कितना सहज कितना मार्मिक क्या अब भी ऐसा समाज अभी हैं. बहुत अच्छी कविता.
@AshishShrivastava-hg1hp8 ай бұрын
सुंदर🎉
@sanjayjaiswal22488 ай бұрын
बहुत प्रभावी प्रस्तुति
@s.nkumar14325 ай бұрын
जितनी अच्छी कविता है उतने ही अच्छे साज सजावट और सुर है। बस चितकबरी गय्या के जगह ललकी गय्या का फोटो आ गया है। अच्छी कविता और म्यूजिक के लिए हृदय से बधाई।
@ashokmahato62177 ай бұрын
Aur janhaa saanjh ko siyaar hunwaa hunwaa ,,,,,,,,,,,,,