ॐ परम पुज्यनीय श्रद्धेय श्री सद्गुरु देव भगवान जी के पावन श्री चरणों में सादर कोटि - कोटि नमन स्वीकार हो
@savitauppal67963 ай бұрын
जय गुरूदेव ❤
@ritachauhan29483 ай бұрын
Satgurudev bhagwan ki jai 🙏🙏🙏
@Drlalaram94703 ай бұрын
PRANAM GURU dev
@arvindtiwari53653 ай бұрын
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@shivkumaripandey41573 ай бұрын
❤️🙏
@Rajni-s4j3 ай бұрын
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@meerashukla98373 ай бұрын
गुरु जी प्रणाम।🙏😊
@omrajhembrom88063 ай бұрын
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@krishanrana54813 ай бұрын
स्वामी जी प्रणाम कबीर,जी ने क्यों कहा स्वामी जी कबीर,नौमण सूत उलझिज्ञया ऋषि रहे झख मार पूर्ण सतगुरू सुलझा दिया उलझे न दूजी बार क्या आप जी पूरे गुरू हैं। कबीर जी ने कहा वह होता है पूर्ण गुरू जिसे पूर्ण ब्रह्म परमेश्वर ने अधिकार दे रखा हो तो क्या आप जी व आप जी के गुरू गंदी यहां से शुरु हुई पूर्ण ब्रह्म परमेश्वर कबीर जी ने अधिकार दिया है यदि नहीं तो विचार कीजिए। क्यों कथा वाचक तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की शरण में आकर गुरू दीक्षित लेकर भक्ति कर रहै बस विचार करें। वेदो मे प्रमाण है ,कबीर साहब भगवान है ।जी। चैक करै पवित्र वेदो मे पांचवे वेद में जो कि ,कवीर सागर है ,परमेशवर कवीर जी के मुखकमल से निकली बाणी है ।पढिए ,परखिए व जांच कर देखे ,जीवन का रंग ढंग ही बदल जाए गा । पूरण ब्रहम परमेशवर या कहे ततबदरशी संत रामपाल भगवान जी पर विशवास करके तो देखिए। सरस़ों आपके हाथों पर उगे गी ,मालिक दयालू है पर विशवास तो करके देखिओ जी।