आप विद्वान हैं, विवेचना पूर्व जानकारी दी। धन्यवाद।आरक्षण पर ऐसा ही फैसला होना चाहिए।
@dhrubkumar31188 ай бұрын
बहुत ही ज्ञानवर्धक व सटीक विश्लेषण 🙏🌹🙏
@ranjusingh29867 ай бұрын
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए हार्दिक आभार
@mukeshjain76306 ай бұрын
आप ने बहुत सही तरीके से जानकारी देने के लिए धन्यवाद 🙏
@archanaambasta70288 ай бұрын
बहुत ही अच्छा विश्लेषण।
@sunilbisaria75058 ай бұрын
🙏 सदैव की भांति सारगर्भित व प्रशंसनीय
@jspm84808 ай бұрын
जनादेश सबसे महत्वपूर्ण है, अगर जनता चाहती है तो संविधान पुरी तरह से बदला जा सकता है..
@cooladi68 ай бұрын
बहुत ही अच्छा vedio है ।
@jspm84808 ай бұрын
केशवानंद भारती केस की पुनः समीक्षा की जानी चाहिए..
@bhagwanpdsinha11428 ай бұрын
अछूती जानकारी के साथ वस्तुपरक विवेचना
@rameshkarnik25028 ай бұрын
For Bharath, our Constitution must be based on our inherited civilizational knowledge and lived experience. Hence we have base it on the principles of DHARMA. A thorough study of all Smrutis and the commentaries thereon Can guide us towards framing a Constitution relevant to our culture and civilization. As of now, it's all cut-paste job of Western philosophies. Shri BN Rao did this job well.
@sudhanshuranjan_official8 ай бұрын
Very right. Thanks
@jspm84808 ай бұрын
भारत का संविधान पुन्ह: लिखना चाहिए, विकसित भारत के अनकुल..