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अगर आपको दिन में कई बार रंग बदलने वाला शिवलिंग देखना हो या फिर देश में पहला ऐसा मंदिर देखना हो जो तांत्रिक क्रियाओं पर आधारित है या फिर ऐसा मंदिर देखने की इच्छा हो जहां भगवान शिव बाघ की खाल पर नहीं बल्कि मेंढक की पीठ पर विराजमान हैं. तो लखीमपुर खीरी आ जाइए. यहां 200 साल पुराने मेंढक मंदिर में इन तमाम खूबियों को अपनी आंखों से देखिए.