सारा शहर ही था उसके जनाजे मे शरीक , तन्हाइयों के खौफ से जो शख्स मर गया..... Great lines....
@killerpenpoetry4 жыл бұрын
मुन्शी प्रेमचन्द जी ने कहा था मैं एक मजदूर हूँ । जिस दिन मैं कुछ ना लिखूँ मैं रोटी खाने का हकदार नहीं। धन्यवाद दोस्त इतना बढ़िया पढने के लिए......
@manishkumarsonu84834 жыл бұрын
Vah...... Bahut khub....
@jitendratripathi10443 жыл бұрын
Mu mai muskaaan laane waale ka shukriya 😊
@seemaswaraginikhareaah44783 жыл бұрын
Bhookh pr kitni शानदार व्याख्या व्यंग्य आपसे तो छोटे भाई सा प्यार हो गया है जबसे आपके इंटरव्यू जृ देखे हैं।❤️👌👌👌👌👋👋👋👋
@ekalagnazariyaamit93633 жыл бұрын
@@seemaswaraginikhareaah4478 m
@factology30213 жыл бұрын
@@seemaswaraginikhareaah4478 p0lppl
@nitinoswal96392 жыл бұрын
जिन्हें पढ़ने में रुचि नही, वे सुन के इस कालजयी रचना का आनंद ले सकते है। मुंशी प्रेमचंद के नायाब रत्न!! आपका प्रयास अत्यंत अनुमोदनीय है।
@RaushanKumar-th5hn Жыл бұрын
hmm
@Saurabhkumarsan37 Жыл бұрын
Main 2023 me padh raha hun 😢 I love premchand ❤
@SurajValmiki-SV9 ай бұрын
Padhne me maja hi alag hai bhaiya
@anukeayurvedicnuskhe1303 жыл бұрын
ये कहानी मेरे आंखों के सामने चलचित्र की भांति चल रहा है ऐसा लग रहा है मुझे, कहानी की बयां करने का ऐसा खूबसूरत अंदाज अब तक नहीं देखा मुंतशिर सर ईश्वर आपको हमेशा खुश रखे🙏
@adarsh_jain01862 жыл бұрын
वो खेत जिनका जौवन फटा पड़ रहा है, उनमें सिर्फ भूख ही उगती है ।।🥺
@akankshamishra16214 жыл бұрын
आप हिन्दी साहित्य को नये आयाम दे रहे हैं, आपकी इस पहल से हम जैसे युवा भी अपने आप को इन कहानियों और लेखकों से जुड पा रहे हैं।.....very nice work sir😃
@mukeshbhardwaj67043 жыл бұрын
Sir aap ki voice Dil Chu jati h aise lgta h Mano SB Kuch hmare samne ho rha h
@santoshkhilery23073 жыл бұрын
Etni tarif karne k baad 😀 ye wala sticker kyu lgaaya🤷 pagal ho kya
@akankshamishra16213 жыл бұрын
@@santoshkhilery2307 my emoji sense is very poor but my sense in literature is not so bad....but thanks for your comment
@narendrasrivastava48194 жыл бұрын
मैंने कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द जी की कहानियों एवम् उपन्यासों को हजारों बार पढ़ा है औैर मेरा यह मानना रहा है कि कोई अन्य विधा जैसे वाचन , सीरियल अथवा फिल्म मूल रचना के साथ न्याय कर सकने में समर्थ नहीं हो सकती , क्योंकि वह पाठक की कल्पना शक्ति को सीमित कर देती है । इसके कुछ अपवाद मुझे पूर्व में देखने को मिले थे । अब उसमें आपकी वाचन कला भी जुड़ गई है । आपको बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ।
@lalitraj73354 жыл бұрын
मैने ये पाठन कला स्कुलो में महसूस की है जब एक अध्यापक अपने विध्यार्थियो के सामने बूक पढकर उन्हें सुनाता है तब अध्यापक ज्यौ ज्यौ किताब को पढते हुए आगे बढता है , वैसे वैसे उसके विध्यार्थियो की सोच उस कहानी की गहराई तक जाती रहती हैं
@mohitkbagriya86824 жыл бұрын
प्रेमचंद को आपसे बेहतर कहने वाला आज तक नहीं मिला....जियो मुतंशिर सर.....भावुक कर दिया प्रेमचंद की कलम और आपकी आवाज ने
@ManojMuntashirShukla4 жыл бұрын
❤️❤️❤️
@neelamshah69193 жыл бұрын
Right....👍❤️❤️❤️
@ADARSHKUMARBAJPAI883 жыл бұрын
@@ManojMuntashirShukla शुक्ला जी आपका कॉन्टेक्ट मिल सकता है
@sandhya41235 Жыл бұрын
😊😊😊😊😊😊😊😊
@naksh705 Жыл бұрын
Tum jaise bk&@&@ hi aise chu%@&# ko jagah dete hai mootne ke liye aise
@user-cr3ev7vq7i2 жыл бұрын
मैंने मुंशी प्रेमचंद्र जी की लगभग सारी लघु कथाएं पढ़ी है, बल्कि मैंने कुछ उपन्यास भी पड़े हैं जैसे निर्मला, गोदान, गबन। मुंशी जी से अच्छा लेखक मुझे और कोई नहीं लगता। यह कहानी भी मैंने कई बार पढ़ रखी है लेकिन आज आपके मुंह से सुनकर फिर से उतना ही आनंद आया।
@rajanrajkumar37963 жыл бұрын
Thanksbro इस कहानी को सुनकर पूरा यकीन हों जाता है कि, कलम का सिपाही, ऐसे ही नहीं कहा गया, शत शत नमन मुंशी प्रेमचन्द जी को 🙏🙏🙏
@sagarpanwar57224 жыл бұрын
"आपका बयान करने का अंदाज बाकमाल है, आप जितने अच्छे शायर है, उतने ही अछे वक्ता भी है".. sir!
@mohitkumarkumar99493 жыл бұрын
You are absolutely right
@siyavarrai273 жыл бұрын
मनोज मुंतशिर! तुम्हारा अंदाजे बयां बेमिसाल है, बाबू!
@ratansalvi19183 жыл бұрын
Very true
@PranavJoshin3 жыл бұрын
@@mohitkumarkumar9949 🎟0
@SHUBHAMSINGH-ow8qn3 жыл бұрын
@@ratansalvi1918 ka 8k Mn
@abhidwij2124 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद की कहानी "सद्गति" जब मैंने पहली बार पढ़ी थी तब ज़ार ज़ार रोया था। आज भी पड़ता हूँ तो मन भारी हो जाता है। गज़ब कहानी।
@hrushikeshdevdare26364 жыл бұрын
मुझे पढणी हैं ये कहाणी.. किधर मिलेगी
@storypage78784 жыл бұрын
Muze bhi padni he?🙂😐
@abhidwij2124 жыл бұрын
नेट पर सर्च कर लीजिए मिल जाएगी।
@bhagwatswarop87674 жыл бұрын
प्रिय मनोज जी आपने कहानी सुनाने के साथ साथ उस समय की तथा आज की सामाजिक स्थिति का कटु परन्तु सत्य मार्मिक विश्लेषण किया है आपका यह वर्णन सभी को सोचने को विवश कर देगा आज़ जो दलित समाज के कुछ लोग उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी की आलोचना करके बुरा भला कहते हैं वे सच्चाई से मुंह मोड़ कर समाज का ही नुकसान कर रहे हैं मुंशी प्रेमचंद जी ने चामारौं की बुराईयों के साथ साथ अन्य समाजों की तथा तथाकथित संपन्न तथा संभ्रांत कहे जाने वाले लोगों की भी कमियों तथा बुराईयों को भी उजागर किया है आपकी प्रस्तुति को दिल से सलाम धन्यवाद
@SandeepPatel-ln2mt2 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/qaqTf6mcgZZ2nas
@rukhsartarannum3633 жыл бұрын
Mai Urdu hrs ki student hu jb Mai yeah story padhi to mujhe bhot pasand aya or smjh v Mai sochi KZbin me try krti hu class nhi ki hu to shayad Koi axa se explain kr de Masha Allah apne bhot axe explain kiya thank you ❤
@nisha76113 жыл бұрын
आपका कहानी बयां करने का अंदाज ही कुछ अलग है । हालांकि मैंने ये कहानी पहले भी पढ़ी है लेकिन जैसा आपके द्वारा बताई गई कहानी समझ आई वैसा खुद से पढ़ी हुई मैं नहीं। जब आप कहानी सुनाते हो , मानो ऐसा लगता है की काल्पनिक तौर पर नहीं वरन, वास्तविक रूप मैं आंखों के सामने चल रही हो । Salute hai sir jai hind 🙏🙏🙏
@avinash63294 жыл бұрын
सर मैं वाराणसी में प्रेमचंद जी के गाँव लमही से 2 कम की दूरी पर रहता हूँ ।और मुझे बहुत गर्व है प्रेमचंद जी पर ।
@sonkaralokofficial92574 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/eaDKon2vlNqtZ7c
@jjjaaapppii4 жыл бұрын
Ach ata hu AK din tere gau
@RajuKumar-su4rl4 жыл бұрын
आप एक महान लेखक के गाँव में रहते है, क्या बात है👌
@Radhekrishan_2144 жыл бұрын
Bhai
@nidhitiwari14024 жыл бұрын
Main v lamhi gaon k pas varanasi seher me rhti hu
@rk45904 жыл бұрын
आज भी घीसू माधव जैसे लोगों कमी नहीं है सर जो औरों के टुकड़ों में पलते है और महिलाओं के लिए समाज के लिए बोझ बने पड़े है प्रेरणा स्रोत मुंशी प्रेम चंद जी को सलाम🙏
@sushilapariawala57993 жыл бұрын
Sahi hai
@मनमेंहैकुछबात4 жыл бұрын
कलम के सिपाही को कलम के जादूगर का ये सलाम बहुत ही दिलकश और प्रेरणादायी लगा वाकई प्रेमचंद जी ने हमे सिखाया की शब्द केवल सम्प्रेषण ही नही करते बल्कि रोते और हँसते भी है ......👍👍👍
@rufelraza57884 жыл бұрын
“ن والقلم “....!!!!!
@prashantravi13 жыл бұрын
शब्दों का जादू है जो सत्य का अनुभव कराता है आपके बोलने का तरीका मानो भावनाओं का दरिया में बिन माझी नाव तैर रहा हो.. जो डूबता ही नहीं..🌷🙏 मुंशी प्रेमचंद के शब्दों को आपने पुनः जीवित किया..🙏
@kalimafroz50003 жыл бұрын
बचपन की अनदेखी कहानी को आपने सचित्र और हृदय स्पर्शी आवाज के साथ कहानी सुनाकर आपने एक नई ऊंचाई तक कहानी को पहुचाया हैIनही तो कफ़न कहानी कौन सुनता।आपके बदौलत सुनने को मिला।बहुत बहुत धन्यवाद मनोज मुंतसिर जी।👌👌👌
@MyExamNotes4 жыл бұрын
ऐसा फील हुआ जैसे ये कहानी मेरे सामने ही चल रहा हो 😊 आपका स्टोरी बोलने का स्टाइल दूसरी दुनिया मे ले जाता हैं सर जी 💝 God bless you 😘
@ManojMuntashirShukla4 жыл бұрын
Thanks for your kind words ♥️♥️♥️
@laxmiyadav34792 жыл бұрын
@@ManojMuntashirShukla You're really very great... India need such a person like you....
@laxmiyadav34792 жыл бұрын
@@ManojMuntashirShukla Salute you sir
@Sumanrani-eh5mb2 жыл бұрын
right sach ah great person both of you
@chhayankshanker69774 жыл бұрын
मैं खुशकिस्मत हूँ कि थियेटर के दौरान मुझे यह कहानी करने का मौका मिला । धन्यवाद सर दोबारा इस कहानी को याद करने के लिए ।
@InspiredStories20213 жыл бұрын
Wow aur kahaani or stories in inspiredkahaniya... Budhi kaaki, moteraam ka sathyagrah, bhai Sahab n kafan, eid gah n more...
@bilkisjamadar21674 жыл бұрын
दुरदर्शन पर ये कहानी देखी थी । जिसके निर्देशक गुलजार साहब थे । पंकज कपूर आैर किशोर कदम ने बहुतही बेहतरीन अभिनय किया था । आज भी वो एपिसोड यु ट्युब पर उपलब्ध है।आप सब भी एक बार वो अविस्मरण अनुभव ले ।
@aryawartaabhishek66544 жыл бұрын
Sahi kaha
@Ekjhalak9394 жыл бұрын
मैंने ये दूरदर्शन पर कम से कम 50 वार देखी हैं
@Priyanka-ky6ut4 жыл бұрын
Episode ka naam kya h.?
@bilkisjamadar21674 жыл бұрын
Tehreer..... Munshi Premchand Ki KAFAN ep# 20
@deepakpokhriyal62924 жыл бұрын
The best story ever, Pankaj Kapoor is 💗💗💗💗💗
@Ajayyadav__233 жыл бұрын
बहुत प्यारी प्रस्तुति, वरना आज कल तो लोगों को हिंदी बोरिंग विषय लगता है. आपने हमारी संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम किया है🙏🙏
@tulsi_j_malam Жыл бұрын
मैंने यह कहानी पढ़ी है... हमारी विश्वविद्यालय में अंतिम वर्ष के अंग्रेजी के अभ्यासक्रम में यह कहानी समाविष्ट है .. 👌🏻👌🏻👌🏻 अद्भुत
@DeepakKumar-ie8ng4 жыл бұрын
ऐसी मार्मिक कहानी अगर मनोज मुंतशिर जी जैसे वक्ता सुनाए तो फिर आपका भावुक होना तो निश्चित है, चाहे आप पहले से ही क्यों न कहानी को जानते हों
@kavimanishmannan4 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/hJ2XgKKcpZZmfNU
@wolfdenranjeet4 жыл бұрын
ईदगाह से गोदान तक सफर आज भी जारी है आज के समय ऐसी रचनाओं का मिलना मुश्किल है इनके एक एक वाक्य आज की कसौटी पर भी खरे है
@Vandanamishra19733 жыл бұрын
Wah
@riteshgupta50753 жыл бұрын
aaj bhi aapko bahut sare eise hi log miljayege amir aur garib sirf kamchor aur kismat ko kosne valo ki soch hai
@InspiredStories20213 жыл бұрын
Wow aur kahaani or stories in inspiredkahaniya... Budhi kaaki, moteraam ka sathyagrah, bhai Sahab n kafan, eid gah n more...
@piyushkumarpal4 жыл бұрын
पढ़ तो रखी थी ... लेकिन आपसे सुन कर कहानी और भी अच्छी लगी। धन्यवाद सर!
@shambhaviasthana35813 жыл бұрын
वास्तव में ये कहानी हमे एकदम अंदर से झकझोर के रख दी। 😭
@tappubhaiya45223 жыл бұрын
Good bhai
@umeshchandrasingh57304 ай бұрын
मुंशी जी ने यह लिखा कि ठाकुर के भोज में खूब प्रेम से तृप्त कर सभी को अमीर गरीब के बंधन से मुक्त भोज खिलाया. अन्यथा आज के लोग ठाकुर का कुआँ सुनाकर छवि को धूमिल करते रहते हैं.
@amantrivedi1804 жыл бұрын
बहुत खूब ,ऐसा लगा कि मानो पूज्य प्रेमचंद जी स्वंय ही कहानी को पिरो रहे हो, अब नई कहानी का इंतजार
@manojkrahlawat47514 жыл бұрын
आप हिंदी को बढ़ावा दे रहे हैं ये बहुत ही सराहनीय है। बहुत धन्यवाद। बधाई ❤️ और आशीर्वाद 🙏🙏
@sonusahani95274 жыл бұрын
मेरा तो आंखे वीडियो से हट गया था। पर सारा ध्यान कहानी के काल्पनिक चित्र बनाने में लग गया।मानो जैसे सारी इन्द्रियां एक साथ एक जगह पर आकर जो चल रहा है उसे ना देख कर, जो सुनाई दे रहा उसपे गौर करने में लग गए हो। ये जादू है आपके आवाज और प्रेमचन्द्र जी के कहानी का जो समय से ज्यादा परिस्थितियों पर सोचने को मजबूर कर देता है।
@Madhuriyadav5922 жыл бұрын
सारा शहर ही उसके जनाजे में था शरीख सारा शहर ही उसके जनाजे मे था शरीख तन्हाइयों के ख्वाफ़ से जो शख्स मर गया😔 Heart touching lines ❤️💗💗
@suritisingh9548Ай бұрын
सच में इस कहानी ने और आपके द्वारा स्पष्ट तरीके से समझाए गए हर एक शब्द ने दिल जीत लिया ❤❤
@rohinipriya16134 жыл бұрын
Waah kya baat hai Manoj ji !!!!! Premchand ji ki kaljayi kahani ko aapne phir se ek baar hamare samne ek naye tarike se barnan kar diya..Aapki barnan ki saili aur mukh ke bhab- rekha ek nayi umang bhar deta hai.... Hum uss pal ko seriously relate kar paye aur uss abasta ko bhi anubhav kar paye...bahut bahut shukriya aapko...phir kabhi Kalam Bhubaneshwar aye to jarur milenge..
@naseemsehri26004 жыл бұрын
TIMELESS...Munshi Prem Chand Aur apka behudd khoobsoorat bayan
@RajuKumar-su4rl4 жыл бұрын
आपका बहुत धन्यवाद कि आपने महान लेखक की कहानी को प्रस्तुत किया, श्री मुंशी प्रेमचंद जी मेरे आदर्श तथा प्रेरणास्रोत है।
@ameishkant68993 жыл бұрын
"कफन " की कहानी वाकई बचपन की याद दिला गया. समाज में धन तो सभी के घर में लौट आया लेकिन समाज की ऊंच नीच वाली बदबूदार हवा में बिमारी आज तक बरकरार है जो आजाद और विकसित समाज के मूंह पर करारा तमाचा है.
@veenajain93353 жыл бұрын
आप शब्दो को कहते या लिखते नही अपितु उन मे जीने का अवसर प्रदान करते हैं मेरे बेटे की उम्र के हो आपको बहुत बहुत आशीर्वाद व बहुत अनुमोदना मै साहित्य प्रेमी फिर से अपना बचपन और युवाकाल जी रही हूँ मेरी यादे कालजयी हो गई
@wolfdenranjeet4 жыл бұрын
ठेके (दारू की दूकान) का सही वर्णन हिंदी उपन्यास सम्राट प्रेमचंद से बेहतर किसी ने नही किया सलाम उनको , घीसू की आत्मा तृप्त हो गई थी मधुशाला -शराब का ठेका
@chandanyaduvanshi3014 жыл бұрын
क्या बात है भाई, आपके सुनाने का तरीका भी मस्त था।👌 मुंशी प्रेमचंद जी को नमन🙏
@DharmendraVerma-kk3zk4 жыл бұрын
जनपद - अमेठी की धरा से आपको हृदय से नमन करता हूँ | बहुत सुन्दर 👌 सादर अभिवादन 🙏
@nishtharajpurohit4203 жыл бұрын
That one line....."sara sehar tha uske janaje mein"..was enough to explain this story !! Hats off to u sir!!
@DEEPAKKUMAR-tb9sf3 жыл бұрын
भावों की गहराई को आस्वादन कराने के लिए धन्यवाद।साहित्य में दो व्यक्ति मेरे प्रिय हैं एक आप और दूसरे विकास दिव्यकिर्ती सर
@sandeepgandhinehal49144 жыл бұрын
कमाल भैया ज़िंदाबाद ❣️ मौत, मुझ को, कभी न आएगी! शे'र, मेरे, जो यार ज़िंदा है।। - संदीप गांधी "नेहाल"
@rohitsinghai29264 жыл бұрын
मनोज सर जी इतने महान लेखको से हमें सहज रूप से परिचय कराने के लिए बहुत बहुत आभार 🙏🙏
@HASHIM25424 жыл бұрын
Premchand ji kalam ke jadugar thein. The way he described the condition of villages, society and people's character via his words is just magnificent. Nirmala, Idgaah, Kafan, Mantra, Boodhi Kaki, Godan and many others
@neetumaurya45562 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी की कहानियां आपकी मुँह जबानी सुन कर ऐसा लगा मानो मैं उस हर छढ को जी रही हु ,मनो हम उस समय उपस्थित हो ,.👌
@anaghasalkar29373 жыл бұрын
भाई ये कहानी मैने पहले ही पढी थी आसुओं को रोक नही सकी थी l मुंशिजी का लेखन प्रत्यय कारी है l आपका कथन वाचन भी प्रभावी है ,जो हमारे साहित्य की बेजोड धरोहर को नई पिढी को जोड रहा है l एक हिंदी शिक्षक का आभार
@Tinku4104 жыл бұрын
"बड़े भाई साहब" मुंशी जी की बहुत अच्छी short story है।
@vipulkumartaviyad6164 жыл бұрын
Beautiful narration,with each and every emotion,along with required explanation.Munshi Premchand ji will live forever through his work.In 11th-12th we read his stories -"eidgah" ,"namak ka daroga".We also borrowed some novels from library-"godan","nirmala" etc from library and read it.The experience was always surreal.I request you sir please make these short stories/stories/novels immortal with you voice.People living in this generation need to be made aware about our so many legendary "साहित्यकार" like him. Again..Thank Manoj Sir for this experience ❤️❤️❤️❤️
@ManojMuntashirShukla4 жыл бұрын
Love you too ♥️♥️♥️
@MdAmjad-yb6rs3 жыл бұрын
Aur bhkt bhi 🥺🥺
@HimachaliYoungSoul2 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/fZWoloikaZiAq7c
@hridynashiawasthi36252 жыл бұрын
88v8v8v8
@Rajeshsingh-qd4ui2 жыл бұрын
ल
@preetigupta7974 жыл бұрын
Happy that Sir Muntashir revives golden but forgotten gems of literature! Time changes contexts but our hopes & despairs remain constant. Love the way he explains. Munshi Prem Chand never got his due.
@ael57542 жыл бұрын
बहुत प्यारी हैस्टोरी दिल को छू लेने वालीजज्बातों कोकैसे समझा जाएयह तो सिर्फ आपकी बातें ही सुन केपता चलता हैआपकी हर बात दिल को छू लेने वाली होती💖👍👌
@Jrf-13n Жыл бұрын
आपकी वाचन शैली 🙏अत्यधिक प्रेणनाश्रोत है गुरुदेव
@robertdrowny94504 жыл бұрын
जब मैंने पहली बार पढ़ा था तब आँखे भर आई थी । भारत के 70 प्रतिशत आबादी आज भी इन चीजों से गुजरती है।
@owner66063 жыл бұрын
Ha मेरी भी 😭😭😭
@akashdixit62434 жыл бұрын
We are lucky that we are in your era ♥️🙏🙇
@saniamofeez42324 жыл бұрын
kzbin.info/www/bejne/aojPkqyed79qfKs self written gazal,👆plz dekhye aur support krye 😊
@prabhatkumar57864 жыл бұрын
@@kavimanishmannan aauàaa
@sujitjayswal41354 жыл бұрын
\TV
@rajsingh__4774 жыл бұрын
सचमुच कलजयी है मुंशी प्रेमचंद जी🙏 की ये( कफ़न ) रचना।
@surajaat3 жыл бұрын
मनोज सर आज आपको मेरी एक बात माननी पड़ेगी आप कलम के कैप्टन हो सर। आप इन हिंदी काव्य रचनाओं का सभावर्थ व्याख्यान देते हों तो बहुत अच्छा लगता हैं। हमें गर्व कि वर्तमान समय में महाराणा प्रताप जैसे अमर योद्धा, मुंशी प्रेमचंद जी जैसे कलम के सिपाही, विक्रम बत्रा जैसे भारतभूमि के वीर सपूत, अटल बिहारी वाजपेई जैसे राजनेता, मीरा जैसे भयंकर प्रेमी, कलाम जैसे देशप्रेमी की आत्मा के रूप में अवध के नवाब हमारे प्यारे मनोज शुक्ला "मुंतशिर" हमारे बीच मौजूद हैं। भगवान् आपके दीर्घायु व स्वस्थ स्वास्थ्य प्रदान करें। जय श्री कृष्णा हरे कृष्णा ❤️
@ayushgurjar7173 жыл бұрын
15:27 Bohat hi umada 👌
@brijendrakumar84894 жыл бұрын
सारा शहर ही था उसके जनाज़े में शरीक, तन्हाइयों के खौफ़ से जो शख्स मर गया।
@Akash_Shukla04 жыл бұрын
सुशांत सिंह राजपूत सर की याद आ गयी ।
@Neeshu004 жыл бұрын
👌
@Mai_tere_kabil_hu4 жыл бұрын
❤️
@rajendrachopra41594 жыл бұрын
GOOD in capital letters.We are proud of such a great story by Premchand.
@amitsrivastava74244 жыл бұрын
Yathart kaljayi kahaniyan
@amanchaturvedi26104 жыл бұрын
आप अपनी मेहनत औऱ लगन के कारण ही इस मुकाम पर पहुंचे है। आपको ऐसे सुविधाजनक बैठे देखकर खुशी हुई। प्रणाम🙏
@SaurabhKumar-cy2qr4 жыл бұрын
इस कहानी को अपनी आवाज़ देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ! कभी पटना विश्वविद्यालय भी आएं! आपसे मिलकर हमें भी प्रेरणा मिलेगी !
@ManojMuntashirShukla4 жыл бұрын
ज़रूर
@shalumishra84722 жыл бұрын
Sir mai anxiety ka problem face kr rhi hu और एक बार फिर राहत के लिए मैं प्रेम चंद जी k उपन्यास पढ़ना शुरू किया और मुझे काफी राहत मिली
@viveksoni32 жыл бұрын
साहित्य, दर्शनशास्र, राजनीति विज्ञान और मनोविज्ञान जैसे विषयों से जुड़कर व पढ़कर बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। उतना ही गौरवान्वित भारतीय होने पर महसूस करता हूं ♥
@jasmaninspireseducation84044 жыл бұрын
Apka story sunane ka Expression hamare Dil ko chhu gaya Thank you sir
@artistic0planet4 жыл бұрын
Premchand ne emotions ko deeply explain kra hota hai ........and experience b ...
@santilatasahoo57554 жыл бұрын
I love to listen stories from childhood.... today i feel so much lucky to listen such heart touching story.
@JoginderSingh-ci1hy2 жыл бұрын
मनोज जी आप का बयान ऐ अंदाज कमाल का है, जो रौंगटे खड़े कर देता है, साक्षात्कार सरस्वती आप की जुबान पर विराजमान लगती है । आप को साधुवाद 🙏
@pradeepkumarsharma28792 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद्र जी की सभी उपन्यास या कहानियो में बहुत गहराइयां है । मनोज सर आपके कहानी बयां करने का अंदाज बड़ा ही निराला है ।।🙏🏻
@nishthagupta76603 жыл бұрын
I have never heard someone telling story in such a touching way! Lots of respect for Munshi Premchand ji for writing such a heartfelt story and Manoj ji who described us in such a way that it provoked another level of thoughtfulness in our heart.
@ravishankarmaurya91104 жыл бұрын
प्रणाम सर, प्रेमचंद जी का एक उपन्यास है 'अबोध बच्चे' कभी इस पर आपकी कोई प्रतिक्रिया हो। ❤️ से गुजारिश है।
@abhishekbansal933 жыл бұрын
You are absolutely incredible. I am grateful that people like you lives in India.
@narenbhargava94242 жыл бұрын
मैने यह कहानी कई बार पढ़ी लेकिन आप के द्वारा सुनाई गई कहानी का मयार अलग ही है, नरेशन बहुत ही बढ़िया
@देववाणीसंस्कृतम्3 жыл бұрын
आपके पढ़ने का अंदाज निराला है, प्रेमचंद जी की कहानी को इससे अच्छा पढ़ना, संभव नहीं.....
@SajidKhan-jg8bk4 жыл бұрын
Kafan,the great story!😢😢😢
@maltinegi9014 жыл бұрын
काफी बरस पहले पढी थी पर आपसे सुनकर और अच्छी लगी।अन्दांज बहुत अच्छा है आपका सुनाने का 😊 👌👏👏
@civicz14 жыл бұрын
Where the hell I was till now. I found this channel, randomly. Subscribed. You made me remember my Golden era. I was used to read the great Munshi Premchand' Novels. Godaan, Rangbhoomi, Push ki raat. Thank you.
@jaykholwadofficial66812 жыл бұрын
मनोज सर वास्तव में आपका कहने और समझाने का तरीका इतना प्रभावी है कि व्यक्ति का ध्यान अपनी ओर से थोड़े समय के लिए भी इधर-उधर नहीं भटकता और इंतजार रहता है कि अगली पंक्ति क्या बोलोगे। मां सरस्वती का आशीर्वाद आप पर हमेशा ऐसे ही बना रहे🙏🙏
@rajkumarmistry1243 жыл бұрын
आपका बहुत धन्यवाद जो कफ़न को याद दिला दी जिसने गरम आलू का स्वाद नहीं चखा वो येसा लिख ही नहीं सकते ,मैंने पूस की रात , ठाकुर का कुआ,सजीव चित्रण देखा है भाई ये कहानी आज भी प्रासंगिक है।आपकी प्रस्तुति सराहनीय।
@aayushi_86264 жыл бұрын
Sir plzz upload more premchand stories..❤️ I've no words how deeply I'm fascinated by your way of narration.. This is so relaxing that I forgot every problems, stress and chaos around. I'm 17 yrs old and I've never experienced such environment but still I can connect to this!!!
@kavisunilsharmaneelofficia95272 жыл бұрын
नमन प्रेमचंद जी,,,अप्रतिम कहानी और उसपर आपके मुख से सुनना अद्भुत
@madhavikrishnan76614 жыл бұрын
I have read this story a couple of times ,but the emotions brought out through your narration are word less.you made me spellbound 🙏
@champalalkhatod44392 жыл бұрын
वाह! मैंने यह कहानी बहुत बार पढी है , लेकिन आपका कहानी कहने का अंदाज बेहतरीन है।
@tharunputhran916210 ай бұрын
Your narration is way toooo good!! Mein usually ek story ko 2 ya 3 baar suntha hu just to understand it perfectly, mula (mudha) apki story telling se mujhe ek hi baar mein perfectly samajh aa gayi... Really good!! Keep up the good work..
@rupalikapoor31594 жыл бұрын
Premchand Stories mirror of society.His mansarovar short stories tremendous.
@ejazhafiz13884 жыл бұрын
Wow recreat story memories me I would love to watch again story of munshi premchand. Thanks bro You are great
@shairaf724 жыл бұрын
The way Premchand makes you see the society brings you realization that you are blind with good eyes. Or the world is like any coin that you can see only either face.. And he makes you see the another, the contrary one..
@Babu_BLR303 жыл бұрын
बहुत सुन्दर अनुवाद किया आपने परंतु इस कहानी में जाति व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण किरदार है जिसे आपने छिपाने की कोशिश करी है जो बहुत गलत है। आज भी इसी व्यवस्था के कारण अनगिनत लोग इन हालातो में जी रहे हैं।
@Be-Happy01_2 жыл бұрын
बेधड़क लहजा और अर्श के समान शायरी की सोचन शक्ति के राजकुमार, अमर श्री मुन्सी प्रेमचंद जी के चरणो में कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏
@manjularatan4984 жыл бұрын
Soooooo..... beautifully u have narrated this story once again I got tears in my eyes Iam writing here once again becoz I had read this story when I was doing my graduation and I remember when I finished this story I had been crying almost for 1 hour.when my mother asked me the reason of my crying I told her mummy this story made me cry and my second sentence was mummy this world is not good enough to live😊😊 and my mother said pagal ladki chal khana kha le😊 Thank u sir to narrate this story.सच और भी कई ग़म है ज़माने में इक मोहब्बत के सिवा.......stay blessed 🙏🙏
@ManojMuntashirShukla4 жыл бұрын
ढेर सारा प्यार। ♥️♥️♥️
@harshmishra64354 жыл бұрын
Ma'am ye story yhi khatam ho gya kya Ya iske aage bhi tha kuch??
@siddharthpalang88334 жыл бұрын
I sincerely appreciate. Your style of taking everyone with the story is too good. Time and again reminding the audience of the era in which the story is evolving and explaining the context in which it's said, virtually takes the audience in that era. It's like a good poet has written down a beautiful poem. Some body comes a few years later and gives it a beautiful Music, making it even better. My sincere appreciation. Regards Siddharth
@ManojMuntashirShukla4 жыл бұрын
Love you 💖
@Taraara25ty4 жыл бұрын
Oh my god l am crying in the last line so emotional 😞
@thesenseforum3 жыл бұрын
Mano ji aj prem ehand ji ki kahani. Barhpn. Me padhi thi aj sunkar bahut khush hu thank u
@Yittrix09 Жыл бұрын
प्रेम चंद को आज भी जीवित रखा है आपके इस प्रयास ने आपका हर एक प्रयास पल पल हमारा जीवन सुधारता हैं ❤❤❤❤❤
@drjyotimishra92824 жыл бұрын
Ur words mula reminds me my patients in opd..u r gem
@shubhamgupta-sl8rn4 жыл бұрын
अगर आज प्रेमचंद जी जीवित होते तो कई नारीवादी संगठन उन पर सैकड़ों केस लाद देते 🙏🙏🙏
@tvishta14 жыл бұрын
Its indeed a psychoanalysis of inter relationship between indolence and nihilism!!!!!! wow grt...!!!!
@sadhanadivate4032 жыл бұрын
Mene pehali bar CLG me pada tha kafan,bahot hi sundar tarikhe se varnar kiya he premchand ji ne.pastut bi bahot acha se hua he.dhanyawad jiske liye jine padne nahi hota o sun bhi sakte he.badhiya🙏
@archana_13art383 жыл бұрын
क़फ़न प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानी है और आपके अंदाज़ेबयां ने तो इसे जीवंतता दे दी।आपकी जितनी भी तारीफ़ की जाए कम होगी।आपकी लिखी शायरियाँ, संगीत कमाल के हैं,एक-एक शब्द दिल को छू जाता है।आप अद्भुत हैं ।😊😊