ये कहानी भी कर्म प्रधान है साथ ही प्रारब्ध का भी महत्व है बड़ी रानी की घृणा और द्वेष के कारण उसके पुत्रों सहित उसे भयानक ढंड मिला और उसके पुत्र निर्दोष होने से पुनर्जीवित हुए, निर्दोष छोटी रानी और उसके पुत्रों के प्रारब्ध में राजयोग था सो मिल गया🌹जय श्री कृष्णा🙏