन का हिसाब देना न तो आयकर रिटर्न में जरुरी है और न ही किसी और आर्थिक कानून में। इस फैसले से चैक पेमेंट ही भरोसेमंद नहीं रह जाएगा और NI Act ही रद्द करने योग्य हो जाएगा
@nizamuddinkhan4901 Жыл бұрын
Very very important legal interpretations of cheque bounce case.
@prashantdhagavkar4368 Жыл бұрын
There are number of judgements of the Supreme Court that if the amount has not been shown in the IT Return then it is the duty of the IT Authority to take action against him but Section 138 is absolutely applicable.
@narayanrao8339 Жыл бұрын
138secton applicable ORnot ?
@narayanrao8339 Жыл бұрын
Any Englsh version ?
@dssengar4795 Жыл бұрын
आपने बिल्कुल सही तर्क दिया है,ये दोनों मसले जुदा है ओर सबसे बड़ी बात तो यह है कि परक्राम्य लिखत अधिनियम में ऐसा कोई प्रावधान ही नही है और न ही संशोधन हुआ है,यह अधिनियम केवल शुद्ध रूप से चेक नाम के अधिकृत दस्तावेज के अनादर से जुड़ा है और एक समंस विचारण है जिसमें निराकरण के लिए 6 माह की समय सीमा तक दी गई है और जिसमे धारा 138 को सिद्ध होने के लिए केवल तीन सीमाए है जिनका पालन अनिवार्य है और उसमें भी यदि चेक प्राप्तकर्ता ने किसी अन्य विधान का उल्लंघन भी किया है तो उसके लिए उस विधान के तहत अलग से दंड या जुर्माना के प्रावधान है,किसी ने अपने लेनदेन को अधिकृत विभाग में घोषित नही किया तो आयकर अधिनियम के तहत अलग से कार्यवाही की जा सकती है,परन्तु केवल लेनदेन को घोषित न करने से चेक अनादरण के अपराध से आरोपी को मुक्त करना तो हास्यास्पद ही कह सकते है। "क्या मजाक है"
@zevrapansari8274 Жыл бұрын
It is optional to show these transactions in most common ITRs
@sanjeevkhurania Жыл бұрын
In income tax return we show earnings not investments, if person didnt get any interest then how he will mention it ITR....PLEASE CLEAR
@baltejsran5351 Жыл бұрын
Bhut bdiya video hai sir . Aksar kissano k sath ese he dhokhay se kush log cheak bounce k case par pese lete hai
@rkrock2160 Жыл бұрын
Kuch लिया होगा जभी तो चेक दिया होगा। Cheque ki bhi मिट्टी पलीत करदी कोर्ट ने।
@amandeeparora101 Жыл бұрын
Very very good judgement and thanks for informing that information
@balkishanahirwar5498 Жыл бұрын
Dhanyabad sir aap jaise log jab takis dharti pe hain.majal hai kisiki ke ek bhi dosi ko saja ho sake.
@deepakpatel3757 Жыл бұрын
बहुत सुंदर ज्ञानवर्धक जानकारी दिए इसके लिए धन्यवाद
@AnilKumar-ut3hc Жыл бұрын
Excellent video sir Log 2 number ka Paisa byaj pe dekar garibo ka khun chuste hain or khud itr bhi nhi bharte
@bharatsangam2200 Жыл бұрын
Falling standard of the judges of the Supreme Court .....
@shivpalsinghjadaun5025 Жыл бұрын
बेईमान को लाभ मिलेगा और ईमानदार को नुकसान होगा।
@banwarilalinspector5556 Жыл бұрын
क्या ऐसा भी फैसला हो सकता है आश्चर्य होता है
@कृष्णमणितिवारी Жыл бұрын
चोरी और बेईमानी करने के नये नये तरीके विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हैं।
@krdeeraj Жыл бұрын
Chori Aur Sinajori yhi to durbhagya he hmare desh ka. aur choro ko takat milti he ese advocate se...........jo sb jante hue bhi bus kujh paiso ke liye inka sath dete he.......😔
@kamalkumarsharma36609 ай бұрын
Sujhav dene ke liye very very thank
@ajayshukla6365 Жыл бұрын
The high court has heard rightly and punished the defaulter.
@sharadkumar9772 Жыл бұрын
यह तो क्राइम को बढ़ाने वाला जजमेंट है। और वकील साहब कितनी खुशी खुशी से दूसरों को ठगने का तरीका बता रहे हैं। बेचारा गरीब जिसमें किसी की मजबूरी पर मदद की वह तो मर गया ना यह कौन सा जजमेंट हुआ।
@pkv154 Жыл бұрын
Ye un fraud logo ke liye he jo diye amout se jyada paisa cheque me bharkar laga lete he
@Tejsingh72728 ай бұрын
कानून का पालन करें
@krishnagopalmujawdiya5525 Жыл бұрын
कूट रचना करके झूठा व्यक्ति इस संसार की कोर्ट से तो बच सकता है परन्तु उसके स्वयं के मन मस्तिष्क में यह कपट अंकित हो जाता है तथा जीवन पर्यन्त ऐसा व्यक्ति रोगी होकर दुखी होकर मरता है। कहते है कि दूसरों का धन हड़पने वाले की अगली 3 पीढ़ियां दुख, तनाव और अवसाद का जीवन जीती हैं।
@kamalsinghsisodiya-xz6cj Жыл бұрын
सर किसान के तो इनकम टैक्स लगता नहीं है तो फिर वह इनकम टैक्स रिटर्न कहां से बताएगा
@ajayshukla6365 Жыл бұрын
SC makes hands free to commit crime like this. If someone has issued the cheque for any purpose then what is the meaning of acquittle. Why did he issue a cheque? Something has transferred and he issued a check. He should be punished for the issue of a cheque.
@himanshugupta_24 Жыл бұрын
Sir court me ye nhi pucha gya k agr accused ne pese nhi liye to cheque kyo diya saamne wale ko. Bohot bdiya sir Saare beimaan log like krenge aapke video ko.
@ashokgupta1241 Жыл бұрын
चैक बाउंस के मामले को माननीय न्यायालय को निरस्त कर दिया जाना चाहिए जिनका लेन-देन कोर्ट के माध्यम से नहीं हुआ है
@panant107 Жыл бұрын
To save 3 lacks how much did he spend time and money and case is closed here on earth but it's not closed in God's Kingdom. Falling moral, ethical values gives rise to many problems which we are facing now.
@jaishetty4469 Жыл бұрын
tera bolvachan yahan maine nahi rakhta. we are discussing "legal" things, where there is no "God"
@GurmeetSingh-rl9fd Жыл бұрын
VERY NICE INFORMATION SIR
@gedelasasibhushanarao386311 ай бұрын
Well summarised the essence of SC judgement
@knowledgeideas5738 Жыл бұрын
Bank entry hai Income tax return m show kiya hai Written proof on stamp paper hai then also court tarik par tarik deti hai😡 Harsh reality don’t give money to any one FD kardo ya invest kardo
@Hindustani.Talent Жыл бұрын
Same case mera hai bro, abhi file krunga case September me
@ujjwaldeepsharma2165 Жыл бұрын
Sir very good content for taking advantage inspite of being wrong.
@nrchoudhary7847 Жыл бұрын
वकील साहब विडिओ की शुरुआत में आपने खेत और ट्रेक्टर दिखाये थे। अगर पैसा देने वाला एक किसान है तो उसको रिटर्न भरने की जरूरत ही नहीं है। फिर इनकमटैक्स वाला रिटर्न दिखाने की जरूरत ही नहीं होगी
@VipinSingh-uj4bf Жыл бұрын
ये भी सही है... चोरों को और बढ़ावा दिया जाये... 😂😂😂
@rameshsoni3900 Жыл бұрын
ऐसे नतीजे आने पर अब कोई भी किसी पर विश्वास नहीं करेगा और किसी भी जरूरत से जरूर वाले को भी पैसा उधार नहीं देगा असली जरूरत के हकदार हैं जिनको जरूरत है वह जगह जगह ऊंचे व्याज पर या उच्च ब्याज पर यह अपनी प्रॉपर्टी को कम दाम पर बेचकर अपना कार्य करेंगे या बंद हुआ बंधवा मजदूर बनकर उनके घर पर सेवा चाकरी करेंगे बाकी ओरिजिनल बात तो यह है कि चेक अपने आप में ही रुपए हैं
@vishwakarmakarma4887 Жыл бұрын
जो लोग पैसा उधार लेते है वे बडे साणे होते है....और देने वाला ब्याज का लालची ,उसे ये पता ही नही होता कि,ये पैसा तो अब गया................शायद बरसो पहले चाणक्य जी ने ये सही कहा ँ है कि जो पैसा आप ने किसी को दे रखा है उसे कभी भी अपना मत समझना ,वो मिलेगा या नही मिलेगा इसकी कोई गारंटी नही,...जो आपके पास है वो ही धन आपका है।
@sohanlalgehlot3446 Жыл бұрын
रूपये देने वाला किसान है तो आयकर के बिंदु पर ऐसा निर्णय जैसे हो सकता है. क्योंकि किसानो को आयकर नहीं देना होता है.
@rinkupatil7189 Жыл бұрын
Dhanyawad guruji ❤
@pradhanmk3127 Жыл бұрын
ये तो ग़लत है क्या कोई आदमी ऐसे ही किसी को चैक दे देगा।
@jaishetty4469 Жыл бұрын
loan hota hai, security hota hai, future (dateless) cheque bhi hota hai... (waida bazaar me yeh common hai)
@ak.bhargav29636 ай бұрын
Bhai loan pass krvane ke liye bhi log cheque le lete h jaruri nhi h ki paise ke liye hi lege
@7speedysingh Жыл бұрын
Really appreciable...thanks to elaborate it in simple language.
@antarshakti30932 ай бұрын
End me jaake pata chalega ki isme 2 saal ki saza aur cheque amount ka double jurmana bharna padega. Aise is tareeke ka har video me hota dekha hai.
@turambiruly2539 Жыл бұрын
चेक financial transaction से संबंधित हो । यदि कोई gift cheque हो तो उसे चुनौती नहीं दी जा सकती ।
@gyanwatitanwar842910 ай бұрын
Bilkul sahi h Bhai ye khatam hona hi chahiye
@harashylander1321 Жыл бұрын
Previously in india our ancestors in one day they is to give judgement, now by following westerners we get justice delayed which justice denied 🌺🌸✋😑
@satyasaini-ge3kf Жыл бұрын
चेक इशू करना बिना किसी लेन देन के भी तो अपराध की श्रेणी में आता है
@MukeshPatel-gy4yv Жыл бұрын
बिना लेंन देंन चेक देनेका कारन क्या है?
@VISHNUSHARMA-gi5tg Жыл бұрын
ये सुप्रीम कोर्ट लोगों के बीच हो रहे लेन देन को विश्वास को ख़तम कर हरा प्रॉपर्टी gpa GPA deal को भी अभी मान्य नहीं रहा है तोह क्या सभी लेन देन सरकार की नजर में रहे ये चाहतें हैं अच्छा है पर लोगों का आपस में विश्वास खतम होता हैं ऐसे दोखाधड़ी लोगों को भी सोचना चाहिए 🙏
@kesharsinghbisht1639 Жыл бұрын
एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी न्यायालय का यह जुड़े उचित नहीं है इस तरीके से तो कोई किसी को हेल्प ही नहीं करेगा बेईमानों की कमी नहीं है इस देश में इस धरती पर
@Sukhjeetworld Жыл бұрын
Always give money to anyone through cheque or RTGS/NEFT. Bank statement itself is a proof.
@advamitdogra1227 Жыл бұрын
Very good video Sir, Thanks a lot Sir.
@sandipsurywanshi1881 Жыл бұрын
Simple baat hai kisko Paisa mat do byaj ke chakkar mai ... Do hi karan hai kisko Paisa Dene ke ( agar kuch Len den ka vyavahar nahi karte to) ek to app kisiki madat kar rahe ho nahi to AAP usse byaz ki ummid lagake baithe ho.
@mohanirkal1927 Жыл бұрын
Court ka chakkar laga ke Aur 3; lack daalana padega Nyaya milana bahoot kathin hai, ghoor kaliyug hai, 😢😢
@vijaykumarnightandevents98125 ай бұрын
Dhanyawad dear sir. Vandan
@840117849 Жыл бұрын
Thank you so much for nive nice information
@aashishkumarshukla Жыл бұрын
पैसा हड़पना सिखाया जा रहा है। चेक instrument फिर क्या गान के लिए *दिया लिया* गया था। कोर्ट में घुमाने के तरीके अपनाए जा रहे हैं क्या??.. जो मन मर्जी आई उसे सिद्ध करने का आधार बना दिया??🤔.. ,🚩
@jitendrapol4728 Жыл бұрын
भाईसाहब ये देश का अर्थतंत्र चलाने का चक्कर है, जो चेक लेकर फसा है वो स्टाम्प ड्युटी भरेगा, वकील के लिए पैसा देगा,तारीख पे हाजरी लगाने के लिए प्रवास करेगा , झेराक्स वाले का दुकान चलेगा , हाॅटेल वाले का धंदा होगा , इसलिए तो लाखो केस अटके है और वादी चक्कर काटे है
@manojpanchal7334 Жыл бұрын
फिर तो payment देने वाला ही defaulter घोषित हो जायेगा, ये तो गलत हैँ, ये koi जरुरी नहीं हैँ की income tax मै ये सभी show किया जाता हैँ,
@kuldeepkumar-ti1xf Жыл бұрын
दिया गया चैक पुर्ण रूप से उसके ही hand writing में लिखा है यहाँ तक कि date भी ।वह भी समय माँगते हुये तीन महीने के बाद फिर से चैक फिर तीन महीने बाद चैक यानि तीन बार चैक दिये साथ ही स्टाम्प पेपर पर अग्रीमेंट सब कुछ उसके ही hand writing में लिखा है ।
@chandrashekharahire4798 Жыл бұрын
Thank you very much for sharing Sir
@vi3ha6yas1 Жыл бұрын
सुप्रीम कोर्ट ने फर्जी लोगों के लिए राह आसान की ।
@neeravsharma8810 Жыл бұрын
Loop holes in our judicial system... Tabhi bohat se log bach jaate hain
लोग मजबूरी में 20-30 हजार रुपये साहूकारों से लेते हैं, बदले में साहूकार sign किया हुआ blank चैक ले लेता है. बस यही से कहानी खराब हो जाती है. होना यह चाहिए कि व्यापार के संबंध में दिए गए चैक के केस जायज है, लेकिन कैश के बदले में दिए गए चैक के केस आयकर विभाग से verify होने के बाद दर्ज होने चाहिए, क्योंकि आयकर विभाग के हिसाब से 20000 रुपये से अधिक रुपये आप कैश किसी को नही दे सकते.
@tarlochansingh7357 Жыл бұрын
Supreme Court ka judge bhi yeh vakeel jaisa hi hoga
@AnilKumar-f6u7s9 ай бұрын
Bohat Bohat bdiya sir
@vik911 Жыл бұрын
In short Paisa ko intrest ke liye kisi ko udhar na de, vo bhi bank check ki security ke against. 😢😢 varna aapka Paisa vapas mile ga uski koi guarantee to nahi hai par advocate sir ki fees jaroor de ni padegi😢😢
@ramsinghkachawa7010 Жыл бұрын
पहली बात यह कि आपके बताए अनुसार यह केस किसान सम्बंधित है, आप ने बताया उसके बचत में से उधार दिए गए हैं। दुसरी बात कृषि आय आय टी से बाहर होने से उसे आई टी आर दाखिल नहीं है तों वह इस के इन्टरी का विवरण कैसे दिखाएं। दुसरी एक गंभीर बात आप और माननीय न्यायालय यह बताना चाहते हैं, बैंक चेक अमान्य माना जाएं या डस्ट बिन में डाल दिया जाए इसकी कोई वेल्यु किमत नहीं है,जब तक अलग से कोई प्रुफ सबुत नहीं दिया जाए। तो इस हिसाब से बॅको ने अपने ग्राहकों को यह चेक बूक देना बंद कर दिया जाना चाहिए। उपरोक्त मामले में इस बात पर तो किसी प्रकार से गौर नहीं किया गया।
@srikantamohanty4214 Жыл бұрын
Right, no loan to be given in exchange of cheque.
@arunsoni26989 ай бұрын
Vaah Re kanun dhanyavad 😢😢😢
@RKK1965 Жыл бұрын
Income tax return mein kiwi ko loan Diya hai is ki entry nahi hoti. ITR mein source of income, capital gain hai dikhane note hai jis basis pe tax calculate Hoya hai.
@jaishetty4469 Жыл бұрын
get your knowledge right. Everything you spend needs to be accounted for.
@sankhochatterjee9245 Жыл бұрын
Lalach me aa kar jo haath me hota hai log usse bhi gawa dete hai. Double ke chhaakkar me mool rakam bhi chali jaati hai.
@kamalsinghsisodiya-xz6cj Жыл бұрын
माना कोई छोटा व्यक्ति है किसी को 50,000 40,000 ₹20000 देता है और वह इनकम टैक्स नहीं देता है और उसको लेने वाला चेक दे देता है माना कि कल सेवा वह पैसा नहीं और यह केस कोर्ट में और कोर्ट सबूत मांगे मांगे एक गरीब आदमी किसी एक दूसरे की मदद कर देता है और कल से मान लिया जाए कोई सबूत नहीं p तो वह व्यक्ति क्या करें
@DilipYadav-nf6ksАй бұрын
Bhai sahab chote amount ki bat nai hai aaj aapko pata hai bharat me kitne log yese logo se par sham hokar aatmhatya karne par majboor hai jo byaz se paise ko 5 guna jyada le rahe hai bhai sahab m ye nahi keh Raha hu ki kisi ka paisa khana sahi hai lekinkisi ko pareshan galta apka Jo jayaz amount hai usko lo par byaz ki topi na pehnao
@AshokKumar-mb3mw Жыл бұрын
इससे अच्छा है, किसी जरूरतमंद या मुसीबत में फंसे व्यक्ति को भी रुपया ही मत दो । मैंने एक रिश्तेदार को आर्थिक (लाखो ₹) मदत किया था और लगभग 10 सालों तक चेक बाउंस का मुकदमा लड़ने के बाद , परिणाम मेरे ही खिलाफ आया .....
@donaldbaxter4254 Жыл бұрын
I won 138 case in Delhi Tees Hazari court in 4 years by myself without any lawyer. I had a business partner who asked me to give him a cheque for Rs 15000 so he can just show to a creditor. I gave him on condition he would not get the cheque encashed...but he presented it to my bank twice, got it bounced and filed a 138 case against me after a year. I attended all hearings myself without lawyer. The complainant or his lawyer NEVER appeared. The judges would sympathise with me, tell me if the complainant or his lawyer would be be absent a second time before him, he would dismiss the case. But the judge would change and I would be again told the same story by a new judge! My attendance record was 100%. I had all the documents, but except that bounced cheque, my partner had no documents. The court even sent summon to the complainant, but he never appeared! Finally, I told the new judge:" I am not going to come again...win or loose!" The judge dismissed the case...but it cost me 4 years of unnecessary harassment! Indian law is a total mess and an a**!!! I have won 5 such stupid cases in Delhiwhen I fought my own cases. I also helped others win...and I am not a lawyer! The key is documents and simple drafting. Judges always love it and helps you.
@likhendersinghsardar654 Жыл бұрын
Bank starement evidence is also one important evidence...to show the accused took amt....from plaintiff by cheque clearing
@nandkumarsarode271210 ай бұрын
चेक बाउंस होने से पहले बँक ने अलर्ट करना चाहिये 🙏🏻बहूत सारे sms तो आते है सर बैलेंस के बारे ek sms आया तो बहूत अच्छा
@ShaileshGaur-kj5xm Жыл бұрын
There is no law in this country. Then people will decide their own After fighting in three court, a honest person got nothing.
@vinay108322 Жыл бұрын
I am filing my ITR from last 20+ years. Which section of ITR requires to declare if i have lended any money to anyone? If someone knows please enlighten me. I guess the whole argument to that it was not past of ITR itself is wrong. Many times you lend it without any documentation in good faith. However, surprised to see, SC even didn't looked at the fact that the cheque was issued and never examined that why this cheque was issued? Was it for charity?😅
@offred6013 Жыл бұрын
Under s 138 of NI Act an offence can be made out only if its prooved that the cheque was drawn to discharge a debt. No debt means no offence under 138 of NI Act. Allthough remedy under some other law could still be obtained but not under 138 of NI
@vadera74 Жыл бұрын
In income tax return we file our income statement only not the debts given. The person filing the case is farmer not a business firm. In business firm or the person whose accounts are audited then this prove comes in audit report only, then also it doesn't come in income tax return.
@vaibhavkale7887 Жыл бұрын
Show as unsecured loan given
@sopanshevale8515 Жыл бұрын
Yes any amount paid to anybody does not concern to Income Tax return. No where it reflect in Income Tax return. Taking Income Tax in consideration is wrong
@pradeepainani3781 Жыл бұрын
कुछ तो गड़बड़ है Income tax return में केवल आय व व्यय का इंद्राज ही होता है ना कि उधार लेन देन का
@1BLSHARMA11 ай бұрын
Sir Also cover the position of Non executive directors/ Independent Directors in cheque bouncing case
@arvindsrivastava7526 Жыл бұрын
वाह साहब खूब honest हैं आप। जब पैसा उसने दिया नही था तो ये जनाब 3000का cheque क्यों दिए जो bounse हो गया? और आप उन्हे बचता देख खुश हो रहे हैं।
@vijendrapatley-hi2lu Жыл бұрын
लेकिन सभी बाउंस करने वाले सही नहीं होते सर ये लोगों को प्रताड़ित करने वाले होते हैं।
@SPSinghRaajpoot3 ай бұрын
Aaj ke kanoon se nyay nahi milta hai Shoshan hi ho raha hai.😢😢😢😢
@rahulrajmodi10 Жыл бұрын
Sahi cheez sikha rahe hai aap
@shravanchourasia81382 ай бұрын
अगर एक राज्य के किसी शहर से दूसरे राज्य के किसी शहर में परिचित ट्रेवल्स एजेंट को फंड ट्रांसफर कर 15000 रुपये उसके बैंक खाते में एक हफ्ते के लिए उधार दिये हैं। लेकिन वह 2 साल होने पर भी पैसे वापिस नहीं दे तब क्या उसे नोटिस देकर क्रिमिनल केस उस राज्य के शहर की कोर्ट में लगा सकते हैं जहां से पैसा IMPS से फंड ट्रांसफर किया गया है। कहां केस लगेगा।