नमस्ते सर, सर आपने इतने शुद्ध शब्दो के माध्यम से बिना बनावट के बहुत ही सरल हृदय से अपने विचार रखे वो अत्यंत ही सराहनीय हैं। डॉ सुनीता भार्गव। , सहायक प्राध्यापक, बगरू शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, बगरू, जयपुर, राजस्थान
@ranjeetasidar310010 күн бұрын
आदरणीय श्री (डॉ.)मीनकेतन प्रधान सर को सादर प्रणाम 🙏🙏 बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं सार्थक साक्षात्कार रहा।आपका व्यक्तित्व जितना विराट् है, अन्तरतम् उतना ही सहज कोमलतम संवेदनाओं से परिपूर्ण है। हिंदी जगत के क्षेत्र में आपका योगदान अतुलनीय है। हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं सर💐 रंजीता सिदार अतिथि व्याख्याता (हिंदी) वीरांगना रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय मरवाही(जी.पी.एम)छ.ग
@bodrampatel473910 күн бұрын
आदरणीय डॉ. मिनकेतन प्रधान सर प्रणाम आपके अनुभव और ज्ञान को सुनकर मुझे बहुत प्रेरणा मिली, आपके उत्तरों में स्पष्टता और आत्मविश्वास दिखाई दिया, आपकी बातचीत शैली बहुत अच्छी है। आपके पास जो ज्ञान और कौशल है, वह वास्तव में अद्वितीय है, मैं आपका सम्मान करता हूँ आपकी आत्मविश्वास और स्पष्टता ने मुझे बहुत प्रभावित किया, मैं आपकी सराहना करते हुए पुनः प्रणाम करता हूँ। बोदराम पटेल पूर्व छात्र स्नातकोत्तर हिंदी
@anandpatel506610 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी ,सादर प्रणाम 🙏 आपके इस प्रभावशाली साक्षात्कार को देखकर-सुनकर मैं गौरवान्वित हुआ । मुझे ज्ञान वर्धक जानकारी प्राप्त हुआ।आपको सुनकर कालेज के पुराने दिनों में खो गया। आनंद कुमार पटेल,(आपका पूर्व छात्र) व्याख्याता, शा.उ.मा.वि.बड़े देवगांव, खरसियां, जिला -रायगढ़ ।
@Anuj-pushpa-khilesh10 күн бұрын
परम श्रद्धेय प्रधान सर जी को चरण स्पर्श l हिन्दी साहित्य जगत के छायावाद को वैश्विक स्तर पर प्रकाश पूंजित करने की अनोखा प्रयास अवश्य ही एक नई पीढ़ी के लिए आदर्श मार्ग प्रशस्त करेगा इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद l अनुज कुमार पूर्व अध्येता पता - ग्राम सहजपाली, डाक घर - हिर्री, तहसील - बरमकेला, जिला - सारंगढ़ - बिलाईगढ़, छत्तीसगढ़
@shashipanda326311 күн бұрын
Shraddhey minketan pradhan jee, Aapaka sakshatar suna, bahut badhai, 0:08 0:08 Sigapur se anusuya jee ko bhee badhI, Aapane apane gaon shAhar jeela prant aour desh ko videsh me gauravantiv kiya. Sahitya ke prati aapako athah sneh seva tap aour sankalp ke athak prayas ne hi desh se videsh pahunchaya. Bahut bahut shubhakamanayen, ---- Shashi Bhushan Shashi Sambalpur Odissa
@anusuyasahu156511 күн бұрын
S धन्यावाद!🙏💐
@tulsimalakar47734 күн бұрын
परम पूजनीय परम आदरणीय प्रधान सर जी के चरणों में सादर प्रणाम आपके रचनाएं हिन्दी जगत को एक नया दिशा प्रदान की है । 🙏🙏 आपका शिष्य तुलसी राम मालाकार अमोदा पोस्ट लेंधरा बरमकेला रायगढ़
@gyanchandgauchandra591512 күн бұрын
छायावाद के 100 बरस और मुकुटधर पांडे का छायावाद ,हिंदी साहित्य की धरोहर है .आपने संजोकर रखा एस्के के लिए आपका साधुवाद.आप साहित्य प्रेमियो की प्रेरणा बने रहे.बहुत बहुत शुभकामना . (जी सी गौचन्द्र बोईरदादर) रायगढ़ छ.ग.
@blinwati26409 күн бұрын
आदरणीय डॉ मीनकेतन प्रधान जी आपके द्वारा संपादित छायावाद के सौ वर्ष किताब के अंतर्गत आप से बात कर बहुत सीखने को मिला है। प्रस्तुत साक्षात्कार रुचिकर और ज्ञान वर्धक है। आपका व्यक्तित्व और कृतित्व प्रेरणादायक और अनुकरणीय है। सादर प्रणाम- डॉ बसोरी लाल इनवाती सहायक प्राध्यापक हिन्दी शासकीय महाविद्यालय बरघाट, जिला-सिवनी (म प्र)
@bubunghritlahre199315 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏 हिंदी साहित्य नवीन विचारों को आगे बढ़ाने का विचार देती है और स्त्रियों की भावनाओं से जुड़ी हुई बातों को भी सामने लाने का विचार रखती है और पुरानी रूढ़ी वादी धारणाएं को भी कम करने का प्रयास करती है हिंदी साहित्य जगत इसी तरह आगे बढ़ता रहे। 🙏🙏
@sabrang-dr.ushashrivastava689721 сағат бұрын
साधुवाद, सारगर्भित साक्षात्कार 👌
@mohitsingh-dh1vy18 күн бұрын
प्रणाम सर, आप सर, बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी और आप को हिन्दी साहित्य के युगीन प्रवाह की पर्याप्त समझ है आप ने मुकुटधर पाण्डेय: छायावाद के सौ वर्ष ग्रंथ प्रकाशित कर समय की पग- ध्वनियों को पकड़ कर अपनी समझ को सिध्द किया है औरइस कालखंड का रचना-संसार पर समीक्षा-जगत द्वारा उठाए गए प्रश्नों को उत्तरयुक्त तो किया ही है साथ ही वह अन्तराल भी भरने के प्रयास किए है जो अस्पर्श्य और अनदेखे रहे हैं।आप द्वारा प्रेरित-प्रवाहित संजीवनी हिन्दी-साहित्य के आभामंडल को देदीप्यमान करेगी और इस स्तुत्य कार्य के लिए अनन्त काल तक यशकाय बनाएगी। हिन्दी साहित्य के कालजयी अवदान के लिए साधुवाद 6:00
@ganeshdewangan452514 күн бұрын
आदरणीय, प्रधान सर जी को हार्दिक बधाई । हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है इसपर प्रधान जी की इंटरनेशनल इस्तर पर चर्चा हमारे लिए बहुत ही गौरवान्वित है । गणेश देवांगन
@kamalPatel-s2m13 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी को प्रणाम सर आपके इस ज्ञानवर्धक साक्षात्कार ने साहित्य प्रेमियों तथा छायावाद के प्रति जानकारी रखने वालों के लिए नई दिशा प्रदान की है आप अच्छे मार्गदर्शक तो है ही साथ ही अच्छी कवि भी है आपसे हमें बहुत कुछ सीखने को मिला और आगे भी मिलता रहे सदैव आपका स्नेह आशीष आशीर्वाद हम पर बना रहे
@ashokkumarpatel908913 күн бұрын
बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी आदरणीय प्रधान सर,आपके इस ज्ञान वर्धक साक्षात्कार ने साहित्यप्रेमियों तथा छायावाद के प्रति जानकारी रखने वालो के लिए नई दिशा प्रदान की है। आपके सफल मार्गदर्शन से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती रहे।
@kavyamishra758214 күн бұрын
आदरणीय सर का बहुत बहुत धन्यवाद, सर श्रेष्ठ व्यक्तित्व के धनी हैं,आप अच्छे मार्गदर्शक तो हैं ही साथ ही अच्छी वक्ता,कवि आलोचक भी हैं,आपसे बहुत सीखने को मिलता है। सदैव आपका स्नेहाशीष बना रहे सर🙏💐
@KedarnathSoni-q6k21 сағат бұрын
Excellent, useful & progressive
@dhanunjayjaiswal15 күн бұрын
परम आदरणीय, प्रेरणा हिंदी साहित्य जगत को अपनी ज्ञान से अलौकिक करने वाले डॉक्टर में मीनकेतन प्रधान सर को कोटि कोटि बधाई एवं शुभकामनाएं आपका साक्षात्कार बहुत, सुन्दर सार्थक एवं सफल रहा मैं ज़ब कोरोना कॉल चल रहा था तब आपका ऑनलाइन कार्यशाला मे भी जुडा था अपने बहुत ही सुंदर सजा कर आपने हमें हमरे जीवन मे साहित्य को प्रकाशित किये साहित्य के प्रति आपका यह प्रयास निसंदेह युवा साहित्यकारों को नई दशा और दिशा प्रदान करेंगी आपके इस प्रयास से भावी पीढ़ी के साहित्यकार प्रेरित होंगे
@आर.डी.शर्मास्टडी7115 күн бұрын
परम आदरणीय, प्रेरणा स्रोत एवं हिन्दी-साहित्य जगत को अपनी ज्ञान से आलोकित करने वाले डाॅक्टर मीनकेतन प्रधान सर को कोटि-कोटि बधाई एवं शुभकामनाएं।आपका साक्षात्कार बहुत सुन्दर, सार्थक एव॔ सफल रहा जी। वर्तमान में छायावाद के सौ वर्ष और मुकुटधर पाण्डेय विषयक द्वि-दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी द्वारा संपादक मीनकैतन प्रधान जी ने वैश्विक फलक पर फैलाया है। डाॅ.विनय कुमार पाठक,डाॅ.मीना कौशिक, डाॅ.बेठियार साहू एवं सौरभ सराफ ने अपना सहयोग फरमाया है। ये सभी बाते छोटी सी कविता के माध्यम से रविदत्त शर्मा,सांगानेर जयपुर ने बताया है। आओं मिलकर हिन्दी भाषा का यशोगान करें ,यह अंतर्मन की भाषा है। हिन्दी हमारी जननी है,यह सभ्यता,संस्कृति एवं संस्कारों की भाषा है। रविदत्त शर्मा,सांगानेर,जयपुर, सहायक प्राध्यापक (हिन्दी-विभाग) बगरू महिला पी.जी.महाविद्यालय बगरू,जयपुर,राजस्थान
@HarishankarPatel-qx2kd10 күн бұрын
आपका जीवन साहित्य की सृजन मै एवं समाज की सेवा एवं गरीब विद्यार्थियों को सहयोग कर शिक्षा के क्षेत्र में ऊपर उठाने का हमेशा प्रयास करते रहे हैं अपने कभी भी अपने आप को बहुत बड़ा आदमी नहीं समझे सभी को सामान दृष्टि से देखते रहे हैं मै आपके जीवन को सुखमय एवं मंगल की कमान करता हु हरिशंकर पटेल ,ग्राम जमापाली, पोस्ट कोटरा, जिला रायगढ़ छत्तीसगढ़
@J.PGupta-f4n12 күн бұрын
स्नेहिल मीनकेतन जी आपका अन्तर - राष्ट्रीय साक्षात्कार वार्ता सुना। सचमुच प्रशंसनीय है, अनुकरणीय है। शिक्षा के प्रति, साहित्य के प्रति ऐसे ही देश को अग्रसित पथ पर उन्नत एवं प्रसिद्धि का मार्ग प्रशस्त करते रहें। आगे बढ़ते रहें। अशेष शुभकामनाएं 🌹। जागेश्वर प्रसाद गुप्ता, केलो विहार कालोनी, रायगढ़.
@nirbhayramgupta221815 күн бұрын
असाधारण व्यक्तित्व के धनी परम आदरणीय डॉ मीनकेतन प्रधान ,जो विद्यार्थी जीवन से ही रचनात्मक प्रवृत्ति के रहे, ने वैश्विक स्तर पर अपनी रचना और रचनात्मक प्रवृत्तियों से ,व्यष्टि से समष्टि की ओर ले जाने वाली ,मानवीय चेतना को एक नई दिशा प्रदान करने वाली विचारधारा तथा राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक उत्थान के लिए किया गया सराहनीय कदम के साथ ही आज का साक्षात्कार निश्चित रूप से युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक रहेगा । आपको बहुत-बहुत बधाई सादर प्रणाम🙏 निर्भय गुप्ता लिंजीर, रायगढ़ छत्तीसगढ़ ।
@vkcmotivation53414 күн бұрын
मेरे गुरुदेव जी को चरण स्पर्श❤❤
@AnilKumar-ts7mp18 күн бұрын
आपके सकारात्मक दृष्टिकोण और छायावाद युग की गहराई ने साक्षात्कार को आनंदमय बना दिया। आप हिंदी साहित्य का सार हैं और साक्षात्कार में संबंधित विषय के बारे में जानकारी रखना और क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदर्शित करना केवल आपके लिए ही संभव है सर। आप अनंत ज्ञान के सागर और हिंदी क्षेत्र की आकाशगंगा हैं। आपने प्रभावी ढंग से संवाद किया और छायावाद के प्रत्येक पहलू पर स्पष्ट और संक्षिप्त प्रकाश डाला। प्रत्येक रचनाकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आपके माध्यम से विश्व में हिंदी का प्रचार वास्तव में सराहनीय है। आप सदैव हिंदी क्षेत्र के अनमोल रत्न रहेंगे, डॉ. मिनकेतन जी🙏🙏 प्रेषक: अनिल, पीएच.डी विद्वान दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा, धारवाड़ (कर्नाटक)
@jeetujoshi617116 күн бұрын
आदरणीय डॉ मिनकेतन प्रधान जी को आदर पूर्वक नमन, जो हमे साहित्य को अपने जीवन में सार करके, खुद को और अपने आस-पास की दुनिया को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए और मागदर्शन देने के लिए । साहित्य से मिलने से पहचान, कल्पना और सहानुभूति की अवधारणाएँ विकसित होती हैं। हमारी बढ़ती हुई अराजक दुनिया में, ये कौशल बहुत मायने रखते हैं। आपके प्रति साहित्य में योगदान जो है हमारे जीवन और औरों के जीवन को प्रेरणादायक रहेगी शासकीय महात्मा गांधी पीजी कॉलेज खरसिया छात्रा - जीतु जोशी कक्षा - एम . ए . प्रथम सेमेस्टर, हिंदी रायगढ़, छत्तीसगढ़
@manojbaiga16 күн бұрын
हिंदी साहित्य जगत को अपनी ज्ञान से आलोकित करने वाले डॉक्टर मीनकेत प्रधान सर को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। आपके द्वारा साहित्य को एक नई दिशा प्रदान की जा रही है। हमारे प्रवासी भारतीयों को जो हिंदी जगत के प्रेमी है इनको भी ऑनलाइन के माध्यम से जोड़ने का प्रयास अद्वितीय रहा। आपके सफल मार्गदर्शन से हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती रहे।🥰😍🙌🥳 जय हिन्द जय छत्तीसगढ़🙏 🥰😍🙌❣️ कक्षा - एम. ए. प्रथम सेमेस्टर, हिन्दी शासकीय महात्मा गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय खरसिया, जिला रायगढ़, छत्तीसगढ़ नाम - मनोज कुमार बैगा तहसील - धरमजयगढ़ जिला - रायगढ़, छत्तीसगढ़
@MrRama19914 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी को सादर प्रणाम, आप सदैव ही मेरे मार्गदर्शक हैं, व आपके द्वारा हिंदी साहित्य के क्षेत्र मे लिखित रचनाएँ , छायावाद के रूप मे वर्णित रचनाएँ व महानदी आदि अन्य सभी आपकी रचनाएँ निश्चित ही आगामी सभी छात्र छात्राओं को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे.। आपका राम किंकर गुप्ता शास. चिकित्सा महाविद्यालय रायगढ़.
@विद्यासंग्रह-ब6ह15 күн бұрын
मिनकेतन सर जी को मेरा सादर प्रणाम। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर साहित्य को पहुंचना पर मुकूटघर पांडे छायावाद के सौ वर्ष पूर्ण होने पर एवं रायगढ़ को साहित्य के माध्यम से जोड़ना। आप साहित्य जगत के पुरोधा है।आपके सकारात्मक दृष्टिकोण और छायावाद को लेकर आप ने रायगढ़ क्षेत्र को कला एवं साहित्य के क्षेत्र में विदेशों तक पहचान दिलाने में आपका विशेष योगदान है।यह आपके विद्वतापूर्ण लंबे समय तक अनुभ का ही परिणाम है।
@gayatripanda954913 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी का साक्षातकार देखा और सुना। साक्षातकार बड़ा ही प्रभावशाली है। ये साहित्य के पुरोधा हैं। इनका वक्तब्य बड़ा ही ऊर्जावान एवम् प्रेरणा दायक है। गायत्री नन्दे पंडा बंगला पारा, रायगढ
@JagdishYadav-pv6wv19 күн бұрын
आदरणीय डॉ श्री मीनकेतन प्रधान सर को सादर प्रणाम, शासकीय सेवा काल के दौरान आपके द्वारा अध्येताओं को साहित्य के माध्यम से नैतिक जीवन मूल्यों, सामाजिक उत्थान, समाज और राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्वों को साहित्य की संचार से जो बीज आपके द्वारा अध्येताओं के विचारधारा, चिंतन में बोया गया है सेवानिवृति के पश्चात भी आपके द्वारा साहित्य को एक नई ऊर्जा प्रदान करते हुए लोगों के मन मस्तिस्क पर अमिट छाप छोड़ने का कार्य करते आ रहे हैं l चाहे पत्र, पत्रिका हो या फिर ऑनलाइन के माध्यम से देश, विदेश के लोगों को जोड़कर हिंदी साहित्य को विश्व पटल पर रखा है l साहित्य की तरह आप पूरे विश्व में आलोकित होते रहें यही मेरी कामना है l (जगदीश यादव ,जिला - रायगढ़ छत्तीसगढ़,भारत)
@yadavgardennurseryraigarh884010 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी को सादर प्रणाम 🙏🙏🙏 छायावाद को वेश्विक स्तर पर आलोकित करना अपने आप में एक अन्दुत प्रयास है | आशा है आपका यह प्रयास आने वाली पीढ़ी के साहित्य शोधार्थियों को प्रेरित करता रहेगा! लालजीत यादव पूर्व अध्येता हिन्दी केजी कालेज रायगढ़ (छत्तीसगढ़)
@dasrathijangde725117 күн бұрын
परम आदरणीय गुरुदेव डाँ. प्रधान सर को सादर नमन रायगढ़ क्षेत्र को कला एवं साहित्य के क्षेत्र में विदेशों तक पहचान दिलाने में आपका विशेष योगदान है यह आपके विद्वतापूर्ण लंबी अवधि तक अनुभव का सुपरिणाम है। निश्चित रुप से यह आने वाली पीढी़ को नई दिशा देगी धन्यवाद दासरथी जांगडे़ शोधार्थी अटल विहारी वाजपेयी विवि बिलासपुर छग
@Rajendrasingh-q7m3h20 күн бұрын
बहुत सुंदर डॉ प्रधान सर। हिंदी साहित्य के क्षेत्र में आपका योगदान😢 अतुलनीय है। हिंदी भाषा के विद्वान प्राध्यापक के रूप में आपने हिंदी साहित्य एवं मातृ भाषा की सेवा की। बेहद ज्ञानवर्धक और सार्थक जानकारी आपने दी। निश्चित रूप से समाज को और नई पीढ़ी को एक दिशा मिलेगी। डॉ राजेंद्र सिंह , प्राचार्य
@lileshwarisahu841519 күн бұрын
बहुत सुंदर आदरणीय सर जी साहित्य के विभिन्न रचना करके युवा पीढ़ी ही नहीं वरन हर वर्ग के लोगों को साहित्य पत्रिका साहित्य एवं लेखन से सभी को पढ़ाई के ओर अग्रसर किये तथा सभी को प्रोसाहित किए बहुत-बहुत धन्यवाद
@VivekSahu-h8n16 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी आपको प्रणाम, आपके द्वारा जो हिंदी साहित्य की सेवा किया जा रहा है हमारे लिए एवं हमारे आने वाले पीढ़ी के लिए निश्चित रूप से अतिमहत्वपूर्ण है। आपके प्रेरणादाई सुविचार हमारा हमेशा मार्गदर्शन करता रहेगा ।आपका सुविचार मुझे बहुत अच्छा लगा आपको बहुत -बहुत धन्यवाद।🙏 विवेक साहू शा.महाविद्यालय खरसिया जिला -रायगढ़ (छ.ग.)
@basantpanda-b1l17 күн бұрын
परम आदरणीय डॉ मिनकेतन प्रधान जी को बहुत बहुत हार्दिक बधाई,आपके साहित्य सेवा को विश्व साहित्य संस्थान में साक्षात्कार सुन अच्छा लगा बसंत पंडा, स्टेट बैंक से सेवानिवृत अधिकारी
@vijaylaxmi16318 күн бұрын
सर्वश्रेष्ठ परम आदरणीय डॉ०मीनकेतन महोदय जी को सादर प्रणाम, नमस्ते सर, आपके बहुपयोगी एवं महत्वपूर्ण व्याख्यान से हम अति लाभान्वित हुए हैं। सादर धन्यवाद
@samikshasahu923320 күн бұрын
बहुत ही सार्थक, ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायक साक्षात्कार रहा। श्रद्धेय प्रधान सर की उच्च मानवीय संवेदना एवं विश्व बंधुता के भाव को साहित्य के माध्यम से साधने हेतु योगदान सिद्ध करने के प्रयास एवं भावी स्वप्न सराहनीय हैं। हम अपनी शुभकामनाओं सहित सर के साथ हैं। आदरणीया अनुसूया मैम का संचालन बहुत ही व्यवस्थित और समझदारीयुक्त रहा। आपकी संतुलित भाषा शैली एवं कार्य के प्रति प्राथमिकताप्रधान सोच याद रहेगी मैम। आप दोनों का सादर साधुवाद! प्रणाम 🙏 - डॉ. बी. एस. साहू सहायक प्राध्यापक, हिन्दी राजेन्द्र कॉलेज, जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा, बिहार, भारत
@anusuyasahu156520 күн бұрын
सधन्यवाद!🙏💐
@NehaKumari-xe5mh16 күн бұрын
साहित्य के क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान देने वाले परम आदरणीय 'मीन केतन सर जी' को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम। आपके साक्षात्कार के माध्यम से साहित्य के प्रति मेरी रुचि और प्रेम को और भी अधिक गहराई प्राप्त हुई है। आपने जिस तरह से साहित्य के विभिन्न पहलुओं को स्पष्ट किया है वह अद्भुत है, आपकी बातें न केवल ज्ञानवर्धक है बल्कि साहित्य की गहराई को समझने में भी मददगार रही है। आपकी रचनाएँ और साहित्यिक योगदान इस क्षेत्र को समृद्ध करते हैं। आपके शब्दों में गहरी सोच, संवेदनशीलता और सच्चाई की झलक है, जो पाठकों के दिलों में गहरे स्थान बना लेती है। आपकी रचनाएँ सिर्फ साहित्यिक दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि जीवन की सच्चाइयों और संघर्षों को उजागर करने का एक सशक्त माध्यम बनती है। जैसे एक कुशल बाग़बान अपने बाग में हर रंग और रूप का ध्यान रखता है वैसे ही आपने अपनी रचनाओं में हर भाव और विचार को सुंदर और संतुलित रूप में पिरोया है। नेहा कुमारी छात्रा , हिन्दी विभाग जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय
@AmitSadawarti-l5t23 күн бұрын
डॉ .मीनकेतन प्रधान जी का उद्देश्य बहुत अच्छा है । इससे साहित्य को नयी दिशा मिलेगी । उनका संस्थान भी अच्छा काम करेगा,उम्मीद की जा सकती है । बहुत प्रेरणा मिली । बहुत सुंदर । ------ अमित सदावर्ती
@Hindikesadhak23 күн бұрын
हार्दिक बधाई आदरणीय सर,साहित्य सेवा में रत आप जैसे विरले ही ऐसे अनमोल रत्न हैं, जो अपनी अनन्य कर्मठता और साधना से समाज का उचित का मार्गदर्शन दर्शन करते हैं 💐💐-डॉ. ऋतु माथुर (प्रयागराज)
@gaytrisahu195416 күн бұрын
हिंदी साहित्य जगत को अपनी ज्ञान से आलोकित करने वाले डॉक्टर मीनकेत प्रधान सर को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। आपके द्वारा साहित्य को एक नई दिशा प्रदान की जा रही है। हमारे प्रवासी भारतीयों को जो हिंदी जगत के प्रेमी है इनको भी ऑनलाइन के माध्यम से जोड़ने का प्रयास अद्वितीय रहा। आपके सफल मार्गदर्शन से हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती रहे। डॉ. गायत्री साहू नगरी, सिहावा जिला धमतरी (छ. ग.)
@RamkumarBanjare-p9k17 күн бұрын
आदरणीय गुरुवर प्रधान सर को सादर प्रणाम करते हुए मैं इस कार्यक्रम के बारे में कहना चाहूंगा कि निश्चित ही यह साक्षात्कार का कार्यक्रम साहित्य को जानने एवं मानने वाले लोगों के लिए बेहद लाभवर्धक है। सर ने साहित्य के विविध पहलुओं को लेकर बहुत सारी बातें बताई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह कार्यक्रम बहुत ही काबीलेतारीफ है।
@hariharmalakar39816 күн бұрын
बहुत सुंदर परिचर्चा,अदभुत विचार 🙏🏻💐☺️
@AshishSrivastava-db3df17 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी हार्दिक शुभकामनाएं आपकी साहित्य कामनाएं लोगों के लिए हमेशा प्रेरणा का कार्य करती है शब्दों को ब्रह्म कहा गया है शब्दों से सही साहित्य की संरचना होती है शब्द के बिना संवाद भी संभव नहीं है प्रधान सर जी ने अपनी कृति छायावाद के 100 वर्ष मैं शब्दों की अपरिमित शक्ति का अनुभव कराया है उन्होंने मात्र शुद्ध शब्द प्रयोग और उनके व्यवहार को सा उदाहरण समझाया है बल्कि शब्द प्रयोग के सैद्धांतिक पक्ष को भी बतलाया है मूल शब्द उत्पत्ति की विस्तृत विवेचना की है लेखक ने शुद्ध लेखन के साथ शुद्ध उच्चारण पर भी ध्यान दिया है मैं पुनः प्रधान सर जी को उनके इस ग्रंथ के लिए हार्दिक बधाई देता हूं डॉ आशीष श्रीवास्तव असिस्टेंट प्रोफेसर RSY महाविद्यालय पूछ जालौनjhansi
@belmatipatel598719 күн бұрын
रायगढ़ क्षेत्र को कला एवं साहित्य की नगरी के रूप में आप जैसे विद्वान एवं प्रतिभावान मनीषियों के कारण ही जाना जाता है। आपको कोटिशः प्रणाम गुरुदेव 🙏💐 शोधार्थी - बेलमती पटेल हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग, (छ. ग.)
@rameshdas800715 күн бұрын
आदर्श मिनकेतन प्रधान सर जी ने साहित्य के विषय बहुत अच्छा ज्ञान दिया है नाम नेहा महंत
@nitutiwari225917 күн бұрын
प्रतिभा के धनी एवं प्रेरणा स्रोत मीन केतन सर जी को मेरा प्रणाम। आपके इस ज्ञानवर्धक साक्षात्कार ने साहित्य जगत के अन्य प्रेमियों तथा हमारे समाज को प्रेरित और प्रोत्साहित किया है। आपके द्वारा कहे गए व्यक्तित्व की परिभाषा स्वयं आपके ही व्यक्तित्व से परिभाषित हो रही है। आपका वक्तव्य तथा आपके सुविचारों ने हम जैसी नई पीढ़ी को साहित्य से प्रेम करने की लालसा और अधिक उजागर कर दी है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सर । नीतू तिवारी सहायक शिक्षिका , हिंदी विभाग (2023-2024) जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी जमशेदपुर झारखंड
@PramodJha-j9w19 күн бұрын
मीन केतन की सशक्त सृजनशीलता है। आप परिचय को मोहताज नहीं है। युवाओं को भी प्रेरित और प्रोत्साहित किया है। व्यक्तित्व निर्माण और सामाजिक सरोकारों पर आपने जोर दिया है। आपका ये साक्षात्कार प्रभावी लगा। बहुत धन्यवाद। साधुवाद।
@tripurarimishra925119 күн бұрын
बहुत हीं ज्ञानवर्धक परिचर्चा, हिन्दी साहित्य प्रेमी केलिए अत्यंत लाभदायक | हार्दिक बधाई सर त्रिपुरारी मिश्र स्नातकोत्तर प्रशिक्षित हिन्दी भाषा शिक्षक, राजकीय कृत सतेंद्र नारायण सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय, नबीनगर रोड, औरंगाबाद, बिहार
@rajeevgupta866611 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी को सादर प्रणाम! छायावाद को वैश्विक स्तर पर आलोकित करना अपने आप में एक अद्भुत प्रयास है | आशा है आपका यह प्रयास आने वाली पीढ़ी के साहित्य शोधार्थियों को प्रेरित करता रहेगा! राजीव गुप्ता पूर्व अध्येता हिन्दी केजी कालेज रायगढ़ (छत्तीसगढ़)
@priyabhatt675820 күн бұрын
सादर प्रणाम गुरुदेव 🙏🏻🙏🏻 आपकी साहित्य के प्रति सतत प्रगतिशीलता, साहित्य के परंपरागत - नवीन प्रसंगों का आकलन नि:संदेह साहित्य प्रेमियों के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। साहित्य के लिए आपके स्तुत्य प्रयास अविस्मरणीय हैं, जो कि हमारे लिए एक मार्गदर्शक रूप में नई दिशा प्रदान करते हैं।। आपका यह साक्षात्कार तथ्यपूर्ण और सार्थक है । 🙏🏻🙏🏻💐💐 डॉ. प्रियंका भट्ट (राजकीय महाविद्यालय मजरा महादेव, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड)
@rajendrakumargupta601418 күн бұрын
आदरणीय मीनकेतन प्रधान सर के द्वारा हिंदी साहित्य के लिए दिए गए योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता चाहे वह छायावादी काव्य की सर्वश्रेष्ठ रचनाओं एवं कवियों की जानकारी हो और पुरे हिंदी साहित्य कीआपके द्वारा जो ज्ञान हमें प्राप्त हुई वह हमारी अमूल्य निधि है धन्यवाद सर छायावाद के सौ वर्ष जैसे अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन आपकी दूरदृष्टी छवि का दर्शन करवाता है धन्यवाद प्रधान सर आपके योगदान से सम्पूर्ण पुर्वी छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित करेगा। द्वारा श्री राजेन्द्र गुप्ता अ सहायक प्राध्यापक हिंदी नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय सारंगढ़ जिला सारंगढ़ बिलाईगढ छत्तीसगढ़
@IshwarSidar-o6z15 күн бұрын
आदरणीय डॉ मिनकेतन प्रधान जी को सादर प्रणाम इस साक्षात्कार से काफी ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त हुई शासकीय महात्मा गांधी पीजी कॉलेज खरसिया छात्रा __ निशा सिदार कक्षा ___ एम. ए. प्रथम सेमेस्टर हिन्दी जिला ____ सक्ती ( छत्तीसगढ़)
@JagatKunti16 күн бұрын
परम आदरणीय प्रेरणास्रोत प्रधान सर जी को सादर प्रणाम, इस साक्षात्कार के माध्यम से काफ़ी ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त हुई। साक्षात्कार बहुत ही उत्तम रहा। शासकीय महात्मा गांधी पीजी कॉलेज खरसिया छात्रा -कुन्ती सिदार कक्षा - एम. ए. प्रथम सेमेस्टर हिन्दी जिला - सक्ती(छत्तीसगढ़) ।
@pramodsaraf807720 күн бұрын
बहुत सुंदर, विचारवान, ज्ञानवर्धक परिचर्चा
@rajkumarpatel836517 күн бұрын
Interview bahut shandar Hai,Mai Dr minketan Pradhan ki badhai dera hun,Unhine bahut vidvatapurna Sankari di Hai, Chhaya your mukutdhar Pandey par sar garbhit eaten kali gai Hai , Pro r k patel Krishna vatika colony ,raigarh
@kishorebhagat62823 күн бұрын
आपका वक्तव्य अत्यंंत ही प्रेरणादायक रहा । प्रणाम सर जी.
@Shashi-n6i16 күн бұрын
आदरणीय डॉ प्रधान सर जी आपको मैं सादर प्रणाम करती हूं सर आपने कड़ी मेहनत की है और आप अपनी राह में आने वाली सभी सफलताओं के हकदार हैं ।हिंदी साहित्य के क्षेत्र में आपका बहुत ही सराहनीय योगदान है । हार्दिक बधाई सर जी🎉 🎉🎉🎉 नाम - छाया राठौर एम. ए. हिंदी पता - मकरी खरसिया जिला - रायगढ़ (छ. ग़.)
@roshnimishra167422 күн бұрын
साहित्य के मूल उद्देश्य सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की ओर आज की युवा पीढी को प्रेरित करने के लिए आपका कोटिशः धन्यवाद। आपके निर्देशन, प्रोत्साहन ने कई कवि लेखकों के मन मे दबी रचना धर्मिता के बीज को अंकुरित कर साहित्य जगत मे लाया है।साहित्य, समाज व लोक से जन मन को जोडने वाली एक कडी के रूप में मैं आपको देखती हूँ।आपके।अनवरत साहित्य सेवा और सहज उदारता के साथ मानव सेवा को मै प्रणाम करती हूँ। डॉक्टर रोशनी मिश्रा दुर्गा कालेज रायपुर छत्तीसगढ़
@kishorkumarsharma142715 күн бұрын
किशोर कुमार शर्मा शोधर्थी हिंदी, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर (छत्तीसगढ़ ) मुकुटधर पाण्डेय हमारे दक्षिण कोसल के निवासियों के लिए बेहद गर्व की बात है जिन्होंने छायावाद की शुरुआत में अपनी अहम् योगदान दिये. हमारे अंचल के महत्वपूर्ण विभूतियों के योगदान की चर्चा निश्चित होते रहनी चाहिए. ताकि भावी पीढ़ी इससे सिख लेकर अपने साहित्यकार भविष्य को सवार सके. धन्यवाद 🙏🙏
@vijaylaxmi95718 күн бұрын
परम आदरणीय डॉक्टर मीनकेतन प्रधान सर को मेरा कोटि कोटि धन्यवाद। जिन की रचनाएं हिंदी साहित्य जगत में एक नए अध्याय का प्रारंभ करेगी। और हिंदी साहित्य को अपने ज्ञान रूपी प्रकाश से हमेशा प्रकाशित करती रहेगी। छायावादी युग वास्तव में हमारे हिंदी साहित्य का एक महत्वपूर्ण युग रहा है। इसके सभी स्तंभ महत्वपूर्ण थे। विजयलक्ष्मी शर्मा वरिष्ठ अध्यापक हनुमानगढ़
@PratimaChouhan-t2k20 күн бұрын
रायगढ जैसे छोटे शहर का विदेशो में साहित्य का परचम लहराना निश्चित तौर पर आपकी प्रतिभा का परिचायक है गुरुदेव
@AbhishekSingh-lt7to23 күн бұрын
गुरु मीनकेतन प्रधान सर को प्रणाम, आपको सुनना हमेशा मेरे लिए फलदायक रहा है । इस साक्षात्कार के माध्यम से आपका ज्ञान सभी साहित्य जगत के लोगों के लिए प्रेरणादायक रहेगा और मार्गदर्शन करता रहेगा । धन्यवाद ! अभिषेक सिंह सहायक प्राध्यापक , दिल्ली विश्वविद्यालय
@laxminchouhan325319 күн бұрын
परम आदरणीय एवं प्रेरणास्रोत प्रधान सर जी को सादर प्रणाम 🙏🙏 बहुत ही सुन्दर, सार्थक एवं सफल साक्षात्कार रहा। आदरणीय प्रधान सर जी को साधुवाद एवं शुभकामनाएं 👏👏 लक्ष्मीन चौहान शोधार्थी शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग (छ. ग.)
@hariharmalakar39815 күн бұрын
माननीय प्रधान सर!साहित्य के प्रति आपका यह प्रयास निसंदेह युवा साहित्यकारों को नई दशा और दिशा प्रदान करेगी, आपके इस प्रयास से भावी पीढ़ी के साहित्यकार प्रेरित होंगे। हरिहर मालाकार अतिथि व्याख्याता (भूगोल) किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय रायगढ़
@sudhapanda-x5m14 күн бұрын
परम आदरणीय डॉ मीनकेतन प्रधान सर जी की रचनाएँ नि:संदेह हिन्दी साहित्य जगत में नये अध्याय के रूप में प्रारंभ होगी और हिंदी साहित्य के विद्यार्थियों के लिए सहायक सिद्ध होगी। आपका यह प्रयास आज के युवा साहित्यकारों को भी प्रोत्साहित करेगा। बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणास्पद साक्षात्कार हेतु को आदरणीय प्रधान सर जी को अनंत शुभकामनाओं के साथ हार्दिक बधाई। आप हमारे रायगढ़ क्षेत्र के गौरव हैं। डॉ सुधा पण्डा 'प्रज्ञा' सेवानिवृत्त व्याख्याता
@RajeshSharma-gx9gs15 күн бұрын
श्री प्रधान सर जी हिन्दी के अद्भुत प्रतिभाशाली युग पुरुष हैं इनकी रचनाएं हिन्दी के लिए आधारस्तम्भ है । मुकुटधर पाण्डेय के छायावाद पर इन्होंने जो विश्लेषण किया है इनका कोई सानी नहीं है। डॉ राजेश कुमार शर्मा जयपुर राजस्थान
@aashishrathore127823 күн бұрын
आपकी साहित्य साधना लोगों के लिए हमेशा प्रेरणा के रूप में काम करती है सर 🙏🙏🙏🙏
@pandeyrgh17 күн бұрын
अति सुन्दर.. हार्दिक शुभकामनाएं 🌺
@surendrasahu794316 күн бұрын
सुरेंद्र कुमार साहू ग्राम सुरसी पोस्ट नदीगांव जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ छत्तीसगढ़ आदरणीय भैया प्रणाम आपका साक्षात्कार बहुत ही प्रेरणादायक रहा भावी पीढ़ी को मार्ग दिखायेगा
@rameshtandan571223 күн бұрын
रायगढ़ को साहित्य के क्षेत्र में विश्व पटल पर स्थापित करने मे डॉ मीन केतन प्रधान सर का योगदान बहुत ही महत्व पूर्ण है... उनकी साहित्य साधना अनवरत जारी रहेगी, जय हिंद
@minketanpradhan461323 күн бұрын
Bahut sarahaniy __ Vidya pradhan
@surendrasahu794322 күн бұрын
Bahut hi sundar prernadayak sakshatkar
@titikshavasava633921 күн бұрын
प्रणाम सर, इस साक्षात्कार के माध्यम से काफ़ी ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त हुई। आपको सुनकर आपकी साहित्य साधना से परिचित होने का अवसर मिला इतना ही नहीं अपितु जिन्होंने इस साक्षात्कार को सुना उन सभी के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। साक्षात्कार बहुत ही उत्तम रहा।🙏 डॉ तितिक्षा जी वसावा सहायक अध्यापिका, श्री वी एम महेता आर्ट्स एंड कोमर्स कोलेज - जामनगर (गुजरात)
@pushpanjalidase730923 күн бұрын
श्रद्धेय प्रधान सर सादर प्रणाम आपके नेतृत्व में नव कलम साधकों को कुशल नेतृत्व एवं संबल मिलेगा। साहित्य साधकों के रचना कर्म को एक नई दिशा मिलेगी ।बहुत ही सार्थक साक्षात्कार । पुष्पांजलि दासे शास उच्च मा वि बड़े भंडार रायगढ़
@pankajrath596323 күн бұрын
रायगढ़ को Chattisgarh का ही नही पूरे भारत में कला संस्कृति नगरी कहा जाता है ऐसे में आदरणीय प्रधान सर जी के पहल से साहित्य सेवा की दिशा में अंचल और पूरे विश्व में दूरगामी और सार्थक परिणाम प्राप्त होंगे साथ ही साथ सभी साहित्य सेवक भी इससे लाभान्वित होंगे सर जी को सादर साधुवाद 🙏🙏🙏🙏
@archanarathore806916 күн бұрын
हिंदी साहित्य एक ऐसा विषय है जिसे कोई भी व्यक्ति साहित्य से प्रेम करना सीख सकता है और इसमें परम आदरणीय डॉ मीनकेतन प्रधान जी की हिंदी साहित्य के लिए आधुनिक रचनाएं प्रस्तुत है अपनी अपनी रचनाओं के माध्यम से आप हमें अपनी ओर आकर्षित किया है और हमें नहीं शिक्षा और नई साहित्य की जानकारी प्रदान की है इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। नाम - अर्चना राठौर पिता का नाम- श्री हंसामणी राठौर एमजी कॉलेज खरसिया पूर्व में हिंदी साहित्य की छात्रा🎉🎉
@teacherlearningcenter618819 күн бұрын
संवाद की परंपरा में विद्यार्थियों के लिए आपका संवाद सृजन के अनेक अनेक संभावना और मौकों से भरा हुआ है। विद्यार्थियों को निरंतर साहित्य के क्षेत्र में मौलिकता को बनाए रखने और अपने निजी जीवन अनुभव को लेखन के जरिए प्रस्तुत करने के प्रोत्साहन आपके द्वारा नए नए रास्ते उपलब्ध कराए जाते हैं। विद्यार्थियों में रचना शीलता का बने रहना उनके व्यक्तित्व विकास में किस प्रकार आवश्यक है इसके मूल कर्म पर आप विशेष रूप से जोर देते हैं। चंद्रभान काशी हिंदू विश्वविद्यालय
@Anujtiwarikathalokse23 күн бұрын
अति सुन्दर। सादर प्रणाम। हिंदी साहित्य के क्षेत्र में आपके द्वारा किया गया कार्य निस्संदेह युगों-युगों तक याद किया जाएगा। छायावाद के सौ वर्ष और मुकुटधर पांडेय को लेकर जिस तरह से नवीन आलोक में बृहद पुस्तक एवं अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करके आपने जो नया मार्ग प्रशस्त किया है वह हिंदी साहित्य में स्तुत्य है। आपके बहुआयामी व्यक्तित्व को नमन। नई पीढ़ी आपको सदैव याद रखेगी। अनुज तिवारी उन्नाव उत्तर प्रदेश।
@gaytrisahu195420 күн бұрын
परम आदरणीय डॉक्टर मीनकेतन प्रधान सर की रचनाएं वास्तव में हिंदी साहित्य जगत में एक नए अध्याय के रूप में प्रारंभ हो रही है निश्चित रूप से हिंदी साहित्य जगत को अपनी ज्ञान से वह एक नए आयाम की ओर ले जा रही है। आदरणीय सर को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। डॉ. गायत्री साहू शासकीय सुखराम नागे महाविद्यालय नगरी, जिला धमतरी (छ. ग.)
@drsushmadevi730323 күн бұрын
नमस्ते, आदरणीय मिनकेतन जी, आप साहित्य के द्वारा सदैव लोक जीवन को साधने का अप्रतिम प्रयास निरंतर करते रहते हैं। नई पीढ़ी के प्रति आस्थावान होकर उन्हें जीवन के प्रति उदार बनाते रहे हैं।सादर-डॉ. सुषमा देवी, एसोसिएट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, बद्रुका कॉलेज, हैदराबाद-27, तेलंगाना, भारत
@tathagatsingh221423 күн бұрын
बहुत लाभदायक साक्षात्कार.... आदरणीय प्रधान सर को एवं मैम को प्रणाम
@anusuyasahu156523 күн бұрын
🙏💐
@kishorebhagat62823 күн бұрын
सादर प्रणाम सर जी बहुत ही अच्छा वक्तव्य.
@pratapkumarbehera197414 күн бұрын
So beautiful personality
@umasahu707215 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी ने साहित्य को नई दिशा प्रदान की है । नाम _ उमा साहू
@dhanrajchandra815916 күн бұрын
कक्षा - एम ए प्रथम सेमेस्टर, हिन्दी शासकीय महात्मा गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय खरसिया,रायगढ़ नाम- धनराज चंद्रा आदरणीय डॉ. मीनकेत प्रधान जी को ज्ञान से संबोधित करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। मेरी तरफ से आपको सदर प्रणाम आप हमे इसी तरह ज्ञान से संबोधित करते रहिएगा।
@KaushalDasmahant16 күн бұрын
आदरणीय मीनकेतन प्रधान जी द्वारा साहित्य की सेवा वर्तमान साहित्य प्रेमियों के साथ साथ आने वाली साहित्य प्रेमियों को मार्ग दर्शन कर सामाजिक एवं नैतिक सृजनशीलता की एक नया आयाम गढ़ेगी। साहित्य सेवा के लिए मेरे तरफ से आत्मिक आभार। आप निश्चित रूप से बधाई के पात्र हैं। एक बार पुनः हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।❤🎉 कक्षा - एम. ए. प्रथम सेमेस्टर, हिन्दी शासकीय महात्मा गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय खरसिया, जिला रायगढ़, छत्तीसगढ़ नाम - कौशल दास तहसील - धरमजयगढ़ जिला - रायगढ़, छत्तीसगढ़
@ashoktoppo381816 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी को मेरा प्रणाम आपके साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जो मेरे जीवन में सदैव प्रेरणादायक रहा | आपका सु विचार मुझे बहुत अच्छा लगा बहुत बहुत धन्यवाद नाम अशोक टोप्पो शाहिद नंदकुमार पटेल वि. वि.रायगढ़ कार्यालय सहायक (शारीरिक खेल एवं शिक्षा)
@murlidharpradhan806218 күн бұрын
परम् आदरणीय डा.मीनकेतन प्रधान बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं, साहित्य के माध्यम से उनकी रचना मानव कल्याण, समग्र मानवीय मूल्यों का विकास, सामाजिक संचेतना तथा राष्ट्र के विकास को लेकर है । डा.प्रधान के विचार एवं उनका साहित्य मानव जीवन के श्रेष्ठता में अनुगमित होने के मार्ग को प्रशस्त करता है । उच्च मानवीय संवेदना एवं विश्व बंधुत्व की भावना को उन्होंने साहित्य के माध्यम से परोसा है, जो प्रेरणादायक,सराहनीय तथा अनुकरणीय है । मुरलीधर प्रधान मु.पो.हमीरपुर जिला रायगढ़ (छ.ग.)
@VIJAYOATYAK9018 күн бұрын
आदरणीय मीनकेतन प्रधान जी द्वारा साहित्य की सेवा वर्तमान साहित्य प्रेमियों के साथ साथ आने वाली साहित्य प्रेमियों को मार्ग दर्शन कर सामाजिक एवं नैतिक सृजनशीलता की एक नया आयाम गढ़ेगी। साहित्य सेवा के लिए मेरे तरफ से आत्मिक आभार। आप निश्चित रूप से बधाई के पात्र हैं। एक बार पुनः हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। 🌹🌹 विजय कुमार पाठक " द्विज " स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक (TGT) हाई स्कूल गोबरदाहा गढ़वा। झारखंड
@samikshasahu923324 күн бұрын
बहुत सुन्दर, सादर प्रणाम सर 🙏 मैडम का भी सादर अभिवादन एवं साधुवाद 🙏
@anusuyasahu156523 күн бұрын
धन्यवाद!
@manharansinghthakur739218 күн бұрын
अति सुंदतप्रधान जी, हार्दिक शुभकामनाएं
@tamradhwajpainkra857616 күн бұрын
"ज्ञान और प्रतिभा की कोई सीमा नहीं होती।" समय के साथ कदम से कदम मिलाते हुए ज्ञान के माध्यम से स्थानीय प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर अपनी पहचान दर्ज करा रहे हैं। इससे क्षेत्र के युवाओं के लिए नया मार्ग खुल रहा है। मार्गदर्शक डॉ मीनकेतन प्रधान की विचार और अनुशीलन से युवाओं को साहित्य में नया आयाम स्थापित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। ताम्रध्वज साय पैंकरा सहायक प्राध्यापक(हिंदी) शासकीय पालूराम धनानिया वाणिज्य एवं कला महाविद्यालय रायगढ़,छत्तीसगढ़(भारत)
@KirtanAjay-m5r15 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर आपके रचनाएं साहित्य जगत मे नई उजाला नई दिशा लहर लेकर आया हे आपको सुनते रहना का मन करता है मन मंत्र मुग्ध हो जाता ह कीर्तन अजय Mg college kharsiya
@DurgeshPatel-w5e9g16 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी को हार्दिक शुभकामनाएं ! डॉक्टर मिनकेतन प्रधान जी की रचनाएँ हिंदी साहित्य के लिए एक नई आधुनिक रचनाएँ प्रस्तुत है जो वास्तव में नई शिक्षा को जन्म देती हैं आपका जो स्थान हिंदी साहित्य जगत में आप का अमूल्य स्थान है अपनी रचनाओं के माध्यम से हमें अपनी ओर आकर्षित किया है और हमें नई शिक्षा और नई साहित्य की जानकारी प्रदान की है इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. !... नाम - दुर्गेश पटेल कक्षा- एम. ए. प्रथम सेमेस्टर, हिंदी शासकीय महात्मा गांधी पीजी कॉलेज खरसिया रायगढ़, (छत्तीसगढ़)
@hulasramnishad512923 күн бұрын
बहुत सुन्दर सादर प्रणाम मेडम सर
@anusuyasahu156523 күн бұрын
🙏💐
@bubunghritlahre199315 күн бұрын
आदरणीय प्रधान सर जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏 हिंदी साहित्य नवीन विचारों को आगे बढ़ाने का विचार देती है और स्त्रियों की भावनाओं से जुड़ी हुई बातों को भी सामने लाने का विचार रखती है और पुरानी रूढ़ी वादी धारणाएं को भी कम करने का प्रयास करती है हिंदी साहित्य जगत इसी तरह आगे बढ़ता रहे। 🙏🙏
@bubunghritlahre199315 күн бұрын
महात्मा गांधी कॉलेज खरसिया एम ए साहित्य की छात्रा Bubun ghritlahre
@seemasharma261017 күн бұрын
आदरणीय डा मीनकेतन प्रधान निश्चित ही हिन्दी साहित्य जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं इनकी रचनाएँ भी हिन्दी साहित्य को समृद्ध करेगी डा सीमा शर्मा डीएवी कालेज अमृतसर