Bahut ,chinta ,pachhtawa ,jab soo jaau to sab khatam ,jagne per fir wahi dokh ghabrahat ,shuru
@satyatrueiman39189 ай бұрын
अंधा होय संसार यह, खाय झूठ संग हानि! सत्य की दृष्टि ...सत्य की सृष्टि..सत्य के इन दो नैनो से है दिखती! सत्य देने आयें मानव को, वह अद्धभुत दृष्टि, सत्य ज्ञान! जिनसे दिखने लग जायेगा, झूँठा है शब्दों का ज्ञान!
@vaibhavdeshmukh1689 ай бұрын
Namo bhudhay
@prashadsawant2079 ай бұрын
Good morning thankyou 🤗🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
@maheshshindal3989 ай бұрын
Bahut sunder tarike se samjaya
@seemabajaj76129 ай бұрын
Thanks a lot for this deep knowledge and clarity
@prashadsawant2079 ай бұрын
Jai shree radhe Krishna 🙏🙏🙏🌹🌹
@NarendraKumar-cu9zl9 ай бұрын
🎉
@jpseva2 ай бұрын
Per ,ye sab ahankaar hi to hai ,Jo sab kuchh apne uper le leta hai.
@mahendrachhatbar2 ай бұрын
Manta kon hai....manyta kis me peda hoti hai
@SunnySharma-qo4xz9 ай бұрын
Nice Shiv bohut Sundar Kaha
@PintuKhatua-ej1os7 ай бұрын
चेतना केसे बोदले इसका पोकरिया किया है साक्षी केसे बाने
@SwayamSeSatyaTak6 ай бұрын
दृष्टा, साक्षी, होश और सजगता पर वीडियो हैं उनको सुनिए
@rakeshchaurasiya4417 ай бұрын
एक को बोध है. सही. गलत का.. आप के कहने के मुताबित दोनों के दूसरे से भाग नहीं सकते.. जिसको बोध है वो सुधार नहीं सकता.. जो अबोध है वो सुधर नहीं सकता.. दोनों मे एक जीच कॉमन है... आदत.. किसी चीज की आदत उसकी अच्छी है.. किसी चीज की आदत मेरी.. आदत मे भी अच्छा बुरा.. सही. गलत. दोनों ही अपनी आदतों को सुधार कहा पाते है.. आदतों का ही अंजाम दोनों भोग रहे है.. दोनों अपनी आदते बदल ले तो शायद दोनों एक हो जाया.. लेकिन अपनी गलती मानता कौन है.. दोनों अपने अपने तरीके से इतिहास बताते है.. जब की इतिहास एक ही है.. जिसकी जैसी समझ.. तब भी खून खराबा.. अब भी... शांति कहा.. सुधारो.. सुधारो.. समझो. समझाओ.. कामचोरी से बचो.. उदार बनो... देने मे... उदहारण देने के बजाय
@nishantsharma17339 ай бұрын
Matter is primary reality whereas consciousness is secondary or dependent reality this is fact.
@AryaTechz9 ай бұрын
क्या स्वयं और सत्य अलग अलग हैं ? क्योंकि ये दो शब्द भी द्वैत उत्पन करते हैं।
@Spritualreality9 ай бұрын
ज़ब हम कोई काम करते हैं तब हमारे मन मे ज्यादा विचार आते हैं, विचार चलते रहते हैं, और काम भी करते रहते हैं... लेकिन पता चल रहा होता हैं कि मन कहीं जा रहा हैं, विचार चल रहे हैं... पूरा discussion चलता हैं फिर तो.
@saurabhgupta97899 ай бұрын
Agr hum apna man par sahi kam kare to duniya me koi dukhi ni kr sakta koi paida hi ni hua jo hame dukhi kr paye hum khud hote h
@manojvarma25759 ай бұрын
Hariom Tatsat namah Shivay
@rahulparamanik58919 ай бұрын
To Chetna prakriti per nirbhar hai to jab ham prakriti ko Sakshi bhav se dekhunga to main atma mein sthit per is sharir ke marne ke bad vah atma ya Chetna ko kya hoga
@shivshambhuyadav23499 ай бұрын
आपको पहले साक्षी भाव में उतरना जरूर चहिए, फिर सारी कहानी आगे की ख़ुद ही जानने लग जायेंगे
@rahulparamanik58919 ай бұрын
Reply to do please
@satyatrueiman39189 ай бұрын
चेतन, अवचेतन रूपी वह ईश्वर अर्थात हम सभी मानव के मुख से निकल रहा स्वर ही ई-श्वर है, जिसे आंख विहीन मानव समाज मुंह और कान से संचालित हो दुःख, मौत की राह चल पड़ा! सत्य ही संसार में ईश्वर है, धर्म भी सत्य के ही आश्रित है। सत्य ही हर आरंभ और अंत का मूल है। इस जगत में सत्य से बढ़कर और कुछ नहीं है। सत्यम शिवम सुंदरम सत्य आँख का विषय है ! शब्द मुँह कान का विषय है! (सत्यमेव जयते)...सत्य आगे कैसे? जगत पसारा सत्य का, सत्य जगत के मूल। सत्य बिना इस जग महा, लगत न फल और फूल।। kzbin.info/www/bejne/joDKnJmjrrVofKssi=BkGI9ncZIajtaXHO
@DeepakMittal-g4v28 күн бұрын
Ye que hona chahiye bachche k janm k baad .. na ki .. ye uncle .. ole le le .. iss tarah se kar k dekho chitt ki vrittiyon ka avlokan ... Socho agar ye jaan liya hota tab bhi aur yogi hote bhogi ki jagah tab kya hota
@WonderNight215269 ай бұрын
Arey bhai kuch islam, gajhwa hind ke baarey mai bolo...jihadi dheerey dheerey systomatic tarikey se har jagah ( buisness ,occupations,women,living space,ghar sab jagah kabja kartey jaa rahey hain..ek baar islam fateh ho gaya to ye saari meditation ass mai ghus jaayega.