सम्माननीय यह धुबेला संग्रहालय को हमने दो बार तक देखा है जब भी नौगांव छतरपुर को जाना होता है तब धुबेला संग्रहालय देखने के इक्षा होता है महाराजा छत्रसाल बुंदेला के किला महल में बने संग्रहालय में माता महारानी दुर्गावती के कपड़े जूती चूड़ी तलवार भी संग्रहालय में रखा गया था अब वो कपड़े जूती चूड़ी देखने को नहीं मिलते हैं ऐसा लगता है केवल तलवार रखा हुआ है माता महारानी दुर्गावती कालिंजर के राजा महाराजा कीरत सिंह चंदेल राजकुमारी थे जो अकबर के सेना को सत्रह बार तक हराया था और अठारहवीं बार में स्वयं अपने ही कटार से मां थी प्रथ्वी मां को अपने प्रजा और अपने पुत्र पुत्रियों के तरह सम्मान करते थे प्रजा के सम्मान में आसफ खां से लड़कर शहीद हो गये समर्पित हो गई थी जिसके समाधि नर्रई नाला के पास गौर जबलपुर के पास बना है जय जय श्री राम जय गौड़ वाना लैण्ड जय बुंदेलखंड जय राजपुताना माता महारानी दुर्गावती कै वंशज राजा दशरथ पुत्र श्री राम श्री राम पुत्र लवकुश वंशीय राजा बिहारी लाल मरावी उर्फ राजा बिहारी सिंह जू देव गौड़ गढ़ा मण्डला जबलपुर संस्कारधानी मध्यप्रदेश के मरावी गौड़ राज गौड़ क्षत्रीय ठाकुर राजपरिवार के सदस्य
@KALYANSINGH-vl6nr14 күн бұрын
😂😂😂😂
@Motivationline123513 күн бұрын
Inhi ki vajah se heera nikalte hai is bat se hsa na tu
@KALYANSINGH-vl6nr5 күн бұрын
ये कोई बलवान नहीं थे।। ये मुस्लिम गुलाम थे और उन्हीं की जिंदगी भर गुलामी की😂😂😂