सर 1 बार ध्यान दें ये प्रशुप्त तनु विछिन्न उदार अविद्या की अवश्थायें नहीं होती है ये अविद्या को छोड़कर अश्मिता राग द्वेष अभिनिवेश की अवश्थायें होती हैं जो कि 2/4 श्लोक में बताया गया है अविद्या का मतलब सिर्फ अज्ञानता होता है । उसकी कोई अवश्था नही होती है। अविद्या होने के कारण ही बाकी सारे क्लेश उत्पन होते है और उनकी 4 अवश्थायें होती है जो कि प्रशुप्त तनु विछिन्न उदार रूप में होते हैं
@Yogayu-e5t5 жыл бұрын
सर भाषा ठीक नहीं है
@prashantkhare0965 жыл бұрын
किताबी बातें हैं केवल, कोई अनुभव परक ज्ञान नहीं। NET पास हो जाए शायद किसिका लेकिन योगभाव के बिना।