इतिहास के बारे में आप बता रहे हैं इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
@SunnyKamble-b3kАй бұрын
इतीहासका उच्च कोटीका ज्ञान आपके पास है. वह ज्ञान आप पुरी दुनियाको बाटरहे है. उच्चतम विश्लेषण, सटीक जानकारी. आपका शुक्रीया
@rathodhardik894Ай бұрын
Hello Ateet Sir ❤❤❤ अतीत सर गिरनार (जूनागढ़ - गुजरात) पे आज हिन्दू (ब्राह्मण धर्म) का कब्जा है, लेकिन प्राचीन सबूतों की बात करे तो बौद्धों और जैनों के ही मिलते है, इसपे आपका क्या कहना है ?❤❤❤
@HamaraAteetАй бұрын
हां सही बात है ।
@priyatamanuragi9398Ай бұрын
नमस्कार सर, मैं इस विषय का बेसब्री से इंतजार कर रहा था, मेरी कई शंकाएं मिट गयीं । अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार 🙏🏼🙏🏼
@Zelda2950-k7yАй бұрын
सर आपके चैनल के कारण सही इतिहास जानने में लोगों की रुचि बढ़ती ही जा रही है...बहुत इच्छा है जल्द ही काबिल हो सकूं ताकि आप जैसे लोगो की सहायता पैसों से भी करके देश की सेवा कर सकूं अभी तो सिर्फ view दे के ही कर सकते हैं आप और आपकी टीम सच्चे हीरो हैं जो बिना लालच के अपना पैसा और समय लगा के चुपचाप सेवा में लगे हैं।
@nileshshirsath291Ай бұрын
सर आपकी वजह से हमें बहुत सारा ज्ञान प्राप्त हुआ है ...आप जो बुक बतातें हो हम ने बहुत सारे बुक मंगवाए है ... आपको बहुत धन्यवाद सर.. जय प्रबुद्ध भारत
डियर अतीत सर! कितना धन्यवाद करें ? कितनी बार करें ?? एक ही तो दिल है ...कितनी बार लूटेंगे आप ?????गुड नाईट 🌹❤
@user-lb7zh3vk1kАй бұрын
आश्चर्य की बात है कि दुनिया की सभी सभ्यताओं ने कुछ न कुछ लिखा है। किसी ने मिट्टी पर, किसी ने दीवारों पर, किसी ने पेड़ों पर तो किसी ने चमड़े पर। लेकिन ये एक सभ्यता थी जिसे श्रुति साहित्य कहते हैं जो इंतज़ार कर रही थी। कब कागज़ आएगा और हम उस समय का इतिहास लिखकर प्राचीन हो जाएँगे।😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@gautamji0083 күн бұрын
बहुत ही अच्छी जानकारी ।
@tonmoyhalder2450Ай бұрын
भारत में कोई वैदिक काल नही थी। ए केबल एक धार्मिक प्रोपोगंडा है
@mansri9035Ай бұрын
प्रणाम आचार्य जी।। इक्ष्वाकु वंश के राजा यदि भारतीय नहीं थे तो भगवान की कहानी क्या एक कथा मात्र है?? मेरा मन तो यही स्वीकार करने लगा है क्योंकि ऐतिहासिक प्रमाणों से ये तो सिद्ध होता ही है। क्या किया जाए वास्तविक इतिहास से प्रगाढ़ प्रेम जो है।।। ❤❤❤
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - जिस दिन आपको भारत का सच्चा इतिहास पता चलेगा उस दिन सारे भगवानों से आपको नफरत हो जाएगी | हमारी टीम कभी-कभी यही सोचकर भगवानों के ऊपर वीडियो नहीं बनाती है, क्योंकि आप लोगों की उनमें गहरी आस्था है | आपकी आस्था का हमारी टीम पूरी तरह से सम्मान करती है 🙏
@avinashkumar-q7tАй бұрын
सर मैं ऋग्वेद में यह देखा है उसमें न राम न शिव भगवान की अनु गणेश भगवान की की चर्चा की गई ना किसी देवी की सिर्फ इंद्र मित्र वरुण और कृष्ण की
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - सही है 🙏
@ravindranathwase1653Ай бұрын
This vedio reopens ancient history in all perspectives and endorses truth.
@AmanpundirАй бұрын
ऋग्वेद के सबसे पुराने माने जाने वाले मंडलों में ब्रह्मा/ब्रह्म का उतना जोर-शोर से उल्लेख क्यों नहीं मिलता जितना कि अपेक्षाकृत नए मंडलों में मिलता है?
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - ऋग्वेद के कुछ मंडलों की रचना बहुत बाद में हुई है। ऋग्वेद के कुछ मंडल बहुत प्राचीन भी हैं, जो प्राचीन है उनमें आपको वर्ण व्यवस्था का उल्लेख देखने को नहीं मिलेगा |
@tarksheel-manavАй бұрын
सर जितना आपके चैनल की विडियो का इंतजार होता है उतना तो किसी फिल्म का भी नहीं होता! हर बार एक से एक नई नई जानकारीयां प्रदान कर इतिहास से जुड़े मिथकों को दूर करते हो। कृपया एक विडियो विदेशी बमन और समन बमन में अंतर पर बनाइए। तथा सबूतों के आधार पर बताइए की कब विदेशी बरमनो ने बौद्ध विद्वान सूचक शब्द बमन को पूरी तरह कब्जा लिया? 🤔😒🙏
@babanshankarlande4777Ай бұрын
जय हिंद सर l 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏 नमो बुद्ध l नमो नमः ll 🙏❤
@HamaraAteetАй бұрын
🙏
@Yahana-d2u3 күн бұрын
Apka history ka knowledge super se bhi uper hai . 🙏
@surendraprasadsah9879Ай бұрын
आपके पहले के विडियो के आधार पर आज के विडियो पर बहुत सारे प्रश्न खड़ा किए जा सकते हैं सर।आपकी बात ही आपकी बात से कट जा रही है।
@missilelot5531Ай бұрын
भारत में सनातन के नाम पर तुर्की और सीरिया का धर्म थोप दिया।।
@HamaraAteetАй бұрын
हुर्रियन धर्म में भी ये सब देवता पाए जाते हैं ।
@g.krishan6696Ай бұрын
Wow. Ek or deep research or deep knowledge wala video. You r great teacher sir. Thanks for valuable vidio. 🙏🎉
@sudhirshakyavanshiАй бұрын
थोड़ा संसोधन कर दू - पढ़के नहीं सुनके - कोई ही विद्वान इतने सारे ग्रंथो को सुन के यहाँ तक नहीं ला सकता है - और उससे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि किसने कोई भी ग्रन्थ सिर्फ बोल के रचा दिया क्रमबद्ध तरीके से जब पाणिनि का भाष्य ही नहीं आया था अस्तित्व में और लोग बहुत सारे alphabets को जानते ही नहीं थे और कई वर्णमाला के शब्दों से-हलन्त-विसर्ग-मात्राओं से अनभिज्ञ थे और फिर क्रमबद्ध तरीके से उसको दसवीं सदी तक ढो के लाया सिर्फ सुनके (स्मरण करके) - इतिहास का सबसे बड़ा घालमेल - अपना विदेशी पहचान छुपाने के लिए ऐसा थोपा जा रहा है हम पर - जब बुद्ध के समय ब्राम्हण के लिए बमड़ शब्द प्रयोग किया जाता था और बमड़ का मतलब जो आचार्य जैसा जो शिक्षा देता हो और जिसका जनम से कोई मतलब नहीं होता था कि वह जनम से बमड़ है मतलब जात से |||
@akashSamannАй бұрын
भारत में लिखने की परम्परा बहुत पहले से है सिंधु घाटी सभ्यता में देखिए लेकिन ये वैदिक लोग जो बहुत महान बनते हैं इन्हें लिखने का ज्ञान नहीं था 😂
@AmanpundirАй бұрын
धन्यवाद गुरूजी! 🙏
@rajeshkumar-yw5fbАй бұрын
Sir ji🙏 prnam. Thanks.
@HamaraAteetАй бұрын
🙏
@VIVEKKUMAR-sm3zmАй бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद सर💙💙💙💙🙏🙏🙏🙏
@PiyushYadav23164Ай бұрын
Thank you so much sir ❤
@HamaraAteetАй бұрын
Most welcome
@shraddhagawande3234Ай бұрын
Schedule cast untouchable कैसे बना इसपर detail video ji 🙏
@nirajkumari4973Ай бұрын
Guru g 🙏
@HamaraAteetАй бұрын
🙏
@karansamariya7414Ай бұрын
Guruji Ek Week me 2 videos banaaiye na Please koshish karna ❤
@ShubhamPawar-cs7lpАй бұрын
Thank you so much sir 🎉
@Orion_08Ай бұрын
सर भगवान राम कौन है इसपर वीडियो कब आएगा ?
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - जो लोग स्वयं को भगवान राम का वंशज मानते हैं उन्हें खुद ही पता नहीं है कि भगवान राम का असली नाम क्या है ? जो समाज आज तक यह सोचकर जी रहा है कि मैं श्री राम का वंशज हूं जब उन्हें श्री राम का असली नाम पता चलेगा तो उनका क्या हाल होगा । यह सोचकर वीडियो नहीं बना रहा हूं ।
@NaryansinghSuryawanshiАй бұрын
सर आप एक नई किताब लिख दे इतिहास इतिहास की नमस्कार
@sureshkumarjjj5045Ай бұрын
1.सर मेघवाल जाति के बारे में जानकारी कब से मिलती हैं? 2.चमार और मेघवाल में संबंध हैं या नहीं?
@chandrashekhermauryaАй бұрын
Aap satik jankari de rahe hai
@AbhijitSalvi-zn5nvАй бұрын
Dear sir Buddhism me jo bodhisattva hai unke samkalin koi praman hai kya? Unke astitva ke praman pe vedio banao na sir please 🙏
@HamaraAteetАй бұрын
जी हां
@Orion_08Ай бұрын
सर स्वस्तिक चिन्ह तो सिंधु घाटी सभ्यता से पहले भी मध्य एशिया में पाया जाता है तो क्या उसे सिर्फ सिंधु घाटी सभ्यता और समन परंपरा से जोड़ना कहां तक उचित है ?
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - स्वास्तिक चिन्ह पर भी बहुत जल्द बात की जाएगी ।
@avinashkumar-q7tАй бұрын
सर यह रामायण महाभारत किसी देश में हुआ है दशरहा युद्ध इजराइल में कैसा हुआ ओर किसी किसी के बीच हुआ क्या इक्ष्वाकु और यहूदियों के बीच हुआ था हक्सोस
@avinashkumar-q7tАй бұрын
क्या मिथिला ब्राह्मण मिट्टी जाती संबंध है
@HamaraAteetАй бұрын
हां
@ritikmahore5069Ай бұрын
Jay bhim NamoBudday
@neenaobhrai273Ай бұрын
You and your team ko bahut bahut thanks for lessons of ancient times and religious history..I watched Turkish series before ottoman and they showed morpanks in their mukuts, tilak..
@Orion_08Ай бұрын
आज भी जब भी लोगों के घर में शादी होती है लोग जुआ खेलते है। क्या इसके पिछे यहीं वजह है ?
@avinashkumar-q7tАй бұрын
सर आप 1हफ्ता me 2 video क्यों नहीं लाते हो
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - कुछ समय पहले अज्ञात लोगों ने हमारे सिस्टम को खराब कर दिया था जिसमें लैपटॉप, डेस्कटॉप, माइक, हार्ड ड्राइव सब कुछ शामिल था | लगभग 2 लाख 17 हजार समान था । यह सब सामान खरीदने में मुझे थोड़ा समय लगेगा, क्योंकि यूट्यूब से इतना पैसा नहीं आता है | रिसर्च करने में भी हमारा व्यक्तिगत पैसा खर्च हो जाता है । अभी हम लोग दूसरे के सिस्टम से अपना काम चला रहे हैं । आपको थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा 🙏
@GurpreetSingh-zr8wcАй бұрын
🙏🙏🙏🙏
@luckysamal2823Ай бұрын
❤❤
@mauliksolanki8390Ай бұрын
Sir Megasthenis ki indica par detail me video banaiye.
@HamaraAteetАй бұрын
संभवतः अगला वीडियो 🙏
@VishalVerma-ny3sbАй бұрын
Namaste 🙏 sir 😊
@amitverma1288Ай бұрын
Sar main aapke channel ko 7 star deta hun
@mohitkumar-kb8qiАй бұрын
Agar hindu dharma bauddh dharma k hinyan se nikla h to fir isme brahmno k kabja kaise hua
@VijayYadav-gh2dvАй бұрын
Sir batayen brahaman sab ke guru kaise ban gayen aur jab shudron ko siksha se banchit kiya to shudro ne virodh kyon nahin kiya
@avinashkumar-q7tАй бұрын
सर आप चमार जाति का वीडियो बनाई न आप ने सारे जाति का पर वीडियो बनाए हो पर आप हमारी जाति छोड़ कर
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - जाति का भेदभाव हमारी टीम में कोई नहीं करता है | आप परेशान ना हो, वीडियो जरूर बनाया जाएगा |
@ghu15Ай бұрын
आपका शुक्रिया , शब्द " स्वस्तिक " और " शिव लिंग " इसका origin कहाँ से है । इसका किसी को नहीं पता केवल किस्से और कहानियाँ हैं । इसकी खोज कर के कृपया बताएं
@HamaraAteetАй бұрын
जी जरूर
@DalleSubbaАй бұрын
सर जी... सनातन समीक्छा चैनल वाले आपलोग को एक्सपोज़ करने मे लगे हुए है
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - उन बेचारे बच्चों के पास कोई कंटेंट नहीं है इसीलिए वो एक्सपोज करने को ही अपना कंटेंट समझते हैं । जब जब वह मुझे एक्सपोज करते हैं, तब तब उनके समर्थक मेरे वीडियो को देखने आते हैं इससे मुझे फायदा होता है |
@A-ri7hdАй бұрын
Hello sir 🙏
@SinduROXX123Ай бұрын
नमस्कार गुरु जी
@HamaraAteetАй бұрын
Namaskar 🙏
@anilparyani1978Ай бұрын
कर्म अपने नियमों से चलते रहेंगे
@Naruto-qp5ueАй бұрын
Sir, SC community untouchable kaise Bana ?
@VishalVerma-ny3sbАй бұрын
Namo Buddhay jay bhim sir 😊
@ReSh2512Ай бұрын
प्राचीन भारत में गुरु शिष्य परम्परा थी ।गुरु शिष्य को सारा ज्ञान सुनाते थे और शिष्य उसको आत्मसात करके स्मरण करते थे।यह ज्ञान एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक इसी प्रकार पहुंचता था।जब लिपि का अविष्कार हुआ तो यह ग्रन्थ लिपिबद्ध अर्थात लिखे जाने लगे।एक बात का स्मरण अवश्य रखा जाना चाहिए कि बाहरी आक्रमणकारियों ने हमारे देश में धन लूटने के साथ साथ ज्ञान को नष्ट करने के लिए पुस्तकालयों को भी अग्नि के हवाले कर दिया था।तक्षशिला में तो फिर भी कुछ पुस्तकें यवनों ने बचा ली थी व यूनान ले गए थे।पर इस्लामिकों ने तो सब कुछ नष्ट ही किया।वेदों को तो अपौरुषेय कहा गया है,वह तो ईश्वर की वाणी से उतपन्न हुए माने जाते हैं।दूसरी बात यह है कि, हमारी भारतीय संस्कृति ईरान तक फैली थी ,दूसरी ओर तिब्बत पर भी भारतीय संस्कृति ही थी,क्योंकि शिवजी के कैलाश मानसरोवर के विषय में सभी धर्म ग्रन्थों में वर्णित है,यह सब तो प्रमाणित ही है।वेद केवल दो ढाई हजार साल पहले के हैं कहना ठीक नहीं है।ढाई हजार साल पहले का तो हमारा विक्रम सम्वत पंचांग ही है।उससे पहले भी अनेक महान राजाओं ने अपने सम्वत निकाले थे।फिर भारत कोई मोहनजोदड़ो या हड़प्पा तक ही नहीं था,उससे पहले भी था।गंगा जी के पृथ्वी पर आने की कथा ही उससे पहले की है।कोई खोज ही कहाँ की गई।सभी प्राचीन नदी घाटियों की सभ्यताओं की खोज की जाए तो सच्चा इतिहास पता चले।दूसरे विजेता तो अपने अनुसार इतिहास लिखवाकर चले गए।उनमें कितना प्रामाणिक है ,कहा नहीं जा सकता।जो प्रमाण मिल चुके हैं वही सही माने जा सकते हैं।
@milindpridarshi481Ай бұрын
Rigveda ke koi bhi Evidence nhi milte 14th century AD se pehle lekin Shruti kya 1000 -2000 saal kaise chal sakti har generation mein distortion hoga Lekin classical sanskrit ke 8th century AD ke pehle Evidence nhi milte Kya aisa nhi hota word rigveda ka mtlb pehle kuch aur tha aaj kuch aur Sir ek page vedas ka 1464AD ka hai page mila lekin aaj ka vedas pichle 100-200 years mein kyu nhi likhe gye hoo sakte hai
@rishikeshmore3926Ай бұрын
सर आप बोल रहे हो कि... वैदिक परंपरा का चलन सिकंदर के साथ तो बौद्ध साहित्य में ब्राह्मणों का नाम कैसे आता है? और तीन वेदों का आप का कहना सही हैं, मैंने सुना है कि, इ. स. पूर्व में तीन वेद ही थे बाद में चौथा वाला वेद जोड़ लिया, जिसका नाम अथर्ववेद था।
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - बौद्ध धर्म के एक भी ग्रंथ अंग्रेजों के समय से पहले भारत में उपलब्ध नहीं थे, तो फिर बौद्ध धर्म के ग्रंथ किसने लिखे? यह सब पता करो जवाब स्वयं ही मिल जाएगा ।
@VishalVerma-ny3sbАй бұрын
Jay bhim ❤😊sir
@AKA-f7pАй бұрын
लीपी का ज्ञान नहीं था आर्यो को तो कीस लीपी में वेलखे होंगे उन्होंने. यह बात, समझ नहीं आ ई। मज़ाक़ था क्या। क्योंकि बिना लीपी के ज्ञान के सीखोगे कैसे?!
@baburampalpal6530Ай бұрын
Good night sir ji 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
@HamaraAteetАй бұрын
Good night
@PiyushYadav23164Ай бұрын
Sir Ramayana Puran aur Mahabharat se bhi hame ancient dynasty aur states ke bare me pta chlta hai jo 6th century BCE ke hain kaise ? Wo bhi after 1000 AD ke hain
@manifitness1Ай бұрын
🙏
@Rationalthinker-Am1dkrАй бұрын
Tibbatiyan language kaise sikhe wobhi bhi purani language
@rahulborkar7558Ай бұрын
Hettie ke ruins Aaj bhi turkiye me hai.Unki capital Hatusa thi.
@VijayYadav-gh2dvАй бұрын
Sir namaste naman jaishrikrishna sir yah batayen logo ne varnbyavashtha ko accept kaise.kiya
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - 🙏 वर्ण व्यवस्था प्रारंभ में कर्म के आधार पर ही थी परंतु बाद में कुछ स्वार्थी लोगों ने वर्ण व्यवस्था को जन्म के आधार पर बना दिया ।
@siddhantk5187Ай бұрын
sir jo kamandal (lote jaisa patra) rishiyo k htaho me dikaya jata hai waisa hi kamadal sumeriyan or babyloniyans ki murtiyo me hai par bhartiyo ki boudho ki jaino ki prarambik murtiyo ya chitro me nahi dikta
@AmanpundirАй бұрын
हिमाचल में पाई जाने वाली जनजाति हाटी का क्या हित्ती लोग से कोई संबंध है?
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - हित्ती और मितानी बारे रिसर्च जारी है बहुत जल्द वीडियो देखने को मिलेगा ।
@akashSamannАй бұрын
सर ये वैदिक लोग तो सिकंदर और darius कि औलाद हैं 😂😂लेकिन darius तो likhwata था लेकिन उसकी औलादें लिखना नहीं जानती thi😂😂😂
@Orion_08Ай бұрын
क्या सिंधु घाटी सभ्यता में सच में कोई शिवलिंग मिला है या ये सिर्फ बस व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी का ज्ञान है ?
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - इस प्रश्न का उत्तर आपको इस वीडियो के अंदर मिल जाएगा ।
@dipantanchАй бұрын
Sir kya sikandar ke akraman se pehle bhi greeks aur persi Gandhar ke aspas baste the? please bataiye
@HamaraAteetАй бұрын
हेराक्लीज भी भारत आया था । लेकिन उसका इतना प्रभाव भारत में नहीं हुआ था जितना अशोक के बाद आए यवनों का हुआ ।
@sbaba8458Ай бұрын
शंकर कौन हैं, क्या यह वास्तविक चरित्र हैं या अल्लाह की तरह काल्पनिक...और भारत में इनकी श्रेष्ठता कैसे स्थापित हुई?? कृपया ज्ञान वर्धन करें।
@anilparyani1978Ай бұрын
गौतम बुद्ध द्वारा जो सत्य का मार्ग बताया गयाहै और किसी ने नहीं बताया है धर्म जाति पात उनका उदय दसवीं आठवीं दसवीं शताब्दी बाद हुआ है इतिहास का जितने भी किताब की भाषण सब बकवासलिखी हुई है परमात्मा आत्मा है परमेश्वरी एक ही है जिस प्रकार सृष्टि नियमों से चलतीरहेगी इस प्रकार कारण अपने नियमों सेचलेंगे
@Katale4825Ай бұрын
सर इंद्र ओर ब्रह्मा का उल्लेख त्रिपिटक में बहुत बार हुआ है भगवान बुद्ध 31 लोक का उल्लेख करते है इसमें ब्रम्ह लोक ओर इंद्र लोक का उल्लेख है पाली में इंद्र को इन्द कहते है त्रिपिटक में हमे उल्लेख मिलता है कि सहंपति ब्रम्हा ब्रह्मलोक से आकर भगवान बुद्ध को उपदेश करने की याचना करता है
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - शक और कुषाण राजाओं ने अपने कॉस्केटों पर बुद्ध के साथ साथ इंद्र और ब्रह्मा की आकृति को बनाया है ।
@SANJAYTIWARI-kl8flАй бұрын
आपने फिर वही बात करी इतिहास के स्रोतों पर आधारित है आपकी जानकारी कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है आप सनातन के आलोचनात्मक रूप पर ही ज्यादा ध्यान देते हैं
@HamaraAteetАй бұрын
Dear - तिवारी जी आपके पूर्वज तो स्वयं सनातन धर्म को नहीं मानते थे । टोनी जोसेफ की एक किताब है आप उसे पढ़ लेना जिसमें बताया गया है कि तिवारी ब्राह्मण ही भारत में सबसे आखिरी में आए थे । कहो तो किताब खोलकर ही दिखा दूं 🙏 अगर मैंने ग्रंथों को खोल कर पढ़ाना शुरू किया तो आप जैसे बहुत से लोगों को तकलीफ होगी, और मैं आपको तकलीफ देना नहीं चाहता क्योंकि मेरा काम समाज में नफरत फैलाना नहीं है 🙏 मैं किसी की आलोचना नहीं करता बल्कि सच बताता हूं जिसे आप लोग आलोचना समझते हैं ।
@yogeshmajmudar8580Ай бұрын
Takshshila and Patliputra yeh Vidic ka ho sakta hai.
@b.sudhakar5Ай бұрын
Sir ji namaskar🙏 Sir ji kya chamar jati ko chamar kahkar pahle se hi pukara karte the ya bad me. Please sirji reply.❤
@pulakdasgupta902Ай бұрын
Thailand ka Kitna prabhav hai Vaidik parampara me
@anilparmar5367Ай бұрын
Sir muje mahayan shakha ki book chahiye foto ke sath Ap link dijiyega
@omsingh8625Ай бұрын
श्रीमान आपकी टीम अच्छा कर रही है ,लेकिन सत्य से कोसों दूर।मनु दक्षिण से उत्तर गए थे,एलाम भारत और लंका से सम्पूर्ण संस्कृति संबंधित हैं, बलगोंडा 37000yrs ago, ईख का रोपण South East Asia 12000yrs पूर्व।