Sardar Baljit Singh Punjab Jai Janender All Of You
@garimajain26926 күн бұрын
जय जिनेंद्र पंडित जी🙏🙏🙏
@rakeshpatni15186 күн бұрын
🙏🙏🙏
@mahendrasiroya72416 күн бұрын
सविनय सादर जयजिनेन्द्र, सरजी.. 🙏🏻🕉️🙏🏻🕉️
@ravijain37786 күн бұрын
Jay jinendra nagda junction
@abhajain2116 күн бұрын
Jai jinendra 🙏 रायपुर छत्तीसगढ़ 😊
@sanjayjain-xl6ce2 күн бұрын
मेरी कमी को उजागर किया है । धन्यवाद
@sandeepbhandari84336 күн бұрын
अद्भुत🙏
@sandeepbhandari84336 күн бұрын
वास्तव में आत्मा की प्यास की जो भाव आज है, और अगले पल नही रहती ,अगले दिन नही रहती, इसीलिए आत्मा की प्यास जागे तो उसी समय कार्य करलेना ही समझदारी है और आत्मा की प्यास के लिए संसार का भय लगना जरूरी 🙏🙏
@narendrajain31646 күн бұрын
आदरणीय पण्डित जी साहब सादर जय जिनैंद्र 🙏🙏🙏
@sanjayjain-xl6ce2 күн бұрын
आत्मा का अनुभव मुझे अनंत दुखों से बचा लेगा इसकी मुझे श्रद्धा ही नहीं है । मैं आत्मा की बात रुचि पूर्वक क्यों सुनता हूं कारण कि बाहर मैं मुझे अनुकूलता है यदि यह बिगड़ा तो मैं सबसे पहले आत्मा को छोड़कर भागूंगा। यह बात मुझे प्रत्यक्ष अनुभव में आती है ।
@nandayawalekar20496 күн бұрын
Jay jinendra
@reenajain60066 күн бұрын
Thank you very very much Dr. VIVEK JI . Aap ke Gyaan ki bahut bahut anumodna . 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 .
@pallavishah46916 күн бұрын
👌🙏🙏🙏
@vijayashah88566 күн бұрын
Jai jinendra dahod
@vandanajain78106 күн бұрын
बहुत बहुत आभार पंडित जी , जय जिनेन्द्र पंडित जी
@ketansheth91546 күн бұрын
જય જિનેન્દ્ર સુરેન્દ્રનગર ગુજરાત
@sadhanajain75276 күн бұрын
Jai jinendra bhai gwalior 🙏🙏🙏
@NilamKothari-v6u6 күн бұрын
Jay jinendre Dolly kothari dahod namaste
@ethikajain19876 күн бұрын
Jai jinendra Aadarniye Pandit ji 🙏🙏🙏🙏
@shwetajain69336 күн бұрын
Bilkul sahi 👌
@sadhanajain45136 күн бұрын
साधना जैन,,, गुरुजी हमें समझा रहे है,,,,❤ परिणाम में एकत्व रहने से,,, यह बात हमें समझ नहीं आती कि,,, क्रिया होते हुए भी जड़ की है,,, इसका करता धर्ता मैं नहीं हूं,,, इसलिए समझ नहीं आती क्योंकि,,, अनादि काल से मिथ्या दृष्टि है,,, हमने अनादि काल से देह और आत्मा को भिन्न जाना ही नहीं,,, शुभ अशुभ भाव से भिन्न गायक कभी देखा ही नहीं,,, गुरुजी ने कहा,,,❤❤ हम सिर्फ शास्त्रों में पढ़ लेते हैं,,, शुभअशुभभाव मेरे से भिन्न है,,, शास्त्रों में से पढ़कर हमें ज्ञान तो हो जाता है,,, लेकिन हमें अनुभव कुछ नहीं है,,,, और गुरुजी ने कहा,,, जो जीव गहराई से तत्व विचार करते हैं,,,, वह जीव आत्मा अनुभव करके,,, देह और आत्मा को भिन्न जान ही लेते हैं❤🙏🙏
@shwetajain69336 күн бұрын
Jai Jinendra 🙏🏼
@sandeepbhandari84336 күн бұрын
मौन वंदना🙏🙏🙏
@swatidoshi81174 күн бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻👌👌👌👍👍
@shwetajain69336 күн бұрын
बहुत बहुत आभार
@sanjayjain-xl6ce2 күн бұрын
वितरागता की पूरी picture दिखाई है इस प्रवचन में ।
@SurajJain-ed2bv4 күн бұрын
धर्म तो वीतराग है,और हमारा मन राग में डूबा हुआ है। अतः हमें यह धर्म पचता नहीं है? हमें राग रंग बिना जीवन सुना-सुना सा लगता है?
@shwetajain69336 күн бұрын
😄😄
@kalashbangles6 күн бұрын
5 sam vaye hone par hi aatma ka darshan hoga , kya yah sahi hai ?