शिव विवाह महाराज जी आप के मुख से ऐसा लग रहा है कि आप देवलोक से उतरे हो वेदव्यास का अवतार हो स्वयं ही भोलेनाथ हो इतनी कथा में सरलता है इतनी मिठास है कैसा लग रहा है कि वेदव्यास आपके ही मुख्य में आ करके बैठ गए हैं बहुत अच्छे हो महाराज की कथा बहुत सुंदर है साक्षात ब्रह्मा जी ने आपके सरस्वती जी को बिठा दिया है प्रणाम गुरु जी सादर दंडवत महाराज प्रणाम