इस गीत को सुनने के बाद एहसास होता है कि हमने बाबा साहब के साथ कितनी नाइंसाफी की है। और हम बड़ी बड़ी बात करके खुद को आंबेडकर वादी कहते हैं। डॉ अवनीश राही साहब का गीत सिर्फ गीत नहीं बल्कि आईना है। जिसमें खुद को सामने रख कर हम अपने जमीर की गिरावट को नाप सकते हैं। धन्य है राही साहब । आपके गीत और आपको सादर नमन।
@ramlalsingh630628 күн бұрын
अति सुंदर, तथा प्रेरणादायक , बहुत बहुत धन्यवाद सर जी हमारा जमीर झकझोर देने के लिए
@ramlalyadav315417 күн бұрын
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति सर जी। 🙏🙏🙏🙏
@ramlalyadav315417 күн бұрын
जय भीम जय भीम। 🙏🙏🙏🙏😭
@ramjilal623128 күн бұрын
Bahut sunder
@singerdimpymishra354Ай бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@prvn5628 күн бұрын
Bitter Truths of our society
@avnishrahi2729Ай бұрын
अगर मेरे इस गीत को सुनकर एक भी अम्बेडकर अनुयाई भीम-पथ पर चल पडता है तो मैं समझूँगा कि मेरा प्रयास सफल हो गया।
@gajendrapalsingh819924 күн бұрын
Jay bheem namo buddhay guru ji सही कहा आपने अपने गीत के माध्यम से❤❤