कौन करवा रहा है सम्राटों की जातियों पर विवाद | कौन है इस षड्यंत्र के पीछे जानिये इस वीडियो में #samratprithvirajchauhan #samratanangpaltomar #rajendrasinghnaruka Kr. Rajendra Singh Naruka
Пікірлер: 485
@PushkarRajJayBrhmaMandir9682 жыл бұрын
राजपूत जाट यादव गुर्जर भारत की सेकुलर जाथिया आपस में लड़ेंगे तो बाबर का राज आ जाएगा इसलिए भाइयों एकता बनाए रखो हिंदुत्व के लिए लड़ो
@karanshing41702 жыл бұрын
Jai shree ram 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@VickySingh-ry3tp2 жыл бұрын
Ek bano bhai nahi to Muslim Raj jald ajayega kyu ki Hindustan me ajagar sabd hai apna bahut khatarnak
@Rahulsingh-vu4rz2 жыл бұрын
Uss waqt ke liye sab bina kahe sath hai chinta mat karo
@motilalpatel73522 жыл бұрын
Hindu jag uta hai gaddaro ki khair nhi
@sohangurjar1762 жыл бұрын
Modi gee ko pranam veer Gurjar ma panna dhay na hoti To Rajput vansh mai koi maharana pratap hota
Rajputs bhi Gurjar hain, Rajput ki utpatti kewal Gurjar se hi hui hai, pahle Gurjar phir Rajput, Rajput and Gurjar ek hi hain inme koi antar nahi hai .
@sumitchauhan54446 ай бұрын
@@RajenderSingh-qu5vw rajput sirf rajput hota hai wo hindu dharm ke kisi varn me nahi aata hai rajput sirf chauhan pratihar parmar aur solanki hai baaki kuch hindu ke tatte kshatriya thakur isko apne samaj ka bata ke rajputo ka itihaas Ganda karte hai rajput kabhi jaativadi nahi hue inhone sabse sambandh banaye hai political advantage ke liye or ekta banane ke liye chauhan pratihar parmar or solanki jaha bhi hai sirf rajput hai aur inki santane sabme payi jaati hai muslims me bhi payi jaati hai lekin rajput aur Muslim sath sath sath nahi ho sakta aur na hi hindu ka kshatriya aur rajput ek sath ho sakta rajput sirf rajput hota hai or kuch nahi
@anirudhrathore8172 жыл бұрын
राजेंद्र सिंह जी 36 कॉम आपके साथ है
@shalinderrathee2 жыл бұрын
भाई जी आप लोगों को इस समस्या को जल्दी सुलझाना होगा हम समझते है ये हिन्दू समाज को बांटने की साजिश है गुर्जर और राजपूत समाज का भाईचारा जगजाहिर है इस भाइचारे को बनाए रखना है क्यूंकि दोनों की एकजुटता के बिना हिन्दुत्व नहीं हो सकता
@sandeepvijay71792 жыл бұрын
जो शस्त्र धारण करे वो क्षत्रिय है। सब का कनेक्शन है आपस में। जो लड़ रहे हैं तो मूर्ख है
@sumitpal41452 жыл бұрын
ऋग्वेद में गंधार के निवासियों को गंधारी कहा गया है तथा उनकी भेड़ो के ऊन को सराहा गया है और अथर्ववेद में गंधारियों का मूजवतों के साथ उल्लेख है। वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड में गंधर्वदेश की भी स्थिति बताई गई है। कैकय जनपद इसके पूर्व की ओर स्थित था। कैकयनरेश युधाजित के कहने से रामचंद्र के भाई भरत ने गंधर्वदेश को जीतकर यहां की तक्षशिला एवं पुरूकलावती नामक नगरियों को बसाया था। पुराणों (मत्स्य 48।6; वायु 99,9) में गंधार नरेशों को द्रुहु का वंशज बताया गया है। ययाति के पांच पुत्रों में से एक द्रुहु था। ययाति के प्रमुख 5 पुत्र थे- 1.पुरु, 2.यदु, 3.तुर्वस, 4.अनु और 5.द्रुहु। इन्हें वेदों में पंचनंद कहा गया है। 7,200 ईसा पूर्व अर्थात आज से 9,200 वर्ष पूर्व ययाति के इन पांचों पुत्रों का संपूर्ण धरती पर राज था। पांचों पुत्रों ने अपने- अपने नाम से राजवंशों की स्थापना की। यदु से यादव, तुर्वसु से यवन, द्रुहु से भोज, अनु से मलेच्छ और पुरु से पौरव वंश की स्थापना हुए।
@awadheshyadav3442 жыл бұрын
@@sumitpal4145 Bilkul 100%
@HarshSingh-qf4qc3 ай бұрын
@@sumitpal4145malum na aap kaha padh leeye ho lakeen jiskee aap baat kar rahe use abhir bola gaya hai ramayn me bhi aur mahabhart me jo aaj ahir ramanyan yudh khand adhyae 22 slok 33 me
@mahendragurjar72042 жыл бұрын
गर्व से कहो हम हिंदू हैं
@devendraSingh-yg3ej2 жыл бұрын
जिस दिन भी क्षत्रिय वर्ण की सभी जातियां पुनः एक होकर अपने मूल क्षत्रिय में समा गई**तो सत्य जानो आर्यव्रत भारत खंड फिर एक बार सारी दुनियां का नेतृत्व़ करने लगेगा़***/**/?
@devendrasinghrajawat8531 Жыл бұрын
Kshtriya varn mai jatiya nhi vansh hote the or wo vansh rajput jati bne baki to ye godho ki leed uthane wale sb sudr hai jo apne aap ko is loktantra mai kshtriya kh rhe hai
@thegreat89192 жыл бұрын
Jai rajputana 🚩 JAI rajput maharana pratap singh ki jay 🚩
@sahilchauhan59812 жыл бұрын
Jai rajput mihir bhoj ji ki🙏
@DOCTORSTECHNOLOGY2 жыл бұрын
एक भी गुर्जर ने यहा भाईचारे की बात नही बोली कमेंट में किस बात का भाईचार बनेगा फिर 😡😡😡
@suryavanshimanishrana6317 Жыл бұрын
Bhad me jae bhaichaara chor hai kaval chor
@suryavanshimanishrana6317 Жыл бұрын
Itihaaskaar chor chor itihaas chor only Gurjar
@nanulalgurjar83322 жыл бұрын
सर आप स्वीकार कर रहे हो कि गुर्जर माताओं ने राजपूतों के बच्चों को दूध पिलाया प्लीज में कम पढ़ा लिखा हूं मुझे इतना बता दीजिए कि अदर कास्ट में क्यों नहीं हुआ यह काम केवल गुर्जर माताओं का ही दूध क्यों पिलाया गया दूसरी बात राजपूत भाई तो गुर्जर माता हो को गालियां देते फिर रहे हैं
@mbs59842 жыл бұрын
Sabae jyada gandh gujjar bol rahe , rajput bas respond kar rahe hai, gali dogey to suno ge bhi
@karanshing41702 жыл бұрын
Jai shree ram bai 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🚩
@sarwansinghrathore68312 жыл бұрын
सिरफिरे लोग हैं दोनों जातियों में
@herdavsinhgohil72082 жыл бұрын
Naruka ji sirf mewad ke kshatrya rajpoot raja ke putra ko dudh pilaya tha sare bharat ke nahi aap ek mewad ke liye panna dhai ne kiya tha is liye tum sare bharat ke kshatrya rajpoot raja ke baccho ko dudh pilaya esi bate mat karo inse afwa hoti he kya Gujarat mp up hp uk cg jammu kashmir etc state ke kshatrya rajpoot rajao ke baccho ko dudh pilaya tha kya gujjar aurato ne is liye sirf mewad rajsthan ke liye bolo sare bharat ke kshatrya rajpoot rajao ke bare nahi kyo ki Gujarat me koi gujjar aurte nahi thi jammu kashmir me nahi thi up bihar hp uk cg me nahi thi ok me bhi Gujarat ka kshatrya rajpoot hu or Gujarat ke sabhi kshatrya rajpoot rajao ke baccho ne apani maa ka dudh piya tha ok bhai sirf mewad ke liye bolo udaisinghji or panna dhai ke liye ek kisse ko sare kshatrya rajpoot rajao pe nahi thop sakte jai rajpootana from Gujarat
@bhagwatrajawat85762 жыл бұрын
@@herdavsinhgohil7208 जब राजपूत स्न्नी नवजात बच्चे को जन्म देकर मर जाती थी तो उसके लालण पालण के लिए ऐसी गुज़र स्न्नी का पता करते जिसके भी अभी अभी बच्चा हुआ हो।वो गुज़र स्न्नी दोनों को अपना दूघ पिलाती थी तथा दोनों बच्चे घाय भाई कहलाते थे।वो गुज़र परिवार उस राजपूत परिवार कै लिए घाभाई हों गया।ये घाभाई टाइटल पिढी दर पिढी चलता रहता है।उस घाभाई को राजपूत की और से ज़मीन दी जाती थी।
@ratansingh-se5ls2 жыл бұрын
Bahut hi prabhavshali aur primarjit bhasha. Itna vidvan aur bhasha vid aur sah-ashtitva ki Bhavna wala Rajput pahli Baar suna aur prabhavit hua. Ex Risaldar Ratan Singh Rathore (Meghrajot) (Ravana Rajput).
@dhananjaysingh34502 жыл бұрын
Sir, You are a GREAT person and you have very clear thought.
@chauhancreation73432 жыл бұрын
एक दम सही बात की है हुकम आप ने। ओर जल्द ही जल्द गुजर समाज को भी यह चीज क्लीयर होनी चाहिए
@ramangupta7009 Жыл бұрын
Koi bhai chra nahi bas rajput akela lada h or akela hi padega jai rajputana
@gkkumawat9027 Жыл бұрын
जय गुरु grva जी महाराज जय वीर जुझार मंगल राव दादा जी महाराज जय घड़ सीजी जुझार 🚩🙏⚔️ जय शिवाजी महाराज जय महाराणा प्रताप जय सूरजमल जय मराजा दाहिरसेन जय प्रथविराज चौहान जय राणा सांगा जय झासी रानी जय चितौड़ जाय मारवाड़ जय जैसल जाय सनातन धर्म जय हिन्दू राष्ट्र 36 कोम जय हिंदुत्व जय गुरजात्र ⚔️🚩🙏
@shuaryagatha2452 жыл бұрын
अत्यंत प्रभावशाली सटीक बात कही है नरूका साहब ने
@vishalgoyal71212 жыл бұрын
एक बात जो सबको पता होना चहिये अंग्रेजो से पहले देश मे जाती नही थी सिर्फ वर्ण थे
@nareshjadounyaduvancyrajpu64092 жыл бұрын
Anpad Kon Kahta hi angrejo Se pahali jati Nahi thi chatreyo Ko hi Rajput or rajputo Ko hi thaKur Kahti hi
@vishalgoyal71212 жыл бұрын
@@nareshjadounyaduvancyrajpu6409 Arpad gawar pehle itihas Pad le sab Pata chal jayega
@Brijkris1696 Жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर व्याख्या की है, आप सभी का धन्यवाद।
@malsingh26122 жыл бұрын
राजेंद्र सिंह जी का बहुत-बहुत आभार कि आज के इस युग में षड्यंत्र के तौर पर जातियों को आपस में लड़ाने का जो एक योजनाबद्ध घिनौना कार्य चल रहा है उसके ऊपर जो आप कार्य करें हैं एक सराहनीय कार्य है और यह कार्य आप को जारी रखना चाहिए छत्तीस कोम आपके साथ है
@BalkarSingh-yj9xn2 жыл бұрын
1944मे क्षत्रिय सम्राट गुर्जर मिहिर भोज कालेज को दादरी मे सथापना कर दी थी।
@jatkingdom46612 жыл бұрын
Bhai mihir bhoj college naam hai gujjar ya gurjar samrat naam nhi lgaya gya hai vha ke school ke naam mai
@sumitgurjar62512 жыл бұрын
Gurjar school hi kaha jata h
@JS-fj6wh2 жыл бұрын
Jat Bhai gurjar area me hai gurjaro ne ho banaya hai. Aise to maharaja surajmal ji ke aage bhi kayi jagah jaat nhi lga hota Dadri 1857 tak ek gurjar riyasat thi
@jatkingdom46612 жыл бұрын
@@JS-fj6wh bhai ye riyasat nhi thi balki jagirdari thi Or marathao ka sath nahi dene ke liye mugal sashak ne di thi
@yogenderchhawari11292 жыл бұрын
गुर्जर -प्रतिहार मिहिरभोज की जय 🙏 नरुका जी जातीय नफरत मत फैलावो. जोड़ो, तोड़ो मत 🇮🇳
@navalsinhd.sisodiya74452 жыл бұрын
राजपुतो का इतिहास मत चुराओ। नरुकाजी हमारे धरोहर की लड़ाई लड़ रहे है।
@mohitkasana76432 жыл бұрын
@@navalsinhd.sisodiya7445 bhai g ye narukka or rajput sabha or gurjar sabha sabka chutiya bana rahe h Savdhan rahi sabhi bhai. Ye video-video khel rahe h
@mohitkasana76432 жыл бұрын
@@navalsinhd.sisodiya7445 or samaj m jeher ghol rahe h Ek bhi kaam samaj k liye nahi h Na to education ki baat karte Na hi samaj ke gareeb logo ki madad ki baat karte
Great man , this is how educated people respond, explained everything very clearly
@sumersingh36052 жыл бұрын
Akdam Sahi kah rahe h narooka sahab
@subhashadhana88252 жыл бұрын
Hasan Ali aj aya hai , gujjar to mihir bhoj ko 70 sal s puja kar raha h
@y.s.c.18002 жыл бұрын
Azadi ke bad se hi . Issse pehle? Yaha hazaro saalo ki parampara rahi he
@rajveersingh86262 жыл бұрын
बहुत अच्छे से बात रखी नरुका साहब ने
@SurendraSingh-kx2um2 жыл бұрын
राजेन्द्र सिंह नरुका जिन्दाबाद
@rajabilal81332 жыл бұрын
Rajput zindabad chauhan zindabad
@Gurjar1-22 жыл бұрын
मनीष शर्मा जी ने जब एक राजपूत और गुर्जर में बहस हो रही थी राजपूत भाई की बोलती बंद कर दी उन्होंने पूछा आप दोनों एक बात बताये मैं एक रिसर्च स्कॉलर हुँ।आपकी पारिवारिक भाषा(languages )क्या है जिसे आपके पूर्वज इस्तेमाल करते थे।उसका नाम क्या है और आपको जबाब मिल जायेगा। शर्मा जी ने बताया ज्यादा पुरानी और ऑथेंटिक है वो है गुर्जर जाति और ज्यादा प्राचीन है वो है "गुर्जरी भाषा"जो नार्थ इंडिया की लगभग 60 प्रतिशत भाषाओ द्वारा डायरेक्ट बोली जाती है। जो इसमे से निकली और बनी है। "गुर्जर राज्य कालीन भाषा " के एम मुंशी के अनुसार गुजराती भाषा का उदय भी गुर्जरी भाषा से हुआ है। सम्पूर्ण गुर्जरात्रा के नागरिकों की भाषा थी तथा है। 1300 ई तक इस गुजरात्रा प्रदेश में गुर्जर अपभ्रश गुर्जरी भाषा ही बोली जाती थी।इस गुर्जर अपभ्रंश में ही गुजरात का सम्पूर्ण प्राचीन साहित्य है। अरबो ,तुर्को और मुगलो के गुजरात्रा में प्रवेश कर बस जाने पर धीरे धीरे गुर्जरी भाषा का प्रचलन कम होता गया। उधोतन सूरी के अनुसार भी गुर्जरात्रा के निवाशियो की भाषा गुर्जर अपभ्रंश गुर्जरी भाषा (प्रकृत अपभ्रंश) ही थी।
@gyandarpan2 жыл бұрын
कहानियां कैसे भी घड़ी जा सकती है। घड़ते रहो।
@rimanshusingh16043 ай бұрын
गुर्जर स्थावचक शब्द है जबकि गुज्जर एक जाती है मुर्ख
@marusamwad7882 жыл бұрын
जय हो । कुंवर साहब आप ग्रेट हो।
@mittalsingh2972 жыл бұрын
🚩⚔️जय राजपुताना⚔️🙏🙏
@vikramchaudhary56732 жыл бұрын
Chhatriya Gujjar Samaj ki Jay Ho
@funnybeautifulvideo43592 жыл бұрын
Gujjar kab se satriy ho gaye bhai
@nirbhayhada91202 жыл бұрын
@@funnybeautifulvideo4359 jab se democrasy aae
@satendrapalsingh152 жыл бұрын
भाई जी क्षत्रिय जाति नहीं वर्ण है।
@vandemataram15092 жыл бұрын
यदि क्षत्रिय वर्ण है तो वर्ण ब्राह्मण और वेश्य भी हैं , क्या कोई भाई कह सकता है कि वो कर्म काण्ड का जानकर है , तो वो ब्राह्मण बन गया है .... और क्या ब्राह्मण उसे स्वीकार करेंगे ...
@satishkumar39532 жыл бұрын
@@vandemataram1509 अतीत मे कर्म से वर्ण थे, लेकिन बाद मे जाति गत मानने लगे जिसके दुस्परिणाम हमारे सामने है। यह वैदिक व्यवस्था थी।
@vandemataram15092 жыл бұрын
@@satishkumar3953 क्या आप बता सकते हैं , कि अभी कोई नया ब्राह्मण अथवा बनिया भी बना है या नहीं , यदि ये सिर्फ वर्ण मात्र है तो , कोई भी इनमें शामिल हो सकता है .... वैसे भी , आज के समय में , कुछ लोग बड़े बड़े व्यापारी भी बन गए हैं , और कुछ सुसिक्षित भी हो गए हैं , उनमें से कितने लोग हैं , जो अपनी जाति बदल रहे हैं , दूसरा सवाल ये है कि चलो मान लिया जाए कि ये सब वर्ण व्यवस्था की कमी से हो रहा है तो फिर , किसी को महापुरुषों के साथ अपनी जाति से जोड़ने का कार्य क्या सिद्ध कर रहा है , जैसे हमारे गुज्जर भाई कहते हैं , कि गुर्जर सम्राट मिहिर भोज के साथ गुज्जर लिखना अनिवार्य है , अहीर कहते हैं कि जय यादव जय माधव , और एक नई बात और ... हम हैं वैदिक क्षत्रिय .... यानी इसका मतलब , तो तुम्हें छोड़ कर बाकी सब अवैदिक हैं , यानी कोई सनातनी नहीं रहा , केवल अहीर और गुज्जर को छोड़ कर , जब की सभी हिंदु सनातनी हैं , यानि वैदिक धर्म से जुड़े हुए , भाई सत्य अपने आप में , स्वयं सिद्ध है , उसे सिद्ध करने अथवा चिल्लाने और , प्रमाणित करने की कोई आवश्यकता नहीं है , जब कि असत्य को , हमेशा चिल्लाते शोर मचाते देखा जाता है , और हजारों प्रमाण देते हुए भी देखा जाता है , जब कि , वास्तव में , वो सभी प्रमाण तर्क हीन ही होते हैं , उन्हें मानने वालों की फौज संख्या में बड़ी हो सकती है , लेकिन , सत्य , सत्य ही रहेगा , उसे छुपाया जा सकता है दबाया नहीं जा सकता .... जैसे असली हीरा , कीचड़ में पड़ा हो , और नकली हीरा मस्तक पर सजा हो तो , क्या उसके गुण धर्म , बदल जायेंगे .... जी बिल्कुल नहीं बदल सकते , भले ही उसके पीछे नए नए तर्क नई नई व्याख्या , और , नए नए अर्थ , ही क्यों न उपलब्ध हों .... सत्य को कोई बदल नहीं सकता ... समय के साथ लोगों की मान्यताएं भले ही बदल जाएं , जब परीक्षण होता है , तब असली ही उसमें खरा उतरता है ... नकली कभी नहीं .... क्यों कि उसमें वो सब गुण धर्म , जैसे प्रकृति प्रवृति , समान रूप से मौजूद रहते हैं , इस लिए कोई किसी का स्थान तो कदापि नहीं ले सकता है ... हां ये अवश्य है कि , महत्वहीन भी कोई वस्तु नहीं हो सकती ... अपने अपने स्थान पर सबका अपना महत्व होता है , यदि हीरा कीचड़ में गिरा हो तो क्या हम उसका मजाक बना कर उसका महत्व कम कर सकते हैं .... हम भी ठीक वोही कार्य कर रहे हैं , आज समय बड़ा बेढंगा चल रहा है , कुछ बुद्धिजीवी लोगों को तो यहां तक भी देखा जाता है , कि वो रामायण के अस्तित्व को भी नकार देते हैं , और प्रभु श्री राम को काल्पनिक तक कह देते हैं , और दूसरी तरफ वो हो बुद्धिजीवी , रावण के अस्तित्व का वर्णन बड़े ही सुन्दर तरीके से पेश करते हैं , और फिर वो बुद्धि जीवी पलटी मार जाते हैं , और अपने आप को श्री राम से जोड़ कर उन्हें अपना दादा सिद्ध करते हैं , ये दोगली मानसिकता , आखिर आती कहां से है ... 🙄🙄🙄
@satishkumar39532 жыл бұрын
@@vandemataram1509 विषय को प्रस्तुत करने मे समय स्थान का अभाव लेकिन फिर भी प्रयास करता हुँ। प्रथम तों वर्ण कर्म व्यवस्था जो थी उसने धीरे २ जाति वो भी जन्मना का रूप ले लिया, वैदिक वर्ण कर्म व्यवस्था की मैने बात की , जिसमे चार वर्ण उनके कार्य ,,, ब्राह्ममण , क्षत्रिये वेश्य शुद्र , इन सबका उल्लेख ससांर के विधान निर्माता ने मनुस्मृति मे किया ह्रै। महाभारत से हजारो वर्ष पहले वर्ण व्यवस्था को नजर अन्दाज करना शुरु होगया था। इन चारो वरणो के क्या २ कार्य थे । और कर्म के अनुसार वर्ण कैसे बदलते थे।इसका उल्लेख फ़िर कभी करुगा।लेकिन कुछ बाते साफ कर देता हुँ जैसे आपने कहाँ सनातन । सनातन [ वैदिक सनातन धर्म को ही सनातन कहते हैं। यदि हम सत्य मे ही उस वैदिक वर्ण व्यवस्था का पालन करते है, तो ये सब बक २ खत्म होजायेगी , आपने कहाँ कि गुर्जर या राजपुत महिर भोज को अपना राजा या सम्राट क्यो बताते हैं। बिल्कूल सत्य कहा आपने , महिर भोज ने क्षत्रिये कर्म का पालन किया इसलिये वो किसी जाति के न होकर क्षत्रिये थे। जैसे वैदिक कर्म व्यवस्था मे क्षत्रिये के कर्म थे > बाहरी आक्रमण से देश की रक्षा करना , देश में आन्तरिक सुरक्षा व्यवस्था बनाये ररवना , समाज को भय मुक्त करना, वेदो का अध्यन करना , बिना भेद भाव के प्रजा को न्याय देना , दुष्ठो को दण्ड तथा सज्जन को प्रोत्साहन दैना ।ये क्षत्रिये के कार्य थे, महिर भोज ने तो ऐसा ही किया , अब गुर्जर ओर राजपुत विचार कर लें कि हम वास्तव मे ये कर्म कर रहे है। अगर नही कर रहे तो तुम क्या कोई भी क्षत्रिये कहने का अधिकारी नही है। अगर हम ऐसा कर्म करते है तो चाहे उसने किसी भी जाति मे जन्म लिया वो क्षत्रिये है। बहुत लम्बा समय होगया इस कर्म व्यवस्था पद्धति को छोडे हुऐ । मनु स्मृति मे भी कुछ स्वार्थों लोगो ने क्षेपक मिला दिये। जो घ्यान देकर देखे जाये तो पकड मे आजाते है। एक विद्धान एक विषय पर दो तरह की बाते नही कहेगा , एक तरफ तो स्त्री की गरिमा का उल्लेख करता है लेकिन आगे चलकर स्त्री के लिये अपशब्द कहता है। तो विद्धान ऐसा नही कर सकता पहला कथन उस विद्वान का है दुसरा क्षेपक मिलाया हुआ है। 👍सत्य सिर चड़कर बोलता ह्रै।जैसे मनु स्मृति के बारे मे विदेशी क्या कहते है । *** The Bible in india *** कहती है कि मिश्र , फारसी,एवं रोमन कानुनो का आधार मनुस्मृति ही थी , और आज भी यूरोप मे प्रतिदिन मनुस्मृति के प्रभाव को अनुभव किया जा रहा है। 👍मनु का कानुन मूसा के कानुन से बहुत पहले का है ।[ देखो बाईबिल इन इणिडया ] 👍मनु के राजनियम अधिक सम्भव है , सोलन , अथवा लाइकरगस के राजनियमो से भी बहुत पुराने है ये उस समय से भी प्रचारित हो जब कि मिश्र तथा भारत मे प्रथम २ राज्य स्थापित हुये थे । [ सर डबलि उजोस सहाब ] नोट > उपर बताये गये सोलन , और लाइकरगस , यूनान के दो राज व्यवस्थापक थे। जिन मे से सोलन ईसा के जन्म से प्राय 600 वर्ष पूर्व विद्यमान था और लाइक गरस ईसा के जन्म से प्राय 900 वर्ष पूर्व।। [ ये वर्ण व्यवस्था वेदो से लेकर मनु ने समाज के लिये बनाई थी , उस व्यवस्था को छोडे हुये कई हजार वर्ष होगये। अब तो बिना अध्ययन किये जो जिसके मन मे आया वो ही कह देता है।
@nareshjadounyaduvancyrajpu64092 жыл бұрын
Bhai yahi baat to ham Kah rahi hi Ki gurjar jhati Nahi hi gurjar esthan bachaK hi
@ravigurjar32442 жыл бұрын
जो भी है राजपूत ने प्रश्न उठाया है गुर्जरों को तो बहुत कुछ है झगड़ा हुआ कुछ भी हुआ पर एस्से इतिहास तो खुलने लगी समझ में आ रहा है हम तो सवाई भोज को ही समझ रहे थे अभी समझ में आया मीर भोज राजा अलग है हमको यह पता ही नहीं था इतिहास यह तो पैसा हो गया जैसे राम को वनवास भेजा था और बहुत आभार है भाई राजपूत कुछ भी झगड़ा हुआ उससे बहुत खुलना बताइए बहुत खुशी है गुजर रहे हो
@satishkumar39532 жыл бұрын
पता नही था तो चुप रह , मुहँ से बात जब निकाल तब पता हों।
@HIMANSHUKAPASIYA20022 жыл бұрын
KAPASIYA GUJJAR🤟🤟🤟
@rimanshusingh16043 ай бұрын
Apka gtan adhoora h
@SumitKumar-kf4oq Жыл бұрын
Rajender Singh ji ko sader sader pranam hai samast Rajputana pariwar ki taraf se
@CutesoShort16 күн бұрын
Jay Rajputana Prithaviraj chauhan 🚩🚩🏹⚔️🏹⚔️⚔️🏹🏹🏹🏹⚔️⚔️⚔️⚔️⚔️🏹🏹⚔️⚔️ u
@digguvlogs7772 жыл бұрын
Kunwar naruka ji ko history ki shi jankari h
@sadhnasingh8201 Жыл бұрын
आपकी बातसे मै सहमत हूं
@AbhijeetSingh-ns2hc2 жыл бұрын
👍👍👍
@vivekrana14162 жыл бұрын
Jay rajputana ❤️🙏
@subwayrunner77 Жыл бұрын
जय गुर्जरात्रा जय भारत
@purushottamsingh53352 жыл бұрын
सूर्यवंशी वीरगुर्जर प्रतिहार वंश की जै हो। अखंड भारत माता की जै हो। हमारे लिए देश सर्वोपरि है। वंदेमातरम् जय श्री राम। संगठित हिन्दू सशक्त भारत देश। जातियों में बटेंगें तो आराम से कटेंगे।मुगलपूतों से सावधान रहना होगा।
@nareshjadounyaduvancyrajpu64092 жыл бұрын
HamKo mugal put Kahni se pahli hisar Ka gujri mahal bhi deKh leya Kar
@hskasana56992 жыл бұрын
@@nareshjadounyaduvancyrajpu6409 man gadat kahaniya tum mugalput ho mugalput hi rahoge😀😀😀😀😀
@Kathait_Pradeep2 жыл бұрын
Suryavanshi Gurjar kab se ho gaye Suryavanshi Rajput hote h...
@rohitkaurav99652 жыл бұрын
Right
@NINJA-ne1fd Жыл бұрын
Bhai kuch bhi bolte ho kya tum log bee suryavanshi rajputo ke Shiva koi nhi hota
@lakhamichand70962 жыл бұрын
Satya Vachan
@pritamposwal18992 жыл бұрын
Jeb Rajput or Jat Regiment ho sakti h. Baki bhi honi chahiye ?
@gkwithritik96962 жыл бұрын
gujjar regiment kbhi nhi bnegi tum log udhr se bhi hatyaar wgera chura loge purani aadt h😂😂😂
@satishkumar39532 жыл бұрын
@@gkwithritik9696 राजपुत , और जाट रजिमैन्ट मे बडी सख्या मे गुर्जर है।
@julidevi63282 жыл бұрын
Jai rajputana
@ravigurjar32442 жыл бұрын
भाई राजपूत भाई गुर्जर गुर्जर भाइयों को राम राम एक बात तुझे है चलो कुछ भी हुआ लड़ाई झगड़ा हुआ इतिहास तो सामने आया उसे भी हमको भी अभी तक नहीं पता था गुर्जरों को खुद नहीं पता था कौन सा रहा है या भगवान देवनारायण और कारस देव कोई जान देते सवाईभोज हुई जानते थे कि यह सवाई भोज राजा आज सामने आया है मीर भोज अलग है अच्छा हुआ इतिहास उठने लगा कुछ समझ में आने लगा लोगों के सभी गुर्जर भाइयों की अभी समझ में आया जो मामला गम गरमाया गुर्जरों को मुझे गुर्जरों ने तो मराठों के साथ युद्ध लीला गुर्जर और जाट होने मिल गई है अभी हमारी समझ में आया हमको इतना ज्ञान नहीं था अच्छा हुआ कुछ भी होता है अच्छे के लिए होता है जिस भी राजपूत नहीं उठाया है उसके हम धन्यवाद देते हैं क्योंकि कुछ चीजें तो समझ में आई जैसे कैकई ने राम को वनवास में भेजा था तो बहुत बेकार लगा था जब भगवान बाप से शायद केकई के पास गई बन में जाने से उन्हें सभी राक्षसों का वध किया उसके बाद रावण को मारा ऐसा ही लग रहा है मेरे को आज बहुत खुश हूं समझ में कुछ आया नहीं तो अभी तो गुर्जरों को अपने इतिहास का ही नहीं मानता मुझे रोना राजपूतों को अपने इतिहास का ही नहीं लगता
@balramsingh38772 жыл бұрын
Jay rajputana
@lovemyindia91982 жыл бұрын
Sach Mai Kuvarji Deshbhakt Hai Bapu Naman Apko
@lovemyindia91982 жыл бұрын
Sahi Bat Hai Rajput, Yadav,Gujjar ,Jat Bhai Bhai
@abhayrathore66342 жыл бұрын
Bahut acche
@RamSingh-mk4gs2 ай бұрын
Yadav ko bahar nikalo
@RamPratap-py8tn2 жыл бұрын
सत्य और प्रभावी बाते कही नरूका जी ने।
@sastriji95472 жыл бұрын
Bilkul sahi kaha hai ji
@BSAchhwan2 жыл бұрын
ऐ गुर्जर देश बसाया किसने बताने की कृपया करें
@rj34khaarkugroup352 жыл бұрын
कहा लिखा हे
@Rajubhai-tp1ow2 жыл бұрын
@@rj34khaarkugroup35 tum nhi kahate ho ki gujarat se gurjar sabd aaya
@sanjusanjya29082 жыл бұрын
बहुत ही बात बताई है
@Krishana_raghav_00642 жыл бұрын
Hinduekta zindabad 🙏🙏
@SachinSingh-cu3oq2 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@sajansolankirajput27792 жыл бұрын
Sir ki baat sahi he
@manojsiradhanakhuntla3096 Жыл бұрын
भाई नेती एक बात बता जाट गुर्जर यादव क्षत्रिय है कि नही,,,,नेती
@gujratdewdechaudhry16282 жыл бұрын
Bhut great writter rana ali hassan chohan
@ManojSingh-hh3bk Жыл бұрын
Astitwa nhi bachega pahle aryo ki gulami karna chhodo me manoj Bhadoriya jay siyaram jay radheshyam🤝🤝
@chandanrajput19849 ай бұрын
जय राजपुताना जय महाराणा जय पृथ्वीराज चौहान जी जय महाराजा सुहेल देव जी जय मिहीर भोज
@vinaysingh96605 күн бұрын
जय जय सियाराम
@gurjarfacts78372 жыл бұрын
ईश्वर न करे अगर देश में युद्ध हो जाए ना, आधे क्षत्रिय योद्धा मैदान पहुंचने तक ही पूरे हो लैंगे क्षत्रिय बनने से पहले मांसाहार और नशे करना छोड़ो पहले या बस आपस में लड़ सकैं क्योंकि पता है यहां कोई महाभारत तो होना नहीं है।
@skmusickundal36192 жыл бұрын
Gujjar bholi Kom h or Rajput 😂😂😂 wA beta wa
@ancutvoice37542 жыл бұрын
क्षत्रिय सम्राट मिहिर भोज जी
@ranirajput17012 жыл бұрын
Naruka ji m aapko apne gaon me bulauga m Amrish Rana Gogwan Jalalpur jila Shamli (U P)
@krishanpalbaisoya42522 жыл бұрын
Bhai hum log baisoya chouhan gurjar h or prathviraj chouhan k bhatije kran singh k sath prathviraj chouhan ko Mohammed gori se chhudane gaye or gazni Afghanistan me mar kat ki or wapis aate time kapas k khet me raat ko soy is liy humara naam baisoya pada kiyoki kapas ko hindi me bai bolte h .ye baat shirohi me pata kar sakte h.jo hum se alag hue jo aaj rajput h .wo bhi mante h ki hum gurjar h
@dssingh70672 жыл бұрын
NDTV ki report dekh teri aukat pta chal jayegi
@lakhamichand70962 жыл бұрын
Rajendra Naruka Jai Ho
@devisingh8709 Жыл бұрын
किसने कहा की गुजर जाती की थी पन्ना धाय
@pithorarajputlalpur40002 жыл бұрын
jay rajput
@digguvlogs7772 жыл бұрын
Aap yaduvanshi devadhar ahir ka karj Rajput kese utar skte h
@lakhansinghgujjar5232 жыл бұрын
Bhai me aapke shat hu
@prahaladsingh8529 Жыл бұрын
राजपूत समाज को मुस्लिमो के साथ मिलकर इन लोगो को सबक सिखाने का समय आगया है।
@rupendrasingh65272 жыл бұрын
Jai rajput Mihirbhoj ki
@pappudahiya4709 ай бұрын
अजगर को एकजुट करना चाहिए अपनी अलग पार्टी बनाओ अहीर गूजर राजपूत जाट क्षत्रिय समाज को अपनी अलग पार्टी बनाओ अपना मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री बनाना चाहिए
@chandanrajput19849 ай бұрын
Jay samarat prithvi rraj chouhaan ji
@ManojSingh-hh3bk Жыл бұрын
Parshuram ke vansajo ne kasam khae h ki prathvi kshatriya viheen chahiye or bo esame jarur kamyab honge kyu ki hamare rajpoot bhaiyo ko apas me ladne se fursat nhi h kshatriya ko karm ke adhar par hajaro tukdo me todahe
@MrSingh-ls8ru2 жыл бұрын
Nahi ,kastrya different to chouhan
@Shivamamwabt62262 жыл бұрын
गुर्जर तो स्थानबाचक है दूध भी पिया तो स्थानबचक कसे है
@s.s.rathore44642 жыл бұрын
To tum logo ke liy johar bhi to karti thi kastaraniya okay bachu
@rajkaran67242 жыл бұрын
Jaysiya ram jayshri Krishna Jay chandervansh Bhai gonda me Ek gharuka Rana hai Jo chandervanshi kshatriya kul me aate Hai
@mdtahirgurjar68872 жыл бұрын
Mere Bhai Afganistan ke national aenthem men Aaj bhe Gurjar sabd aaya hai Gurjar jaati hai asthaneachak sabd nahi inki gurjri bhasa bhe hai Itihas padho Jai Gurjar samaj ki
@dineshgurjar49482 жыл бұрын
Jai gurjar samrat mihir bhoj ki jai
@gauravgurjar87082 жыл бұрын
Ye Gurjar h
@krishanpalbaisoya42522 жыл бұрын
Jo bhi baat h uska mikar nidan nidan apas me lade nahi
@ancutvoice37542 жыл бұрын
क्षत्रिय धर्म युगे युगे
@akashpratapsingh23002 жыл бұрын
Rajput samrath mihirbhoj ki jay ho
@baijnathsinghchandela49312 жыл бұрын
मेरा गोत्र chandel he और me gurjar hu
@ranashoaib1706 Жыл бұрын
Jay rajputana Jay mahir bhoj panwar ❤️❤️
@dushyantgurjar38012 жыл бұрын
भोली कौम है तभी तो आज लेट से जागें है गुर्जर थे और रहेंगे भी
@amitbasla38692 жыл бұрын
Vedik kal mein karmanusar chhatriy Kehly the Jo Jaat Gurjar Yadav sabhi aate hain na ki akele Rajput chhatriy he ye bat bhi sach hai thanks brother
@Bacho-Ki-Masti2 жыл бұрын
Gujjars have multiple proof of mihir bhoj gurjar
@horsestudfarm68172 жыл бұрын
Bhai. Unke vanshj apne ap ko rajput btate hai. Nagod riyasat pritihar rajput ki riyasat hai
@Bacho-Ki-Masti2 жыл бұрын
@@horsestudfarm6817 bhai nagod se purane proof maujood hai shilalekho me aur nagod to ab dava karte hai aur dava to main ya aap bhi kar sakte hai but old proof most matter
@hemendrasinghbarau2 жыл бұрын
@@Bacho-Ki-Masti unme samjane ki itni se jarurat hai ki wo sthan hai na ki jati ek bat batau aaj 20 se 30 saal me Inhe malum para pahle nahi ..kyo
@bloodofzeus35182 жыл бұрын
@@Bacho-Ki-Masti bro unke pas old proof hi h
@Bacho-Ki-Masti2 жыл бұрын
@@bloodofzeus3518 bhai kon sa proof hai
@manojsiradhanakhuntla3096 Жыл бұрын
क्षत्रिय तो गुर्जर जाट यादव भी है,,,,,आज भी सेना मे है कौमे,,, जातिवाद फैलाकर सरपंच का चुनाव लडना है
@devindratomar2 жыл бұрын
राजपूतों में क्षत्रिय का सिर्फ 1 गुण बता दो आठवीं शताब्दी से पहले किसी एक राजपूत राजा का नाम बता दो किसी एक मुगल बादशाह का नाम बताओ जिसके यहां कम से कम सात राजपूत रानियां नहीं थी एक राजपूत राजा का नाम बता दो जिसने किसी एक मुगल राजा का सर कलम किया हो किसी एक राजा का नाम बता दो जिसने सोमनाथ का मंदिर जब 20 बार थोड़ा मुगलों ने उसने कुछ किया हो या 14 बार गजनी सोमनाथ के मंदिर को लूट कर जब ले गया जिस के किवाड़ और सामान ईरान से 40 जाट योद्धा वापस भी लाए थे और हिंदुओं की आत्मा व आस्था भगवान श्री राम के मंदिर को जब तोड़ा गया तब यह कहां थे अंग्रेजों ने लगभग 200 साल राज किया एक राजपूत का नाम बता दो जो फांसी पर लटकाया गया और अंग्रेजों द्वारा अनंगपाल तोमर जी से यह अपना बताते हैं राजपूत सिर्फ उसके पिताजी का नाम बता दो
@horsestudfarm68172 жыл бұрын
Ye farji chije kha se padhte ho
@AvinashSingh-im4oc Жыл бұрын
🚩 गूजर भाइयों के प्रश्नों के उत्तर:-* 1- गुर्जर शब्द का प्रयोग जाति के परिपेक्ष्य में नहीं है। गुर्जर संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ शत्रु का नाश करने वाला वीर है, जोकि शत्रु का नाश करने वाली गुर्जरत्रा धरती का योद्धा है और वह योद्धा क्षत्रिय है। जबकि "गूजर" जाति शब्द गोचर शब्द का अपभ्रंश है। गोचर का अर्थ गाय चराने वाला व्यक्ति। गूजर कहे जाने वाले व्यक्ति पुराने समय में भी गाय चराते थे और आजकल भी बड़े पैमाने पर उनका दूध का ही कार्य है। यही बात सिद्ध करती है की गूजर भाई गोचर हैं, न कि गुर्जर। गूजर भाइयों ने अपनी शिक्षण संस्थाओं पर भी जातिय दृष्टि से "गोचर" शब्द का ही प्रयोग किया हुआ है जो कि उनका गूजर होने का स्वतः प्रमाण है। यदि गुर्जर शब्द गूजर जाति से संबंधित होता तो फिर क्षत्रिय गुर्जरेश्वर सम्राट नागभट्ट प्रतिहार अपने अभिलेख में यह नहीं लिखवाता कि मैंने अपने राज्य के आखरी गांव के गूजरों को भी मार भगाया है। इसलिए क्षत्रिय वीरों की गुर्जर- गुर्जरेश्वर उपाधि के परिप्रेक्ष्य में उनके स्थान का नाम गुर्जरत्रा दिया गया है। और उस धरती पर राज करने वाले क्षत्रिय राजाओं को गुर्जरेश्वर, गुर्जरेन्द्र गुर्जरराज शब्दों से संबोधित किया गया है। यह शब्द जातिवाचक नहीं है बल्कि राजा के लिये गुर्जरत्रा धरती का शासक होने के कारण उपाधि बोधक शब्द हैं। यदि जाति के नाम से इस प्रकार शब्द बोध देते तो फिर आपको क्षत्रियेश्वर क्षत्रियेन्द्र क्षत्रियराज राजपूतेश्वर राजपूतेन्द्र राजपूतराज शब्द भी राजाओं के लिए संबोधन में मिलते जबकि सारे इतिहास में कहीं पर भी ये शब्द नहीं हैं। एक उदाहरण और भी है एक जाति का नाम है मीना तथा एक अन्य दूसरी जाति का नाम है मीणा दोनों जातियों के नाम बिल्कुल समीप हैं, किंतु हैं अलग-अलग। सरकार ने मीना जाति को आरक्षण दिया था, किंतु अंग्रेजी में दोनों जातियों की स्पेलिंग एक समान होने से उस आरक्षण का फायदा मीणा लोगों ने भी उठा लिया। बाद में यह बात पकड़ में आई और उस पर आगामी कार्रवाई चालू की गई। तो गुर्जर और गूजर इन दोनों शब्दों का सामीप्य होने के कारण ही गूजर भाई लोग इतिहास चोरी में गुर्जर शब्द का लाभ उठाने की फिराक में है। जो कि एकदम अनुचित है। फिर कहता हूं कि गुर्जर शब्द जातिवाचक नहीं है, क्षत्रियों द्वारा "शत्रु विनाशक" की विशेषता का वाचक है, जबकि गूजर शब्द जातिवाचक है 2-5 तो शत्रु विनाशक गुर्जर शब्द से जिस प्रकार गुर्जरत्रा क्षेत्र बना उसी प्रकार मराठा वीरों से मराठवाड़ा, राजपूतों से राजपूताना और राजपूतों के बुंदेला वंश से बुंदेलखंड कहाता है। राजपूताना क्षेत्र केवल राजस्थान तक सीमित नहीं था इसमें हरियाणा उत्तर प्रदेश हिमाचल जम्मू कश्मीर मध्य प्रदेश गुजरात इत्यादि कितने ही प्रदेश सम्मिलित थे। तो इतना विशाल था राजपूताना क्षेत्र। 6- क्षत्रिय एक वर्ण है। 14वीं सदी से मुसलमानों द्वारा क्षत्रियों को राजपूत कहने के प्रचलन के कारण राजपूत शब्द, क्षत्रिय शब्द का पूरक और पर्यायवाची शब्द बनना प्रारंभ हुआ। सिर्फ और सिर्फ राजपूत ही क्षत्रिय हैं, यह महेंद्रगढ गैजेटियर 1988 रिप्रिंट प्रकाशन पृष्ठ 67 और 68 में स्पष्ट है। वहां गूजर जाट अहीर जातियां अलग से उनके व्यवसाय के हिसाब से लिखी हुई हैं, उन्हें क्षत्रिय नहीं बताया गया है । सनातन संस्कृति और व्यवस्था के सबसे बड़े जानकार और व्याख्याता महर्षि दयानंद जी हुए हैं उन्होंने वेद में जहां क्षत्रिय, राजसु या राजन्य शब्द आया उसका अर्थ राजपूत ही किया है, देखें उनका यजुर्वेद भाष्य अध्याय 18 मंत्र 48।
@AvinashSingh-im4oc Жыл бұрын
7- 1200 ई.से पहले प्रत्येक प्राचीन साहित्य में राजपूत जाति को क्षत्रिय ही लिखा गया है। हां अंग्रेजों नेहरू- नेहरूवादियों और कम्युनिस्टों ने मिलकर बाद में शरारतवश हर्षवर्धन के बाद 647 ईस्वी से 1200 ईसवी तक के काल को अब तक विद्यालयों में राजपूत काल के नाम से पढ़ाया है ताकि राजपूतों को क्षत्रिय से काट कर एक अलग जाति घोषित की जा सके जिससे राजपूत अपने को अधिक गौरवशाली न समझते रहे और इनका संबंध राम और कृष्ण से भी कट जाए। जिसमें राजपूतों के चार मुख्य वंश प्रतिहार चौहान परमार और चालुक्य पर प्रमुखता से लेख हैं वहां भी सम्राट मिहिर भोज को राजपूत प्रतिहार वंश के अंतर्गत लिखा गया है। 8-9, कुछेक दूसरी जाति के राजाओं ने किया है। वैदिक वर्ण व्यवस्था में क्षत्रिय राजा ही राज कर रहे थे। उस व्यवस्था का बहुत बाद में जातियों में ही रूढ़ हो जाने से दूसरी जातियों के राजा अपनी ही जाति के राजा कहे गए न कि क्षत्रिय कहे गए। 10- यह क्रमांक प्रश्नो में दिया नहीं गया 11- हां सम्राट मिहिर भोज क्षत्रिय थे ग्वालियर प्रशस्ति में उन्हें इक्ष्वाकु वंशी लिखा गया है और इक्ष्वाकु एक महान क्षत्रिय शासक थे। सम्राट मिहिर भोज के समय में क्षत्रिय जाति शब्द प्रचलित था तब इसे राजपूत जाति नहीं कहा जाता था।फिर भी 647 से 1200 तक के सरकारी इतिहास में सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार को राजपूत पढ़ाया गया है। वे क्षत्रिय थे इसीलिए तो उन्हें राजपूत पढ़ाया गया। 12- हमारा दावा बिल्कुल सही है तथ्यों पर आधारित है, गूजर भाई लोग गलत कदम उठा रहे हैं। 13- महाराणा प्रताप एक ऐसा शूरवीर निकला जो किसी लालच अथवा भय के अधीन नहीं हुआ। यूं तो सिरोही के सुरताण देवड़ा और जोधपुर के राव चंद्रसेन राठौड़ तथा पांच अन्य राज्यों जालौर डूंगरपुर बांसवाड़ा ईडर और प्रतापगढ़ के शासकों ने भी अकबर की कभी अधीनता स्वीकार नहीं की। प्रताप का नाम विशेष इसलिए चालू रहा कि प्रताप पर आक्रमण में अकबर का बेशुमार खजाना खाली हुआ। हल्दीघाटी में भी अकबर हारा तथा दिवेर की लड़ाई में तो इतनी बुरी तरह हारा की मुगल सेना त्राहिमाम कर उठी। इसलिए राणा प्रताप का नाम अधिक प्रचलित हुआ और जन-जन तक ज्यादा पहुंचा। बाद के क्रांतिवीरों ने उन्हें अपना प्रेरक आदर्श माना। इसलिए उनकी मूर्तियां स्थापित करने का प्रचलन हुआ ताकि देश के लोग उनसे प्रेरणा लेते रहें। अन्य राजाओं की मूर्तियां इसलिए स्थापित नहीं करवाई गई कि ऐसे-ऐसे हजारों सम्राट और राजा गण हैं किस किस की मूर्ति लगाएं किसकी छोड़ें। इसलिए यह एक सामान्य व्यवहार की बात रही। अब जब आप क्षत्रिय सम्राटों और राजाओं को अपनी जाति के शासक बताकर उनकी मूर्तियां लगवाने में लगे हुए हैं तो इस विशेष व्यवहार के कारण क्षत्रियों को भी मूर्तियां लगवाने की बात करनी पड़ रही है। 14- आपको ऊपर बता दिया गया है कि गोचर शब्द के अपभ्रंश से आपका गूजर जाति शब्द है न कि गुर्जर शब्द से। इसी गोचर के कारण आप लोगों ने सरकारी सर्विसेज में आरक्षण भी प्राप्त किया हुआ है। आशा है आप तथ्यात्मक उत्तर पाकर अवश्य ही संतुष्ट होंगे।
@SarangDhanurdhari6 ай бұрын
36 rajputra or rajanya clans were mentioned in rajatrangini and same clans mentioned in harvardhanCharit all these same 36 clans comes under Rajputs clans which easily means thse 36 clans or Rajputs are the apbranhsa of rajputras and rajanyas and these are same as kshatriyas
@mahendrasinghkanawat8252 Жыл бұрын
Jay mata de hokm Panna day ke Jay ho
@veergurjarsamaj38 Жыл бұрын
Kitab kholker dekhte nhi ho nya ithas bna deta ho cel liked
@skmusickundal36192 жыл бұрын
Gurjar Veer pa Rtvi raj chohan gurjar Gujjar
@Abhay.shorts.01 Жыл бұрын
भाई चारा जिंदाबाद जय माँ भवानी
@narayansinghdewada3552 Жыл бұрын
आज है जो कुछ विधर्मियों यही काम करते।
@anuragsharma-sf4pw2 жыл бұрын
Bhai sahab ek ye jihadi muslim or vampanthi inhone dekh liya ki hindu ek hone lge h inhe toda jaye to ab jativad ka jahar gholna chalu kiya h lekin hume ek rahana h 🚩jai rajputana jai shree ram🚩
@jaydeeplavadiya Жыл бұрын
Aapko video sun ke muje achha laga,, or ક્ષત્રિય ko ek karo, Ahir, jatt,Gurjar,,rajput,,maratha kisika ghamand nhi swabhiman se aaye me Ahir hu
@suryavanshimanishrana6317 Жыл бұрын
Sare Hindu jatiya Rajput samaj se chidte hai esse hamaare manobal nahi Tutega jai Rajputana