गुरूजी आपको वाल्मिक रामायण से वो पूरा प्रसंग श्लोक सहित बताना चाहिए ताकि कोई शंका ना रहे।
@bhaktinavneet3 ай бұрын
वीडियो ज्यादा लम्बा न हो जाय इसलिए सार रूप में बताया है।
@manjulsharma1863 ай бұрын
@@bhaktinavneet गुरूजी लोग पढ़ने के आदी नहीं है यही कारण है लोग सुनी सुनाई बातों को ही सच मान लेते हैं।
@akshaykumarkumar13173 ай бұрын
Shurpanaakha bhi Ravan ke saman hi papin thi or ye jo ravan or shurpanakha ki image clear kaar rhe hai ye bhi khud asuri parviti ke hai en sangthano ke logo ka dimag ghutno me hota hai jis prakar pahle ke samay me rakasah rishi muni ke yagya me badha dalte the or asur vichar dhara failate the ye bhi vahi asuron bale karya kar rhe hai
@skull87233 ай бұрын
🙏 Guruji title sabhya honey Chahiye..baaki aap gyani ho please views ke liye aapko ye Sab Shobha Nahi deta Premanand ji Maharaj Rajendra Das ji Maharaj sey seekh lijiye Kabhi unki videos ke title asabhya Nahi hotey aap log adhyatmik hai sansaarik Nahi. Chama kariyega🙏
@bhaktinavneet3 ай бұрын
राजेंद्रदास जी और प्रेमानन्द जी का दृष्टिकोण अलग है। इस वीडियो में किसी की कही बात को उद्धरित किया गया है और उनकी बातों का जवाब दिया गया है । टाइटल डालने के पहले बहुत विचार करना पड़ा है क्योंकि लोग इतने नकारात्मक ही चुके हैँ कि सकारात्मक टाइटल देखना पसंद नहीं करते। जिस तरह से संगठनात्मक तरीके से लोग विरोध कर सनातन ग्रंथों और उनके चरित्रों का विरोध कर रहे हैँ उसके लिए उनकी कही बातों को as it is रखना अत्यंत आवश्यक है। अगर मैं लिखता कि राम भगवान हैँ तो क्या आपकी दृष्टि वीडियो पर पड़ती ? क्या जिस तरह से विरोध किया जा रहा है उस पर आपका ध्यान जाता? नहीं क्योंकि हमारी आदत बन गयी है अनुकूलता सुनने की जिसके कारण हमारे सनातन शास्त्रों के स्वरूप को विकृत करने का कार्य हो रहा है।