Sitaram guruji aapka bhout bhout dhanyawad itne acche se smjhane ke liye🙏💛
@S.K.lect.55878 ай бұрын
लेकिन मैंने तो सुना है कि दादी ने उनको इस भ्रम में रखा गया था की उसके पास छप्पन तोले का करधन है। पर वास्तव में यह था नहीं। पर दादी जानती थी कि येसलोग कितने स्वार्थी हैं तो इनको इसी भ्रम में रखो कि, हां मेरे पास कुछ है जो मरने पर उसी को मिलेगा जो मेरी सेवा करेगा। यह बुजुर्गों की विवशता है। क्या करें बेचारे। तो उसने कुछ नहीं बताया और इसी भ्रम में वह मर गई। उसके बाद लोगों को कुछ नहीं मिला और वो रोये। दादी के मरने पर नहीं ,,बल्कि छप्पन तोले का करधन के न मिलने पर। यह है स्वार्थी लोगों की नीयत।
@vishalkaundal94946 ай бұрын
Sbhi ne ye hi suna h bhai
@Muskan-o4w10 ай бұрын
धन्यवाद सर
@Birdslife122 Жыл бұрын
🤟
@kirnakhuriyal195 Жыл бұрын
नमस्ते सर सर आप कहानी की तात्विक समीक्षा भी बताएं। किस प्रकार से अच्छे से की जाती है ।
@PrashantRamanRavi Жыл бұрын
बहुत जल्द इसकी जानकारी दूँगा।
@shivanisanjay80319 ай бұрын
Sir aap kaha pdhate ho?
@SheetalBHARTI-q2q2 ай бұрын
Sir Chamba college Himachal pradesh mai padhate hai Mai bhi sir ki hi student hu
@MINE_VLOG_1M7 ай бұрын
Video is good ,,, bttt background m noice bahut h...