Jai devbhomi uttrakhand. Veer puriya naithani ji pe ek garhwali movie banni chahiye. Kon Kon log sochre Hain ye bat like kijiye comment.
@dineshnautiyal38682 жыл бұрын
बहुत सुंदर प्रस्तुति, एक तो गढ़वाल का इतिहास और दूसरा पुरिया नैथानी के व्यक्तित्व के बारे में जानकर दिल गदगद हो गया। पुरिया नैथानी को दिल से नमन।
@सोमनैथानी2 жыл бұрын
जय हो गढ़ चाणक्य वीर पुरिया जी की मुझको गर्व है, कि में पुरिया जी का वंशज हूँ। ।
@Sameer_Saurabh_Pokhriyal2 жыл бұрын
वाक़ई गर्वित करने वाली वीरता है, सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं, धन्य हैं हम जो इस वीरभूमि देवभूमि में उपजे, पले बढ़े। प्रगति ने जितनी सौम्यता और आकर्षकता के साथ प्रदर्शित किया है, इसके लिए Baramasa की पूरी टीम बधाई की पात्र है। एक एक पहलू तथ्य के साथ रखा है। कितना शोध कितनी मेहनत लगी होगी इस एक 16 मिनट की वीडियो तैयार करने के लिए, salute है बारामासा की टीम को🙏। आपसे आशा ही नहीं बल्कि विश्वास भी है कि आप आगे भी इसी तरह उत्तराखंड की भावी पीढ़ी को अपने इतिहास और जानकारी से गर्व करने का मौका देते रहेंगे।
@Himalayanboy-Uk01-Uk072 жыл бұрын
बहुत खूब बारामासा ❤️ 🙏 प्रगति ❤️
@Manishameenu-s6z2 жыл бұрын
बहुत बढ़िया एपिसोड, प्रगति द्वारा प्रस्तुतीकरण भी बढ़िया किया गया है।
@mithunaithani2 жыл бұрын
अहोभाग्य एक वीर योद्धा , गढ़ चाणक्य, गढ़सेनापति के वंश में जन्म होने पर गर्व होता है । उत्तराखंड में अनेकों वीर भड़ हुए हैं लेकिन उनका नाम इतिहास के पन्नो पर ही सिमट कर रह गयी । धन्यवाद बरामस चैनल पुरिया दादा जी को जनता तक पहुंचाने के लिए 🙏🏻 बहुत बहुत शुभकामनाएं 💐
@shivaninaithani38522 жыл бұрын
सुंदर प्रस्तुतिकरण👌👌
@uttarakhandi_vloger2 жыл бұрын
चैनल का बहुत बहुत आभार।जो उत्तराखण्ड से उत्तराखण्ड को मिलाता है
@RaviRanaAryan2 жыл бұрын
बहुत खूब
@naithanisofgarhwal78812 жыл бұрын
उत्तराखंड का इतिहास बहुत समृद्ध है पुरिया जी बिलक्षण प्रतिभा के धनी थे । इनका पूरा जीवन विभिन्न रोचक घटनाओं से परिपूर्ण है । जिसको आपने बहुत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है । कुमाऊं के शिव देव जोशी भी इसी श्रेणी में आते हैं । उन पर भी विचार कीजियेगा । बहुत बहुत शुभकामनाएं ।
@shubhampanwar68792 жыл бұрын
Shivdev ek gaddar thaa
@naithanisofgarhwal78812 жыл бұрын
Harsh dev not shiv dev .इतिहास पढ़ें कुमाऊं का इतिहास -बद्री दत्त पांडे
@shubhampanwar68794 ай бұрын
@Rockabotan998 okay bhai par is aadmi ki wjah se gorkho ne bohot nuksaan pahuchaya hai garh kumaon ko
@sohansinghaswal6982 ай бұрын
बहुत सुंदर जानकारी 🎉🎉
@pushkarpandeyyt2 жыл бұрын
भौत भल जानकारी👍
@sharadjoshi72512 жыл бұрын
Thank you team baramasa ❤❤❤
@pitamberduttchausali39572 жыл бұрын
ऐसे ही इतिहास के वीडियो बनाते रहे हम पढ़ने वालों को ओर बढ़िया से जानकारी मिल जाती धन्यवाद
@parvatiyaproperties78992 жыл бұрын
वाकई दिलचस्प कथा
@anuragbhatt71602 жыл бұрын
मन गद गद हो गया ❤️
@balwantsinghchuphal62212 жыл бұрын
Thanks
@haripanwar79617 ай бұрын
गढ़वाल का वास्तविक इतिहास की जानकारी मिलना सौभाग्य की बात है।
@factbox0012 жыл бұрын
Waah ...
@kapilkumarkpl2 жыл бұрын
Thank you team for this vedio
@nomadnegi25452 жыл бұрын
Thank you Baramasa .... 👍👍
@Hamarupyarugarhwal2342 жыл бұрын
पुरिया नैथाणी (पूरणमल ) नैथाणी मूल रूप से ग्राम नैथाणा पट्टी मनियारस्यूॅं पौड़ी गढ़वाल से थे और गढ़वाल के चाणक्य की उपाधि से विभूषित थे साथ ही वीर शिरोमणि भी थे अभी एक महाशय ने कहा कि इसमें हिंदी कहा से आ गई हिंदी नहीं थी उस समय यह अनुवाद है इससे इस महामानव केअसंभव से लगने वाले महान कार्य और राज कार्य को उस समय गढ़वाल राज्य के हित में किए गए भाषा का उलाहना देकर उनको झुठलाया नहीं जा सकता है भाषा जो भी रही होगी लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्य की ऐतिहासिक प्रमाणिक साक्ष्य आज भी उपलब्ध है ।उनका अवलोकन करें इतिहास को पढ़ें ।🙏🙏🙏
@bhupendrakoranga53592 жыл бұрын
Amazing Contant …. thanks for making Video on Panthya Dada ….. 👍🏻👍🏻👍🏻
@shaillygodiyal2 жыл бұрын
बारामासा टीम को बहुत-बहुत बधाई। बेहतरीन जानकारी और बेहतरीन प्रस्तुतीकरण। बहुत खूब
@AnilSingh-lb4nb2 жыл бұрын
Bhai ye jhut bol rahe hai पहाड ने कभी भी जाजीय नाही दिया तो माफ करने का सवाल ही नाही उठता.
@rohitbohra27502 жыл бұрын
Awesome 👌👌👌👌👌
@sharma31472 жыл бұрын
Jai uttarakhand Bahut and you are very beautiful
@mayanknaithani60162 жыл бұрын
Thank you baramasa
@gauravchamoli74202 жыл бұрын
Superb
@RKhriddhim Жыл бұрын
Apka prayas sarahniya hai team Barmasa❤
@rahulnautiyal21362 жыл бұрын
वाह। क्या बात है
@sandeepuniyalvlogs2 жыл бұрын
ऐसे विषयों व उत्तराखंड के इतिहास पर फिल्में बनानी चाहिए..
@naitiksharma76132 жыл бұрын
WAY of presentation 👌👌 keep up the good work sister
@amanrawat61602 жыл бұрын
We are proud to be a uttrakhandi
@ravinderkandari97962 жыл бұрын
You guys are doing the best work. Jai hind jai Bharat jai Uttarakhand
@tarunsharma4302 жыл бұрын
कहा जाता है की अंतिम समय में करीब 112 साल की उम्र में वो कुंभ मेले में चले गए थे और कभी वापस नहीं लौटे
@सोमनैथानी2 жыл бұрын
उपरोक्त का आपके पास कौन सा स्रोत है ???
@tarunsharma4302 жыл бұрын
@@सोमनैथानी भक्त दर्शन की पुस्तक उत्तराखंड की दिवंगत विभूतियां
@tarunsharma4302 жыл бұрын
@@zamasurawat2247 भक्त दर्शन की पुस्तक उत्तराखंड की दिवंगत विभूतियां
@गढ़वालमंडल-न9ङ2 жыл бұрын
💯I simply love your video style, truly refreshing and creative.....👌👌👌👌🤘🤘🤘🤘🤘🤘💕💕💕
@sureshpandey4152 жыл бұрын
कुमाऊं के इतिहास से भी रिलेटिव वीडियो बनाए।
@ritikpatwal5009 Жыл бұрын
रानीगढ़ or अडवाणी हमारे गांव का जंगल है ☺️☺️ thanku apne Hume humare hi jagh ki itni achi jankari di
@ukexam20612 жыл бұрын
Nice commentry.
@aashishbisht35712 жыл бұрын
So nice
@mayanknaithani50653 ай бұрын
Always proud of my ancestors, Welcome to Naithani Family❤
@M.Kvlogs123 Жыл бұрын
Gajab
@sachinuttrakhand20572 жыл бұрын
Nice information
@rajeevchandoshi2722 Жыл бұрын
Thanks Baramasa Team, keep it up.
@Hodophile052 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@pahadihomemaker69332 жыл бұрын
Wah bahut sunder jankaree!
@surajrawatuk035 ай бұрын
Bahut sundar knowledge hai❤
@ganeshprasad17226 ай бұрын
बहुत सुंदर
@surirawat90902 жыл бұрын
Maine kahani to suni ki nhi but beti ka munh achhhhaaa lgta haiii ...Jai hind
@ayushnaithani89092 жыл бұрын
🙏
@ranimiyan7297 Жыл бұрын
Thanks aap ka program bahut Achcha hai Garhwal ke bare mein bahut Jankari milati hai
@s.pnaithani81392 жыл бұрын
शानदार जानकारी। धन्यवाद।
@Simbarock20782 жыл бұрын
बहुत बढ़िया व्याख्यान किया
@himanshukaloni68712 жыл бұрын
👌
@naveennegi8759 Жыл бұрын
Wah wah
@surendrasinghgusain874 Жыл бұрын
गढवाल का सही इतिहास मिलना कठिन है क्योकि घटना कब हुयी इतिहास कब लिखा गया इतने लम्बे समय के लिए साकसय मिलना और भी कठिन हा कयी सौ साल इतिहास कुछ लोगो ने लिखा जो प्रमाणिक नही कहा जा सकता
@surenderrawat5013 Жыл бұрын
Thanks bhai sahabji
@gauravbamola17662 жыл бұрын
Please mention the resources for the authenticity,and to quench the thirst of knowledge for scholars.
@akanshaaswal2782 жыл бұрын
Aadho garhwal aadho aswal ke bare me kuchh jankarii dijiyega
@gargoyle21872 жыл бұрын
Thanks!
@Baramasa2 жыл бұрын
Thank you so Much.
@Himalayanboy-Uk01-Uk072 жыл бұрын
Love your research प्रगति ❤️❤️👍🙏🙏
@gauravnaithani3044 Жыл бұрын
Very informative video and nice presentation
@sumitnegi39732 жыл бұрын
❤️👍👍👍
@kishorneeraj541216 күн бұрын
Bahut badiya ladki
@Mr.amitukvlogs4 ай бұрын
चाए उत्तराखंड में केसे भी बीर भड़ हुए चाए राजा । उन्होने अपनी राज सिंहासन चाह । में एक ही को बीर भड़ मानता हू श्री देव सुमन जिसने जनता के लिए काम की समाज के लिए काम किया जय श्री देव सुमन
@maheshpandey32222 жыл бұрын
धन्यवाद
@uttarakhandstudyplanetnain9272 Жыл бұрын
V nice pargati ji
@exposer4672 жыл бұрын
Jai shree Ram
@sumanchauhan84682 жыл бұрын
Parfecat consept 👍👍👍👍👍👍
@artproduction36522 жыл бұрын
Good going Keep rock & roll
@dineshkumarmaddheshia8744 Жыл бұрын
Thanks
@Veer2262 ай бұрын
Brahman Raja Naithani saab Jai Sri Parshuram
@mohitadhikari18662 жыл бұрын
3:30 बाकी सब तो ठीक है पर 1650s में हिन्दी भाषा का अस्तित्व था ही नहीं और गढ़वाल राज्य की राजभाषा गढ़वाली थी तो हिंदी कहा से आ गई?
@mohitadhikari18662 жыл бұрын
@vii but it was not Hindi, there is no existence of Hindi word or language before 1850 , so it should be better to say Urdu not Hindi
@roms76262 жыл бұрын
@@mohitadhikari1866 exactly 🤣 these Hindi fascists will never accept the truth. There was no Hindi. Even Mughals used Urdu and farsi in their courts. In Garhwal Kingdom Sanskrit was the language of the court while Garhwali was used in inscriptions and public orders. But Hindi fascists won't accept that I know.
@mohitadhikari18662 жыл бұрын
@@roms7626 they will say hindu is a relegion which speaks Hindi or vice versa , no logic
@Garh522 жыл бұрын
Can u believe. ? Saw in tehri gharwal. Hindi bolein isse sikhaana kaafi asaan hai. This is what hindi speakers are trying to impose hindi so we will forget our mother tongue.
@roms76262 жыл бұрын
@@Garh52 exactly 💯 We won't 💪
@advento09392 жыл бұрын
great ❤❤❤❤❤❤. I m blessed
@narenderkumar63202 жыл бұрын
Thanks..nice...
@kapilkumarkpl2 жыл бұрын
Kashipur ki history per bhi ek vedio lekar aaye aap....
@PlayStore-ev4sm2 жыл бұрын
mere paas puaarni books hain hand written. unme sab kuch described h . about the Undefeated Chakravarti Gadh Naresh Gadh Vikramaditya Puriya Naithani
@ini3727 Жыл бұрын
Would you mind sharing it with us?
@jayprakashpetwal1202 жыл бұрын
गवऀ छः हमतै अपडा वीर भडो़ पर
@GudduPundir-x5i Жыл бұрын
Achaa
@triloksingh85382 жыл бұрын
,,🤔🤔🤔🤔🤔🙏🙏
@chandraprakashcp970212 күн бұрын
भक्त दर्शन के इतिहास में बहुत ही गड़बड़ी है गढ़वाल कभी भी मुगलों का गुलाम नहीं था
@ragingpahadi2 жыл бұрын
Legend !
@sandeshrawatpaharivlogs53302 жыл бұрын
I loved the song...please provide the link 🔗🖇️
@truthinme5202 жыл бұрын
❤️❤️❤️👌👌
@sonunaithani79587 ай бұрын
❤❤❤❤👍
@jagdishchandjoshi6311 Жыл бұрын
please mention the name of Garhwal History Book
@bhupendrabisht972 Жыл бұрын
गढ़गीतासंग्राम
@zamasurawat22472 жыл бұрын
Please provide source of Purina Naithani.... ?? Any contemporary source.. raja of srinagar literally gave shelter to sikoh and kept him safe for some time than how this story of jizya popped up suddenly when there are no contemporaries talk About naithani. ..
@makku19562 жыл бұрын
This fake character puriya is generated by a historian shiv prasad naithani actually naithani is kayastha cast
@AnilSingh-lb4nb2 жыл бұрын
Bilkul sahi भाई
@makku1956 Жыл бұрын
@@OK-pq1wj yes ..u r right stories about him are exaggerated...like many cast ...want to uplift them in administrative hierarchy so ..they take advantage of the chaos(war etc) ...they modify documents. And add up there false heroic saga .but kaun samjhaye unhae nakkal ke leye bhee akkal chahiye....
@sumatikandari00 Жыл бұрын
@@makku1956 where are you from ?
@makku1956 Жыл бұрын
@@sumatikandari00 uttrakhand
@kelashwasi2 жыл бұрын
ऐसी वीडियो बनाओ न मैडम जी बहुत सुंदर गढ़वाल के हर एक राजा पर बनाओ
@AnilSingh-lb4nb2 жыл бұрын
Bhai ye jhut bol rahe hai
@MS-vc5so2 жыл бұрын
Can u visit Jaswant Singh Rawat's (MVC, 1962 Indo-China war) village or relatives and make video on him. Deep dive and get some info which is not available online.
@anoopsingh-iq1oe2 жыл бұрын
I can give u some interesting info... 1. It is Indian govt. Which has initiated the court martial proceedings of Jassu Bhaiji on the contrary Chinese gave the torso bust which is kept at Tawang ( Jassu Garh) and narrated the whole scene. Chinese were also impressed with such bravery . 2. Jassu Bhaiji was last martyr soldier but he was given MVC ...it was debated in parliament y he was not given PVC.He was the only soldier who was discussed in parliament . 3. There are many regiments posted there for caretaking but never the 4 Garh ....I dnt know y
@anoopsingh-iq1oe2 жыл бұрын
As he was 4 Garh Rif.
@SattimohanNegi9 ай бұрын
🚩🚩🚩🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@shreyinfrance84822 жыл бұрын
🙏 🙏
@anoopsingh-iq1oe2 жыл бұрын
Team pls Uttrakhand ke liye constructive kaam kiya jye... Sainik school jakholi pending he...10 saalo se...aap sab ko pta he hum log army ko leke itne sensitive he....ek ye to cheez he jisse uttrakhand chal ra he...iss ko bhi expose kare
@jaykedara42982 жыл бұрын
Mam 5 bhai kathaito ko kisne Mara tha ho sake to jankari sajha jarur kare
@naithanisofgarhwal78812 жыл бұрын
From - सात गते बैसाख ( श्री संदीप बडोनी) Ref- TGSR 4 There was a do or die situation created by constant hate speeches that only one faction can survive on cost of other. Even then, five brothers and Ajab Shah escaped the crowd and left their families to their fate in hands of revengeful crowds. The whole families including children and old people were burnt alive by the mob. The pursuers were led by Bhim Singh Bartwal, Laato Madan Singh Bhandari and Puriya Naithani. Near Panchbhaiya Khaal, the pursuers caught up with the refugees. Kathaits asked for single combat to settle their fate. Since Bhim Singh was the biggest aggrieved of the Kathait Gardi he was given honour of killing Bhagot Singh. Other brothers and Ajab Shah were killed by Bhau Singh, Madan Singh, Mor Singh Bhadari and Puriya Naithani. They were beheaded and their heads were buried under a Chabutra where an annual fair is held to this day.
@jaykedara42982 жыл бұрын
@@naithanisofgarhwal7881 wow please sir ek episode to Banta hee hai is fight pe..I am waiting
@naithanisofgarhwal78812 жыл бұрын
I will forward your thought to Baramasa
@zamasurawat22472 жыл бұрын
@@naithanisofgarhwal7881 sir can you provide me any contemporary source about Purina naithani raja of srinagar literally gave shelter to sikoh ND kept him safe for some time then how this thing popped up suddenly even aurangzeb contemporaries don't talk about any Puriya naithani..
@rudrasinghkathait93962 ай бұрын
@@naithanisofgarhwal7881 I heard that kathait themselves killed there family and children as they already knows the consequences if they will leave there family and children like this then fore sure faithful of queen will kill them. hey can u please share or suggest me source of the written record of panch bhai kathait.
@naithanisofgarhwal78813 ай бұрын
कुछ व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के छात्र बिना इतिहास की जानकारी के कुछ भी लिख रहे हैं ।और लोगों को गुमराह करते हैं पुरिया जी के संपूर्ण इतिहास की जानकारी जिन इतिहासकारों ने लिखी है उसे पढ़ें । स्व भक्त दर्शन स्व शिव प्रसाद डोभाल स्व गोविंद चा त क स्व जनरत्न जी स्व हरिकृष्ण रतूड़ी इत्यादि । फालतू न फेंके ।
@ashusagoi232 жыл бұрын
Parikshavani ka naya edition aagya hai waise aap k pass pehle wala he hai pr khass changes hai nhi usme 😂
@shubhvlogsdun2 жыл бұрын
Medinishaha kabhi Raja Bna hi Nahi... Prithvipatishaha ne Uska rajya nikala kar diya tha. Uski mrityu Delhi m hui thi.. Aurangzeb ne Prithvipatishah Vo iski jankari ek letter k madhyam se di joh Aaj bhi Lucknow sangrhalaya m h ...wse your team doing great job...
@abhishekfartiyal8582 жыл бұрын
सभी इतिहासकारों ने अपनी पुस्तक में अलग अलग मत दिए है मेदिनी शाह के राजा बनने की बात शायद भक्त दर्शन ने अपनी बुक गढ़वाल की दिवंगत विभूतियां में कही है और यह वीडियो भी उन्ही की बुक पढ़कर बनाई गई है 👍👍👍👍👍
@sandeepsinghnegi71062 жыл бұрын
Jab mughal gadwal pe kabja hi ni kar paye to jajiya kaha se lag gaya ye ek open question hai apke liye ya apne research ka source bataye link ya website ya book ... no offence to your work but its not clear.
@missmalik69742 жыл бұрын
Same
@sandeepsinghnegi71062 жыл бұрын
@@zamasurawat2247 ya sometime baramasa gives its ordinance kind of credibility complex.
@AnilSingh-lb4nb2 жыл бұрын
Bilkul sahi भाई
@sandeepsinghnegi71062 жыл бұрын
And yes ek info video jo history backed or source driven ho k gadwal or gorkho mai pahle gadwal ki jit hui ya gorkho ki or kaise gorkho ne gadwal pe kabja kiya ...
@hemantjoshi74172 жыл бұрын
Background music kuch jaada ho rha
@prabhakhatri42352 жыл бұрын
धन्यवाद,बहुत सुंदर और उपयोगी जानकारी
@surendrasinghgusain8742 жыл бұрын
या तो इतिहास लिखने वाला या फिर मै कही ना कही
@zamasurawat22472 жыл бұрын
Han bhai.. there are no contemporary source about these events
@Daksh_7002 жыл бұрын
𝗨𝗸 𝗴𝗸 𝗽𝗱𝗮 𝗱𝗼 𝗮𝗮𝗽 log🙏
@alokdangwal2 жыл бұрын
Puriya Naithani did not have any son and the his daughter got married to some Raturi and his grand daughter married to my ancestor Wazir Chandra Mani Dangwal (1745AD-1770 AD).
@paharibro992 жыл бұрын
Dangwall are brahmins right
@alokdangwal2 жыл бұрын
@@paharibro99 Yes bro
@Shirish4321 Жыл бұрын
किसने बताया पुरिया के पुत्र नहीं था। नैथानी वंशावली को देखें