महान विभूतियों से रूबरू कराने के लिए बहुत-बहुत आभार।🎉❤
@Jhasushant9 ай бұрын
तिवारीजी ने व्यक्तिगत स्वतंत्रता को महत्व देकर दरअसल वामपंथ पर सवाल उठाया है जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता को हमेशा कुचलता रहा है और सामूहिक अधिकार की बात करता है। एक झुंड मानसिकता का विचार कभी सभ्यता का आधार नहीं बन सकता। तिवारीजी को साधुवाद।
@dr.poonamsingh98679 ай бұрын
बहुत खूब। तिवारी जी ने मुझे एम ए में पढ़ाया है। अच्छे शिक्षक के रूप में हमेशा याद रखने योग्य अध्यापक है। सर को प्रणाम
@SureshnarayanPasi4 ай бұрын
Tiwari ji swadhin aur paradhin ki paribhasha satik hai thanks🎉🎉🎉🎉🎉
@pandepragya307 ай бұрын
बहुत अच्छी बातचीत। विद्वान विश्वनाथ तिवारी जी को सुनकर समृद्ध हो रहे हैं।
@manojghildiyal68548 ай бұрын
बहुत ही सुन्दर गम्भीर व्यक्तित्व के धनी तिवारीजी से सारगर्भित चर्चा।
@jaishankartiwari19747 ай бұрын
बहुत सुंदर साक्षात्कार अंजुम जी धन्यवाद ! मेरी बधाई स्वीकार करें। आचार्य विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की कविताएं और आलोचना दोनों दिल को छूती हैं और सुचिंतित तथा सुविचारित ढंग से लिखी गई है। ऐसे कवियों को पढ़ना तत्कालीन युग को समझने जैसा है।
@mudera3 күн бұрын
❤
@dr.balgovindsingh92689 ай бұрын
इस साक्षात्कार में तिवारी जी पूरी तरह आर-पार दिखाई दे रहे हैं।यह अच्छी बात है।
@deekshatyagi49279 ай бұрын
वर्तमान हिंदी जगत को अपने पुराने साहित्य से तटस्थता, स्वाधीनता जैसे तत्त्वों को गृहण करने की आवश्यकता है।
@नास्तिककीकलमसे-ब8ड9 ай бұрын
तटस्थता।😂
@deekshatyagi49279 ай бұрын
बिल्कुल
@atheistnothing50399 ай бұрын
आदि शंकराचार्य की यह बात मुझे भी अच्छी लगी कि अम्मी के अंतिम संस्कार में वह गए। जबकि यह संन्यास के नियम के विरुद्ध है। यह वचन देकर ही उन्हें संन्यास की आज्ञा मिली थी। सही हो यह बात या न हो लेकिन यह अच्छी बात है।
@AnilKumar-tm8wh9 ай бұрын
समालोचना में विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की पुस्तकें बहुत अच्छी हैं।
@vandanawriter57999 ай бұрын
बहुत सार्थक संवाद !💐💐
@madhukapoor47139 ай бұрын
जिस परिवार को बाधा समझते है कवि , वही उनको प्रेरणा भी देता है। Kant प्रसिद्ध दार्शनिक कहते है The light dove cleaving the air in free flight might imagine that it's flight would have been easier in empty space ... (But it is not so )
@seemadatta56349 ай бұрын
सुन्दर संवाद । बहुत कुछ जानने - समझने को मिला । धन्यवाद ।😊😊
@NaveenChandPatel9 ай бұрын
गुरुजी को सादर प्रणाम।
@vijaysinghmeena9009 ай бұрын
अंजुम जी को गांव का ज्ञान शन्य है। इनके 10/15 ग्रामीण परिवेश के साक्षात्कार देखे तो निराशा हाथ लगी। न इनको लोक का ज्ञान और न ही लोक साहित्य का ज्ञान। इनका साक्षात्कार केवल प्रश्नावली जो बनी बनाई देते हैं उस तरह का होता है?
@dr.akhileshkumarpandeysoci13409 ай бұрын
Very good and didactic personality 👌
@ihtishamsiddiqui18009 ай бұрын
बहुत सुन्दर
@radheshyamsharma20269 ай бұрын
बहुत सुंदर।
@rupakkumarb9 ай бұрын
पार्टनर तुम्हारी पॉलिटिक्स क्या है? मैं क्या कहता नहीं सूझा कोई त्वरित और माक़ूल जवाब - मुक्तिबोध अंजुम जी पॉलिटिक्स तो तय करना ही होगा नहीं तो कैसे न्याय की बात होगी। बीच का रास्ता नहीं होता है- पाश और आगे कुछ कहने की जरूरत नहीं है समझदार के लिए इशारा काफी है।
@ashokseth24269 ай бұрын
अत्यन्त नीरस साक्षात्कार
@prakashchandra699 ай бұрын
छठे दशक के उथलपुथल में राममनोहर लोहिया का बड़ा योगदान था, जिसे एंकर ने नजरंदाज किया, जबकि अनेक लेखक -कलाकार-बुद्धिजीवी-संस्कृतिकर्मी लोहिया से जुड़े रहे थे।
@ashokseth24269 ай бұрын
स्त्री को केवल दुःख और करुणा का पात्र बना कर स्त्री के दुःख को महिमामंडित करना पितृ सता को बहुत प्रिय होती है।
@varun6118 ай бұрын
Gonda ke Dr. Suryapal Singh ka interview kijiye.
@chinmayrathod90049 ай бұрын
अंजुम शर्मा को साहित्यकारों का नहीं, राजनीति वालो का साक्षात्कार करना चाहिए। इनके सवाल साहित्य से कम और राजनीति से प्रेरित ज्यादा होते हैं। वे बीच बीच में बोलकर साहित्य कार को पूरा बोलने का मौका नहीं देते।
@Anil-m8l4 күн бұрын
गांव को घूमने फिरने कि आदत रही होगी l
@4444pramodini13 күн бұрын
1.04 प्रश्न का उत्तर नहीं दिया l
@ashokseth24269 ай бұрын
कोई भी मीटिंग लेखकों से बड़ी केसे हो गई? सत्ता के आगे समर्पण और तटस्थता का दावा?
@prashantjain50589 ай бұрын
😊😊😊😊😊😊😊😊
@prashantjain50589 ай бұрын
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
@prashantjain50589 ай бұрын
😊😊😊😊😊😊
@ashokseth24269 ай бұрын
तिवारी जी और अंजुम जी स्त्री के दुख को देख कर मुग्ध हैं स्त्री की आंतरिक शक्ति आपको न दिखती है ना अच्छी लगती है।
@rupakkumarb9 ай бұрын
मार्क्सवाद का गलत व्याख्या कर रहे हैं ।
@rupakkumarb9 ай бұрын
इनका वक्तव्य सत्ता के दलाल जैसा शब्द का प्रयोग कर रहे हैं।