बिल्कुल सही कहा आपने, संघी विचारधारा के लोग जज बनाये जा रहे हैं । प्रशांत भूषण साहब सच्चे देशभक्त हैं ।
@anilsinghal23128 сағат бұрын
भाजपा की सरकार में किस विचार धारा के लोगों को जज बनना चाहिए?
@Singh-hs7lz6 сағат бұрын
पहले बाबर के औलाद थे... अब संघियों की बारी 😜😜😜🤨🤨🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@jayprakashnarkar90126 сағат бұрын
हायकोर्ट-सुप्रीमकोर्ट के रिटायर्ड और अभी हालमे पर है,इनके रिश्तेदारोंको जजकी अपायंटमेंंट न करनेका फैसला लिया है एकदम न्यायका है.उसका अमंल क्या हो जायेगा?
@theophilusdsilva853110 сағат бұрын
Thanks Mr. Anand Vardhan singh for clarifying the situation in Manipur, Omar Khalid and EVM cases
@beersingh340110 сағат бұрын
Excellent ap Dono ko So Tobo Salame you are Absolutely Correct indian Democracy Hijecked by RRS Bhart Jalavo party Bhagavo Loktenter Bachavo jai bhem
@laljilal8118 сағат бұрын
बहुत ही सही बात करनेवाले एक न्यायप्रिय वकील को सुनने का मौका मिला।वर्धन जी को धन्यवाद ❤😊
@VipinPandeyJagatguru9 сағат бұрын
आप सबको आज समझ आया और मैं कई सालों से बोल रहा हूँ। विपक्ष, पत्रकारों और प्रशासन की अल्पज्ञता व सक्रियताहीनता में देश संघियों का गुलाम होने जा रहा है।
@jhakku14018 сағат бұрын
👍👍👍🙏
@rptech15618 сағат бұрын
Nakli pandey ho ......bhimte gulaam ho kya fir
@ishwarlalmalviya31147 сағат бұрын
आप ठीक समझे पांडे जी,
@Abdv19814 сағат бұрын
पांडे जी पिछड़ों दलितों के सच्चे हितैषी है।
@theophilusdsilva853110 сағат бұрын
All Secular democratic minded Lawyers should protest and boycott these judges by refusing to accept their Judgments.
@anilsinghal23128 сағат бұрын
इनके द्वारा जजमेंट अस्वीकार करने से होगा क्या? इन लोगों के साथ तो देश की जनता भी नहीं है। यदि जनता साथ होती तो ये किसी सीट से चुनाव लड़ कर देख सकते हैं, जनता इनकी जमानत ही जब्त करा देगी।
@dharmsinghgodara8629 сағат бұрын
संपूर्ण व्यवस्था पतन के गर्त में है तो न्यायपालिका कैसे बच सकती है.हम दुसरों से आशा करते हैं कि सब ठीक कर दे.स्वयं कुछ भी नही करते हैं.इस कारण अन्याय का शिकार सारा देश हो रहा है.🎉
@anilsinghal23128 сағат бұрын
पतन के गर्त से व्यवस्था बाहर कैसे निकलेगी? इस विचार होना चाहिए। इसे गर्त से बाहर निकालेगा कौन?
@dharmsinghgodara8624 сағат бұрын
@anilsinghal2312 जनता.जिसे लोकतंत्र चाहिए.वही विरोध कर सकती है.अन्य को क्या लेना देना.
@rajkishoreprasadsingh81079 сағат бұрын
आज की तारीख में यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं कि सुप्रीम कोर्ट संवैधानिक संस्था कम और सत्ता की एजेंसी ज्यादा प्रतीक हो रहा है।
@jhakku14018 сағат бұрын
Sahmat hun aap se
@anilsinghal23128 сағат бұрын
वैसे ऐसा किस शासन में नहीं हुआ?
@PankajVerma-ry9mt9 сағат бұрын
आनंद सर असली गुनहगार तो यही लोग है देश के डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली भारत सरकार को बदनाम करने झूठे भ्रष्टाचार के आरोप लगाने में सबसे आगे थे देश इन लोगों को कभी माफ नहीं करेंगा । इनमें कितनी काबिलियत है हम देख चुके हैं
@gandhibhagat2859 сағат бұрын
My thoughts exactly ❤❤❤
@jhakku14018 сағат бұрын
Anna was planted by Sangh
@gandhibhagat2857 сағат бұрын
@@jhakku1401 yes
@pks518810 сағат бұрын
Great political analysis truth
@jaipalsingh66768 сағат бұрын
बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हों रहा है|
@heerasinghrawat9998 сағат бұрын
न्याय पालिका से उम्मीद उठ चुका है👌
@anilsinghal23124 сағат бұрын
यह तो बहुत अच्छी बात है।
@ajaypagare7744Сағат бұрын
लोकतंत्र बचाओ तो देश बचेगा.
@RajendraKumar-wv1ml3 сағат бұрын
अब जनता युवकों को ही देश के लिए बहुत कुछ करना होगा देश हर क्षेत्र में पतन दिखाई देता है गुणवत्ता का अभाव है
@sarjeraoghadge26919 сағат бұрын
Few patriots trying to save Indian Democracy. Salute to struggle and patience.
@jhakku14018 сағат бұрын
Their number is decreasing day by day
@Chopraviraj9 сағат бұрын
Great interview - both Mr Singh and Mr Bhushan speak truly. I don’t see either of them as anti-Modi, rather they are showing us the possible direction our country is headed towards. What do we envisage for India say in 15 years? To be like which country/society? What is our ideal? Is the constitution’s ideals not enough? Also look around us - Pakistan, Nepal, China, Bangladesh, Myanmar, Sri Lanka - anybody wanting to migrate to these countries? The entire world is in a precarious spot - the annual doomsday clock outed every January I suspect will tick even closer to midnight this year. And yes our judicial system is haemorrhaging..
@ZahidAli-ey6uw9 сағат бұрын
न्याय छोड़ कर बाकी सब काम होगा।
@barkatahsani227529 минут бұрын
Excellent. Parshant ji
@rameshchander28296 сағат бұрын
May long live Prashant Bhushan ji to save democracy and rule of law which have been almost finished by fascist corrupt communal RSS and BJP.😊LAS
@naf_k51267 сағат бұрын
देश की जनता का विश्वास, देश की न्यायप्रणाली में, पिछले कयी वर्षों में, लगातार गिरा है। हाल के दिनों में, सोशल मीडिया में, इस विषय पर खूब चर्चा भी हुई है। कानून, प्रशासन और अर्थशास्त्र के जानकार इसे चिन्ता का विषय मानते हैं।
@anilsinghal23124 сағат бұрын
इन दोगले तथाकथित जानकार लोगों को देश की जनता जाहिल मानती है। ये लोग चुनाव में किसी सीट से चुनाव लड़ कर देख लें जनता इनकी जमानत जब्त करा देगी।
@raviprakash86409 сағат бұрын
भारतीय भाईयों बहनों बेटियों युवाओं छात्रों छात्राओं सभी से निवेदन है कि आप अपने परिवार बच्चों की शिक्षा खुशहाली उन्नति के लिए भाजपा को बिलकुल भी वोट ना दें.
@gandhibhagat2859 сағат бұрын
Congress ko de
@jhakku14018 сағат бұрын
@@gandhibhagat285👌
@InspectorEagle3 сағат бұрын
दिल्ली, इलाहाबाद, कलकत्ता, राजस्थान और बॉम्बे हाई कोर्ट तो संघियों का अड्डा बन चुका है
@ehteshamali83194 сағат бұрын
Very honest Thinker.
@Umesh-i1i43 минут бұрын
बिल्कुल सही। संघी जजो का सुप्रीम कोर्ट पर कब्जा। कांग्रेश के समय से ही है।
@NavalKishoreSrivastava5 сағат бұрын
ये सब गुंडागर्दी तभी बन्द होगी जब नेताओं और भ्रष्टाचारियों को जनता द्वारा लट्ठ लेकर निपटाया नहीं जायेगा।
@anilsinghal23124 сағат бұрын
मगर जनता तो प्रशांत जैसे लोगो पर ही लठ्ठ बजा देती है। इसे जनता ने कई बार पीट दिया है।
@mohansinghkundlas34826 сағат бұрын
Parshant ji is really very balanced and rational person. He is an awakened nationalist who is active for protecting the rights of citizens. Kudos to him. Thanks Anand ji for the efforts made by you.
@KishorSisodiya-vb7lk5 сағат бұрын
धन्यवाद।
@talwinderkaur21704 сағат бұрын
Right sir
@praveenramteke655118 сағат бұрын
हर जगह हर संस्थाओं में संघी सिफारिशी लाल घुसाऐ गऐ हैं
@anilsinghal23128 сағат бұрын
तो इसमें क्या समस्या है? हर शासन में ऐसा ही होता रहा है।
@praveenramteke65517 сағат бұрын
@anilsinghal2312 पाकिस्तानी ऐजेंट है
@yusufmemon10227 сағат бұрын
Public India Sssssuper reporting ❤️
@SaifKhan-rh6lp2 сағат бұрын
भाई साहब आज सुलभ शौचालय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक RSS, BJP की मानसिकता के कीड़े मौजूद हैं, अब इन संघियों से न्याय की उम्मीद करना बेमानी है।
@EagleEye121425 сағат бұрын
एक राष्ट्रवादी को करना चाहिए,वो प्रशांत भूषण जी कर रहे हैं।ऐसे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होने चाहिए।
@anilsinghal23124 сағат бұрын
प्रशांत को देश की जनता जाहिल और दोगला मानती है। यदि प्रशांत चुनाव में किसी सीट से चुनाव लड़े तो जनता इसकी जमानत जब्त भी करा देगी।
@chaudharyramkashyap15987 сағат бұрын
PEOPLE NEED DEMOCRATIC REPUBLIC AND OUR CONSTITUTION , DEFENDED BY THE HON. SC BY KEEPING OUR DEMOCRACY AS A PROUD DEMOCRACY.
@venkateshvernekar32438 сағат бұрын
excellent analysis sir
@ramchandradhruway3444 сағат бұрын
सभी वर्गों की भागीदारी हो जुडीसरी मे
@mdnasim61764 сағат бұрын
Super thanks
@tahirhashmi56126 сағат бұрын
Very important video thanks for the same
@JagdishPrasad-qg8gx2 сағат бұрын
कॉलेज और विश्वविद्यालयों में भी प्रोफेसरों और वाईस चांसलरों की भर्ती के नियम भी बदल दिये गए हैं जिससे संघी लोगों की भर्ती आसान की जा सके।
@hansrajbohara44086 сағат бұрын
Like movement against corruption in public places,it is a high time that law should come to punish high handed and unjust conduct by officials of agencies like Police,ED ,CBI ,Tax authorities etc.
@errajkumar12829 сағат бұрын
सारी संविधानिक संस्थाऐं बर्बाद हो चुकी हैं।
@anilsinghal23128 сағат бұрын
अब यह आबाद कैसे होंगी? कौन नेता इन्हें आबाद करेगा?
@ayazfarooqui44918 сағат бұрын
शेखर यादव के मामले में, लगता है के बचाव के रास्ते तलाश किए जा रहे हैं। वरना सबकुछ रिकॉर्ड पर है ।
@JitendraLal-wm4gh2 сағат бұрын
मोडानी सरकार देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं का संघी करण कर दिया है, लोकतंत्र और संविधान की लगातार धज्जियां उड़ाई जा रही हैं,
@tanveerahmadkhan80659 сағат бұрын
बाबा साहब ने बहुत ही एक्सीलेंट संविधान लिखकर दिया पर उसे पूर्णरूपेण में इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका। मेरे विचार से संविधान का पालन कराने के लिए सिर्फ दो संस्थाएं है एक पुलिस प्रशासन दूसरा न्याय व्यवस्था इन दोनों को इंडिपेंडेंट होना चाहिए और मुख्यत पुलिस प्रशासन को इसी तरह राष्ट्रपति और राज्यपाल भी पार्टी के नेता नहीं होने चाहिए दूसरे नेताओं के पास सिर्फ अपने अपने विभाग की कार्यकुशलता को बढ़ाने के कार्य ही देने चाहिए पर ये उन विभागों के कर्मचारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग के कार्य करने लगे है ये भ्रष्टाचार करने लगते है तथा वोह कर्मचारी सीधा तन कर राष्ट्र हित का कार्य नहीं कर पाते इनके सामने सर झुका कर संविधान के विरुद्ध कार्य करते हैं सभी लोगों को बैठकर इस बारे में बात करना चाहिए इससे सिर्फ भ्रष्टाचार भी खत्म होगा और संविधान पूरी तरह लागू होगा। अब आइए बात करते हैं जब ये उपरोक्त पद राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, लोकसभा और राज्य सभा के उपाध्यक्ष, सभी प्रदेशों के राज्यपाल निष्पक्ष चुने जाएं तो अब इनको भी कुछ कार्य दिए जाएं सिर्फ उद्घाटन ही न रहे जिस तरह राष्ट्रपति को कहते हैं तीनों सेनाओं का मुखिया है तो इसे पुलिस प्रशासन और एडमिनिस्ट्रेटिव प्रशासन का भी मुखिया बना दिया जाए मतलब नेताओं से इनके पोस्टिंग ट्रांसफर के पावर छीन कर राष्ट्रपति को वास्तव में दे दिए जाएं जोकि अभी सांकेतिक हैं इससे एक तो संविधान का पालन शुरू होगा दूसरा भ्रष्टाचार खत्म होगा तीसरा प्रधानमंत्रि को डिक्टेटर बनने का रास्ता बंद होगा नेताओं का कार्य सिर्फ अपने अपने विभागों की कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए नीतियां बनाना हो होगा न कि कर्मचारियों के ऊपर डंडा चलाना उन्हें प्रताड़ित करना इसका सबसे जिंदा उदाहरण है मणिपुर चूंकि ये पावर गृहमंत्री के पास है और वोह राजनीति के कारण नहीं चाहते अगर राष्ट्रपति या राज्यपाल निष्पक्ष होते तो एक मिनिट में दोनों प्रशासन को आदेश होता और शानित हो जाती गृहमंत्री का कार्य सिर्फ देश के हालत को बेहतर बनाने के लिए सिर्फ पॉलिसी बनाना न कि पुलिस और एडमिनिस्ट्रेटिव को कंट्रोल करना इसी तरह CBI तथा ED जैसी संस्थाएं भी राष्ट्रपति के कंट्रोल में होनी चाहिए
@Entertainmentchampion7 сағат бұрын
संघी वायरस पूरे सिस्टम में घुस गया है,इसका एंटीबायोटिक कभी तो बनेगा 😢😢😢
@anilsinghal23124 сағат бұрын
पाकिस्तान में एंटी डोज बन रहा है। जल्द आने वाला है।
@raheemkhan85099 сағат бұрын
VHP event conducted in Allahabad High Court Premises.
@dilipsyangbo1193 сағат бұрын
To ye sanghi judjo ke karan hai Supreme Court aaj Supreme Kotha kaha ja raha hai.Adv Bhusan ko salaam
@pramodkumaraggarwal82044 сағат бұрын
देश की जो विचारधारा होती है इस विचारधारा के लोग संसद भी बनेंगे और जरू री बनेंगे। क्या जज विदेश के बनेंगे
@editdefootball6 сағат бұрын
Jitne bhi government officials galat case ker rhi hai unki pension band ker deni chahiye or court mein bayaan hone chahiye ki unhone kiske kahne pe kiya hai.
@theophilusdsilva853110 сағат бұрын
All voters list should be given to all party officials at the end of voting. And these list with the Adhar numbers should be counter verified.
@Sak-dk6sq6 сағат бұрын
Police should be prosecuted & person who is deliberately put in jail under UPA should be compensated with minimum 1 crore rupees Because he will not be employed after requital or give him government job
@yusufmemon10227 сағат бұрын
Prashant Bhushan ji Sssssuper But our former CJI saheb ki meherbani hai yeh sab karneki
@kailasgujarathi26182 сағат бұрын
Supreme court ne sabhi samanya cases ki abhi sunavani bandh karke sirf rashtriya cases jaise election petitions, validity of law relating to appointment of election commissioners, etc ki uddha ke dhoran se sunavani karke democracy aur fundamental rights ko protect karna chahiye.
@vinodkumargupta896011 сағат бұрын
Good morning sir have a good day 🙏
@CharanSingh-fh2hs3 сағат бұрын
संघ ने हर विभाग के सभी संवैधानिक पदों पर कब्जा करके पूरे भारत को अपने हिसाब से चला रहे हैं , सत्ता के लिए उन्होंने बीजेपी तो एक सुलभ माध्यम तैयार किया गया था ।
@badrealam49779 сағат бұрын
बेहद चिंताजनक स्थिति है
@NurulIslam-kc2jl6 сағат бұрын
Our Democracy has already been Transformed into a Banana Republic 😂😂😂
@showketmalik24136 сағат бұрын
Choro salute to Prasanth sir..
@PradeepBhamdhu8 сағат бұрын
जुडिशरी सता के आगे नतमस्तक😢
@JagdishPrasad-qg8gx2 сағат бұрын
चुनाव आयोग तो कुछ कर नहीं रहा है और सुप्रीम कोर्ट भी सारी याचिकाओं को पेंडिंग रखे हुए है।मोक पोल न करके कुछ बूथों पर ई वी एम और वी वी पैट पर्चियों का मिलान करना चाहिए।
@raheemkhan850910 сағат бұрын
RSS Every Where & in Every institution.
@gandhibhagat2859 сағат бұрын
Bhushan khud hai sangji
@jhakku14018 сағат бұрын
@@gandhibhagat285No , he is not. He is a patriot
@gandhibhagat2858 сағат бұрын
@@jhakku1401 yeah where was his patriotism when his father was fighting against Indira Gandhi and Dr Manmohan Singh? Why did he take part actively in sanghi drama of anna kursiwal ?
@dbangera16 сағат бұрын
Aiyoo Ramaa
@kuldeepsoni61265 сағат бұрын
Before 30 years ago I heard from one RSS man that BJP might have stable GOVT only then if judges would be from RSSIANS.
@rajenpd.184310 сағат бұрын
देश को इस हालत में पहुँचाने में श्री प्रशान्त भूषण जी का भी बहुत बड़ा हाथ है ।
@gandhibhagat2859 сағат бұрын
Exactly khandani anti Congressi aur pro sanghi raeh hain. Sanghi kursiwal k sath Miller inhone Dr Singh aur Congress ko zabardust badnam kiya aur gujju gang ko sar per bithaya Bad mien suvidha se alag ho gaye Natak abhi bhi jaari hai
@gandhibhagat2859 сағат бұрын
❤
@jhakku14018 сағат бұрын
वह कैसे?
@anilsinghal23128 сағат бұрын
तभी प्रशांत को लात मार कर केजरीवाल ने पार्टी से बाहर किया था।
@gandhibhagat2857 сағат бұрын
@@jhakku1401 he was active part of IAC drama of kursiwal
@apesgaming585445 минут бұрын
लगता है कि आज के भारत में सभी लोगों की आत्मा ही मर गई है पूरा system ही बेईमान और भृष्ठ हो गया है और हम अपने आपको राम भक्त कहते हैं ना हमारे अंदर इंसानियत बची है ना ईमान बचा है और ना कोई शर्म बची है जय हों आज के बिना ईमान वाले इंसानों की जय हों जागो और पहले सच्चे इंसान बनें कलेक्टर कमिश्नर डॉक्टर इंजीनियर बाद में बनें जय हिन्द जय श्री राम
@BENGAL-TIGER6791-b2l5 сағат бұрын
लोगों को दोबारा आजादी की लड़ाई लड़नी पड़ेगी
@anilsinghal23124 сағат бұрын
तो तुम आजादी की लड़ाई कब शुरू कर रहे हो?
@BENGAL-TIGER6791-b2lСағат бұрын
@anilsinghal2312 नहीं, मुझे इस लड़ाई में पड़ने की जरूरत नहीं है। मै United States Of America का citizen हूँ। पर जो चीज़ें india में हो रही हैं, उनसे देश कमजोर हीं होगा। अमरीका इतना ज्यादा मज़बूत क्यों हैं? क्योंकि अमरीका की डेमोक्रेसी बहुत मज़बूत है।
@HudSan-i5e16 минут бұрын
The very last resort of fairness is the Judiciary and when that is tainted the country is in absolute down hill slope at 90 degrees ie vertically - no way of reversing from the predicament 😂❤
@devendranagar86907 сағат бұрын
You should have also asked about the probable pendency of cases in supreme court.what will be the approximate number from present 5 crores pending case?
@pbghosh53059 сағат бұрын
All important issues relating to the protection of fundamental rights are left pending and unheard before the judiciary years on years. If the judiciary of the country ignores its key responsibility to protect the constitution, its existence seems redundant.
@kuldeepsoni61265 сағат бұрын
At present non political party is ruling the country with no democratic system.
@titohyder84283 сағат бұрын
India has skidded of the road of democracy. very unfortunate very sad😢
@titohyder84283 сағат бұрын
what a sorry sorry state of indian democracy 😮
@avinashrani34297 сағат бұрын
Shekhar Yadav dhaba on jughes community.He must be punished under UAPA
@samsheralam-pk8cg6 сағат бұрын
Supreme courtbhi shamil hai.
@omprakashsingh68536 сағат бұрын
You people should join judiciary
@kumarbayee97312 сағат бұрын
Sarkar aur supreme court kuch nhi karega to. ...🙋
@nitinkalaskar13032 сағат бұрын
आपके कहने का मतलब है,जो संघी नहीं वह कुछ जज और वकील लिबरांडु है ?
@sureshvishnoi350810 сағат бұрын
Supreme court ki 10 saal ki track record dekh lo how's behaving it
@HudSan-i5e13 минут бұрын
In Westminster style Parliamentary system the only two resorts of built-in protection are provided by the Press & the Judiciary and these two are turned ineffective the country is destroyed beyond any scope of repairing or reversing period 😂❤
@DineshSharma-lk9no7 сағат бұрын
With regards to both :
@AshwaniKumar-zc8bc10 сағат бұрын
Very good counsel from Prasant Bhushan. SC is regarded almighty always by a Good Samaritan.
@jagdishsarvaiya66516 сағат бұрын
केन्सर भारत में ओर पुरी दुनीया में फैल गया है और संविधान को खा रहा है।
@sureshvishnoi350810 сағат бұрын
Ab toh sab kuch satyanash ho hi chuka hai
@gandhibhagat2859 сағат бұрын
Inhi Bhushan ji ki karamat hi
@dharamraj83486 сағат бұрын
Sanghi to desh ke sabse bade deshbhakt hain to inka judge banana to sahi hai. Tabhi to saare mandir khoj nikalenge.
@banwarilaljain38402 сағат бұрын
It is said that naxalite ideology persons like shashi bhushan is doing vakalat.
@mubeenansari934535 минут бұрын
Ya Allah such insaaf insaniyat democracy constitution evm justice brotherhood peace unity equity ki hifazat farmaye tera khas karam farma ahsaan farma madad farma rehnumai farma teri kudrat ka saath naseeb farma farishto ka saath naseeb farma kamyabi ata farmaye duao ko qubool farmaye tera enaam ata farmaye teri rehmat ka saath naseeb farma 🤲🤲🤲🤲🤲
@BirjeshMeena-f2s11 сағат бұрын
Good morning 🌅
@Dadasahab12343 сағат бұрын
Present collegium consists of Judges appointed during Congress regime. Bhakts are making comments as if the present judges were appointed by the present regime,.public under stands all 😅
@jagdishnandagawali51017 сағат бұрын
तोता सरकार,,,,
@VinodKumar-ru3ot4 сағат бұрын
देश को गर्त मे धकेला जा रहा है
@shubhashjain55132 сағат бұрын
SC Honable Prashant sey darta hai. Prashant ney SC kee patlune geelee Kar dee. Re 1 fine !!! HaHaHa
@bhupindersing6347Сағат бұрын
Unfortunately modi sahib govt with police force enforcing unconstitutional rule which our freedom fighters never envisaged. Country is heading towards dangerous territory. Judiciary also surrendered in constitutional matters. Darbaris in all rules supported dictatorships for personal benefits.
@ajayjaiswal90202 сағат бұрын
Bk..तुम को इटालियन जज चाहिए....😅😅
@rameshchona7 сағат бұрын
Wakeel Sahab kya Narendra Modi Bharat ke Pahle P. M. Honge Jo Bharat ko Barbad karne Wale?
@mslightwala8 сағат бұрын
Every thing is cut paste
@turronfunniСағат бұрын
V.good analysis but who will tie bell in cat's neck & how long it will continue?
@rakeshjain78947 сағат бұрын
Desh ki sarkar puri tarah se gundagardi per uter chuki hai
@PRADEEPKIMMATKAR6 сағат бұрын
10 SALSAY SAB YAHE CHAL REHA HAI HAR SHATRAME JANTA KO BHAJAN ME LAGA DIYA JANTA SOO RAHE HAI
@prakashkothari86219 сағат бұрын
is insaan ko sirf 1 rupaye ka fine kar court ne maf kiya.Bakiyon ko to ,khair chhodo vo court hai.
@banwarilaljain38402 сағат бұрын
Mr prashant bhushan was a supporter of BJP n also leader in BJP but, BJP did not give him any post in govt. So he is angry with BJP.
@prakashkothari86218 сағат бұрын
जब हम संघी जजों से संबोधित करते हैं,तो क्या मदरसा से पढ़े हुवे जज भी नहीं हो सकते। प्रशांत भूषण तो शायद वहीं इंसान है,जो रात में भी कसाब की फांसी रुकवाने कोर्ट खुलवा सकता है।