धन्यवाद सर 🙏इतनी अद्भुत जानकारी जन जन तक पहुंचाने के लिए 🙏 आपका यह प्रयास सराहनीय है🙏 जहाँ आज लोग अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं, वहीं आप जैसे महान व्यक्तित्व भी हैं. जो सदैव हमारी उत्तराखण्ड की संस्कृति को बचाने के प्रयास में लगे हैं.| धन्य हैं आप🙏 भगवान बद्री विशाल की कृपा सदैव आप पर बनी रहे🎉🙏🙏
@premschaudhari27734 ай бұрын
Thank you
@birendra27008 ай бұрын
❤nice
@premschaudhari27738 ай бұрын
Thank u 🙏
@NandaDhamVlogger5 ай бұрын
Jai mata nanda devi ji
@premschaudhari27735 ай бұрын
Jai ho devi nanda
@HIMANSHU-l9j5 ай бұрын
❤❤
@premschaudhari27735 ай бұрын
Thank u 🙏
@ArunSingh-s3c8 ай бұрын
Nice 👍
@premschaudhari27738 ай бұрын
Thank u 🙏
@dhanibartwal71636 ай бұрын
Sundar
@premschaudhari27736 ай бұрын
Thank u 🌹
@AaJj-f2p8 ай бұрын
धन्य हैं आप
@premschaudhari27738 ай бұрын
Thank u 🙏
@Maheshwaridevi16738 ай бұрын
Jai nanda
@premschaudhari27738 ай бұрын
Jai ho
@purshottampurohit55124 ай бұрын
आब सयद नंदा राजजात कुरुद से प्रारम्भ होगी सयद
@premschaudhari27734 ай бұрын
जी कुरुड से आज भी होती है इसका जिक्र बहुत कम करते लोग मैने तभी इसके पूरे पडाव बताए चैनल सब्सक्राइब और शेयर कीजिएगा सर
@deerendrabhandari236010 күн бұрын
🙏🏻🌹💐 jay maa nanda
@premschaudhari27739 күн бұрын
Thank you so much
@SatendraKumar-ou4vd3 ай бұрын
❤❤❤ super
@premschaudhari27733 ай бұрын
Thank you
@rajeevkhati77364 ай бұрын
Jai nanda
@premschaudhari27734 ай бұрын
Jai ho
@RakeshChandraTripathi-k3q10 күн бұрын
❤❤❤❤
@premschaudhari277310 күн бұрын
Thank you
@kameshwari9106 ай бұрын
❤
@premschaudhari27735 ай бұрын
Thank u 🌹
@SamikshaNegi-q3g2 ай бұрын
Nmskr ji
@premschaudhari27732 ай бұрын
Namaste
@dineshkotiyal36723 ай бұрын
जय माँ नन्दा! आपके उत्कृष्ट वीडियो के लिए हार्दिक धन्यवाद। मैं यह साझा करना चाहता हूँ कि कोटी गाँव माँ नन्दा देवी राज जात यात्रा में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब यात्रा काशुवा गाँव की सीमा पर पहुँचती है, जहाँ महादेव का मंदिर स्थित है और जिसे महादेव घाट कहा जाता है, तब राज छंतोली को नौटी से कोटी के Dyundi ब्राह्मणों के पास सौंपा जाता है। इसके बाद, कोटी के Dyundi ब्राह्मण इस राज छंतोली को लेकर यात्रा को आगे बढ़ाते हैं, और कोटी के कोटियाल इस महत्वपूर्ण दायित्व में उनके साथ होते हैं। वे राज छंतोली को होम कुंड / कैलाश तक लेकर जाते हैं। हालाँकि, यह देखा गया है कि कोटी के कोटियाल, जो इस पवित्र यात्रा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, उनका कहीं उल्लेख नहीं होता। यह तथ्य अक्सर अनदेखा किया जाता है, लेकिन यात्रा के इस अहम हिस्से का महत्व गहरा और अभूतपूर्व है। कोटी गांव का माँ नन्दा देवी मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह मंदिर 33 आसपास के गांवों द्वारा पूजा जाता है और विशेष रूप से राज जात यात्रा के दौरान, यह गाँव एक मिनी कुम्भ का रूप ले लेता है, जो इसके गहरे धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है। कोटी यात्रा का पाँचवाँ पड़ाव है। सेम से कोटी जाने के लिए धारकोट तक थोड़ी चढ़ाई है, इसके बाद यात्रा धारकोट, घांड़ियाल, और सिमटौली गांवों में पूजा करके सितोलिधार पहुँचती है। यहाँ पर भगवती से कोटिश प्रार्थना की जाती है, यही कारण है कि धार के दूसरी तरफ के गांव का नाम कोटी पड़ा। यात्रा फिर कोटी के नन्दा देवी मंदिर और मैती पहुँचती है, जहाँ विशेष पूजा होती है। यहीं पर खंडूडा, रतूडा, चूलाकोट, थापली और बगोली के लाटू यात्रा में शामिल होते हैं। रात को मंदिर में जागरण का आयोजन होता है। यहाँ प्राचीन काले पत्थर की सुंदर मूर्ति हैं, जिनमें से माँ नन्दा देवी की आठ भुजा वाली अष्टभुजा धारणी मूर्ति प्रतिष्ठित है, जिसमें माँ नन्दा शक्ति रूप में विराजमान हैं, जिससे इस मंदिर को नन्दा देवी का शक्तिपीठ मंदिर माना जाता है। इस गाँव में लाटू और जीतू बगड़वाल के मंदिर भी हैं, जो गाँव की आध्यात्मिक महिमा को और बढ़ाते हैं। कोटी गांव के एक और महत्वपूर्ण पहलू के रूप में परिजात मंडार वृक्ष मौजूद है। कहा जाता है कि जब नन्दा देवी राजजात यात्रा इस पवित्र वृक्ष के पास पहुँचती है, तो इसके जड़ों से दूध निकलने लगता है, जिससे यह प्रतीत होता है कि माँ नन्दा अपनी तृप्ति को शांत करती हैं। मैं आशा करता हूँ कि यह अतिरिक्त जानकारी कोटी गाँव की पवित्र भूमिका को नन्दा देवी राज जात यात्रा में और अधिक महत्वपूर्ण बनाएगी और इसके गहरे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करेगी। 2014 में माँ नन्दा देवी की अपार कृपा से मुझे और मेरे भाइयों को 280 किमी की पवित्र राज जात यात्रा पूरी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कोटी गाँव के सम्मानित ग्रामीणों के साथ मिलकर भंडारा और जागरण का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 20,000 श्रद्धालुओं की सेवा करने का अवसर मिला। पूरे मार्ग में, हम स्वयंसेवकों के रूप में छंतोलियों को होम कुंड तक पहुँचाने में सहायता कर पाए। यह अनुभव हमारे लिए अत्यंत भावुक और विनम्र करने वाला था, और माँ नन्दा देवी की शक्ति और आशीर्वाद के प्रति हमारी कृतज्ञता असीम है। माँ की कृपा से हम 2026 की यात्रा की भी तैयारी कर रहे हैं, और माँ के आशीर्वाद से एक बार फिर कोटी गाँव में भंडारा और जागरण का आयोजन होगा, जैसे 2014 में हुआ था। जय माँ नन्दा!
@premschaudhari27733 ай бұрын
Ap ke knowledge or usse share karne ki mansa ko naman pranam Rajjat se related kai paglu ko mujhe chhodna pada Ap samajh sakte Rajjat ko 10m me,kaise baya kare brother Ap jaise kuchh logo ki avashyakta rahegi brother or ise or parmanikta ke sath duniyaa ke saamne liya jay Ap se kaphi jankari haasil hui Smparg me rahna brother Ho ske to mobile no send kar do Channel subscribe or Share krna Sbhi videos pr ap ke comment ki prtixa rahegi Prem chaudhari Pokhari nagnath Chamoli uttarakhand