ओह, जब यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में इस तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं तो देश और नागरिकों को इंसाफ कौन दिलाएगा।यह एक बड़ा सवाल और चिंतनीय है।नागरिक समाज को जागरूक होकर लोकतांत्रिक ढंग से मजबूती से उठाए जाने की महतI जरूरत है।तथ्यात्मक खबर का स्वागत है।