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NIZAMUDDIN URBAN RENEWAL INITIATIVE
lyrics:कहु रहीम कैसे निभै, बेर केर को संग।वे डोलत रस आपने, उनके फाटत अंग।।गरज आपनी आपसो, रहिमन कही न जाय।जैसे कुल की कुलबधू, पर घर जात लजाय।।समय परे ओछे बचन, सबके सहै रहीम।सभा दुसासन पट गहे, गदा लिए रहे भीम।।