कबीर साहेब की वाणी सुनने के लिए हमारे चैनल को ससकराईब करे
@RajKumar-fh2oo4 жыл бұрын
@@ramnathjibhajansagar8796 v
@subhashvarma49343 жыл бұрын
Jai ho santa gi
@sureshkumarmali745211 ай бұрын
राधास्वामी जी
@kailashmeena45513 жыл бұрын
Jay ho santa apke
@GopibarorGopibaror9 күн бұрын
Jay ho gurudev
@worldcricket50674 жыл бұрын
New bajan 👏👏👏👏👏👏
@RajVerma944 жыл бұрын
Ram ji maharaj
@rjmshdstudio96794 жыл бұрын
Ram ji maharaj
@ramsing85334 жыл бұрын
सत्य ही परमात्मा है... क्या झूंठ परमात्मा हो सकता है??कभी नहीं। सत्य हमेशा सत्य ही रहता है अर्थात् समय के प्रभाव से बदलता नहीं हमेशा ऐकसा ही रहता है इस संसार में है कोई वस्तू या रचना (सजीव, निर्जीव, कल्पना, भावना, विचार) जो बदले नहीं???? इसीलिए संसार सौ प्रतीशत झूंठ ही है इसकी रचना (शरीर व मन) सिर्फ झूंठ का ही अनुभव करपाती है सत्य का अनुभव नहीं। असत्य मिटे तो सत्य ही शेष रहता है कहा है__ मैं (झूंठ) था तब हरि (सत्य) नहीं अब हरि(सत्य) है मैं (असत्य) नाही।
@virendrababitamalinda31814 жыл бұрын
Very very nice. Babagee purnaram gee.
@s.p.82614 жыл бұрын
Very nice
@girdharichhayan68483 жыл бұрын
Bahut asha ji
@vikram_Poonar8 ай бұрын
अमर हो जाओ दादा मैं विक्रम मेघवाल बाड़मेर से
@dalvirchopra33183 жыл бұрын
Radhaswam.ji
@darshandsk40616 ай бұрын
❤❤❤❤❤❤
@hajaribarkosh42063 жыл бұрын
धन धन प्रेम गुरू "🌹
@rathodlakhmanji78993 жыл бұрын
જયગૂરૂમા હરાજ રાઠોડનામૂડેઠાથી
@satsahibji77454 жыл бұрын
Sat guru ram pal ji maharaj ki jay ho
@balbantkumar3283 жыл бұрын
Ram ram ji
@dedaramchaliyadedaramchali78993 жыл бұрын
नाईस
@rjmshdstudio96793 жыл бұрын
पूर्णराम जी मेहरडा ।। ब्रिम भेद बिरळा लेव ।। Puranram ji mherda,बन्नानाथ जी महाराज की वाणी
@rajeshkanwalia67114 жыл бұрын
I want more bhajan of puranram ji
@ramkhalsha20662 жыл бұрын
Il
@rajnathoghad29293 жыл бұрын
jay gurumaharaj
@leeladharbhatiwal59404 жыл бұрын
Jai ho nath ji
@amanlidiya27333 жыл бұрын
🙏👍
@satsangbhajan19234 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@basuraram18382 жыл бұрын
Bsuraram
@ashokpariharuday49123 жыл бұрын
सादर निवण
@bhanwarbole23833 жыл бұрын
Baba ji bhari
@devilalingenior84933 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@rajeshkumarkarwasra11724 жыл бұрын
Sat sheab
@rjmshdstudio96794 жыл бұрын
सत साहेब जी
@sonudominick7064 жыл бұрын
Waah guru ji 🙏🏻🙏🏻
@AnmolPanwar-xo2rk Жыл бұрын
SW
@jayreshu14944 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@जागृतसमाधि3 жыл бұрын
Ram
@hetramnayak30954 жыл бұрын
बहुत सुंदर बाणी
@rjmshdstudio96794 жыл бұрын
धन्यवाद जी
@pardeepka99713 жыл бұрын
बहुत सुंदर है वाणी
@kelashchandrmeena73033 жыл бұрын
Mukesh
@mangilal14353 жыл бұрын
मागीलाल
@jugalbhati91713 жыл бұрын
Vah gurug
@kaludangimavli87943 жыл бұрын
🙏🙏💥💥💪🚩🕊️🕊️
@mukeshghoyal61903 жыл бұрын
Nice
@FunnyVideos-nk1og3 жыл бұрын
Atul Verma
@rjmshdstudio96793 жыл бұрын
बहुत ही मीठी आवाज मे शानदार भजन पूर्णराम जी मेहरडा kzbin.info/www/bejne/gqO3YWCObpp8naM चैनल को ससकराईब करे व पूर्णराम जी मेहरडा चुनावढ कोठी के नये नये भजन सुने धन्यवाद
@pawankumarpawan59114 жыл бұрын
ram ram ji
@hanumanmeghwal14493 жыл бұрын
सतसंग की वाणी नियमों के हिसाब से पुरी एक रात की चेनल पर डालने की कृपा करें जी
@shyamfatehgarh12494 жыл бұрын
सतगुरु के लक्षण कहूँ मधुरे वेन विनोद चार वैद षट शास्त्र वो कह अठारह बोध
@veterinary28154 жыл бұрын
Badiya
@ramsing85334 жыл бұрын
ईस संसार मे जोभी गुरु(गोड मैसेंजर)बने हुये हैं सब परमात्मा की आङ मे खुद कोही चमकाते हैं चेलों की कमाई पर संसार के सुख भोगते हैं और ब्रैन वाश करके चेलों को ताजीवन गुलाम बनाकर उनपर राज करते हैं।क्या कल्याण होगा मन घङंत ग्रंथ शास्त्रों की कहानी और चुटकुले सुनकर ?? परम गुरु तो परमात्मा(नि:शब्द) ही है वह बिमारी का ज्ञान नहीं देता सम्मुख होते ही बिमारी को जङ से समाप्त कर देता है... परमात्मा का कोई ज्ञान नहीं होता जिसे लेकर दुकान चलायी जा सके .. ज्ञान नहीं वह तो समाधान है जो बिना किसी भी तरह के भेद भाव के मनुष्य ही नहीं समस्त चराचर के शुन्य ,तत्त्व ,अतत्व,सजीव निर्जीव पिंड ब्रह्मंड जोभी उसकी शरण मे आजाये उसे निरबन्ध करके प्रकर्ति के माया जाल से मुक्त कर देते हैं। शरीर व मन से अनुभव में आनेवाले सब शुन्य से उत्पन्न होकर शुन्य में ही समाजाते हैं। सजीव या निर्जीव --जीव अवस्था ही है जो ऐक दूसरे पर आधारित हैं अर्थात सब परजीवी।आत्मनिर्भर कोई नहीं।जीव अवस्था द्वैत तथा अद्वैत वाली होती है पर आत्मिक अवस्था द्वैत अद्वैत से पार की अवस्था है। समरस,भेदभाव रहित, अजर,अमर,अखन्ड, अविनाशी, अजन्मा, विदेही, सर्व व्यापक, सर्व समर्थ,अकर्ता, सबका आधार सर्जन विसर्जन से परे,निर्लिप्त, निर्मोही अवस्था है। *नि: शब्द* ही ऐसा हैअन्य कोई नहीं। सावधान परमात्मा स्वयं परम गुरु है उसके लिए किसी मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार को गुरु बना वो गे तो जबरदस्त धोका खाओगे। जितना जल्दी हो सके मन से इस तरह के गुरूवों को त्याग दें इसी में आपका कल्याण है नहीं तो गुरु महिमा पढा पढा कर जीवन का अमुल्य समय बर्बाद करके परमात्मा से बहुत दूर कर देंगे वस्तव मे नि:शब्द ,आत्मा, परमात्मा भगवान,गोड,वाहे गुरु, ईश्वर,अल्हा,व्याकरण के शब्द हैं यह मन को समझाने के लिए उस परम सत्य को बताने के ईसारे मात्र ही हैं।सत्य को तो बताया जा ही नहीं सकतावह मन बुद्धि के लिये अलख है और मन की औकात नहीं उसको अपने प्रयत्न से जान सके पर *नि:शब्द*अन्य समस्त ईसारों से ज्यादा सत्य को अच्छी तरह दर्शाता है क्योंकि परमात्मा कम्पलीट साईलेंस (पूर्ण शान्त) अवस्था है जिसे कोई भी परिस्थिति विचलित नहीं कर सके परम शांत अचल,अविचल,स्थित-प्रज्ञ,भावातीत और जो समष्टि का आधार है,समरस,भेदभाव रहित,सर्वव्यापक, अजर,अमर,अखन्ड, अविनाशी, अजन्मा, विदेही, सर्व व्यापक, सर्व समर्थ,अकर्ता, सर्जन विसर्जन से परे,निर्लिप्त, निर्मोही अवस्था है।ऐसी अवस्था नि:शब्द के अतिरिक्त क्या हो सकती है???? अन्य कुछ भी हो ही नहीं सकती। जितने भी पंथ, धर्म, ग्रंथ किताबें हैं यह मनुष्य क्रत हैं इनमें कभी भी आपको पूर्ण सत्य नहीं मिलेगा। पूर्ण सत्य का अनुभव मन के पार ही होता है। इस प्रथ्वी पर सबसे निक्रष्ट प्राणी मनुष्य ही है जिसने अपने स्वार्थ के लिए हवा, पानी,जमीन को प्रदूषित करदी उसकी क्रतियों पर विश्वास करते हो भयंकर धोका खावोगे अब भी चेत जावो। *नि: शब्द*आत्मा, परमात्मा ऐक ही हैै इसके अतिरिक्त कोई सत्य नहीं।
@leeladharbhatiwal59404 жыл бұрын
Aap ho Kon aapne Kya kisi ka theka le rkha h
@leeladharbhatiwal59404 жыл бұрын
Ni sabd Kya h
@ramsing85334 жыл бұрын
@@leeladharbhatiwal5940 *ठग बाबाओ..नकली ओर बनाये हुये गुरूओं...गोड मेसेन्जरों ....से लुटे जीव* सात लाख रूपये दीजिये तो *राधे माँ* ( जसबिंदर कौर) आपको गोद में बैठाकर आशीर्वाद देंगी और पन्द्रह लाख रूपये दीजिये तो आप उस *धूर्त ठग राधे माँ* को किसी फाइव स्टार होटल में डिनर के साथ आशीर्वाद ले सकते हैं ! तब भी अंधविश्वासी लोग उसे देवी ही मानते हैं l *निर्मल बाबा* है जो लाल चटनी और हरी चटनी में भगवान की कृपा दे रहा है ! रात दिन पूज रहा है। *रामपाल* भक्त हैं जो कबीर को पूर्ण परब्रह्म परमात्मा मानते हैं ! ओर अपने नहाए हुए पानी को अपने भक्तों को पिला कर कृतार्थ करता है। *ब्रह्मकुमारीमत* वाले हैं जो दादा लेखराज के वचनों को सच्ची गीता बताते हैं और परमात्मा को बिन्दुरुप बताते हैं ! इन्होंने भगवद गीता भी फेल कर दी। *राधास्वामी* वाले अपने गुरु को ही मालिक परमेश्वर भगवान ईश्वर मानते हैं । वो साक्षात ईश्वर का अवतार है *निरंकारी* है जिनका उद्धार करने वाला बाबा ही कई करोड़ की गाड़ी में ,350 की स्पीड पर भयंकर दुर्घटना में गया औरों के तो पता नही , अपना मिलन परमात्मा से करवा लेता है।पर लोग बाबा की जय बोलने से नही थकते। *कुछ चाँद मियाँ ऊर्फ (साई बाबा) को भगवान बनाने पर तुले हैंl ये चाँद मियाँ अपने आप को साई बाबा बताता है। *आसाराम*, *दाती बाबा, *राम रहीम*, के भक्त तो और भी महान है सब पोल खुल जाने पर भी सड़को पर भक्त बनकर इनको को ईश्वर मान रात दिन उसके गुण गाते है। जिसने अपनी दुकान ज्यादा सजायी वो ही उतना बड़ा परमेश्वर हो गया। बाबा लोगों को किसी भगवान पर विश्वास नहीं होता.. बाबा जी Z+ सिक्योरिटी में बैठकर कहते हैं कि," जीवन-मरण ऊपर वाले के हाथ में है " अंधभक्त श्रद्धा से सुनते हैं, पर सोचते नहीं हैं.... 👉 बाबा जी हवाई जह़ाज में उड़ते हैं । सोने से लदे होते हैं । दौलत के ढेर पर बैठकर बोलते हैं कि," मोह-माया मिथ्या है, ये सब त्याग दो ". लेकिन उत्तराधिकारी अपने बेटे या अपने अंधभक्त को ही बनायेंगे.. अंधभक्त श्रद्धा से सुनते हैं, पर सोचते नहीं हैं..... 👉 भक्तों को लगता है कि उनके सारे मसले बाबा जी हल करते हैं, लेकिन जब बाबा जी मसलों में फंसते हैं, तब बाबा जी बड़े वकीलों की मदद लेते हैं.. अंधभक्त बाबा जी के लिये दुखी होते हैं, लेकिन सोचते नहीं है.... जिसके शरीर में सत्तर रोग है और जो जन्मता और मरता है उसे गुरु भगवान कहते हैं वाहरी दुनिया। परमात्मा के अतिरिक्त सब नकली गुरु जो आपका आर्थिक, मानसिक तथा शारीरिक शोषण ही करेंगे इनके चक्कर में जो आये परमात्मा से दूर हो कर भवसागर में ही भटकता फिरे। *नि: शब्द*आत्मा, परमात्मा,परम गुरु ऐक ही है।
@ramsing85334 жыл бұрын
@@leeladharbhatiwal5940 संसार का असत्य तो असत्य है ही सत्य भी पूर्ण सत्य नहीं जैसे--- वर्तमान मे रामलाल साहुकार है सत्य है पर ऐक हजार वर्ष बाद कौन रामलाल और कौन श्यामलाल खोज ही नहीं मिलेगा सारे चिंन्ह समाप्त हो जायेंगे अर्थात वह संसार का सत्य मर गया। सत्य कभी मरता नहीं वह हमेशा से है हमेशा से था और हमेशा रहेगा अर्थात सत्य कालातीत है। धुनात्मक हो या वर्णात्मक सब शब्द मरते हैं और जन्म ते हैं कुछ शब्दों की उम्र अरबों-खरबों बर्शों की होती है पर वह भी मरते हैं सिर्फ नि: शब्द ही है जो न जन्मता और न ही मरता पर सबका आधार निर्लिप्त,विदेही,समरस, भेदभाव रहित सबका आधार,परम अकर्ता उसका अनुभव बिना उसकी क्रपा के शरीर और मन अपनी क्षमता से कर ही नहीं सकते अनुभव होते ही मैं समाप्त सिर्फ हरि ही हरि शेष। *नि:शब्द*आत्मा, परमात्मा ही सत्य है।
@leeladharbhatiwal59404 жыл бұрын
@@ramsing8533 ni sabd Kya h
@pawankumarpawan59114 жыл бұрын
nice
@rjmshdstudio96794 жыл бұрын
धन्यवाद सत साहेब जी
@LalchandSokhal7 ай бұрын
मलमल
@rewatmeghwal76333 жыл бұрын
Advertise ki vajah se bhajano ka nash ho gya
@rajuram99899 ай бұрын
💞💞💞💞💞💞💞💞❤️💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞
@JagdishPrasad-ke7pb3 жыл бұрын
P
@VishalSoni-fu8ef5 ай бұрын
19:47
@bhhopsingh8713 жыл бұрын
ok
@RichhpalKataria2 ай бұрын
Ub Gurudev nahi Rahe
@jasveermaharajlamana Жыл бұрын
ऐसी गुरुदेव को कोटि-कोटि धन्यवाद मैं ग्राम लामाना जिला अजमेर यह गुरुदेव है या नहीं है इसका वापिस मैसेज भेजना
@manglaram605710 ай бұрын
2साल हो गये शरीर छोड़े
@LalchandSokhal7 ай бұрын
Hello sir I am in office today and tomorrow I will be able to join the meeting and tomorrow morning and tomorrow morning and tomorrow morning and tomorrow morning and tomorrow morning and tomorrow