वेदों को मुस्लिम शासनकाल में ही रचा गया है और नागरी लिपि में ही लिखा गया है।
@manoharsalunke9335 Жыл бұрын
आपके विचारोंसे कोई समर्थन करे या ना करे, एक बात तो तय हैं आपने बहुत ही बारिंकिसे इतिहास को समजणे का प्रयास किया हैं
@matchless2004 Жыл бұрын
Sir आपका तर्क वितर्क करना बहुत अच्छा लगता है और उसका logic के साथ प्रत्युतर देना वाकई काबिले तारीफ है .❤
@rachitraj4291 Жыл бұрын
आदरणीय महाशय आपसे विनम्र निवेदन है की कृपया बुद्ध के समकालीन पुरातत्विक प्रमाण पर विडियो बनाइये🙏🙏🙏
@HamaraAteet Жыл бұрын
जरूर
@rathodhardik894 Жыл бұрын
Sir Ab Chanaky Aur Rigved pe full video banaye plzz. Ab Man me kai sare prashn aa rahe hai Rigved aur Chanky ke bare me 😅😅😅😅😅
@HamaraAteet Жыл бұрын
जरूर बनाऊंगा
@rajivsharma2822 Жыл бұрын
सर नमस्कार, मैं आपके वीडियो काफी अर्से से देख रहा हूं। भारत का शुद्ध इतिहास बताने पर आपका आभार। सर हम सारस्वत ब्राह्मण (पंजाबी ब्राह्मण) है। हमारे पूर्वज वर्तमान सियालकोट से आकर राजस्थान में आकर रह रहे है। इनके इतिहास एवं पूर्वजों के बारे में कुछ बताए।
@theIndianhistory9999 Жыл бұрын
प्राचीन काल में नाही वर्ण व्यवस्था थी, नाही वेद थे और नाही संस्कृत भाषा थी। " वैदिक काल एक झूठ" है। इतिहास जानने के सभी स्त्रोतों से यह साबित हो जाता है कि," वैदिक काल" जैसा कोई समय , प्राचीन कालीन भारतीय इतिहास में नहीं था। 1. पूरातात्विक स्त्रोत:-- वैदिक काल या संस्कृत भाषा का कोई भी अभिलेख या स्त्रोत, प्राचीन कालीन नहीं है। सभी संस्कृत अभिलेख, बारहवीं सदी के बाद के है जो मध्यकालीन है। 2.भाषा विज्ञान के आधार पर :--- सभी ब्राह्मण साहित्य मध्यकालीन है और संस्कृत भाषा में लिखें गए हैं क्योंकि, संस्कृत भाषा नागरी लिपि से बनी है। नागरी लिपि बारहवीं सदी में बनी है और उससे तेरहवीं सदी में संस्कृत भाषा बनी। वेदों का लेखन तेरहवीं सदी में हूआ है। 3. विदेशी राजदूतों के यात्रा वर्णन के आधार पर:-- भारत में सबसे पहला विदेशी यात्री, मौर्य काल में, आता है, जिसका नाम, मेगस्थनीज है जो इंडिका " नामक किताब में, भारतीय समाज, राजनीति, अर्थ व्यवस्था, का वर्णन करता है। मौर्य कालीन समाज व्यवस्था का वर्णन करते हुए, मेगस्थनीज कहता है कि, भारतीय समाज,सात वर्गों में विभाजित है। इसका मतलब यह हूआ की, तब वर्ण व्यवस्था नहीं थी। उसी प्रकार, सातवाहन काल,कूषाण काल, गूप्त काल , हर्षवर्धन काल में, क्रमशः प्लिनी,स्ट्रैबो, फाह्यान, व्हेनसांग और इत्सियांग जैसे विदेशी यात्री प्राचीन काल में बारहवीं सदी तक भारत आते हैं। सभी ने भारतीय समाज व्यवस्था का वर्णन किया है। लेकिन किसी भी प्राचीन कालीन, विदेशी यात्री ने वर्ण व्यवस्था और संस्कृत साहित्य तथा वेदों का वर्णन नहीं किया है। क्योंकि तब वेदों का लेखन ही नहीं हूआ था। मध्यकाल में तेरहवीं सदी में," अल बरूनी" नामक विदेशी यात्री ने, ब्राह्मणों द्वारा तेरहवीं सदी में वेदों का लेखन और वर्ण व्यवस्था की व्याख्या की है। 4. विदेशों में भारतीय साहित्य का प्रचार :-- विदेशों में, बौद्ध धम्म साहित्य, का प्रचार प्रसार हूआ। मंगोलिया से इंडोनेशिया तक, जापान से यूनान तक, बौद्ध धम्म साहित्य का प्रचार प्रसार हूआ। लेकिन कहीं भी वेदों का प्रचार प्रसार नहीं हूआ, क्योंकि प्राचीन काल में वेद थे ही नहीं। 5. लेखन कला के विकास के आधार पर:-- बौद्ध धम्म साहित्य, त्रिपिटक का लेखन, तथागत बूद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद " ताड़पत्रों" पर हूआ। चूंकि तब लेखन कला का विकास नहीं हुआ था। फिर तथागत बूद्ध से, एक हजार वर्ष पूर्व, वेदों का लेखन कैसे हो गया। तब नाही कागज़ का विकास हूआ था और नाही लेखन कला का विकास। 6. मानव विज्ञान के आधार पर :-- वैदिक काल से संबंधित कोई भी,मानव वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। नोट:-- सभी तथ्यों के आधार पर यह साबित हो जाता है कि, प्राचीन काल में, नाही वेद थे और नाही वर्ण व्यवस्था थी और नाही संस्कृत भाषा थी। वेदों का लेखन, तेरहवीं सदी में हूआ है। संस्कृत भाषा, नागरी लिपि से बनी है और नागरी लिपि बारहवीं सदी में उत्पन्न हूई थी और उससे तेरहवीं सदी में संस्कृत भाषा उत्पन्न हूई थी। सभी संस्कृत साहित्य ( ब्राह्मण साहित्य ) मध्यकालीन है। और पौराणिक है, एतिहासिक नहीं। 2. प्राचीन कालीन इतिहास, आदिम जातियों का इतिहास है और इनके इतिहास का दस्तावेजीकरण, बौद्ध धम्म पाली प्राकृत साहित्य में किया गया है, जो कि प्राचीन कालीन भारत के इतिहास को जानने का स्त्रोत है
@HamaraAteet Жыл бұрын
वीडियो के माध्यम से आपको उत्तर मिल जाएगा
@baneshwardayal4978 Жыл бұрын
आप का खोज परक प्रयास बहुत ही सराहनीय है,भविष्य में यह सिद्ध हो जायेगा कि सनातन/वैदिक विचार मूल रूप से कुछ नही है, केवल बौद्ध धर्म की edited photostate है,और कुछ नही.
@Drealworldd8 ай бұрын
वैदिक और बौद्ध दोनों ही आर्य धर्म हैं। लोक धर्म लगभग लुप्त हो चुके हैं, खास तौर पर भारत में। वैदिक और बौद्ध दोनों ही धर्मों ने लोक धर्म से विभिन्न अनुशासन, देवताओं और अनुष्ठानों को अपनाया ताकि इसे दूसरों के लिए अधिक सुखद बनाया जा सके। यक्ष और यक्षी इस बात के उदाहरण हैं कि कैसे बौद्धों ने उन्हें लोक धर्म से अपनाया। कर्नाटक के स्थानीय देवताओं को वैदिक लोगों ने अपनाया और उन्हें शिव-पार्वती बना दिया।
@swapnilnavgire1085 Жыл бұрын
सर मैं आपके वीडियो रेगुलर देखता हूं।आपके वीडियो में जानकारी बहुत सटीक होती है।आप बुद्ध धम्म के बारे में सही जानकारी दे रहे हैं। इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!बुद्ध धम्म में बताई हुई 31 लोक के ऊपर आप एक वीडियो बनाये।यह मेरी विनती है।
@ASHOK251058 Жыл бұрын
अगर भासा लिपि नहीं थी तो वेद को कैसे carry forward किया गया। क्या याद कर के हजारों साल ढोना संभव है??
@dayaramrohit2247 Жыл бұрын
अति सुन्दर यथार्थ विश्लेषण बताया है। हार्दिक धन्यवाद।
@schooltimemahara2798 Жыл бұрын
बहुत ही सराहनीय कार्य है sir 😊
@sonofsoils7234 Жыл бұрын
मैक्समूलर (Maxmuller) और स्पेयर( Speyer) ने बुद्ध जातक कथाओं को कंपाइल किया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से लिखा है कि वह बुद्ध के पूर्व जन्मों के वास्तविक वृतांत न होके उनके उपदेश प्रद कथाएं हैं। लेकिन जब ब्राह्मण "सूर्यनारायण चौधरी" ने "जातकमाला" नामक पुस्तक लिखकर जातक कथाओंका अनुवाद किया तो उन्होंने इन्हें बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाएं हैं ऐसा लिखा। आपसे बिनती है कि आप अपने जानकारी को अपडेट कीजिए।
@VijayKumar1stRankinUPSC Жыл бұрын
आपका लॉजिकल ज्ञान हमें सच से बाकिव कराके रहेगा 😂😂 so many many thanks to you सर 🙏🏻🙏🏻🙏🏻😊😊😊
@Sonu-t3p3c Жыл бұрын
आप अच्छा काम कर रहे हैं. हमारे लोग समय के साथ जागरूक हो रहे हैं। आप सबके सीन मे एक आग जगा रहे हैं।जल्दी ही वो वक़्त आने वाला है | आपका नाम सच्चा इतिहास सामने लाने वालो मे स्वर्णिम अक्षरो मे लिखा जाएगा ना की जूठे पाखंडियो मे | gghh
@dearcomradesji Жыл бұрын
सर एक सवाल है कि भारत से बुद्ध धर्म पूर्ण रूप से रूपांतरित कर दिया गया पर उत्तर से दक्षिण और पूर्व एवं पच्छिम तक कोई भी राजा या लेखक इस बारें मे बात नहीं करता है ऐसा क्यों इसे तो मेरा देश के इतिहासकारो से विश्वास उठ गया है या किसी ने मध्यकालीन के समय इस बात का उल्लेख किया है जरूर बताए 😢😢😢😢
@HamaraAteet Жыл бұрын
वीडियो के माध्यम से आपको उत्तर मिल जाएगा
@GauravKumar-vz3id Жыл бұрын
आदरणीय प्रशांत सर तीसरी बार पूछ रहा हूं बौद्ध भिक्षु बाल क्यों नहीं रखते हैं और विवाह क्यों नही करते हैं। धन्यवाद नमो शाक्यमुनि बुद्ध ❤💙🙏
@ShrawanSaazOfficial Жыл бұрын
बहुत सुन्दर❤❤❤❤
@swapnil8453 Жыл бұрын
नमस्कार ! 🙏🇮🇳😊💐 Hamara Atit Sir ! हमारा ग्यान वर्धन के लिए ह्रदय से आभारी हूँ, अपने परिवार के साथ!
@nagvanshi_rashtra_ Жыл бұрын
Sir aapki baat boht jaldi samjh aati hai 🙌
@rajkumardewangan5001 Жыл бұрын
सर कोष्टा जाति के इतिहास के बारे में जानकारी देने का कष्ट करेंगे।धन्यवाद। बहुत अच्छे जानकारी के किए आभार।
@bldeep2430 Жыл бұрын
Sir जी वेदों में जो गीत मंत्र गाए जाते है वो आर्मिनिया अजरबैजान जर्जिया के ओल्ड ट्राईब में गाए जाते हैं जो बंजारे हैं क्यों 🤔🤔🤔
@VijayKumar1stRankinUPSC Жыл бұрын
East हो या west मेरे प्रशांत सर सबसे best 👍👍
@sanjayhyonjan7100 Жыл бұрын
Sir aapne mere bhi prashna ka uttar diya, aapko bahut bahut dhanyavad...❣️❣️❣️
@bahujan5071 Жыл бұрын
सर नालंदा को किसने जलाई । बख्तियार खिलजी ने जलाई तो उसको किसने बुलाया । और उनको बौद्ध धम्म से कया दिक्कत थी ।
@vishaljadhav8881 Жыл бұрын
सर आप ने सही बताया है के बुद्ध जमिनी दार के बेटा थे
@maruthinandan4343 Жыл бұрын
Sir ek aur prashn hai, aapne kahan ki spitzer manuscript me jo sanskrit hai vo buddhist hybrid sanskrit hai, par mujhe uske praman nahi mile hai, agar aapke paas praman hai tho please uske upar ek video banaye
@RakeshKumar-vf9rl Жыл бұрын
सर हमारा इतिहास जिस नालंदा में रहा होगा..क्या सच में बख्तियार खिलजी ने किसी के कहेने पर जलाया होगा कृपया वीडियो बनाए❤❤❤
@arunmeshram1323 Жыл бұрын
बहुत सुन्दर तरीके से समझाया सर धन्यवाद
@prashantsalve9601 Жыл бұрын
बहुत ही सुंदर अमीत तिवारी सर ❤❤❤
@WinworldRealtyggn10 ай бұрын
Wheather my Ancestors were hindu or buddhist!! Im proud of both!!
@prithvinathsinghsonker75083 ай бұрын
नमो बुद्धाय जय भीम
@computerMantra Жыл бұрын
Love You Sir Ji 🤝🤝
@SantoshKumar-kv5ce Жыл бұрын
Saari duniya me Buddh hi satya hai Baki sub kalpanik hai Namo Buddhay Jay bhim jai samvidhan jai vigyan Jai Bharat jai Mulnivasi 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
@rajeshbhaiparmar3659 Жыл бұрын
1464👍👍oldest manuscripts
@mahender_kumar677 Жыл бұрын
Sir ji super ❤❤❤
@sandeepganvir2043 Жыл бұрын
बहुत-बहुत धन्यवाद sir जी, महत्त्वपूर्ण जानकारी के लिए।
@amitranga6059 Жыл бұрын
बहुत बढ़िया जानकारी
@akshaytavarej2213 Жыл бұрын
Khatri Punjab prant se hi hai ye baat sahi ahe par jitne bhi madhya aur dakshin Bharat ki taraf gaye wah sab Kshatriya hi kehlaye.. Bass Punjab prant me bhasha ki wajah se ko Khatri hi Khatri kaha gaya.. Khatri jamindar & warrior community hai..
@VICTOR-ok3mg Жыл бұрын
Sir चेनकेशवा मंदिर में अनेक बोधिसत्व की मूर्तियां लगी है, तारा, अवलोकितेश्वर आदि,
@AshokKumarsharma-yo4hi Жыл бұрын
सही बात है आपकी चाणक्य और बुद्ध के विषय मे सत्य बोलने पर कुछ लोग परेशान हो जाते है
@sanjeevshakya-db1ho Жыл бұрын
Sir ji aapko bar bar naman karta hun aapne hamari aankhen khol di jai bheem namo budday jai bigyan
@shashankshudra7994 Жыл бұрын
🙏मेरी सर आपसे एक 😐सविनय प्रार्थना है🙏 आप वीडियो की ऐसी प्लेलिस्ट तैयार करिए जिसमें हमारा वर्तमान इतिहास से लेकर प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता तक का पूरा इतिहास प्रमाण के साथ और लॉजिकली हो जिसमें हमारा पूरे 5000/24 वर्षों का इतिहास होना चाहिए (3100 BCE to 1947 AD ) वीडियो की प्लेलिस्ट सीरीज में होनी चाहिए और यदि आप कुछ वीडियो बना भी चुके हो तो उनको उसे नई प्लेलिस्ट में जोड़ दो और उसे प्लेलिस्ट का नाम आप इस प्रकार रखो (भारतीय इतिहास प्राचीन युग से वर्तमान 3100 BCE TO 1947 AD ) आपकी बहुत अति कृपा होगी🙏🙏🙏 सर मैं इतिहास में बहुत ज्यादा रुचि रखता हूं आप जैसे अध्यापकों की कृपा से (इतिहास विषय में दसवीं क्लास और बारहवीं क्लास में 92% से 95% रिजल्ट रहा है ) हमें आपके ज्ञान की कृपा हो जाए जीवन सुधर जाए
@nainapohekar6711 ай бұрын
सर आप सच्छे और ग्रेट हो....❤
@valmiyahitesh3345 Жыл бұрын
Charvak ke bare me janna he muje jada pasand aya he dusra video banavo charvak ke bare me. Please sar
@devanangpiyen Жыл бұрын
Sir, फाहियान, वेन सॉन्ग, इत्सिंग ने अपने यात्रा विवरण में संस्कृत भाषा में पढ़ाई करना अपने यात्रा विवरण में लिखा है। पुरातत्वविद भी 7वी सदी के अधिकांश अभिलेखों को संस्कृत (पाकृत से प्रभावित) लिखते हैं। ये कौन सी संस्कृत है? हाथी बाड़ा inscripsion पर भी थोड़ा प्रकाश डालें।🙏
@Anthex_ff Жыл бұрын
Sir ek video JAIN DHARM ke baare mein bhi bnao
@princepalbaghela Жыл бұрын
To good information ❤❤
@Bahmandev Жыл бұрын
क्या हम भारत में फिर से पुनर्जागरण कर सकते है? क्यों की जब हिंदू नाम का धर्म नही है तो इस नाम को ढोना ही क्यों?
@xyz-sr6vb Жыл бұрын
Great sir you are studied person
@jagbirsingh9900 Жыл бұрын
Clearing many a question lot of thanks for giving knowledge unto which I could never but always wanted to reach. Sour grapes have become rather more sweet due to removal of brahimanical sand
@rathodhardik894 Жыл бұрын
Sir Chanaky, Kautily, Vishnugupt teeno ek hi hai ya alag alag ?????
@gj24600 Жыл бұрын
*Sir Maithili Brahman Ka Itihas Bataye, Unke Origin Ke Baare Mei Bataye.* 🙏🙏🙏😊
@SanghRatan572 Жыл бұрын
Thanks sir, provide for valuable information
@shrikantsatdeve447810 ай бұрын
सर आप कहते है कि वेद ईसा पूर्व 1500 साल के है। ऋग्वेद में इंद्र देव की चर्चा है। कुषाण काल का कासकेट आपने बताया जिसमें इंद्र भगवान बुद्ध के आगे हाथ जोड़े है। फिर इंद्र तो बुद्ध के बाद ही हुए। तो वेद भी बुद्ध के बाद के ही होंगे?
@ashokkumarsingh4900 Жыл бұрын
🌟🌟🌟 🙏☸️🙏
@nileshnimadi Жыл бұрын
🎉🎉sir🎉🎉 boddhidarma par video banano.,.
@kashyapschaudhary225411 ай бұрын
excellent information
@surajravan45907 ай бұрын
Nice 👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍 sir
@HISTORICALSOCIETY-fb9xv Жыл бұрын
Very nice information sir
@nareshganwre6603 Жыл бұрын
नालंदा को साजिश के तहत ध्वस्त नहीं किया गया होता और वहां के ग्रन्थ सबके सामने सुरक्षित होता तो दावा है कि आज का भारत और भारतीय समाज का ताना बाना कुछ और ही होता। "क्षत्रप" शब्द का प्रयोग सबसे पहले शकों ने किया राजा को संबोधित करने के लिए किया था तो हो सकता है कि आगे चलकर "क्षत्रीय" शब्द का चलन इसी क्षत्रप से अपभ्रंशित होने पर में हुआ होगा।
@DineshSingh-sv4fl Жыл бұрын
Sir आप बहुत ही बढ़िया तरीके से से समझाते हैं मुझे एक चीज पर थोड़ा डाउट हो रहा है शायद आपने कहा था कि संस्कृत 150 ईसा पूर्व से पहले की हो ही नहीं सकती आज आप कह रहे हो कि अशोक के बाद की है तो अशोक तो 332 ईसा पूर्व तक था 332 के बाद यानी हम कह सकते हैं ईशा के पूर्व भी संस्कृत आ सकती है दूसरा बुद्धिस्ट हाइब्रिड संस्कृत के बारे मे भी और बताये गिरनार का अभिलेख है शायद, अगर वह संस्कृत में है लेकिन हम पढ़ नहीं सकते । क्या यह बुद्धिस्ट हाइब्रिड संस्कृत है
@deepakmahakulyadave989 Жыл бұрын
One example, jharkhand ki paanch tribes munda, santhaal, etc ki language s to kai varshon se hai per lipi ka form abhi bana hai, sanskriti, parampara purani hai.
@hxrsh_iee6546 Жыл бұрын
Sir Samkhya Aur Yog Darshan asal mein Sraman Tradition ko belong kerti hai but bhartiye itihaskar use vedic Darshan batate hai. Ushi prakar Vedant ke principles Sunyata athwa Sunyavadi Buddhism se copied lagti hai. Pls answer kar 🙏 aur Nayay aur Mimansa darshan ke upar bhi video banay.
@bavalalpanchani7457 Жыл бұрын
धन्यवाद 👌
@amitranga6059 Жыл бұрын
Great Sir
@Atheistguy Жыл бұрын
❤❤❤💥🔥
@vijaynangare4623 Жыл бұрын
Nice sir 👍🙏
@James-Prinsep Жыл бұрын
Aap sahi ho chanakeya ka pta 1905 ke baad chlaa
@debaprasad9117 Жыл бұрын
Namaskar sirji!🙏 Kya buddhism me reincarnation nahi he agar nahi he toh why Tibetan and Sikkim Lamas always been reincarnated? Please reply🙏🙏🙏 3 bar pucch liya ji!
@shyamkamble702 Жыл бұрын
बोधिधर्मण के इतिहास के बारे मे सही जाणकारी चाहिये. और कुंग फु, मार्शल आर्ट किसने सुरु किया और ये भारत से सुरू हुवा तो ये भारत मे क्यूँ नही सिकाया जाता 🙏
@ishankumarmishra1511 Жыл бұрын
Ashtavakra par bhi video banayee
@supriyayadav3306 Жыл бұрын
Modern history ki playlist alag se bana dijiye, ek jo bni h usme sare videos nahi hai. Ase doodne m problem hoti
@krishnaMishra-j2n Жыл бұрын
सर, क्या आपको लगता है कि नालन्दा को खिलजी ने जला दिया, या उस्के पीछे कोई और था सिर्फ खिलजी को आगे रखा गया क्यों कि नालन्दा को जब जल्या गया उस समय किसी को अपना इतिहास लिखा ना था आप समझ गए होगे कृपया उत्तर अवश्य दें ❤❤
@mohanprasaddhakal-u7b Жыл бұрын
नालंदा के ऐतिहासिक साहित्य अब तो तिब्बत मे बचा रहा होगा!
@mysteriousworld9723 Жыл бұрын
Keral ka ayyappa tradition ek buddhist tradition hai kya
@navendumishra7639 Жыл бұрын
सर एक बात समझ में नहीं आई हमे ये कैसे पता चलता है कि ऋग्वेद में जानकारी है वो 1500 BC कि है,धन्यवाद🙏
@HamaraAteet Жыл бұрын
वीडियो के माध्यम से आपको उत्तर मिल जाएगा
@Prashant-di7lr Жыл бұрын
आजीवको के बारे मे बताओ सर
@atulnagvanshi477 Жыл бұрын
क्या बुद्ध से पहले नागवंश था या नही??
@pappukumar-dv5zr Жыл бұрын
Good Speech
@awarenessworld40 Жыл бұрын
सर आज के जितने भी हिंदू धर्म ग्रंथ है उन सब में वेदों की चर्चा मिलती है और कई धर्म ग्रंथ ऐसे है जैसे उपनिषद महाभारत रामायण इनका तो कल लगभग लगता है कि इस पूर्व 200 300 ईसवी पूर्व तक के महसूस होते हैं पढ़ने के बाद तो ऋग्वेद मुझे लगता है कि त्रिपिटक की बात की रचना होगी ऐसा मुझे प्रतीत होता है आप अपना विचार स्पष्ट रूप से देकर वीडियो बनाया अगर आपको मेरा कमेंट पढ़ने में दिक्कत हो तो आप अनुमान लगाकर समझ सकते हैं ❤ धन्यवाद
@sundardasbhagat1049 Жыл бұрын
सर ,बोगाजगाइ स्क्रिप्ट सबसे पुराना टर्की मे मिलता है !Achamedian वंश इजिप्त मे हुवा ,वो भी पुराना है ! टर्की से पर्शिया इराण व भारत आये हुये आर्य है ,जो इराण मे अवेस्ता व भारत मे वेद उत्पन्न किये ,जो दोनो एक जैसे हैं ?मेरी मान्यता पर विचार करें
@sundardasbhagat1049 Жыл бұрын
इजिप्त और टर्की दोनोहि इस्रायल हे पास है ,तो क्या टर्की से आये हुये आर्य ,पूर्व के अब्राहमि धर्म मानते थे ?जिसे यहुदी भी कहा जाए
@randivmeshram8438 Жыл бұрын
👍👍👍👍👍
@ugryggfy9883 Жыл бұрын
🙏🙏🙏
@vinodshankarjha30593 ай бұрын
Vedas are also known as shruti orally transmitted from one person to another. Written form of these Religious Granthas collection. by various shishyas of.Krishna Dwayapayen in Sanskrit is known about 2000 years back.
@मैंनेसचकहाना-प2भ9 ай бұрын
सर जैन सन्त कहते है हिन्दू जैन धर्म से निकल है और बुद्धिस्ट कहते है हिन्दू बुध्द धर्म से निकला आखिर सच्चाई क्या है ।
@rathodhardik894 Жыл бұрын
Sir kya aisa ho sakta hai ki Brahmanone 1500 B.C. ka itihas ""Takshshila"" se padha ho fir Rigveda likha ho ???
@HamaraAteet Жыл бұрын
वीडियो के माध्यम से आपको उत्तर मिल जाएगा
@prashantghungare4249 Жыл бұрын
❤❤❤👍👍👍👌👌👌
@wishphysics Жыл бұрын
,ved phle shruti rup me thein aaj v South india me Brahmin hai jinko puri rigved samhita yaad hai, likha bahut baad me gya iska ye matlb nhi hai ki ved ki rachna buddhism k baad hue, likha hona important nhi hai kyuki phle printing press nhi tha aur patte ya mitti me likhne se khrab ho jata tha, log yaad krte thein or paas krte thein aur Vedic Sanskrit language tha Jo classical Sanskrit se alag hai apse umeed hai ap bhasa aur lipi k fark ko smjhenge , aaj main nai lipi me hindi likhu iska ye matlb nhi hai hindi aaj bni
@mittusharma3824 Жыл бұрын
Sir ye bhi ho skta h ki kch Avesthan log jo apne geet gaya krte the jb wo yha bharat ki or aae to unhone yha sanskrit or avestahn ka mila jula roop ki bhasha me apna ved lipibadh krna shuru krdia hoga or over the time wo yha ghul mila gye or vedo ko bhi indian bna dia. kyuki vedo ki sari chize iran bactria me milti h jese ki yagya havan, janeu, varn vyavstha or rigvedic devta mostly whi pe milte h.
@Birendrarahul64 Жыл бұрын
रामायण का रचनाकार का समय क्या था।
@maruthinandan4343 Жыл бұрын
Sir me south India se hun, yahan par lalita devi ki puja hoti hai, aur lilita sahasranam padha jaata hai, us lalita sahasranam me kurukulla ka ullekh aata hai, please ye bataye ki lalita kaun hai kya unka vajrayana buddhism se kuch sambandh hai? Aur skanda kumar/kartikeya/murugan ko tamil log pujte hai, par ye skanda kumar kushan kaal me dikhta hai, north India me inki puja nahi hoti hai par mujhe jaha tak pata hai kushan south India nahi aye the phir unke devta sirf yaha par prachlit kyun hai? Please jawab den
@HamaraAteet Жыл бұрын
वीडियो के माध्यम से आपको उत्तर मिल जाएगा
@RahulVerma-me8wm Жыл бұрын
भैया आप चमार जाति के इतिहास के ऊपर एक विडियो जरूर बनाए
@अगस्त्यसिंहअर्कवंशी Жыл бұрын
प्रणाम गुरुजी, हिंदू धर्म के अनुसार परशुराम विष्णु का छठवां अवतार बताया गया है जिसकी कहानी को त्रेतायुग में रामायण में धनुष विध्वंस के समय और द्वापर युग में महाभारत में दिखाया जाता है लेकिन ऐसा क्या होता है विष्णु का वो छटवां अवतारी परशुराम हिंदू धर्म के विष्णु के नौवें अवतार से मिलने तक की कहानी नही दिखाई जाती हैं जबकि हिंदू धर्म के अनुसार परशुराम सहित और सात भी लोगों को चिरंजीवी बताया गया है और वो अभी भी जिंदा है न्यूज चैनलों और कई मंदिरों ये अफवाह देखने को मिल जाती है की यहां आता था अश्वत्थामा यहां आता है अश्वत्थामा तो फिर वो परशुराम क्यों नही आता। गुरुजी इसे Q&A में शामिल करिएगा। धन्यवाद
@lakhanmeenalk5022 Жыл бұрын
Sir मीणाओ ki history ke bare toda sa bataye sir ji enone kab se Hindu dharm ko manana suru Kiya hai meenaho ne
@rajendramirdha573 Жыл бұрын
👌
@akbarsamirs Жыл бұрын
Ek confusion hai agar sanskrit pali ya prikrit ke baad aai to fir Aryan bhi gautam budh ke baad aae .esa lagta hai ki kushans, Greeks ko hi Aryan mana jata hai.aapka suggestions required hai?
@ashishfarsoiya9961 Жыл бұрын
1905 में चाणक्य की चर्चा किस पुस्तक से प्रारंभ हुई है?
@rationalhomosapiens7305 Жыл бұрын
सर फिर भी कुछ मौलिक सवाल ऋग्वेद के चर्चा करते वक्त बाकी रह गये। आजके तथाकथित ब्राह्मण धर्मीयों का दावा है कि ऋग्वेद बहुत बाद में लिपीबद्ध (लिखी) कि गयी अतः वह देवनागरी में लिखी गई पर ऋग्वेद तथा अन्य सारे वेद संस्कृत भाषा में हजारों सालों से मौखिक तौर पर ढोते आए हैं। तब सवाल वही रह जाता है क्या बुद्ध से पहले संस्कृत भाषा अस्तित्व में थी, क्या संस्कृत भाषा के कोई पुरातात्विक प्रमाण बुद्ध से पहले उपलब्ध है? क्या संस्कृत भाषा धम्म लिपी में लिखी जा सकती है नहीं तो क्यों नहीं? साथ में एक प्रश्न और क्या सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के कोई शिलालेख अभी प्राप्त हुआ है? अगर है तो कृपया उस पर एक व्यापक व्हिडिओ के माध्यम से हमारा प्रबोधन करने की कृपा कीजिए। धन्यवाद। ।