आँप बुजुर्ग भि है और जान्कार भि हे आपका मै सम्मान कर्ता हु ।आपने बताए बहुत सारे बाते बौद्ध व्याख्या से नहि मिल्ता है। बौद्ध धर्म प्रज्ञा पे आधारित मार्ग हे इसि लिए खुदके अध्यन से कुछ गाठ नहि खुल्ती है , व्यक्तीके आपना खुदका व्याख्या बौद्ध धर्ममे मान्यता नहि दिया जाता है, सिर्फ शुद्ध शिद्ध अटुट परमपराके आधिकारिक गुरुसे हि बौद्ध धर्मका अध्यन और अभ्यास कर्ने से असली बौद्ध धर्मका ज्ञान मिलता है। १.पहिली बात बौद्ध "चित्त सन्तान"( जैसे दादा के वाद पिता और बेटा आता है वैसे परिवर्तन शिल ) शब्दका प्रयोग किया जाता है , वैदिक जैसे सत्त नहि माना जाता। २. तुसित देवलोक काम धातुके ६ देवलोकमे से एक है । सबसे निचेका देवलोक चतुर माहाराजिका देवलोक , फिर त्रायतिम्स ( ३३कोटि) , यमलोक के वाद तुसित देवलोक है । याहा बोधिसत्व , जो भविस्यमे "सम्याक सम्बुद्ध" बन्ने के लिए इन्तजार कर्ते है , यह ३१ लोक के अन्तर्गत आता है । बौद्ध धर्मका उदेश्य लोकत्तर होना है , यह ३१ लोक मे बारम्बार जन्म मृत्यु के चक्र से निकलना है। ३. बौद्ध धर्ममे ३ प्रकारके बोधी है १. सम्याक सम्बोधी ( शाक्यमुनी बुद्ध) २. श्रावक बोधि ( अर्हन्त) ३. प्रत्येक बोधी( प्रत्येक बुद्ध) ४. बौद्ध धर्म मे सामाधी ( चित्त लम्बे समय तक एक आलम्बन मे रहना) ८ प्रकार के है ४ रुप समाधी ४ अरुप समाधी ।समाधिको बौद्ध धर्ममे ज्ञान नहि काहा जाता है । क्यु कि ईश अवस्था मे क्लेश सुसुप्त अवस्था मे होता है पुर्ण हटा नहि होता है । इसि लिए पुराणोमे दसौ साल समाधी लगाने वाला श्रिषी भि क्रोधके कारण श्राप देते थे। ५. बौद्ध धर्मका मुल उदेश्य प्रज्ञा का विकास होता है । समथ समाधी ( एककृत चित्तको) विपश्यना ( विभिध रुपसे देखना ) द्वारा हि प्रज्ञा हासिल होता है । ईश से सारे सम्स्कृत धर्मका स्वभाव परिवर्तन शिल , असथिरता के कारण दुख , परिवर्तन शिल और दुखके कारण मै और मेरा नहि ( अनात्मा) और धर्म विभिन्न हेतु प्रतेययके कारण दिखाइ देता है इसका अलग कोहि अस्तित्व नहि होता है इसि लिए "स्वभाव शून्य" है , यह दिखता है । और सहज आत्मा ग्राह धिरे धिरे हट्ने लगता है । ६. बौद्ध धर्मका उदेश्य बुद्धके तथागत गर्भमे लिन होना नहि है बलकी आपना तथागत गर्भको जागृत करना होता है जिसे आगन्तुक क्लेशने ढ्का रख्खा है । ७. शंकारचार्यके गुरु के गुरु के गुरु थे "गौडपाद", जो बौद्ध गुरुवो ( नागर्जुन , वसुबन्धु ) से प्रभावित थे । उन्के लेखमे से कुछ स्लोक तो हु बहु लिया मिलता है । इसि लिए माधवाचार्य ने शंकराचार्यको "प्रछन्न बौद्ध" काहा था लेकिन बौद्ध अद्वेत और अद्वेत वेदान्त अलग है । 🙏🙏🙏
@brahamprakash2873 жыл бұрын
धन्यवाद गुरु जी आपके ज्ञान की सीमा नहीं 🙏🙏🙏🙏 आपने अपनी पूरी जिंदगी में जो भी कुछ सीखा वो आप हम सबको दे रहे है 🙏🙏🙏🙏
@JITENDRA1519852 жыл бұрын
बुद्ध के सामने पाखंड कैसे टिक सकता है, संभव ही नहीं है। बुद्धम शरणम् गच्छामि बुद्धम शरणम् गच्छामि
@brc1233214 ай бұрын
बुद्ध का सामना अद्वैतबाद से होता तो बुद्ध टिक नही पाता
@marshallmathers4738Ай бұрын
@@brc123321Advaita Vedanta is just Vijnanavada Buddhism where there is no concept of Pratityasamutpada instead an unchanging reality, Brahman..
@shravanjaiswal3695Ай бұрын
Namo Buddhai
@legalencyclopedia.rajeshku24953 жыл бұрын
Sir, I am very impressed with your vast philosophical knowledge and your ability to make philosophical discussion in very simplified way is outstanding.
@drrntripathi6 ай бұрын
साधु! साधु! साधु!
@IPRLegalCaseStudy3 жыл бұрын
आप भारतीय समाज के प्रति बहुत ऐहसान कर रहे हैं ये सारी जानकारी बांटकर।
@shubhashlingade60182 жыл бұрын
Thanks sir for great knowledge of humanities heartily salute to you
@shakticorporation72563 жыл бұрын
Pranam Achriyaji
@dkhan94563 жыл бұрын
हार्दिक आभार
@ushatyagi49743 жыл бұрын
Naman guruvar
@gurbanideep73992 жыл бұрын
Very nice sir thanks for this
@tenparabgye17392 жыл бұрын
Thank u Sir we are happy n proud of you!!
@dikshashrivastav1624 Жыл бұрын
Thankyou so much sir ❤
@Friendanujks3 жыл бұрын
Thank you
@suravipandey81352 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@shubhashlingade60182 жыл бұрын
Thanks sir
@Infotube763 жыл бұрын
प्रणाम गुरू जी।।।।।।
@siddhivaidya6673 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@politics42702 жыл бұрын
Great lecture sir ji
@mr.melody32194 ай бұрын
Indian philosophy bohot complicated hein . Samajh ne mein bohot kathin hota hein
@malaykumarjha95883 жыл бұрын
🥀🙏🙏🙏🥀
@IPRLegalCaseStudy3 жыл бұрын
ये भ्रामक विज्ञान पतंजलि योग सूत्र में भी मिलता है।
@thesongoftheever-free10133 жыл бұрын
Kindly accept my request 🙏🙏 Sir plzz make video on iskcon I myself read their scriptures they are very incorrect.. they make wrong meaning of Sanskrit verses specially of Gita and Shrimad bhagwatam.. It's my request sir 🙏🙏
@gallantguy62463 жыл бұрын
कृपा करके उदाहरण दे कहा ग़लत व्याख्या की है ISKCON ने । सनातन धरम में अपने अपने मार्ग अनुसार ही व्याख्या की जाति है। ISKCON भक्ति मार्ग के अनुसार भागवत गीता की व्याख्या करता है ओर आदि शमकराचार्य अद्वैतवाद की दृष्टि से गीता की व्याख्या करते है। इसलिए भिन्नता देखने को मिलती है।
@statusking61023 жыл бұрын
पंचीकरन के बरे मैं बताईए.
@samparkkrantisuperfastexpr49612 жыл бұрын
।। तब क्या ((चित्त)) प्रवाह का स्थूल से सूक्ष्म की तरफ जाना चित्त विज्ञान है सूक्ष्म से स्थूल की तरफ का प्रवाह संसार है।।
@savitasaxena20613 жыл бұрын
आपको सादर नमस्कार
@Gamingmx-f3j Жыл бұрын
सब ब्रह्मणों का किया धारा है
@saurabhkumarambashta953511 ай бұрын
Yeh philosophy Advait se similar hai kya yeh sach hai
@AdarshSingh-up5so3 ай бұрын
Tabhi to sankracharya ko bola jata ki Nagarjuna aur yogachar se copy kiye h
@michaeljosephjackson23642 ай бұрын
@@AdarshSingh-up5soadi shankaracharya was crypto buddhist
@aayushmanchaudharychaudhar75612 жыл бұрын
तुलसीदास जी ने 10मोरया के खिलाफ कार्य किया। और रावण का नाम दिया को गलत।
@MaichalxPro856 Жыл бұрын
Yog Buddhist ki dhen hai to hindu log kyun bolte hai hmari dhen hai
@rajeshreesawant2719 Жыл бұрын
BUDDHISM AND JAINISM HI INDIA KA REAL ANCIENT CULTURE HAI . BUDDHISM AND JANISM HI REAL 24 CARRET GOLD SA CHAMAK NE WALA SANATAN SANAKRITI HAI . BUDDHISM KA VIKRUT ROOOP HAI BRAHMIN DHARAM AKA HINDU DHARAM AKA FACK JATIVADI SANATAN DHARMA .
@brc1233214 ай бұрын
BUDDHISM AUR JAINISM KA SURVAT PURVI BHARAT MEIN BIHAR MEIN HUA THA. SANATAN DHARMA KA SURVAT PUNJAB, HARYANA AUR WESTERN UP MEIN HUA THA. ISLIYE DONO KE BICHARO MEIN ANTAAR HAIN. AAJ KE HISAB SE IAAH DISTANCE JAIDA NEHI HAIN PAR PRACHIN KAAL MEIN JAB TRAIN, PAKKI SADAK AADI NEHI THA TAB IAAH DISTANCE BHI BOHUT JAIDA THA. BAHUT KAM KOG ITNA DISTANCE TRAVELL KARTA THA. NORTH INDIA MEIN BANA ISLIYE SANATAN DHARMA BUDDHA AUR JAIN DHARMA SE JAIDA AGGRESSIVE HAIN. AAJ BHI NORTH INDIA KE LOG JAIDA AGGRESSIVE HOTA HAIN. BUDDHA AUR JAIN DHARMA KE AANE KI KUCH DINO BAD HI BIHAR KO CENTRE KARKE MARUYA SAMRAJYA BANA. MARUYA LOG AAPNE CENTRE OF POWER BIHAR KE LOCAL RELIGION JAINISM AUR BUDDHISM KO SUPPORT KARTE THE. UNSE UNHE PUBLIC SUPPORT JAIDA MILTE THE. KOI BHI SAMRAJYA APNE POWER KE CENTRE KE LOGO KO NAZAR AANDAZ NEHI KAR SAKTA. TABHI CHANDRAGUPTA MAURYA NE JAIN DHARMA KO SUPPORT KIA. BINDUSHAR NE AJIVIKA NAMOK EK RELION JO JAINO SE MILTE JULYE THE SUPPORT KIA. AUR ASHOK NE BUDDHA DHARMA KO. WOH MILITARY COUP KARKE POWER PE AAYE THE TOH JAIN, AJIVIKO KE SUPPORT NEHI MILA, ISILIYE COMPETITOR BUDDHISM KO AAPNA SUPPORT DIA.
@SanjayKumar-w5w3h2 ай бұрын
उपनिषद बहुत बाद में लिखे गये और विज्ञानवाद की चोरी करके इसको सही करें
@brc1233214 ай бұрын
kitna complicated philosophy hain, tabhi Bharat ae lupta ho geyi ! Bharat ke log itne complicated philosophy nehi samajh sakta
@rajneekantmishra27752 ай бұрын
Chup Boka,do you know about Mimansa School of Philosophy and Acharya Kumaril Bhatt who promulgated it and defeated all the Buddhist Scholars of Nalanda University in wit -combat and reestablished the Vedic religion .