काय एकच एक वाक्य बोलून आमचे सर्वच कवी मंडळी लय सूर आणि ताल बिघडवून टाकतात. त्यामुळे महत्वपूर्ण संगित निरर्थक करून टाकतात. परिणामी पूर्ण भीमगीत न ऐकताच मधातच ते गाणं सोडून द्यावं लागतं, कृपया ही जरूर काळजी घ्यावी.
@Via1599710 ай бұрын
स्टेज वर तसच असत
@wankhadesanjay4015 Жыл бұрын
सारे महाराष्ट्र पर शिवाजी का आधिपत्य था उन्होंने स्वराज्य की बात की नही क्यो के वो न्याय स्वतंत्रता समता समानता बंधुत्व वाले महापुरुष थे, तब गर उनका आधिपत्य महाराष्ट्र पर सही तरह से चल रहा था तो उसकी बुनियाद न्याय स्वतंत्रता समता समानता बंधुत्व ही मतलब वो गणराज्य के पक्ष धर थे,इतिहास कारो ने इतिहास में गलत लिखा है....