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बुंदेलखंड महोबा के दो वीर योद्धा आल्हा ऊदल की वीर गाथाएं आज पूरे विश्व में गई जाती है और वह बचपन में कुछ इस प्रकार का खेल खेला करते थे जिसे गिल्ली डंडा बोलते हैं यह आप जो गिल्ली देख रहे हैं यह 900 वर्ष पुरानी है जिससे अल खेल खेलते थे बताते हैं कि चार-पांच किलोमीटर की दूरी से उन्होंने दिल्ली को फेंका था जो आकर यहां मदन सागर के तट पर आज गिरी और एक पत्थर में गप गई और यहीं पर स्थापित हो गई इसकी ऊंचाई 9 फिट है जो एक रहस्य से काम नहीं है कि पहले पत्थर के बनी हुई गिल्ली डंडा से खेल खेला करते थे आप खुद अंदाजा लगा सकती हैं कितने बलवान होंगे आल्हा जो आज कुछ ऐसी सबूत छोड़ गए हैं जिसे देखकर हम भी हैरान रह जाते हैं यह महोबा की वीर योद्धाओं ने 52 गढ़ के युद्ध लड़ाई और सभी में विजय हासिल की यहां महोबा का इतिहास बहुत ही अद्भुत है और अनेक रहस्य आज भी छिपाए हुए हैं तो देख सकते हैं दोस्तों यह आल्हा उदल का खेल था जो पुराने समय में खेला करते थे