आप जैसा मुझे भी हुआ था,सालों खुद खोज खोज के ध्यान मनन चिंतन सबको सुनके लाखो वीडियो देख के पढ़ k
@sajanjhunjhunwala135623 күн бұрын
Om Namah Shivay Jai Shree Radhe Krishna Radhe Radhe 🙏♥️🩸💯🌹👋🙏
@a.r31329 күн бұрын
Wah,wah,wah..kya baat hai..nyi aur bahut achhi baat batayi aapne ki kisi b cheez ko uske miil swroop me dekhna hi meditation hai...thankyou sir🙏
@rajeshahuja490129 күн бұрын
दिल से thank you जी . अपना आशीर्वाद देते रहना.
@shivoham_ShivohamАй бұрын
Namaste Sir 🙏🏻 आपने meditation की यह जो परिभाषा दी है *किसी भी चीज को उसके मूलरूप में देखना ही मेडिटेशन है...aur हर चीज का मूलरूप परमात्मा है* इस से ज़्यादा कोई गुरु किसी शिष्य को नहीं दे सकता 🙏🏻🙏🏻 dhanyawad aapka🙏🏻🙏🏻
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thank you ji thank you.
@chandbegum59shaik8322 күн бұрын
Aap to bahut acha samjhaya Aasaani kardiya bhawan ko insaan ko baki surshti ko bhi 🙏🙏🙏🙏🙏
@rajeshahuja490122 күн бұрын
सादर प्रणाम और दिल से धन्यवाद जी .
@NareshKumar-d6e5g28 күн бұрын
Wah ji wah kya khoob smjhate h
@rajeshahuja490128 күн бұрын
दिल से Thank you ji
@allauddinshaikh352121 күн бұрын
धन्य हो आप का गियान इसे ही तौ ईमान कहते है । ये ही सत्य है ।
@rajeshahuja490121 күн бұрын
दिल से धन्यवाद जी
@mshankarprasaddora9832Ай бұрын
What a wonderful talk?
@chanchalsharma406318 күн бұрын
Pranaam Sir
@girishsrivastava3632Ай бұрын
अनुभव में यही सत्य उजागर होता है ।आपके चिन्तन को बारम्बार नमन है ।
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thank you ji
@VeenaChandna-l4o27 күн бұрын
Aapki video bahut acchi hai
@rajeshahuja490127 күн бұрын
Heartiest thank you ji
@bijayakumarpanda790229 күн бұрын
Nice... Very much coincide with my views.. My confusions got some clarity..
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thanks
@DarmendraRajpoot-e4n29 күн бұрын
Aap sahi bole hai guroo ji
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thank you जी दिल से धन्यवाद
@surajprakash-vj7xbАй бұрын
Gurudev ko bahut bahut dhanyvad
@rajeshahuja4901Ай бұрын
नमस्कार जी. गुरुदेव मत बोलो जी please.
@KishoreKumar-re4kbАй бұрын
नमस्कार मित्र आपका बहुत बहुत आभार
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thank you ji
@PRADEEPASCLASS20 күн бұрын
I,am, agree, with, you
@somasapkota493823 күн бұрын
😮❤😮
@sinhacamanojАй бұрын
प्रभु नित्य प्राप्त ही है सद्गुरु ने बताया है हम पथिक स्वयं खोए हैं खोज लगाने में
@NirmalaKulkarni-fd8wnАй бұрын
Bahut achcha 🙏🙏🙏🙏
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thank you ji
@rameshdhruw179129 күн бұрын
समझाने का तरीका बहुत प्यारा न्यारा है
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thank you ji
@prakashpatel8159Ай бұрын
Excellent
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thank you ji
@kunwarpunya69425 күн бұрын
Very laymen explanation but very complex thoughts. This video has some solved some of the questions and created few ones. Please download this and listen it again after 1 year. During this period learn, search and explore different thoughts.
@rajeshahuja490125 күн бұрын
Respected Sir, all this is based on my practical experience . I have really almost no theoretical knowledge. I simply feel the presence of God and I shared my experience.
@shivsharma939821 күн бұрын
🎉❤मैं में ठहराव आने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं: 1. आत्म-ज्ञान प्राप्त करें: आत्म-ज्ञान से आप अपने बारे में अधिक जानेंगे और अपने विचारों, भावनाओं और क्रियाओं को समझेंगे। 2. ध्यान और योग करें: ध्यान और योग से आपका मन शांत और एकाग्र होगा, जिससे आप अपने आप में ठहराव महसूस करेंगे। 3. सकारात्मक विचार रखें: सकारात्मक विचार रखने से आपका मन प्रसन्न और स्थिर होगा। 4. आत्म-विश्वास बढ़ाएं: आत्म-विश्वास बढ़ाने से आप अपने आप में अधिक स्थिर और ठहराव महसूस करेंगे। 5. संबंधों को मजबूत बनाएं: संबंधों को मजबूत बनाने से आप अपने आप में अधिक स्थिर और ठहराव महसूस करेंगे। 6. अनुभवों से सीखें: अनुभवों से सीखने से आप अपने आप में अधिक स्थिर और ठहराव महसूस करेंगे। 7. शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करें: शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने से आप अपने आप में अधिक स्थिर और ठहराव महसूस करेंगे। 8. संस्कृति और परंपरा का सम्मान करें: संस्कृति और परंपरा का सम्मान करने से आप अपने आप में अधिक स्थिर और ठहराव महसूस करेंगे। मैं में ठहराव आने के लक्षण: 1. आत्म-ज्ञान की प्राप्ति 2. मन की शांति 3. आत्म-विश्वास की वृद्धि 4. संबंधों की मजबूती 5. अनुभवों से सीखना 6. शिक्षा और ज्ञान की वृद्धि 7. संस्कृति और परंपरा का सम्मान मैं में ठहराव आने के लाभ: 1. आत्म-ज्ञान की प्राप्ति 2. मन की शांति 3. आत्म-विश्वास की वृद्धि 4. संबंधों की मजबूती 5. अनुभवों से सीखना 6. शिक्षा और ज्ञान की वृद्धि 7. संस्कृति और परंपरा का सम्मान इन तरीकों को अपनाकर आप अपने में ठहराव ला सकते हैं और अपने जीवन में स्थिरता और शांति प्राप्त कर सकते हैं।🎉
@VeenaChandna-l4o27 күн бұрын
Aap aur video banaaiye
@ajaychawla961127 күн бұрын
All these have been detailed in Vedas and darshan shastras.
@rajeshahuja490127 күн бұрын
Respected Sir , Thank you sir. But I am not talking about knowledge. I am talking about practical feeling presence of God. Please go through all the videos one by one .
@shivsharma939821 күн бұрын
🎉🎉❤कारण शरीर, सूक्ष्म शरीर, और स्थूल शरीर हिंदू धर्म और योग में प्रयुक्त तीन शरीरों की अवधारणा है: कारण शरीर (Causal Body): - यह वह शरीर है जो जीव की मूल प्रकृति और स्वाभाव को दर्शाता है। - यह शरीर जीव के कर्मों और संस्कारों को संचित करता है। - कारण शरीर के प्रकार: 1. सत्विक कारण शरीर: यह वह शरीर है जो शुद्ध और पवित्र है। 2. राजसिक कारण शरीर: यह वह शरीर है जो सक्रिय और गतिशील है। 3. तामसिक कारण शरीर: यह वह शरीर है जो आलसी और जड़ है। सूक्ष्म शरीर (Subtle Body): - यह वह शरीर है जो जीव के विचारों, भावनाओं, और इंद्रियों को नियंत्रित करता है। - यह शरीर जीव के सूक्ष्म तत्वों को संचित करता है। - सूक्ष्म शरीर के प्रकार: 1. मनस शरीर: यह वह शरीर है जो विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करता है। 2. बुद्धि शरीर: यह वह शरीर है जो बुद्धि और ज्ञान को नियंत्रित करता है। 3. अहंकार शरीर: यह वह शरीर है जो अहंकार और अभिमान को नियंत्रित करता है। स्थूल शरीर (Physical Body): - यह वह शरीर है जो जीव के भौतिक अस्तित्व को दर्शाता है। - यह शरीर जीव के पंचतत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश) से बना होता है। - स्थूल शरीर के प्रकार: 1. पुरुष शरीर: यह वह शरीर है जो पुरुष के गुणों को दर्शाता है। 2. स्त्री शरीर: यह वह शरीर है जो स्त्री के गुणों को दर्शाता है। 3. नपुंसक शरीर: यह वह शरीर है जो नपुंसक के गुणों को दर्शाता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये शरीर विभिन्न धर्मों और दर्शनों में भिन्न हो सकते हैं।🎉
@rajeshahuja490121 күн бұрын
किताबी ज्ञान का मैं क्य़ा करूँ जब परमात्मा का direct एहसास हो गया है यानी दर्शन हों गया है.
@RoshanLal-fo1lwАй бұрын
Satya mev jayte very nice charcha ji dhanyabad ji ram ram ji
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Ram Ram Ji. Thank you Ji.
@mahendramehra2529 күн бұрын
Aap Gyaani hone ke saath bahut Vinamra bhi hai
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thank you ji. Actually मेरी बात में अगर सच्चाई है तो ज़रूर दिल को छुएगी. परमात्मा सब देख रहा है. आप जैसे सज्जन की वज़ह से दुनिया में इंसानियत कायम है.
@LalmanYadav-v4u24 күн бұрын
Man ko kaise thahrau.
@biswajitsatpathy8676Ай бұрын
Aap ko sunta hun to ansu aajate hein. Sukh dukh se pare khojata hun
@nandlalpatwari225023 күн бұрын
8:58l atma aur sharir ka sambandh vaisa hi sambandh hai jo hardware aur software ka hai
@RamashrayYadav-v3g15 күн бұрын
राजेशजी, क्या आप अपने आध्यात्मिक गुरु का नाम बताएंगे। आपके ज्ञान का आधार कौन सा ग्रन्थ या शास्त्र है ?
@rajeshahuja490115 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. आप please मुझे माफ़ कर देंगे. समय आने पर मैं ये बता दूँगा.
@madhavpande85454 сағат бұрын
BHAI JI ! SADAR PRANAAM. YADI SUKCHHAM SHARIR NAHI HAI TO JEEVAN MARAN KISKA HOTA HAI. ME NE JO SAMJHA HAI KI SUKCHHAM SHARIR MAN BUDDHI CHITTA AHANKAR KA KOHRE JAISA ROOP HOTA HAI VO JIS JEEV KE SHARIR ME JATA HAI USI KA ROOP DHARAN KAR LETA HAI AISA MERA SAMJHNA GALAT HAI KYA JI.
@rajeshahuja49013 сағат бұрын
सादर प्रणाम जी. सूक्ष्म शरीर होता है, मैंने कब कहा कि नहीं होता पर सूक्ष्म शरीर कोई पदार्थ या भौतिक वास्तु नहीं होती. Please video को फिर से देखो और थोड़ा ध्यान से देखो और चिंतन करो.
@kamalkhetarpal53915 күн бұрын
Jeev bahut ulte seedhe karam kar chuka hai , to ye sun samaj ke uske saare karamo ka achcha ya bure hisaab khatam ho jayega, jaan liya ki sab parmatma hai , phir ab kya karu , main to hu na mere karam bhi hai ,koi aisa jiska koi bhi karam na ho ek bhi achcha ya bura vo ye sun le to kaam ho gaya uska samjo
@renupandey961Ай бұрын
आज आपको सुनकर महसूस हुआ कि खुद डूब डूब कर एहसास करना पड़ता है ,
@rajeshahuja4901Ай бұрын
बिल्कुल सही जी. नमस्कार ।
@pratapchattopadhyay7373Ай бұрын
Joy hoke
@HKS-m7wАй бұрын
इसी प्रकार ना तो आत्मा और ना परमात्मा होता है।क्योंकि दोनों का ही भौतिक अस्तित्व नहीं है।
@rajeshahuja4901Ай бұрын
मैं भी यही कह रहा हूं पर आप गलत समझ रहे हो. थोड़ा ध्यान से समझो please.
कुछ कुछ अहसास ऐसे हे जिस से आनंद प्राप्त होता हे, पर ऊनका सेवन करणे से, परमात्मा से बनाये शरीर को पिडा होती हे और मन आत्मग्लानी से भरता हे. तो ये अहसास दिये क्यों?
@renupandey961Ай бұрын
आपने जो कुछ कहा वो खुद का अनुभव बताया है ,यही जीवंत h आपसे बाते होंगी क्या?
@शिरोमणिकलंकीनाथ-r9zАй бұрын
Kaisa Roop hota hai sukshm Sharir ka aap pahchan Jaenge Maine aapse kya poochh liya
@kiranchindage714828 күн бұрын
सूक्ष्म शरीर पर बैठे संस्कार को कैसे छुडाये
@rajeshahuja490128 күн бұрын
परमात्मा का एहसास करो. सब कुछ ठीक होता जाता है. Please see all the videos from starting.
@kiranchindage714828 күн бұрын
@@rajeshahuja4901 थोडी दिन कोशिश जारी रहती हे. फिर पुराणे संस्कार विक्षेप पैदा करते हे.
@kiranchindage714827 күн бұрын
कृपया प्रबोधन करो इसपर
@sanjaymaini5035Ай бұрын
ताली बजाने से स्पेस में तो आवाज नहीं होती
@rajeshahuja4901Ай бұрын
परमात्मा की मर्जी, वहां नहीं बजाता. Space भी तो परमात्मा की रचना है
@Shortinsaan95Ай бұрын
Sir, aap sirf yeh baataaiye ki marne ke baad humko yeh "mai"bhso rahega ki nehi? Yaani hamara astitwa kya marne ke baad hi khatam ho jayega?
@rajeshahuja4901Ай бұрын
यह निर्भर करता है आप पर और आपके कर्मों पर. अगर आपको लगता है कि आप कुछ हैं, आपकी अपनी कोई शक्ति है तो आपका अस्तित्व बना रहेगा और आपको कर्मों का फल भोगना होगा । जबकि सच ये है कि मेरा स्वतंत्र रूप से कोई अस्तित्व है ही नहीं. मेरे झूठे अहंकार के कारण मुझे लगता है कि मैं कुछ हूं . परमात्मा के एहसास से अहंकार और kartapan jaata hai aur jab kartapan jaata hai toh karmfal se mukti yaari mukti milti hai.
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Please थोड़ा शांति से समय निकाल कर सारी videos देखो, समझो aur चिंतन करो.
@rajeshahuja4901Ай бұрын
पहले आपको जिंदा होना और मृत्यु क्या है, यही clear करना होगा.
@Shortinsaan95Ай бұрын
@@rajeshahuja4901 Ok Sir, thank you to answer me🙏
@Prabhu-daasАй бұрын
Parnaam swami ji. Saar shabed kya hota hai? Dasam dwar kya hota hai? Kabir shahib ne guru nanak ne kya juth bola hai? Apka gyan bilkul sahi hai. Lekin aisa mujhe bhi hua tha. Lekin jab maya pariksha leti hai tab sara gyan dhara ka dhra reh jata hai?. Gyan aapka sahi hai lekin iske aage bhi hai kuch? Mai nahi pahuch abhi. Lekin advaita ka gyan shayed budhi tak rehta hai. Mafi chahta hu mai shadhk hu abhi atma gyani nhi hu.
@rajeshahuja4901Ай бұрын
किसी ने झूट नहीं बोला, ये पूजनीय हैं. धरती, पानी, अग्नि, जीव, आकाश, वायु, सूरज, चांद और तारे. ये 9 चीजें है. In 9 चीजों को छोड़ कर जो दसवां है वही परमात्मा है.
@Prabhu-daasАй бұрын
@rajeshahuja4901 ise kon janta hai? Ager mai hu hi nahi.
@Prabhu-daasАй бұрын
Mai consciousness ka bulbula hu. Ye sab thik hai? Yeh bodhi dwara pta hai. Anubhav kon krega ise ager mai hu hi nahi. Mai ager ek bharam hi hu to?
@rajansubedi5238Ай бұрын
मुझे महसुस है जब मे यह नि हु-यह नहि हु।बोलते बोलते शन्यू होता हु।फिर कुच नहि है कि भाब आता हे फिर उथने कि वाद सब कुच देखाइ देति हे कुच तो है।लगता है ।अब बतावो सुन्य सच है और कुच है सच है ये मेरे अनुभव है
@rajeshahuja4901Ай бұрын
मैं कुछ नहीं हूं, ऐसा कह देने मात्र से मेरा अहंकार नहीं जाता, शांत बैठ कर प्रकृति में और खुद में , परमात्मा के द्वारा हो रहे अनंत कर्मों पर ध्यान देकर, परमात्मा की presence को feel कर सकते हैं.। परमात्मा की अनुभूति में सबसे बड़ी बाधा हमारा अहंकार है. किसी को भी अपना अहंकार देखाई नहीं देता, इसीलिए परमात्मा दिखाई नहीं देता.
@rajansubedi5238Ай бұрын
हम आप भगवान सब कुच एकि है तो हाम क्यु कुच भि कर नहि सकते हाम्ने तो सुना है भगवान येह कर सकते वो कर सकते पुराण भि पदा हु ।क्या है बताइ दो ।मे चाहना अपराधी को यहि बेथे बेथे उपपर भेज दु क्यु एकि है तो क्यु हाम कुच नहि कर सकते ये कोम्मेन्त नहि जिज्ञासा है।
@Prabhu-daasАй бұрын
Ik parahan hai. Ager mai mann nahi body nahi. Atma hu. Mai nahi hona chahta ab. body may mann me nahi rehna chahta. Lekin isse mukt kyu nhi ho paa raha. Ager meri hi apni ichhaa se mai fasa hu to ab meri ichaa se nikal kyu nhi pa raha?. Or mai bus ek vichaar hu. Uska hi dukh hai sab?
@rajeshahuja4901Ай бұрын
ना हम body के अंदर होते हैं और ना ही body के बाहर. आप अपने आपको कुछ समझ रहे हो इसलिए body से निकलने की बात कर रहे हों. मैं आत्मा से जन्मा एक भाव मात्र हूं. भौतिक रूप में मै कुछ भी नहीं हूँ. जिस तरह ठंडक बर्फ के अंदर या बाहर नहीं होती, उसी तरह मैं भी अंदर या बाहर नहीं होता. जिस तरह ठंडक बर्फ से है उसी तरह मैं आत्मा से हूं. Actually मन के अहंकार के कारण मुझे लगता है कि मैं अलग से कुछ हूं, परमात्मा के एहसास के बाद पता लगता है कि मैं कुछ हूं ही नहीं. अभी आप परमात्मा के एहसास पर ध्यान दो, आपकी मैं और आपका अस्तित्व अपने आप समाप्त होने लगेगा.
@Prabhu-daasАй бұрын
@rajeshahuja4901 ager mai hu hi nhi. Sadhana on kar raha jai? Aur parmatma ka ahsaas kon jarega? Mai to hu hi nhi.
@RekhaGanvkar-u4t21 күн бұрын
Atma ko hi ho raha hai.
@ramavtaryadav12422 күн бұрын
Apko kyon pagal bana rahe ho
@rajeev_kumarАй бұрын
Stop talking nonsense and fooling humans.
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Please go through all the videos and then comment. Please don't mind if I hurt you. But this is not nonsense. शायद मैं ठीक से अपनी बात convey नहीं कर पाया. Sorry for this.
@RakeshKumar-yc2vhАй бұрын
मूर्खता फैलाने में बहुत से लोग अपने को बुद्धिमान समझते है।इस को सूक्ष्म शरीर क्या होता है इसकी जानकारी ही नहीं है।
@rajeshahuja4901Ай бұрын
प्रभु जी नमस्ते और सादर प्रणाम. नाराज़ मत हो । आजकल लोग पीढ़े लिखे और समझदार है.मेरे कहने से कोई मुर्ख नहीं बनने वाला. मैं तो सिर्फ यही कह रहा हूं कि परमात्मा के सिवा और कुछ है ही नहीं.
@dhandoreson24022 күн бұрын
@@rajeshahuja4901 गुरुजी आप करौली शंकर महादेव के vdo देख कर सुक्ष्म शरीर के बारेमें आगें का आभ्यास करों।
@LalitKishore-ym5qpАй бұрын
तेरा बात सब गलत है, stop
@rajeshahuja4901Ай бұрын
हम सब भगवान नहीं है. Please understand properly . मैं और आप कुछ भी नहीं है
@rajendrawaman1799Ай бұрын
हम सब कठपुतली जैसे है !
@LalitKishore-ym5qpАй бұрын
@@rajendrawaman1799 मैं ही परमात्मा हूँ. बाकी सब मेरी माया है.