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वीर योद्धा तक्षक | Veer yodha takshak, इस्लामी आक्रांताओं को धुल चटाने वाला भारत का पहला योद्धा |
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आज हम आपके लिए शोर्य और वीरता की एक ऐसी गाथा लेकर आएं हैं जो हमारे भारतीय इतिहास की एक बोहोत ही स्वर्णिम एवं अविस्मरणीय घटना रही परन्तु जिसे हमारे भारतीय इतिहास के पन्नों पर उचित स्थान नहीं दिया गया
ये गाथा है वीरता शौर्य और पराक्रम की
ये गाथा है भारत में विदेशी आक्रांताओं के सबसे पहले आक्रमण के बाद भारत के एक अभीन अंग सिंध को विधर्मीयो से आजाद कराने की
ये गाथा है एक 8 वर्ष के बालक के अपने माता-पिता और बहनों के हत्यारों से प्रतिशोध की
ये गाथा है उस आजादी और प्रतिशोध के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के बलिदान की
यह गाथा है विर योद्धा तक्षक की
7वीं सदी की बात है, सिंध पर राजा दाहिर सेन का राज था, और राजा दाहिर सेन ने अरब से अपनी जान बचा कर आएं इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद के परिवार के सदस्यों को प्राणों की रक्षा के लिए बिनती करने पर राजा दाहिर सेन ने सिंध में पनाह दी जिसपर अरबी आक्रांताओं ने सिंध पर एकाएक आक्रमण कर दिया वृद्ध हो चुके राजा दाहिर सेन और सिंध की सेना जब तक कुछ समझ पाती और संभल पाती तब तक अचानक हुए और कभी ना देखे ना सुने हुए एसे आक्रमण से सिंध पर अरबी आक्रांताओं का कब्जा हो गया राजा दाहिर विरगती को प्राप्त हुए उसके बाद अरबी आक्रांताओं ने मोहम्मद के परिवार के सभी बचें हुए सदस्यों की हत्या कर दी , पर उनका केहेर यह नहीं रूका, उन्होंने बर्बरता से सिंध पर अपना अत्याचार शुरू कर दिया पुरे सिंध में उनकी लुट शुरू हो गई गांव गांव मे कत्लेआम किया गया बोहोत बड़े स्तर पर मां बहन बेटियों की आबरू तो ताड़ ताड़ किया गया और अनेकों सनातन धर्मियों का जबरन इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराया गया
उसी आक्रमण के दोरान सिंध के एक गांव में जब अरबी आक्रांता पोहोचे और लुट शुरू कर दि तब एक 8 वर्ष का बालक जिसका नाम तक्षक का उसे उसकी मां ने 2 बहनों सही साथ ले कर गांव से भागने का प्रयास किया पर गांव से भागते समय कुछ एक आक्रांताओं की नजर उन पर पढ गई, मां ने शरीर छोटा होने की वजह से तक्षक को तुरंत बड़ी घांसो के अंदर लेट जाने को कहा और स्वयं दुसरी दिशा मे भागने लगे पर मां और दोनों बहनों को विधर्मीयो ने घेर लिया और घंस में छुपे तक्षक के देखते ही देखते उसकी आंखों के सामने आक्रांताओं ने उसकी मां बन्नो की हत्या कर दी , दुर से देख रहें 8 वर्ष के बालक तक्षक के हृदय में आसिम क्रोध की ज्वाला जाग उठी और उसही समय उसने यह प्रतिगया लि के एक दिन वह ईन विदेशी आक्रांताओं से अपने निर्देश परिवार की निर्मम हत्या का प्रतिशोध अवश्य लेगा,....... आगे विडियो में देखें
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