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आजादी के बाद भारतीय संविधान के निर्माताओं ने देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाने और शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए केंद्रीय स्तर पर जहां संसद की व्यवस्था की.. वहीं राज्यों में विधान सभा के गठन का प्रस्ताव भी किया। इसके साथ ही लोक सभा के संचालन और गरिमा बनाए रखने के लिए लोक सभा अध्यक्ष.. और राज्यों में विधान सभा अध्यक्ष के पद का प्रावधान भी किया। राज्यों में विधान सभा अध्यक्ष.. सदन की कार्यवाही और उसकी गतिविधियों के संचालन के लिए पूरी तरह जवाबदेह होता है। विधान सभा अध्यक्ष से उम्मीद की जाती है कि वो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के साथ तालमेल बना कर.. इस पद की गरिमा को बरकरार रखे। विधान सभा अध्यक्ष का निर्विरोध होना और उसका किसी भी दल के प्रति झुकाव नहीं होने वाला स्वरूप.. समाज की उस राजनीतिक जागरुकता का प्रतीक है.. जो लोकतंत्रीय व्यवस्था की प्रमुख आधारशीला है। आज विशेष के इस अंक में हम बात करेंगे विधान सभा अध्यक्ष की...जानेंगे उनके अधिकार और शक्तियों के बारे में..साथ ही नज़र डालेंगे अब तक विधानसभा अध्यक्षों के कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों पर.... इसके अलावा लोक सभा अध्यक्ष के अधिकारों को भी समझने की कोशिश करेंगे..
Anchor - Vaibhav Raj Shukla
Producer - Rajeev Kumar, Ritu Kumar, Abhilasha Pathak
Production - Akash Popli
Reporter - Leena Sharma
Graphics - Nirdesh, Girish, Mayank
Video Editor - Vaseem Khan, Pitamber Joshi