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Pyar Nahin Hai Sur Se Jisko,lyrics,Narayan Swami Bhajan - Gujarati Mi
नारायण स्वामी
राग - मालकोंस
प्यार नही है सुर से जिसको
वो मूरख इन्सान नहीं,
प्यार नहीं है सुर से जिसको,
वो मूरख इन्सान नहीं।।
सुर इन्सान बना देता है,
सुर रेहमान से मिला देता है
सुर शिवजी से मिला देता है,
सुर की आग में जलने वाले,
परवाने नादान नहीं,
प्यार नहीं है सुर से जिसको,
वो मूरख इन्सान नहीं।।
सुर में सोए सुर में जागे,
उन्हें मिले वो जो भी मांगे,
धर्म अर्थ और काम मोक्ष भी,
जानो इनसे दूर नहीं,
प्यार नहीं है सुर से जिसको,
वो मूरख इन्सान नहीं।।
जग में अगर संगीत न होता,
कोई किसी का मीत न होता,
यह अहसान है सात स्वरों का
ये दुनिया वीरान नहीं
प्यार नहीं है सुर से जिसको,
वो मूरख इन्सान नहीं।।
प्यार नही है सुर से जिसको,
वोह मूरख इन्सान नहीं,
प्यार नहीं है सुर से जिसको,
वो मूरख इन्सान नहीं।।
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