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सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव 🙏🙏 आपके चरणो में।
जन्म के दाता मात-पिता हैं,
आप कर्म के दाता हैं।
आप मिलाते हैं ईश्वर से,
आप ही भाग्य विधाता हैं।
रोगी मन को दुखिया तन को,
मिलता है आराम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में......।
निर्बल को बलवान बना दो,
निर्धन को धनवान गुरु,
"देवकमल"और "वंसी"को भी ज्ञान का दो वरदान गुरु।
सब धरती कागज करूं लेखनी सब वनराय,
समंदर को स्याही करूं पर गुरु गुण लिख्यो न जाए।
हे महादानी है महाज्ञानी,
रहूं मैं सुबहो शाम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।
सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव 🙏🙏 आपके चरणों में।
🙏जय गुरुदेव 🙏
पं. श्रीराम शर्मा आचार्य संस्थापक - अखिल विश्व गायत्री परिवार (शांतिकुंज हरिद्वार)