❤💜❤ भाषा , शिल्प तथा शैली की दृष्टि से ' लिहाफ ' एक श्रेष्ठ चथा है और सही मायने में मील का पत्थर ही है।समलैंगिकता विषय पर लिखी प्रस्तुत कहानी और मंटो साहब की कहानी ' ठंडा गोश्त ' पर एच ही समय में(1942 में ) मुकदमा चला था। इस्मत आपा केस जीत गई थी परंतु मंटो साहब को 3 माह की सजा मिली थी।राजेन्द्र सिंह बेदी ने कथांत को ले कर उनसे पूछा था ' बताओ तो इफ्मत ! बच्ची ने क्या देखा ? ' तो वह मुस्कुराई थीं ' कोई लाख रुपये दे, तब भी न बताऊंगी।'
@radhadikshitdamodar4 жыл бұрын
The famous, iconoclastic story Lihaaf by Ismat Chughtai is based on lesbianism involving Begum Jaan and Rabbo. The subject was taboo when the story was written and it made a big bang in the literary circle. As usual, Shaily Kumar has narrated the story with an introduction brilliantly. But the background music at some places is so loud that her voice becomes inaudible.
@ninasaxena37534 жыл бұрын
बहुत अच्छा काम कर रही हो, साहित्य की चुनिंदा रचनाओं को जिस खूबसूरती से पेश कर रही हो वह सराहनीय है.
@AnupamaSrivastavaSinger4 жыл бұрын
Very well expressed a complicated story ,Shaily...wonderful Congratulations
@reetasinha74184 жыл бұрын
बहुत अच्छा...!
@shailendramohan65034 жыл бұрын
A controversial story related beautifully.Congratulions
@Artistneenasingh4 жыл бұрын
Amazing narration Shailly...excellent command on both Hindi and English
@kamalkapur40554 жыл бұрын
❤💜❤ शैली ज ! आपकीि हिन्दी और अंग्रेजी उभय भाषाओं पर बहुत अच्छी पकड़ है और अंदाज-ए-बयां तो लाजवाब है। बेहद सुकून और ठहराव से मीठे स्वर में प्रस्तुतिकरण देती हैं आप।मेरी असीम शुभाशीष एवं शुभकामनाएँ स्वीकार करें। कमल कपूर