Guru Ji ko Koti-Koti Naman 😊 very Good explanation
@rajeshahuja490120 күн бұрын
दिल से thank you जी
@RamakumarRayGuruji7 күн бұрын
श्री हरि ॐ स्वस्ति श्री वासुदेव सर्वमिति। आपने अध्यात्म को बहुत ही सरल और सुंदर ढंग से समझाया है,एक ही निर्गुण आत्मा समय परिवेश या परिस्थितियों के अनुसार रजोगुण को धारण करने पर अहंकार, सतोगुण को धारण करने पर बुद्धि तथा तमोगुण को धारण करने पर चंचल मन कहलाते है। धन्यवाद🎉❤🎉 जय हिंद
धन निरंकार जी बहुत सुंदर तरीके से जानकारी प्रदान की धन्यवाद शुक्रिया
@freefireprozone982329 күн бұрын
Very nice and explained what is God.We are nothing.Nirankari Mission is really show and explained
@mmsahu112 күн бұрын
No body can explain who is HPD.
@pramodkandwal3195Ай бұрын
आदरणीय राजेश जी, बेहतरीन प्रस्तुति. जिन विषयों को आपने लिया है उस पर साधकों को सबसे ज्यादा confusion रहता है. आपका यहां पर यह प्रयास साधकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा. Great ❤
@rajeshahuja4901Ай бұрын
दिल से धन्यवाद. अपना आशीर्वाद देते रहिए.
@DevratanBMCmilk26 күн бұрын
पूरे गुरू का सुन उपदेश, पार ब्रम्ह निकट पर देख। Dhan nirankarji
@rajeshahuja490126 күн бұрын
Dhan Nirankar ji. 9 द्वारों में आकाश तत्व भी आता है . अर्थात ये आकाश को भी छोड़ कर जो बचता है, वही परमात्मा है. अवतार बानी में लिखा है " जो कुछ दिसदा ऐ, नज़री आनदा ऐ, ऐसे दा हे सगल पसार, अर्थात जड चेतन एक है.
@youtoobshort25 күн бұрын
Sabse nazdeek aur schcha Guru hmhari Aatma hi hai. Kyon ki jab bhi hum koi bhi Galat ya sahi kaam karte hai us samay Jaise hum chori kar rahe hai to man to kahta hai aisa karne mai kya kya galat hai. Lekin hamhari antar Aatma dhikarti hai. Matlab galt kaam se rokane wali Aatma ne sadguru wala kaam kiya hai. 😊😊😊😊😊
@brkher693829 күн бұрын
आभार सर जी, नमस्कार आपने बहुत ही अच्छी तरहसे परमात्मा ओर आत्मा का स्वरूप समझाया। आप ऐसे ओर विडियो बनाकर हमारा मार्गदर्शन करें, धन्यवाद।
@rajeshahuja490129 күн бұрын
दिल से धन्यवाद
@chaitanyaraikwar748426 күн бұрын
आपने जो ज्ञान दिया है वो अद्वैत का ज्ञान है
@urmila.jayhindjaymodijiraj216821 күн бұрын
Jay ho 🎉bahut sundar gyan ❤
@rajeshahuja490121 күн бұрын
Thank you ji
@Bbrksh1117 күн бұрын
Nice explanation🙏 Thank Sir
@rajeshahuja49016 күн бұрын
Thanks a lot जी
@vipinparsai759426 күн бұрын
ati shreshth chitramudran ,pasand aayaa . jay hind jai bhaarat .
@rajeshahuja490126 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. Thank you ji . जय हिंद और जय भारत ।
@surajprakash-vj7xb26 күн бұрын
Bahut bahut dhanyvad Swami ji
@rajeshahuja490126 күн бұрын
सादर नमस्कार and thank you जी
@chanchalsharma406317 күн бұрын
Pranaam Sir
@shyamjiyadav328929 күн бұрын
Very nice sir kitni achhe dhang se aapne samjhaya. Kripya aur bhi marg darshan karein. Thanks
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. दिल से धन्यवाद
@a.r31329 күн бұрын
Bahut aasan trike se bataya hai apne ..thankyou🙏
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thank you ji
@tejnathkandel164229 күн бұрын
अति सुंदर वचन 🎉🎉🎉
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thank you ji
@sajanjhunjhunwala135629 күн бұрын
Om Namah Shivay Jai Shree Radhe Krishna Radhe Radhe 🙏👋🌹💯🩸♥️🙏
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. Jai Shree Radhe Krishna Radhe Radhe
@SuneelKumar-ie6pk26 күн бұрын
सरगुन निर्गुण एक दूजा भरम विकार निर्गुण सरगुन एक हैं सरगुन संत विचार ❤
@parasrambhagat533828 күн бұрын
Bhot achay dhang se aatma ke baare main smjaya Gaya guru ji ki jai ho jai shri ram
@rajeshahuja490128 күн бұрын
जय श्री राम जी आपका दिल से धन्यवाद ।
@gagarmesagar229624 күн бұрын
Wahh
@rajeshahuja490124 күн бұрын
Thank you ji
@jaminidash4682Ай бұрын
Paramatma aur Atma ke bare me ye tatwa ko samjhane ka aapka prastuti bahut badhiya hai ji . .
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thank you ji
@pocox3666623 күн бұрын
nice video keep continue
@rajeshahuja490123 күн бұрын
Thanks a lot ji
@geetasehgal516229 күн бұрын
Very well explained 👏 👌
@rajeshahuja490128 күн бұрын
Thank you 🙂
@nanbhazala429725 күн бұрын
🙏🌏✨ आ त्मा का सच्चा ज्ञान ब्रह्मा कुमारीज दे रही है
@gagarmesagar229624 күн бұрын
I loved the way you explained🌹
@rajeshahuja490124 күн бұрын
Thanks a lot 😊
@rameshwarlal340729 күн бұрын
आपको कोटि कोटि प्रणाम
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी और दिल से thank you.
@kaushalkushvahkushwahkaushal29 күн бұрын
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सोनलो भगजी सत साहेब जी 🙏🙏
@AmitMakvana-mc4ot24 күн бұрын
भाईयो और बहनों पहली बात के परमात्मा हीं नहीं हे तो आत्मा कैसी भाईयो और बहनों दूसरी बात के आत्मा ही नहीं नही है तो ये प्रेत कैसी भाईयो और बहनों तीसरी बात ये के प्रेत ही नहीं हे तो फिर वहम कैसा जब ये वहम ही हे तो फिर ये डर कैसा यानी के भाईयो और बहनों आप लोगो के पास वहम हे इस लिए डर है डर हे जिस दिन डर निकल गया उस दिन वहम निकल गया और जिस दिन वहम निकल गया उस दिन ये परमात्मा आत्मा प्रेत स्वर्ग नर्क का वहम फैलने वाले लोगो की सच्चाई जनजाओगे
@vmohammad774329 күн бұрын
જબ્બર જસ્ત સમજણ આપી છે મને આજે ભણવા બેઠો છું ખુબ જ આનંદ થયો આભાર સાહેબ
@dharmdeosingh52129 күн бұрын
जय श्री राम आप को कोटि कोटि नमन ❤
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम और जय श्री राम । दिल से धन्यवाद जी
@VilasLokhande-e4n25 күн бұрын
🙏
@shivdevuppal.571321 күн бұрын
श्रीमान जी प्रणाम करते हुए और माफी मांगते हुए आपसे यह जानना चाहता हूं अपने आप को जान कर क्या कर लेंगे हम किसी और का जब हम सिर्फ इतना जानते हैं कि 1 दिन हम पैदा होते हैं बड़े होते हैं शादी करते हैं बच्चे होते हैं बच्चों की शादी करते हैं और फिर मर जाते हैं क्या यह जिंदगी है श्रीमान जी अगर आपके पास वाक्य ही कोई भगवान का आशीर्वाद है तो कृपया बताएं कि हम हैं क्या और यहां क्यों हैं और क्यों बार बार मार के जीना जीना मरना मरना जीना क्या तमाशा है यह😊
@rajeshahuja490121 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. प्रश्न तो ये भी है कि जब परमात्मा ने मारना ही है तो पैदा क्यों किया, ना जाने ऐसे लाखो प्रश्न होते है. जीते मरते, सुख दुख ये सब तो जानवर भी भोगते है. अगर आप ध्यान दोगे तो परमात्मा की प्राप्ति इस जीवन का मकसद है. सारे प्रश्नो का उत्तर उसके बाद ही मिल पाएगा ।
@rajeshahuja490121 күн бұрын
आप please समय निकाल कर सारी videos ध्यान से देखो, चिंतन मनन करो.
@rajeshahuja490121 күн бұрын
मैं कोशिश करूंगा कि इस बात पर अलग से video बनाऊँगा.
@sanjayraut127028 күн бұрын
Pranam Gurudev
@rajeshahuja490128 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. Gurudev मत कहो please. आप जैसा ही इंसान हूं.
@VijayTilarАй бұрын
अपने को ही जानना असली ज्ञान है
@rajeshahuja4901Ай бұрын
नमस्कार जी. बिल्कुल सही
@Satyendra_MP29 күн бұрын
बाप का राज है न इसलिए अपने को ..... 😢
@BaleshWarsaini-r7h28 күн бұрын
😊@@rajeshahuja4901
@b.kindersharmabalamba562727 күн бұрын
आप ने जान लिया
@b.kindersharmabalamba562727 күн бұрын
आप न जान लिया
@haramohapatra3823Ай бұрын
Sir ji.. namaste. Your explanation is highly appreciated.... it's very strong fundamental concepts.plz carry on .. Give US this spiritual knowledge..
@rajeshahuja4901Ай бұрын
आपका दिल से बहुत बहुत thank you ji
@basavarajnedalagi628923 күн бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@kumarsambhav364729 күн бұрын
Lovly tboughts sir
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thank you ji
@brahmdeosahuteacher630626 күн бұрын
Than Nirankar ji
@rajeshahuja490126 күн бұрын
Dhan Nirankar Ji
@SuneelKumar-ie6pk26 күн бұрын
परमात्मा साकार हैं नर आकर सह शरीर हैं तेजोमय शरीर जो तीनो लोकों का धारण पोषण करता है जो सारी सृष्टि की रचना की वेदों में तीन भगवानों जिक्र किया गया है 1(क्षर पुरुष)(2) अक्षर पुरुष (3)परम अक्षर पुरुष इसका वास्तविक नाम कबीर साहेब जी प्रकट होते हैं चारों युगों में वेदों में वर्णित है 1 क्षर पुरुष इसका नाम ज्योति निरंजन काल इसके 21ब्रह्मांड हैं जो सतलोक से इनको निकला गया था आहा जनम मृत्यु से सबसे बड़ा रोग लगा हैं आहा का भगवान सबको मोह माया सबको भटका दिया जो वास्तविक परमात्मा मार्ग से जाने और भक्ति करने नहीं देता है आज वर्तमान समय मे संत रामपाल जी तत्वदर्शी हैं शास्त्रों का आध्यात्मिक आत्मज्ञान सिपिचुल ज्ञान बताते उनसे जुड़ने के लिए सर्च करें संत रामपाल महाराज सत्संग ❤❤
@tekram1137Ай бұрын
🎉❤
@gagarmesagar229624 күн бұрын
शानदार
@SanjayPandey-mb9ms14 күн бұрын
Very fine
@anandballabh510728 күн бұрын
❤
@surtaram866224 күн бұрын
वाहे गुरू जी आपके साक्षात दर्शन करना चाहता हू कैसे संभव है?
@rajeshahuja490123 күн бұрын
वाहे गुरु जी । फिलहाल तो you tube पर ही आपकी सेवा करने का ध्यान है . भगवान चाहेगा तो मिल भी लेंगे.
@shailendranigam883727 күн бұрын
एक्सीलेंट
@rajeshahuja490127 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. Thanks a lot
@anjubalagrover33597 күн бұрын
नमस्कार सरजी आपने चित्र के द्वारा बहुत ही अच्छा समझाया हैं तो फिर यह जो में भाव हैं हमारा उसे खत्म करने के लिये इस भाव को परमात्मा तु ही ' तु में लीन कर दें? मेरा प्रणाम सविकार करे सर!🙏🙏
@rajeshahuja49017 күн бұрын
सादर प्रणाम जी और दिल से thank you
@premwati99Ай бұрын
Thanks 🙏🙏🙏
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thanks a lot ji
@yourfact259629 күн бұрын
Correct
@nkmeena124929 күн бұрын
सही बता रहे हो 21:09 आप ब्रह्म के अतिरिक्त कुछ नहीं है सर्व खल्विदं ब्रह्म, वासुदेवं सर्वं इदं, नेह नानास्ति किंचन, सीय राम मय सब जग जानी, सब कुछ परमात्मा है, अज्ञान अर्थात, अविद्या रूपी उपाधि के कारण अ
@rajeshahuja490129 күн бұрын
Thank you ji
@monirurrahman755029 күн бұрын
👍
@kiritikishoremajumder7323Ай бұрын
Good
@rajeshahuja4901Ай бұрын
Thank you ji
@Shabbirkhan-oc4io23 күн бұрын
आत्मा ईश्वर का आदेश है
@UmeshRautela-bm6zl23 күн бұрын
Kya jaanwaro ke krma bandhan hote hai??
@rajeshahuja490123 күн бұрын
नहीं. Please शांति से सारी videos देखो और समझो.
@rndubey429229 күн бұрын
sadho sadho sadho.
@nkmeena124929 күн бұрын
माया शक्ति ब्रह्म को प्रभावित किये बिना ही जीव और जगत रूप में दिखा देती है, जीव और जगत ब्रह्म का ही विवर्त है अर्थात जीव और जगत ब्रह्म का ही अविकृत परिणाम है, जिसे वेदांत में विवर्त वाद कहा है, बल्लभाचार्य महाराज ने इस विवर्त वाद को अविकृत परिणाम वाद कहा है, शब्दों का अन्तर है बाकी सब कुछ ब्रह्म ही है, !
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी . माफ करना मुझे इतना ज्ञान नहीं है. मैं तो जो practical महसूस किया है, वही share कर रहा हूं.
@vipinparsai759426 күн бұрын
brahm aur param aatmaa mein antar ,bataaye .
@ManojGupta-hm1gcАй бұрын
गुरु जी आप को प्रणाम गुरु जी आप आत्मा परात्मा की जानकारी अच्छा तरह से समझा रहे है मानचित्र द्वारा भाव के रूप मे लेकिन जन्म मृत्यु के रहस्य को समझने की जरूरत है जीव जंतु का प्रकृति ने चार रूपों में विभाजित किया हुआ है जिसका जो भी रूपों में दर्शाया गया है वह मिट नहीं सकता है वह दिख नही सकता है वह अनुभव से एहसास किया जा सकता है उत्त्पति समझे चार का विभाजित पहला , पिंड दूसरा , अंड तीसरा अस्थाई चौथा। झंड यानि कही से उत्पन्न हो जाना यह पूरे प्रकृति चार से दर्शाया गया है जैसे वेद चार कर्म चार ग्रंथ चार दिशा चार धर्म चार इन्सान चार भागो में जैसे हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हर क्रिया चार से ही हो रहा है रहा जन्म मनुष्य जीवन मनुष्य रूप गेहूं जीवन गेहूं रूप जानवर जीवन जानवर रूप ऐसा कोई जीवन बदलाव नहीं होता है यही सब कर्म का फल चल रहा है इसे ध्यान पूर्वक समझना चाहिए आत्माधिक विषय गलत लगे तो छमा करे
@rajeshahuja4901Ай бұрын
सादर प्रणाम गुरु जी. आपका दिल से धन्यवाद. आप इसी तरह मार्गदर्शन करते रहिए.
@balajiingole7219Ай бұрын
राम कृष्ण हरी
@nkmeena124929 күн бұрын
अविद्या रूपी उपाधि के कारण एक ही चैतन तत्व अनेक रूप में भासित हो रहा है🚩🚩🚩
@rajeshahuja490129 күн бұрын
मुझ जैसे नादान को संस्कृत नहीं आती, इसीलिए थोड़ा सरल करके समझा देंगे तो अच्छा होगा please.
@Satya_02329 күн бұрын
सब कुछ मात्र तरंग है।न कभी कुछ हुआ है, न हो रहा है, न होगा।सब कुछ माया है।❤
@gyandeepkitchen9525Ай бұрын
Aseem aabhaar
@rajeshahuja4901Ай бұрын
असीम Thank you ji
@sinhacamanojАй бұрын
श्री अरविंदो के अनुसार मनुष्य विकास क्रम में है अतः मनुष्य का पुनर्जन्म मनुष्य में ही होता है , हाँ कर्म फल भुगतना पड़ता है
@mnpathak808011 сағат бұрын
आदमी इन्सान ही होगा दुसरा जीव नहीं होगा
@rajeshahuja490110 сағат бұрын
पहले आपको यह clear करना होगा कि आदमी किसको कहते हैं.
@LalitTete-u5w25 күн бұрын
सुप्रभात के बारे में बहुत अच्छा विचार! मेरा मतलब है आत्मा' तू परमात्मा उनका अपना दिमाग खराब अपना लेकिन निष्पाप अमरत्व आत्मा खुद कोन जो ईश्वर की पवित्रता अपना! जब धरती पर केन्द्रित जीवात्मा परिस्थिती खुद खुश तब तक आदर्श जीवात्मा संतुष्टि में खुद अनुशासन करता देखा जा सकता है वैसे जब धरती पर केन्द्रित सत्य जीवन वह मार्ग में खुद अनुशासन करता है वही ईश्वर खुद निसपaप खुद पागल जो khud ko update kiya hai aabtak jiwan Ko Aaj khud kon Jo sudh shubh sunder susajit santimay anukul gobar khana mutra Pina aachha mahsus karte hai waise sex Stories sabko bhata hai waise but nispaap duniya basana chahta hai Wah khud Kon hai waise "nath u ram god se'' khud kon aur samjho mahatma mahan Das karamchand gandi khud Kon hai? "Ahinsa parmo dharmo"! Mahatma Gandhi! '"Hinsa dharmo parmo "" Nathu Ram god se!
@SuneelKumar-ie6pk26 күн бұрын
आत्म परमात्मा एक हैं लेकिन सर्वश्रेष्ठ आत्म को परमात्मा कहा जाता है जो सभी आत्म उत्पन्न किया हैं उसका नाम कबीर साहेब हैं सबका बीजक
@krishnalalsubba837523 күн бұрын
IAtma Parmatma ka aunsh hai
@ambrishkumarslngh6491Ай бұрын
आप भ्रान्ति के शिकार है
@rajeshahuja4901Ай бұрын
सादर प्रणाम जी. परमात्मा सब जानता है जी. I am sorry अगर आपको मेरी बातें ठीक नहीं लगी लेकिन मैं scientific और logical बातें कर रहा हूं. Please see my all videos. बाकी आप समझदार है.
@pramodkandwal3195Ай бұрын
Dear अम्बरीष आप ऐसा तब कह सकते हैं जब आप उनसे अच्छा एक्सप्लेन कर सकें. मेरे अनुसार इनकी यह विस्तृत व्याख्या अत्यंत प्रशंसनीय तथा ज्ञानमय है फलस्वरूप में इनके चैनल को सब्सक्राइब कर रहा हूं.
@harendrakatara628529 күн бұрын
कामना इच्छा रूप धारण करने से परमात्मा ने आत्मा में अंश काम, तृष्णा, कर्म ,चंचलता ,ऊर्जा उत्पन्न हो गई हैं।आप स्थिर नहीं रह सकते हैं।ऊर्जा शक्ति रूप से शरीर धारण करता हैं।कर्म करता हैं।फल भोगता है।🎉🎉
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी.
@rameshkhambra798729 күн бұрын
Parnam Sir. Thank you very much.
@bkmanoj6057Күн бұрын
Hello according you supreme soul is broken to pieces.😊 Goto brahma kumaris to get pure knowledge
@rajeshahuja4901Күн бұрын
Sorry sir आप ठीक से समझे ही नहीं. Please see all the videos completely and patiently and then comment.
@rajeshahuja4901Күн бұрын
I never said that Supreme soul is broken to pieces. Please see all the videos.
@pagannidhi29 күн бұрын
Satyarth Prakash may be studied along with vedas and darshanas ,both atma ,paramatma and prakriti are all trio different.
@bharatsarva89Ай бұрын
आदरणीय यह बताने का कष्ट करें कि यह दुनिया परमात्मा ने क्यों बनाई क्या इसके बिना परमात्मा काम नहीं चल रहा था और यह भी बताने का कष्ट करें कि यह दुनिया बनाने से पहले हम कहां थे
@rajeshahuja4901Ай бұрын
सादर प्रणाम जी. परमात्मा और दुनिया दो अलग चीजें नहीं हैं. जिस तरह बर्फ और पानी एक ही चीज है. Please see all the videos from starting. कोशिश की है कि सब answers मिल जाएँ.
@sonalalseth94518 күн бұрын
मुझे एक बात बिल्कुल समझ में नहीं आती है कि परमात्मा ने मुझे जन्म क्यों दिया क्या मैंने भगवान से कहा था कि आप मुझे जन्म दो क्या मैंने कोई प्रार्थना पत्र दिया था भगवान को कि आप मुझे जन्म दो, बेशक आप यही कहोगे कि आपने पिछले जन्म में यह किया होगा और वह किया होगा तो आप मुझे यह बताओ कि इस जन्म की तो पूरी बात याद है नहीं और बात उस जन्म की। अरे भाई साहब लोग किन्हीं कारणों से जन्म हो ही गया तो प्लीज़ वैज्ञानिक बनो और खोज करो कि दुनिया कैसे बनी बजाय इसके कि अपना समय बर्बाद करो पुराने अन्धविश्वासो में।
@r.pdoliya470129 күн бұрын
Yadi aap Aatma jivatma aur Parmatma ke concept ko scintific tarike se samajhna chahte hai to Acharya Prashant ji ke video sune aur Geeta satro ko join kare.
@kamalkhetarpal53915 күн бұрын
To iska matlab main hi jeev hai jo parmatma se alag na hote hue bhi alag hai , aur usko parmatma may ek karna hai , ya alag rehna hai aur alag reh ke parmatma ki bhakti ka anand lena hai , ya ek ho ke parmatma se sab khatam kar dena hai mukt ho jana hai
@yuvrajturkar704028 күн бұрын
आत्मा कैसे परमात्मा का अंश हो सकता है। जबकि ईश्वर की सत्ता अलग है आत्मा अलग है। और प्रकृति अलग है। अगर आत्मा ईश्वर का अंश होगा तो । जितने बुरे काम मनुष्य करता है तो वह ईश्वर ही करा रहा होगा। हमारे वेदो के अनुसार । ईश्वर आत्मा प्रकृति ये अलग अलग सत्ता है। ध्यान रहे।।
@rajeshahuja490128 күн бұрын
मेरे दोस्त मेरे भाई, शांति से और प्यार से सारी video देखो. फिर बात करतें है . बाद में मुझे गलत कह देना, कोई बात नहीं.
@yuvrajturkar704028 күн бұрын
@@rajeshahuja4901 पर भाई साहब आत्मा ईश्वर का अंश कैसे होगा । क्योकि आत्मा तत्व अलग है ईश्वर तत्त्व अलग है। अंस कैसे होगा ।।
@jaishrimahakal195528 күн бұрын
Ved me adwait ka bhi varnan hai
@yuvrajturkar704028 күн бұрын
@@jaishrimahakal1955 नही गलत बोल रहे है चारो वेदो में त्रैतवाद ही कहा गया है दर्शन शास्त्र, वेदांत ब्राम्हण ग्रंथ सब मे महाऋषियो ने ईश्वर आत्मा प्रकृति ये तीनो त्रैतवाद का ही उल्लेख किया है। तीनो अलग अलग है। आप जो बोल रहे है वह अदुवेत वाद यह पौराणिक है। यह अवैदिक है।
@RaveendraGupta25 күн бұрын
प्रश्न- परमात्मा साकार है या निराकार उत्तर- दोनों नहीं, इन वाणीयों को देखो ध्यान से... कोई निर्गुण मे रीझ रहा, कोई सर्गुण ठहराय। अटपट चाल कबीर की, मोसे कही ना जाय।। निर्गुण सर्गुण द्वन्द पसारा। दोनों पड़ गये काल की धारा।। तुम से कहु मैं नाम बिचारी। ना वो ज्योति ना पुरुष ना नारी।। हम हैं शब्द शब्द हम माहीं। हमसे भिन्न और कुछ नाही।। शब्द ना बिनसे बिनसे देही। कहें कबीर हम शब्द सनेही।। अतः- वह परमात्मा निर्गुण सरगुण दोनों से न्यारा शब्द स्वरूपी राम है ,अखंड नाद इसलिए गुरुनानक जी कहते हैं- शब्द गुरू, सुरति धुनि चेला।।
@rajeshahuja490125 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. आप पहले शांति से सारी videos देखो . जल्दी में आधी अधूरी videos देख कर आप समझ गलत रहे हो. सुख दुख में आत्मा नहीं, सूक्ष्म शरीर है. एक ही शक्ति है जो साकार और निराकार दोनों है.
@tanishkasharma232127 күн бұрын
मैं भाव नहीं ,पूर्ण अस्तित्व है।
@laxmansachdev8672Ай бұрын
Khud Parmatma hi,jisne ye sab rachna ki hai,wo hi bata sakta hai asliyat,baki to sab hazaron saloon se mathapachi karte aa rahe hai,nateeza zero. Guru Nanak kahte hai teri gat mat tu hi jane,ya wo jo tujhse bada ho. Hari om.
@rajeshahuja4901Ай бұрын
सादर प्रणाम जी. परम पिता परमात्मा हमारे अंग संग व्याप्त है. इसमें माथापच्ची नहीं है. अपने अहंकार और अपनी हस्ती का झूठा मान छोड़ कर इस क़ा सच्चा एहसास हो सकता है . बाकी आपकी मर्ज़ी है मानो या ना मानो.
@pradeeppawar683729 күн бұрын
कृपा, बताये कि आत्मा कब और क्यों किसका रूप लेकर भिन्न प्रकार के सुख एवं दुःख सहन कर रहा है इसका हेतु क्या है एवं निवारण क्या है ?
@krishanrana548129 күн бұрын
पवित्र कबीर सागर व अमर ग्रंथ, संत गरीबदास जी का अध्ययन कीजिए। । सब कुछ दे रखा है । अपना दिमाग लगाने से अभी तक परिणाम नहीं आया है। जी। नमन जी।
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी.
@DharmeshAgrawal-i7i29 күн бұрын
आप गलत समझा रहे है रमेश मर जाता है बो उसका शरीर है और आत्मा का सूत्र को समझने का नाम है एक सिद्धांत है ब्रह्मांड ही परमात्मा है प्रकृति की रचना ब्रह्मांड से हुई है और प्रकृति से पुरुष ओर पशु ओर अन्य जीवन का प्राकट्य है ब्रह्माण्ड ही परम चेतना है और परमात्मा ही अज्ञानी भाव से जीव है
@KishoreKumar-re4kb29 күн бұрын
नमस्कार मित्र 🙏🙏
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर नमस्कार जी.
@tanishkasharma232127 күн бұрын
भगवान मुक्तानंद को पढ़ें। तब आपका भ्रम दूर होगा। ्
@rajeshahuja490127 күн бұрын
सादर प्रणाम जी । आपने पहले ही मुझे गलत कह दिया तो मैं अपनी बात अब कैसे clear करूँ ।.
@krishanchanddargan496529 күн бұрын
( वेद नीति) वेद के अनुसार,त्रेता वाद अर्थात ईश्वर,आत्मा और प्रकृति तीनो अजन्मा और अनादि सनातन है, आत्मा परम आत्मा अर्थात ईश्वर का अंश नहीं है ,ईश्वर के गुण (जीव) आत्मा में भिन्न है, सत्यार्थ प्रकाश ग्रन्थ में दोनों की भिन्नता स्पष्ट देखी व पढ़ी जा सकती है,ईश्वर की परिभाषा, आर्य समाज के दूसरे नियम स्पष्ट है वा देखी जा सकती है,
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. आपका thank you और इस तरह से guide करते रहिए , पर मैं तो परमात्मा की अनुभूति के बाद ये बातें बोल रहा हूं.
@rajansubedi5238Ай бұрын
शन्यू मान सकते है।चेतन रुप मे सब चिज छुवा है।जेसे हामरी घर मे bulb,tv etc जब सब कुच हे लेकिन current न हो तो यी चिज के कुच use नहि है उसे हाथ ,पाउ तो है लेकिन चेतना (आत्मा )न हो तो कुच मत्लब होति नहि येसि है और फरक है
@shrikantchandrikapure765627 күн бұрын
Atma yadi parmatma ka hi ansh hai to atma ko dukh kyun, insaan ko dukh kyun....iska jawab nahi mila guruji.
@rajeshahuja490126 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. आत्मा परमात्मा का अंश है पर सुख दुख में आत्मा नहीं, मैं भाव यानी सूक्ष्म शरीर है. Please आप सारी videos एक एक कर के देखो फिर बात करतें हैं.
@SURINDERKUMAR-t7v29 күн бұрын
आतमा को मन बुद्धि से नहीं समझ सकते यह अनुभव का विषय और कियूं कि यह ठोस नहीं है यह चेतन है
@rajeshahuja490129 күн бұрын
सादर प्रणाम जी. आपने सही कहा जी.
@shivdevuppal.571329 күн бұрын
श्रीमान जी कृपया मजाक में ना ले क्योंकि हम दोनों की उम्र बराबर ही है कृपया आप समझ सकते हैं कि परमात्मा क्या है कौन है किसको कहते हैं क्योंकि मेरा यह मानना है कि जो आपकी और मेरी तरह पैदा हुआ और एक दिन मर जाएगा वह भगवान नहीं हो सकता❤
@dayashankerpandey477817 күн бұрын
Sir , permatma ka Ansh nahi ho Sakta.
@ashokgupta-ew7nmАй бұрын
मैं और मय के बीच अन्तर
@AvtarSingh-xd3xh29 күн бұрын
Dukandari hai sb
@दिनेशकुमार-स2स3न27 күн бұрын
सतगुरु नितिन दास के सतसंग सुने कहत कबीर सुनो भाई साधो यूट्यूब पर
@vijayparadkar128429 күн бұрын
हिंदी फिल्मी गीतों में जिसे दिल कहा गया है वह आत्मा या जीवात्मा। परमात्मा/पर ब्रह्म की परिभाषा गीता में लिखी है।
@RaveendraGupta25 күн бұрын
एक तरफ तो आप कह रहे हैं की आत्मा परमात्मा एक है और दूसरी तरफ कह रहे हैं कि उसके कर्मों के आधार पर उसका जन्म होगा तो महानुभाव आप इतना बताएं कि जिसका जन्म होगा वह कौन है
@rajeshahuja490125 күн бұрын
मैंने कब कहा कि कर्मों के आधार पर आत्मा का जन्म होगा. इसीलिये तो कह रहा हूं कि ध्यान से video देखो और समझो please.
@SushilaVaid-cw7lfАй бұрын
Shreer jlne k baad bhi ek cheez nhi jlti.btaiy vo kya h.jb ki Aag kisi ko nhi chhodti.jawaab jroor dijiyga.
@rajeshahuja4901Ай бұрын
सादर नमस्कार जी. पहले शरीर किसको कहते हैं ये समझना पड़ेगा. आप शरीर किसको समझ रहे हैं . तभी मैं answer दे पाउंगा.
@drdayanandchuahan694026 күн бұрын
Jab ek byati marta hai to dusara kyo nahi marta hai
@mormaya175523 күн бұрын
शरीर में आत्मा कहां रहती है? एक शरीर में कितने आत्मा रहती है?
@rajeshahuja490123 күн бұрын
आत्मा ने ही शरीर रूप लिया है. आत्मा और शरीर एक ही है जैसे बर्फ और पानी. Please see all the videos completely
@RameshKumarDhruw-tf7ks19 күн бұрын
इंसान को बनाने का उद्देश्य क्या हो सकता है। क्योंकि इंसान जन्म लेता है फिर मर जाता है मोक्ष पाने के लिए बनाया है। इंसान ही न बनाते तो ही ठीक था। यहां हम जो कुछ भी कर रहे हैं।वो नाटक ही है।तो इसका जिम्मेदार कौन है मेरा मतलब यह है यहां जिवन जीव जंतु इंसान क्यों। क्योंकि यहां पाप भी पुन्य भी तो इसका जिम्मेदार परमात्मा है।