बहुत बढ़िया बात-चीत! अशोक चक्र धर जी को लंबे समय बाद सुना! अंजुम जी ने इतनी गहराई से कवि के जीवन और रचना संसार को खंगाला कि वर्षों के अंतराल को पाट गया! बहुत साधुवाद!
@walterwhite95202 ай бұрын
सैय्यद मोहम्मद इरफ़ान जी के कार्यक्रम गुफ्तगू और अंजुम भाई के संगत की सारी वीडियोज के साथ सुखपूर्वक उम्रकैद काटी जा सकती है। कुछ पुस्तकें भी साथ में हों तो सजा सजा भी न लगे।
@KaviAbhinavShukla4 ай бұрын
Chakradhar’s eloquence and passion shine through, giving audiences a rare glimpse into his creative process and the philosophical underpinnings of his work. His contributions not only enrich the world of poetry but also inspire a new generation of poets and readers. Thanks for this interview.
@DrKrishna-gl1xu4 ай бұрын
जियो अंजुम। जलन कुकडो़ं की हिन्दी साहित्य में कमी नहीं है। अपना काम करते रहो।
@krishanachandrashukla42582 ай бұрын
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति, बहुत दिनों बाद आपकी वजह से अशोक चक्रधर जी को सुना। काफी पहले लगभग छः सात साल पहले दूरदर्शन पर सुना था।
@Rajesh.Rathore3 ай бұрын
Kudos to you, Anjum, for a very candid and candour interview providing a deep intellectual integrity and insight of Dr Ashok Chakradhar. He is one of the finest poet who did a great प्रचार & प्रसार of हिन्दी कविता. I love your style of conducting interview where you talked with Dr Ashok at the equal level and keep asking very intriguing questions. Some discussions were very disconcerting especially dealing with the flat envelopes but it is a part and parcel of the literature culture. I wish you all the best and look forward to many more thoughtful interviews...🙏
@rupindersoz37813 ай бұрын
kmaal ki baatchit --mera man karta hain k baatchit ke kuch hisso ko likh kar cemnt likhun ,mai wahhhhh likhun --magar ye karne main mujhe runka padhe ga aut batchit ka lutf nahi rahega --- Anjum ji aapka adhyan aur Ashok ji ka modren aur logicle baat ko sunkar aanand aayea
@namoraghaway74273 ай бұрын
बहुत सुन्दर....अशोक जी की जलधारा बहती रहे ये तट निहारता रहे
@RahulYadav-gf7nj3 ай бұрын
Thank you Anjum and Ashok for this beautiful interview. Anjum ask very beautiful and critical questions and Ashok also responded well. - One suggestion as a younger brother to Anjum, "कि आप भावनात्मक क्षणों पर थोड़ा ठहरे, सामने बैठे व्यक्ति को भावनात्मक से तार्किक बातचीत करने का वक्त मिल जाएगा।
@livefully19594 ай бұрын
१. जब हिंदवी और अंजुम संगत करना छोड़ देंगे, तब क्या होगा? भय होता है!... मन करता है, बस ऐसे ही चलते रहे! २. पुस्तकाकार में कब आएंगे ये सारे साक्षात्कार! ३.धन्यवाद अंजुमजी! धन्यवाद हिन्दवी!! 🎉🙏
@sudhirsingh26894 ай бұрын
बढ़िया बातचीत। दोनो का अभिवादन🎉🎉
@nandkishorswarnkar26004 ай бұрын
भाफ (भाप) हो गए। जलकर के राख हो गए। शानदार। आनंद आ गया, पूरा सुना। आप( तुम) साहित्यकार हो सचमुच। डा हरीश नवलजी को काका हाथरसी पुरस्कार समारोह मे आपसे मिला था। प्रगल्भजी को लालकिले से सुना। गोपालप्रसाद जी व्यास की कृपा से बहुत से और अच्छे कवियो को सुनने का सौभाग्य मिला । मुक्तिबोध जीऔर परसाईजी से जबलपुर मे मिलना हो जाता था। आपने पंडित रामकिकर जी उपाध्याय उपाध्याय को सुना या पढा है। परसाई जी ने व्यंग्य लिखने के लिए ही सही राम नाम चरित मानस का पठन किया होगा , लगता है। धर्मवीर भारती महाभारत से काव्य/ कथा सामग्री लेने के पक्षधर थे। मुक्तिबोध made easy की प्रतीक्षा और स्वागत बोध के साथ आपको नमन और आशीर्वाद 🙏🏻
@nandkishorswarnkar26004 ай бұрын
के
@nandkishorswarnkar26004 ай бұрын
कृपया गलतिया सुधार कर पढे साधुवाद।
@shubhamfaujdar95014 ай бұрын
बहुत बहुत आभार अंजुम जी एक अभूतपूर्व अनुभव देने के लिए और उससे भी बड़ी कृपा श्रीमान अशोक जी की है और अशोक जी कीहँसी तो मंत्रमुग्ध कर देने वाली है....🙏🙏
@vishnusanskar4 ай бұрын
बहुत शानदार, प्रश्न भी और उनके उत्तर भी. हमारे मंचों के बहुत सिद्ध व्यंग्यकार हैं... बहुत लयात्मक बोलते हैं. बहुत सारी नई जानकारियां भी मिली..
@anilsri753 ай бұрын
बहुत शानदार
@gunjanmishra10953 ай бұрын
Bemisal Kavi Hai Ashok ji❤
@bhartivats79774 ай бұрын
बहुत देर से आए अशोक जी।मुक्तिबोध को समझने , समझाने और प्यार करने वाले पहले लेखक हैं ❤
@bhagwanpdsinha11422 ай бұрын
बेगूसराय में मंच से उनकी कविता "जंगल की आग" सुनी थी. मंच पर से इतनी विचारोत्तेजक रचना कभी नहीं सुनी है. पार्टी की 19 वीं कांग्रेस के अवसर पर दिल्ली में वी पी हाउस के लॉन में एक सेमिनार हुआ था ,"हिंदी पट्टी की तक़लीफ़ें और मुक्ति के रास्ते " विषय पर . उसमें मंच पर इनकी सक्रियता देखते बनती थी .
@k_recites88872 ай бұрын
57.10 मिनट पर जयपुर के जिस कवि सम्मेलन की बात अशोक जी कर रहे हैं , जिसमें 2 लाख की भीड़ का जिक्र है वह कवि सम्मेलन जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में हुआ थाl उस कार्यक्रम में अशोक जी के संचालन में मेरे दादाजी जनकवि मोहम्मद सदीक भाटी जी ने भी अपनी प्रस्तुति दी थीl
@deepamishra26343 ай бұрын
शानदार
@JasmohanBisht6 күн бұрын
❤ good morning e
@sureshpandey-nl1mr4 ай бұрын
Dhnyawad Anjum ji Chakradhar ji se sakshatkar ke like.
@dharamveer73902 ай бұрын
1 घंटा 10 मिनिट पर आदरणीय अशोक जी भावुक हो जाते हैं , बोलते हुए उनका गला रूंध जाता है , लोगों का उनके प्रति जो प्रेम है वे उसको पाकर अभिभूत हैं । कवि सम्मेलन जगत और अपने प्रशंसकों चेलों के प्रति वे आभारी हैं , अब अंतिम समय में अशोक जी कुछ भी नकारात्मक नहीं करना चाहते न बोलना चाहते न ही सोचते हैं । खैर कवि सम्मेलनों की समीक्षा करते हुए उनका दृष्टिकोण ठीक नहीं हैं । अशोक जी और उनके समकक्ष सभी कवियों को ये लगता है की अब कवि सम्मेलनों में काव्य नहीं बचा है काफी हद तक ये बात ठीक भी हैं किंतु उसको खाद देने में अशोक जी और अन्य पुराने कवियों का भी योगदान है , कवि सम्मेलनों को बरबाद तो किया गया है चाहे यह अनचाहे ही हुआ हो । और अब सारी जिम्मेदारी नए कवियों पर डाल देते हैं । जबकि बात इसकी ठीक उलट है , काफी हद तक अब कवि सम्मेलनों में ठीक कवि आना प्रारंभ हुए हैं । खैर इस पर आदरणीय अशोक जी से अलग से चर्चा करना चाहता हूं । हालांकि अब इसकी बहुत आवश्यकता नही हैं ।
@Kavyapalate4 ай бұрын
तुकान्त कविता बेतुकी नहीं होती.... अंत में पढ़ी गई कविता ने भी बता दिया... बधाईया अंजुमजी.. शानदार संगत 🌹
@indirasharma89064 ай бұрын
Waiting eagerly
@radheshyamsharma20264 ай бұрын
बहुत सुंदर साक्षात्कार।
@sanjaykumarpandey57514 ай бұрын
अत्यंत बौद्धिक चर्चा
@atulkumarsingh72154 ай бұрын
बेहतर सर जी❤️🙏🙇
@Bhaskarodaya4 ай бұрын
अप्रतिम❤
@dr.rekhashekhawat65454 ай бұрын
प्रणाम सर🙏
@sushmamunindra84814 ай бұрын
अच्छी वार्ता
@gurusharan47054 ай бұрын
Towards the end, you asked about and praised the translated book of Ashok Ji. Please give the name and reference of that book so that we can purchase the same. Please always give the details of important books of every writer, so that if someone wants to read, he can procure the same.
@neeruraina63014 ай бұрын
माधव कौशिक जी को भी बुलाए❤❤❤
@gargkk3 ай бұрын
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@gunjanmishra10954 ай бұрын
Ashok Ji Pranam aapko maine bahut suna hai
@Ranjit-x3y4 ай бұрын
महुआ के नीचे मोती झरे, महुआ के !
@Mukesh....7074 ай бұрын
❤
@DrishtiEthics3 ай бұрын
28:00 book chand ka muh theda
@manojbhartigupta65554 ай бұрын
👍❤️👍
@MOHAMMADIMRAN-tb9ef4 ай бұрын
सर डाउनलोड का आप्शन क्यों नहीं दे रहा है..?
@dingdong26054 ай бұрын
✍🙏
@deveshchouksey80604 ай бұрын
🎉❤
@bholiaunty67834 ай бұрын
प्रणाम तात
@AtaullahSiddiqui-t8m4 ай бұрын
Anjum ko kisi news channel me kaam karna chahiye jahan wo logon ko chup karane ka kaam karenge. Bolne nahi denge. Aksar aisa hota hai jab sabse dilchasp baat chal rahi hoti hai ye baat zabardasti badalwa dete hain.
@Jhanitish2354 ай бұрын
पाश्चात्य काव्यशास्त्र का कौन सा बुक अच्छा हैं। कोई मुझे सजेस्ट कीजिए।
@mukesh.burnwal3 ай бұрын
देवेंद्रनाथ शर्मा
@reshmapanwar48404 ай бұрын
कहानीकार वल्लभ डोभाल का भी लीजिए
@bhawanajha69233 ай бұрын
मुक्तिबोध की एक कहानी है क्लाड ईथरली उसकी फैंटेसी क्या है?
@Bhaskarodaya4 ай бұрын
काशीनाथ जी को बुलाइए!
@loksanchar084 ай бұрын
5लाख मांग रहा है। और ये 5000 ही देता है।
@madhavasamvad65374 ай бұрын
आपकी इस सूचना का स्रोत? @@loksanchar08
@rupindersoz37813 ай бұрын
AAJKAL KA KAVITA EVENT EK COPRATE EVENT HAI -----SACH KAHA
@ashokseth24264 ай бұрын
अब तक का सबसे कमज़ोर इंटरव्यू
@lokeshj303 ай бұрын
अंजुम जी आपको अपने विश्वास पर टिके रहने की अभिव्यक्ति का हक है मगर धारणा को थोपना अशोभनीय हैं विचार समृद्ध बने विचार तानाशाह नही
@namanmurliwar617822 күн бұрын
34.55 brahmrakshash upsc
@namanmurliwar617822 күн бұрын
34.11 35:44
@upendrabajpai61754 ай бұрын
Vimal chandra pandey ko bulaiye
@rasbiharigaur51304 ай бұрын
अशोक जी यहाँ भी मंचीय जकड़न से नहीं निकल पाए..
@loksanchar084 ай бұрын
तो तुमको इससे क्या फर्क पड़ेगा?
@ashishrai7934 ай бұрын
मैंने ख़ुद भी अनुभव किया है और बहुत सारे लोगों ने कॉमेंट भी किया था लेकिन फिर भी अंजुम अपने स्वभाव से बाज़ नहीं आते । साहित्यकार को बोलने का पूरा समय दो भाई इतनी जल्दी क्या है। ख़ुद के ही प्रश्नों को लादते जाते हो । अरुचिकर होता जा रहा है अब तुम्हारा शो। मेरी हिंदवी से हाथ जोड़कर निवेदन है कृपया किसी दूसरे एंकर को लाइए
@loksanchar084 ай бұрын
लेक्चर देने तो बुलाया नहीं। बकैती की जगह बातचीत ही सही है
@ashokchakradhar4 ай бұрын
नहीं, नहीं, आशीष जी! ऐसा मत कहिए। मैंने अपने साक्षात्कार से पहले, अंजुम द्वारा किए गए, मुश्किल से दो तीन साक्षात्कार ही देखे थे और मैं बहुत प्रभावित हुआ था। अपने साक्षात्कार के दौरान मैंने देखा कि वे अपने अतिथि से बात करने से पहले उसके बारे में सामान्य से कितना अधिक जानते हैं और अपनी जानकारी बढ़ाने के लिए कितना ताज़ा अध्ययन करते हैं। अपने सद्यःज्ञान से वे जता देते हैं कि अतिथि से वे सब कुछ पूछ सकते हैं, जिससे वह थोड़ा असहज भी हो जाए तो चलेगा। साहित्य की अदालत है भाई! आगंतुक को भी चाहिए कि प्रश्न को इधर उधर घुमाने के स्थान पर अंतर्मन का सत्य बताए। अंजुम अपने कार्य में सफल हो जाते हैं। अब मुझे इनके द्वारा किए गए सारे साक्षात्कारों को देखने का समय चाहिए। बहरहाल, इस कार्यक्रम के लिए एंकर बदलने के प्रस्ताव का मैं क़तई समर्थन नहीं करता।
@sanjaydwivedi78553 ай бұрын
नहीं आशीष जी, ये बात चीत का तरीका अच्छा है, वरना एक तरफा लेक्चर हो जायेगा। अंजुम जी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
@akirahaider76172 ай бұрын
अंजुम सर एक सुधि साक्षात्कारकर्ता हैं । उनके बिना संगत अधूरा है ।
@bholiaunty67834 ай бұрын
तात
@CaptainHomelander4 ай бұрын
Ye bkl Anjum behas kar raha kya jo beech me tarr tarr kar raha
@ravishanker96724 ай бұрын
ये अंजुम कभी कभी साहित्यकार को खा जाता है its cerebellum
@simran1274 ай бұрын
😊
@Ashhhutosh4 ай бұрын
ये सब कवि फ्रॉड होते, जब बच्चों को पढ़ाना होता है तो सिलेबस कंप्लीट कर देते थे। ब्रिजनोव ने खुद बोला है कि किस तरह ये सारे बकवास कवि कहानीकार रूस की जेब में हुआ करते थे। सब बुढ़ापे तक अपनी सच्चाइयां झेल के जाएंगे। 😅