Рет қаралды 273
सुदीपा घोष (बोस)
भरतनाट्यम नृत्यांगना
(संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली द्वारा बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित कलाकार। )
Sudipa Ghosh (Bose)
Bharatanayam exponent
(Ustaad Bismillah Khan yuva Awardee)
जीवन में कुछ भी विशेष करने के लिए प्रेरणादायक स्मृतियों का होना बहुत उपयोगी और आवश्यक होता है।
यह स्मृतियां हमें प्रेरणा देकर बहुत कुछ सिखाती हैं और सदैव अपने लक्ष्य के प्रति सजग और गतिमान रखती हैं।
इन्हीं स्मृतियों के साथ हम एक ऐसा बातचीत का मंच लेकर आए हैं जहां सफल, आदर्श व अनुकरणीय व्यक्तित्व से जीवन की उन स्मृतियों को साझा करते हैं।
जहां वे अपनी सफलता की कहानी स्वयं की जुबानी बताते हैं और प्रेरित करते हैं।
उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत के लिए।
अर्थात- उठो, जागो और ध्येय की प्राप्ति तक रुको मत।
आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि हमारे "स्मृति टॉक्स" आपको अपने जीवन में गुणात्मक सुधार और सफलता प्राप्ति में सहायक होंगे।
आपका सर्वांगीण विकास ही हमारा ध्येय है।