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इस्तेमाल के बाद हम बहुत सारी चीजों को फेंक देते हैं. वे आखिर में डपिंग ग्राउंड में जलाई जाती है. इससे पर्यावरण को नुकसान होता है. लेकिन अगर हम प्रकृति से सीखें तो कचरे के इस ढेर से बहुत हद तक मुक्ति पा सकते हैं क्योंकि प्रकृति में कोई चीज बेकार नहीं जाती. यानी पुरानी चीजें फेंकी ना जाएं, बल्कि नई चीजों के लिए कच्चा माल बनें. कुछ लोग इसे सर्कुलर इकोनोमी कहते हैं. #DWHindi #Manthan #DWExplainers
सर्कुलर इकोनोमी पर ज्यादा जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: • ये सर्कुलर इकोनॉमी क्य...
Many of the items we no longer need end up being burned at trash sites. The environmental costs are significant. An alternative would be to design products to be reused or converted back into raw materials.
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