Atama and jiwatma dono alag kaise hai kripa kar ke agale vidio me batayega pranam
@rajeshahuja49012 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. आत्मा को परमात्मा ही समझ लो जबकि जीवात्मा आत्मा से उत्पन्न भाव मात्र ही है. जिस तरह से बर्फ को आप आत्मा समझ लो और बर्फ की ठंडक को जीवात्मा. Please आप सारी videos starting से पूरी देखो तभी समझ पाओगे. ज्यादा सरल करके बोलू तो जीवात्मा अहंकार ही है. यही सुख दुख में है और जन्म मरण में है.
@atuldeshpande85692 күн бұрын
AMSY, Antarik Mano Sharir Yantra, yani सूक्ष्म शरीर, iska Sirshree ne bahot achhe se samjhaya hai
@sahilmangar99042 күн бұрын
Aap apko satguru Sri satpalji Maharaj ke charan me Jana chaheye........🙏
@RajKailash-z4u2 күн бұрын
सर हमें कोई मतलब नहीं इस रामायण से, हमें चाहिए कि तरह-तरह के दुख दर्दों से छुटकारा कैसे मिले, शरीर की बीमारी लाइलाज बीमारी दुखों से छुटकारा कैसे मिले, बाकी रामायण से हमें कोई मतलब नहीं है
@shyamsundergarg75003 күн бұрын
❤
@RajKailash-z4u3 күн бұрын
श्रीमान जी इन सबको बिलौने का कोई मतलब नहीं है बस एक बात बताओ कि दुखों से छुटकारा कैसे पाएं
@Ikonkar14303 күн бұрын
जब रचना की थी परमात्मा ने इंसान जानवर की कैसे पैदा किए थे, क्यूंकि हर इन्सान का जा जानवर का बचा मां पे निर्भर होता। क्या परमात्मा ने पहले जो इंसान बनाएं थे जवान थे के जा बचे थे।
@realstorylalji63 күн бұрын
Sir Jab sabkuchh 21:45 parmatama karate hai phair Kristi karne Ki jarret kyoko Pari answer my question
@RajKailash-z4u3 күн бұрын
साहब क्षमा करें हमें बताएं कि दुखों से कैसे बचें बाकी सब बाद की बात है
@RajKailash-z4u3 күн бұрын
सर आपके पास बैठ कर बातें सुनने पर कुछ पल्ले पडेगा
@kamlagera29684 күн бұрын
Hari om guruji very impressive explanation
@rajeshahuja49012 күн бұрын
Thanks and welcome
@interestingfacts.11764 күн бұрын
Thank you so much sir apko koti koti pranam h jo mujhe aaj tak samajh nahi aya kitne bade bade sant guru video dekhi but aaj tak damajh nahi aya but Apne itni asani se samjha diya ki parmatma aur atma kya h thank you so much sir apko dil k pranam jai Shree Radhe Krishna aapki video mujhe mili bhagwan ki kirpa se bhagwan ka koti koti dhanyavad jai Shree Radhe Krishna 🙏🏻
@rajeshahuja49012 күн бұрын
Thanks ji , Jai Shree Radhe Krishna
@interestingfacts.11764 күн бұрын
Sir mene apki bahut sari video dekhi h but sir please ek video iss par banao ki ye jo prakarti h atal niyam h ye to kisi k liye kisi bhi paristhiti m nahi badalte to fir thoda man m sansay hota h ki ye prakarti aur chetna kuch alag h aur bhagwan alag h kyuki bhagwan Krishan ji ne to ek ungli par parvat utha kar dikha diya tha aur ram ji ne samundar par pul bana diya tha aisa to aaj tak koi nahi kar paya bhagwan k siva aaj bhi samundar bhagwan ram k naam ki maryada ka palan karta h aaj tak ye aise kaam bhagwan k sewa to koi kar nahi saka chahe koi bhi ho gautam buddh ho ya yeshu Masih ya koi aur to fir bhagwan to prakarti k niyam se pare (alag) hua na unn par to ye prakarti k niyam lagu nahi hote hain please isko samjhane k bare m ek detail video banaye i request you thank you so much sir Radhe Radhe 🙏🏻
@RajKailash-z4u4 күн бұрын
सब कुछ एक बकवास है साहब, ज्यादा गहराई मे जाने की जरूरत नहीं है सबकुछ पहले ही लिखा हुआ है, और वैसे ही होगा, चाहे आपको पता है कि वह काम गलत है फिर भी वह काम होकर रहेगा, कोई मतलब नहीं है इच्छा और अनिच्छा का कोई मतलब नहीं है मैं बूढ़ा हो गया और सबकुछ पहले ही पता चलता आया है कि ये काम का नतीजा ऐसा होगा मगर फिर भी वही होता आया है जो पहले लिखा जा चुका था, और कारण बनती रही मेरी पत्नी और इस पत्नी ने जबरदस्ती कराया तो माध्यम भगवान ने पत्नी को बना दिया
@interestingfacts.11764 күн бұрын
Sir m jigayasu hu mujhe bhagwan ko janna hai Gyan prapt karna hai wo kon sa Gyan tha jisko prapt kark budhh bhagwan ban gaye jabki unhone to koi chamatkar bhi nahi kiya tha jabki Shri Krishan ji ne to ek ungli par parvat sadh liya tha utha liya aur bhi bahut se chamatkar kiye the aur Krishan ji ne Geeta m bola tha ki m hi bhagwan hu but bhagwan to ek hi hai fir koi budhh ko koi yeshu Masih ko koi allah ko bhagwan kyu Manta hai please explain
@rajeshahuja49014 күн бұрын
अगर जिज्ञासा है तो शांति से और श्रद्धा से सारी videos पूरी की पूरी देखो, चिंतन करो, फिर मुझसे बात करो.
@interestingfacts.11764 күн бұрын
Universe k niyam atal hain wo sabhi par saman roop se lagu hote hain jaise agar koi bacha jawan budhha koi bhi upar chhat par se niche girega to wo zameen par hi girega uske chahne se wo hawa m nahi udd jayega aise hi sare niyam chal rahe hain koi bachha anjane m agar bijli k taar ko pakad le to bhi usko current lagega aur agar koi jaan bujh k pakad le to bhi usko current lagega matlab kisi ko agar pata nahi wo anjaan h ki iss kaam se kya fayda nuksaan h fir bhi wo niyam dono par barabar kaam karega badlega nahi jaise koi bhukha ho to wo bhagwan se kitni bhi prayer kar le usko khana nahi milega usko jameen m gehu ugana padega fir usko chakki m pees k atta bana k roti bana k khana padega tabhi pet bharega bas parmatma se prayer karne se uska pet nahi bharega please explain it
@rajeshahuja49014 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. आपकी बातों से स्पष्ट है कि आपके हिसाब से परमात्मा कहीं दूर है और उसके नियम से सब होता है जबकि परमात्मा सब जगह स्वयं मौजूद होकर ये कर्म कर रहा है. अगर आप एक जिज्ञासु बनकर प्रश्न करेंगे तो मैं अपनी बात कह सकता हूं. वर्ना मेरा चुप रहना बेहतर होगा.
@rajeshahuja49014 күн бұрын
हो सके तो सारी videos पूरी देखो .
@interestingfacts.11764 күн бұрын
@@rajeshahuja4901 sir m jigayasu bankar hi Prashan kar raha hu mujhe bhagwan ko janna hai Gyan prapt karna h wo kon sa Gyan tha jo bhagwan budhh ne prapt kiya tha jisse wo bhagwan ban gaye kya agar hume bhi wo Gyan prapt ho jaye to hum bhi bhagwan ban sakte hain but bhagwan budhh ne koi aisa chamatkar kark nahi dekhaya ki chhoti ungli par parvat sadh liya ho jabki Shri Krishan ji ne to bahut sare chamatkar kiye aur unhone gita m bhi bola h ki m hi bhagwan hu to bhagwan to ek h fir koi budhh ko koi yeshu Masih ko koi allah ko bhagwan kyu Manta h wo ek parmatma kon h please explain
@interestingfacts.11764 күн бұрын
Jo bhagya m likha hai wahi hoga bhagya se jyada kabhi kisi ko kuch nahi mila bas uske liye hi insan karm kar sakta h jo bhagya m h usko paane k liye karm karna hota h please explain
@rajeshahuja49014 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. भगवान तो तब लिखेगा जब वो दूर होगा, भगवान हर जगह स्वयं मौजूद है बस उसके एहसास की जरूरत है. यही सब तो इस video में बताने की कोशिश की है. Please आप सारी videos देखो.
@RajKailash-z4u4 күн бұрын
आप मेरे एक प्रश्न का भी उतर नहीं दे पाएंगे मगर कमेंट में नहीं लिख सकता, कण कण में है तो मैं सारी उम्र बीमारी से दुख भोग रहा हूं तो आपका मतलब है प्रभु भी दुख भोगता है
@rajeshahuja49014 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. परमात्मा कण कण में है पर दुख परमात्मा नहीं सूक्ष्म जीव भोगता है. आपके सारे प्रश्न का उत्तर है पर एक जिज्ञासु को तो ये बातें कह सकते है , पर आपने तो पहले ही कह दिया है कि मैं एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं दे सकता तो मेरा चुप रहना ठीक होगा.
@RajKailash-z4u4 күн бұрын
कोई भी फायदा नहीं है इन बातो का क्योंकि विधाता के लिखे को कोई भी नहीं बदल सकता और मालिक की मर्जी बिना पत्ता भी नहीं हिलता है -- मैं बूढा हो गया और मुझे बचपन से हर समय हर बात का पता चलता आया है कि ऐसा नहीं करना मगर मेरी पत्नी द्वारा मालिक वही करवाता रहा जो मालिक की मर्जी थी और मै पता होते हुए भी मालूम होते हुए भी कोई नुक्सान नहीं टाल सका , पता होते हुए भी कुछ नहीं कर सका, पता होते हुए भी किसी मुसिबत से नहीं बच सका पता होते हुए भी कोई नुक्सान से नही बच सका पता होते हुए भी कुछ नहीं कर पाया, आप बकवास कर रहे हो परमात्मा हमारे अंदर नहीं है क्योंकि आपका मतलब है कि सूअर टट्टी खाता है तो परमात्मा खाता है, इंसान बीमारी भोगता है तो परमात्मा भोगता है
@rajeshahuja49014 күн бұрын
आपने तो मुझे चुप करा दिया.
@RajKailash-z4u4 күн бұрын
ज्यादा गहराई मे जाने की आवश्यकता नहीं है मालिक ने जिस जीव आत्मा से इस धरती पर जैसा रोल कराना होता है वैसा ही विवेक और बुद्धि देकर धरती पर भेजता है, विवेक और बुद्धि हर जीव में एक जैसी नहीं देता है सबको कम ज्यादा कम ज्यादा दे कर भेजा है
@raghavvyas30905 күн бұрын
भाई साहब कृपया punarjanam hota hai aur kya सूक्ष्म sharir ko karm fal bugatna padta है क्या Sir zaroor बताइएगा धन्यवाद.
@rajeshahuja49015 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. पुनर्जन्म होता है और सूक्ष्म शरीर को फल भुगतना पड़ता है लेकिन पहले आप please सूक्ष्म शरीर को ठीक से समझ ले . Please see all the videos completely.
@birendramaharana685 күн бұрын
Sir dunia me jo kucha hota ek adrisa Shakti se hotai he .aap gavir bhawse chintan kijiye
@rajeshahuja49015 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. मैं भी यही कह रहा हूं. पर आप please सारी videos देखो तभी पूरी बात समझ आएगी कि मेरा कहने का क्या मतलब है.
@DharmeshAgrawal-i7i5 күн бұрын
परमात्मा न दुख देता है और न सुख देता है मन ही कारण है
@rajeshahuja49015 күн бұрын
किसी को चोट लगे, या accident हो जाए या बीमारी में दर्द हो रहा हो तब भी क्या आप यही कहेंगे कि मन ही कारण है ?
@DharmeshAgrawal-i7i5 күн бұрын
@rajeshahuja4901 जी मन के ही कारण दुख ज्ञात होता है
@BHUVNESHKUMAR-bh1np4 күн бұрын
Man nahi ,mai bhav Karan hai
@DharmeshAgrawal-i7i4 күн бұрын
@@BHUVNESHKUMAR-bh1np में भाव का कारण मन ही तो है
@BHUVNESHKUMAR-bh1np4 күн бұрын
@@DharmeshAgrawal-i7i mai bhav man ke karan nahi hai ,mai bhav aur isse bhi khatarnak karta bhav jiske karan dukho ke ,aur sukhe ke jal me phasta hai ,ye sab prakriti or parmatma ki taraf pashuo se thodi jyada muft me mili buddhi ke karan hai.
@RajKailash-z4u5 күн бұрын
इन बातों का कोई मतलब नहीं है, बात यह है कि दुखों से कैसे बचें
@rajeshahuja49015 күн бұрын
परमात्मा से अपनी गलतियों की माफ़ी मांगना और प्रार्थना तो कर ही सकते हैं.
@RajKailash-z4u5 күн бұрын
बाकी तो सब ठीक है मगर आप एक बात बताओ कि जीवन में बीमारी और दुखों से कैसे बच सकते हैं, मैं तो 70 साल का हो गया और प्रेत परेशान कर रहा है मगर कोई इलाज नहीं
@I_n_s_t_a_m_o_m_e_n_t6 күн бұрын
Don’t waste your time on you tube
@Bishnahpigeonupdate6 күн бұрын
Bhai parmatma kan kan. Mai nahi j sabdh to parmatma ko gali dene jesa hai Kan kan ka matlab nali kude kachra abi time lage ga apka samne mai Aur mehnat om shanti
@SunilJain-sq5cw6 күн бұрын
हम सबको पूर्व में किये अच्छे बुरे कर्मो का फल इस जन्म में मिल रहा है।
@rajendrasharma36376 күн бұрын
AAP nirankari hai kya
@rajeshahuja49016 күн бұрын
धन निरंकार जी संतों
@puranjat67536 күн бұрын
Sab pramatma hi karta ye aapki bat sahi h
@RajKailash-z4u6 күн бұрын
सर क्या कोई ऐसा उपाय है जिससे शरीर में दुख दर्द ना आए या फिर जैसे प्रेतात्मा परेशान कर रही है और तीन पीढ़ियों से एक ही बात बोलती है,, बर्बाद करुंगा बर्बाद करुंगा मुझे घर से मत निकालो
@rajeshahuja49016 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. मेरी भगवान से प्रार्थना है कि आपका दुख दूर हो जाए. ये सारे खेल स्वयं परमात्मा के ही हैं. आप किसी doctor को दिखाते रहे और जब भी ऐसी बात हो तो परमात्मा का रूप समझ कर उसी समय हाथ जोड़ कर माफ़ी मांग ले . परमात्मा जल्दी आपकी समस्या दूर करेंगे.
@Jaimaa-k6b6 күн бұрын
वाह जी वाह बहुत ही बढ़िया समझाया है जी , आप महात्मा जी को प्रणाम जी❤🙏🚩
@rajeshahuja49016 күн бұрын
Thank you ji
@dheerajlakhani41737 күн бұрын
भगवान ने दुनिया क्यों बनाई साब
@rajeshahuja49016 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. ये तो भगवान ही बता सकता है. वैसे रचनहार और रचना एक ही है. भगवान और दुनिया अलग अलग नहीं है.
@Amarff907 күн бұрын
Jai guru ji kripa kare
@rajeshahuja49017 күн бұрын
सादर प्रणाम जी
@gopalmeena96807 күн бұрын
हमसे नकारात्मक कार्य कौन करवाता है जिसमें बलात्कार चोरी अन्य कृपया विवरण से बताएं
@rajeshahuja49017 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. हमारे ही कर्म नकारात्मक होते हैं. जब हम संतों का संग करते हैं और परमात्मा का एहसास करते हैं तो हमें पता चलता है कि हम खुद कितने गलत थे. Please see all the videos completely. मैं doubt दूर करने की कोशिश करता रहूँगा.
@prakashsubhedar11497 күн бұрын
परमात्मा को न जानने के कारण मनुष्य समझ लेते हैं कि परमात्मा सबकुछ करता है। परंतु ऐसा कुछ भी नहीं है। परमात्मा स्वर्ग का रचैता है। नर्क को स्वर्ग बनाता है।पतित मनुष्य को पावन देवता बनाता है।उसका आनेका समय अभी का है। कलियुग के अन्त और सतयुग के पहले अर्थात कलियुग के अन्त में सौ साल आते हैं। ब्रह्मा तन में आकर मनुष्यों को देवता बनने का ज्ञान देते हैं और पवित्र बनने की सलाह भी देते हैं। क्योंकी सतयुग आने के पहले इस कलियुगी सृष्टि का विनाश करते हैं। ब्रह्मा द्वारा नई दुनिया रचते हैं, शंकर द्वारा इस दुनिया का विनाश करते हैं और विष्णु द्वारा स्वर्ग नई दुनिया की परवरिश करते हैं। विष्णु का अर्थ है लक्ष्मी और नारायण का कम्बाइंड रुप। चतुर्भुज का रुप।यह दोनों श्रीकृष्ण और राधा दोनों का स्वयंवर होता है।बचपन मे श्रीकृष्ण और बड़ा होने पर स्वयंवर के बाद नारायण कहलाता है। राधा का नाम लक्ष्मी हो जाता है।इस तरह परमात्मा पुरानी कलियुगी सृष्टि को परिवर्तित करके नई दुनिया स्वर्ग बनाते हैं। चक्र फिरता रहता है। सतयुग त्रेता युग द्वापरयुग और कलियुग। फिर से सतयुग आता है।इस चक्र से कोई छूट नहीं सकता।अभी दुनिया में रावण का राज्य है।इसको ही नर्क कहा जाता है। नर्क में विकारी,कामवासना वाले मनुष्य रहते हैं।लोभी, क्रोधी, और अहंकारी भी होते हैं। इसलिए वे अपने से बेहतरीन और पवित्र देवी-देवताओं की पूजा करते रहते हैं।वह अपार सुखी रहते हैं और कलियुगी मनुष्य अपार दुखी रहते हैं। परंतु देवताओं का जन्म सतयुग में ही होता है।वह कलियुग में आते आते, पुनर्जन्म लेते लेते कंगाल मनुष्य बना जाते हैं।यह राज़ कलियुगी मनुष्य नहीं समझ पाते है। आत्मा भी सूक्ष्म और परमात्मा भी सूक्ष्म होने के कारण दोनों दिखाई नहीं पड़ते । आत्मा का शरीर दिखाई पड़ता है। आत्मा ही पवित्र देवता बनती है और फिर पतित मनुष्य बनती है।रावण राज्य में आती है। यही है रावण राज्य जहां हर मनुष्य एक दूसरे को सुख के बजाए दुःख ही देते रहता है। आजकल की लडकीयां सीगरेट पीती है यही घोर अन्तिम कलियुग है।अनाज पाऊच में मिलता है। पुरूष लंबे बाल रखते हैं। बच्चे अपनी मर्जी से शादी कर मां और बाप को बूढ़ा घर में भेज देते हैं।यह सब कलियुग की सच्चाई है।इसका लड़ाई के बाद अन्त होना तय है।इस लड़ाई को ही महाभारत लड़ाई कहते हैं जो अभी तुम्हारे सामने लगने वाली है। महाभारत सतयुगी दुनिया को कहते हैं जिसके लिए यह लड़ाई लगती है।यह सारा ज्ञान भगवान शिव परमात्मा ब्रह्मा द्वारा ब्रह्मा कुमारीयों को देते हैं।धन्यवाद।
@RajKailash-z4u7 күн бұрын
ज्यादा गहराई मे जाने की जरूरत नहीं है, करने वाले और करवाने वाले भगवान ही है और दुख सुख जीव भोगता है
@rajeshahuja49017 күн бұрын
नहीं sir please समझो, अगर मैं कर्ता हूं तो मैं भोगता हूं, लेकिन अगर मैं अगर अपने कर्म भगवान को समर्पित हो कर कर्ता हूं तो मैं कर्मफल से मुक्त हूं.
@RajKailash-z4u7 күн бұрын
फिर तो गीता ज्ञान झूठ है कि जैसा कर्म करेगा वैसे फल देगा भगवान
@rajeshahuja49017 күн бұрын
नहीं sir, आप अभी भी ठीक से नहीं समझे. Please video ध्यान से और बार बार देखो. वैसे इस प्रश्न का उत्तर आत्म अनुभूति से ही मिलेगा. मैंने कोशिश तो पूरी की है कि इस का answer आपको clear हो जाए.
@RajKailash-z4u7 күн бұрын
सत्य तो यही है जनाब परन्तु जब कर्म करने वाले भगवान हैं तो जीव को बुरे कर्म की सजा क्यों, वैसे तो मतलब यह है कि बुरे कर्म करा कर सजा देने वाला भी वही है और अच्छा करा कर अच्छाई का फायदा भी वही देता है
@rajeshahuja49017 күн бұрын
नहीं sir हमारे कर्म भी है. गीता का ज्ञान गलत नहीं है, हमारा फ़र्ज़ है कर्म करना. पूरा होगा या नहीं होगा, फल क्या होगा, ये सब परमात्मा के हाथ है. यही तो इस video में बताया है.
@MahaveerDubey-rd6np7 күн бұрын
Guru g hmse v bat kro
@RajKailash-z4u7 күн бұрын
आपका ये टोपिक मैं बरसों से इसी टोपिक का उत्तर तलाश कर रहा था, बरसों से
@rajeshahuja49017 күн бұрын
आप कहोगे तो detail में video फिर से बना दूँ ?
@MahaveerDubey-rd6np7 күн бұрын
Guru g
@riteshjha-fq1qq7 күн бұрын
ज्यादा दिमाग लगाने वाले को ईश्वर कभी नहीं मिलते कारण ईश्वर इतना विराट हैं जो एक मनुष्य सोच ही नहीं सकता है। उनकी कृपा से ही वह दृष्टि भी हासिल होती है।
@rajeshahuja49017 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. मैं भी वहीं कह रहा हूं जो आप कह रहे हैं. भोले का भगवान. भगवान की कृपा से ही ये video बना रहा हूं.
@darshankumardigra917 күн бұрын
Good thoughts Appreciable Agar yehi vichar kisi admi ne kisi dharam ka chola pehn kar bole hote to abhi tk lakho sardalu bn ge hote aur lakho ka chadava bhi chad gya hota pr jb koi educated person apne aise bhav rakhta hai to zyada tr log usko criticise karte hai Bahut achhe Sir aise hor bhi video post krte rehna AWESOME
@rajeshahuja49017 күн бұрын
सादर प्रणाम जी.दिल से thank you जी. सही कह रहे हैं आप.