Uttara khand ka ye dham bahut accha hai beautiful hai avarnaniy sundar drushya hai. Bhagwan shivji ka ye Staan punya ka dham hai. dartika kailash hai yesa dham ka darshan kar vane keliye aapka danya vaad🙏🙏🙏👌👌👌.
@DhirajGaming732 Жыл бұрын
जय बैजनाथ जि
@naveenpetwal97195 жыл бұрын
Har har mahadev
@artirawat20335 жыл бұрын
Thanks bhai 👍👍👍👍👍👍👍
@mehrarituritika56373 жыл бұрын
Very nice video
@NeerAjNaiNwal4 жыл бұрын
ओम नमः शिवाय
@IndranathGaurTraveller2 жыл бұрын
Nice video 🌷
@vivekkumarsingh78933 жыл бұрын
I truly thankful to you for this video
@RashmiSharma-bw8iv6 жыл бұрын
Nice video
@yashpalsingh846 жыл бұрын
1st comment..... Nice video
@himalxettri33604 жыл бұрын
मै अभि Mumbai se hu लेकिन मै ये मन्दिर देख चुका हू गणुड बजार मे काम कर ता था भाई
@arifraza40574 жыл бұрын
baijnath mandir parking ke samne anand ki dukan dekhi hai kya?
@suhaniarya35144 жыл бұрын
Nice video Mai bhi yhi se hoo😍😍
@arifraza40574 жыл бұрын
kaha rehti ho dangoli ya teet bazaar. mera ghar baijnath pull ke theek samne h
@arifraza40574 жыл бұрын
anand mamu ki dukan dekhi hai?
@wildwolff52062 жыл бұрын
Pritam Rana janral store us jagah par kis taraf he...
@wildwolff52062 жыл бұрын
Muje vaha par Aana he par me vaha kisi ko bhi nahi janta
@wildwolff52062 жыл бұрын
Aap ka no. Dedo ! Aap ki madad se me vaha par Aaskta hu...
@VivekJoshi875 жыл бұрын
बैजनाथ में हुआ था भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह, स्कंद पुराण है प्रमाण :- कत्यूर घाटी में गोमती नदी के किनारे स्थित प्रसिद्ध पौराणिक व ऐतिहासिक बैजनाथ मंदिर श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का केंद्र है। शिवरात्रि में यहां भव्य मेला लगता है। कहा जाता है कि देश में मात्र बैजनाथ ही ऐसा मंदिर है जहां पर शिव-पार्वती की पूजा लिंग रूप में नहीं बल्कि मूर्त रूप में होती है। यहां मां पार्वती की पांच फिट की श्याम रंग की अष्टधातु से बनी आदमकद मूर्ति है। यहीं पर ही भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह भी हुआ था। स्कंदपुराण के मानसखंड में बैजनाथ का वर्णन किया गया है। जिसमें भगवान शिव पार्वती से कहते हैं कि हिमालय क्षेत्र में ऋषि मुनियों के आश्रमों के नजदीक गोविंद चरण से निकली गोमती और गरुड़ गंगा के संगम के पास कुछ दूरी पर एक प्रसिद्ध शिवलिंग है, जो बैजनाथ नाम से जाना जाता है। हे पार्वती, हमारा विवाह भी यहीं हुआ। इसको देखने के लिए देव मंडली भगवान ब्रह्मा व विष्णु के साथ यहां आई। हमारे पुत्र कर्तिकेय ने भी यहीं जन्म लिया। शिवरात्रि के दिन यहां शिव के दर्शन-पूजन को श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है। एक रात में हुआ था मंदिर समूह का निर्माण : बैजनाथ स्थित शिव-पार्वती मंदिर का निर्माण एक लाख कत्यूरी वीरों ने एक ही रात में किया था। यहां पर मंदिरों का एक समूह है। कुछ लोग कहते हैं कि बैजनाथ मंदिर समूह का निर्माण करने के बाद कत्यूरी राजा तैलिहाट गांव में मंदिर बनाने गए। एक मंदिर का निर्माण अधूरा ही हुआ था कि सुबह हो गई। तब से यह मंदिर अधूरा ही है। इतिहासकारों ने भी लिखा है कि कत्यूरों से पहले यहां बौद्ध मठ था। यहां बंद कमरे में भगवान बुद्ध की एक खंडित मूर्ति भी है। बैजनाथ मंदिर का निर्माण सातवीं-आठवीं शताब्दी में हुआ था।