मैं अपना कमेंट इस प्रोफॉर्मन्स को सैंकड़ो बार सुनने क बाद लिख रहा हूँ. उस्ताद परवेज़ खान जी का तो कोई मुकाबला ही नहीं है. वो सा भी लगाते हैं तो एक अलग ही तरह की अनुभूति होती है पर जो तबले की संगति हुई है वो लाजवाब है क्योंकि बहुत मुश्किल है उस्ताद जी के साथ निभाना। मैं बजम ए खास की टीम को बहुत शुभकनाए देता हूं कि वो बहुत की सुंदर काम कर रहे हैं संगीत के लिए......सभी को नमन..............
@dhavalflute11 ай бұрын
Shashank taal 5.5 matra, (variation #1 in iTabla app)