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एलटीटीई यानि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम करीब तीन दशकों तक अपने आतंक और हमलों से श्रीलंका को दहलाता रहा है। अपनी अलग राज्य की मांग को पूरा करने के लिए इस संगठन ने न केवल सबसे पहले आत्मघाती दस्ते की शुरुआत की बल्कि हजारों निर्दोष लोगों के साथ ही कई राजनीतिक हस्तियों को भी मौत के घाट उतार दिया। एक दौर मे लिट्टे का उत्तरी श्रीलंका पर पूरा नियंत्रण था और वहां उसकी समानांतर सरकार चलती थी। लेकिन लिट्टे समर्थक और अलग ईलम राज्य को चाहने वाले आज भी दुनिया भर में फैले हुए हैं जो अभी भी लिट्टे समर्थकों की मदद करते हैं।भारत सरकार ने भी माना है कि लिट्टे का प्रभाव भारत में भी है और उसके समर्थक भारत में गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं जो भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और भारत की संप्रभुता के लिए खतरा है। इसे देखते हुए भारत ने लिट्टे पर प्रतिबंध की अवधि पांच साल के लिए और बढ़ा दी है। आज विशेष के इस अंक में बात करेंगे लिट्टे पर प्रतिबंध की, जानेंगे क्या है इसका इतिहास और कौन- कौन सी बड़ी घटनाओं को इस संगठन ने दिया अंजाम..
Anchor - Vaibhav Raj Shukla
Producer - Ritu Kumar, Rajeev Kumar
Production - Akash Popli
Reporter - Bharat Singh Diwakar
Graphics - Nirdesh, Girish, Mayank
Video Editor - Harish Mourya, Rama Shankar